Dr fauzia Naseem shad Tag: ग़ज़ल 119 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr fauzia Naseem shad 21 Sep 2024 · 1 min read कुछ ज़ब्त भी कुछ ज़ब्त भी कमाल है। कुछ दर्द बे'मिसाल है। कुछ जिस्म की ज़रूरतें, कुछ रूह का सवाल है। कुछ ख़्वाहिशों की बेबसी, कुछ दिल का भी ख़्याल है। कुछ ख़ुद... Hindi · ग़ज़ल 4 1 172 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Aug 2024 · 1 min read वो हमें कब वो हमें कब शुमार करते हैं। जब कि हम उनसे प्यार करते हैं। छीनते चैन हैं वही दिल का, जो भी ज़्यादा दुलार करते हैं। उनको फ़ौरन जवाब देने में,... Hindi · ग़ज़ल 3 146 Share Dr fauzia Naseem shad 8 Aug 2024 · 1 min read दीप उल्फ़त के नफ़रतों को न तुम हवा देना। दीप उल्फ़त के मत बुझा देना। आदमी की इस आदमीयत को, इस जहां से न तुम मिटा देना। अम्न से ज़िन्दगी ये जीने दो,... Hindi · ग़ज़ल 3 190 Share Dr fauzia Naseem shad 7 Aug 2024 · 1 min read कुछ मुस्कुरा के कुछ मुस्कुरा के ज़िन्दगी जी भी लिया करो। रोने से पहले अश्कों को पी भी लिया करो। बाहम अगर तनाज़ा है तो कर दो दर-गुज़र, गुस्से में फ़ैसला न कोई... Hindi · ग़ज़ल 3 257 Share Dr fauzia Naseem shad 4 Aug 2024 · 1 min read कभी हक़ कभी हक़ किसी पर जताया नहीं है। कि, ख़्वाहिश है क्या ये बताया नहीं है। कभी हम जो नाराज़ ख़ुद से हुए हैं, किसी ने भी हमको मनाया नहीं है।... Hindi · ग़ज़ल 2 343 Share Dr fauzia Naseem shad 31 Jul 2024 · 1 min read जी भी लिया करो कुछ मुस्कुरा के ज़िन्दगी जी भी लिया करो। रोने से पहले अश्कों को पी भी लिया करो। बाहम अगर तनाज़ा है तो कर दो दर-गुज़र, गुस्से में फ़ैसला न कोई... Hindi · ग़ज़ल 3 367 Share Dr fauzia Naseem shad 10 Jul 2024 · 1 min read मिल नहीं सकते ज़ख़्म नफ़रत के सिल नहीं सकते। गुल मुहब्बत के खिल नहीं सकते। दूसरों से तो आप मिलते हैं, क्या कभी हम से मिल नहीं सकते। मेरे ख़्वाबों में ही चले... Hindi · ग़ज़ल 2 275 Share Dr fauzia Naseem shad 8 Jun 2024 · 1 min read हाल- ए- दिल (वज़्न--2122-1212-22/112) *ग़ज़ल* हाल-ए-दिल मैंने जब सुनाया है। तूने बस मज़हका उड़ाया है। हम तो ख़ुद चोट खाये बैठे हैं, तेरा दिल हमने कब दुखाया है। जिसकी ता'बीर ही नहीं कोई,... Hindi · ग़ज़ल 3 447 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read आप में आपका इससे बढ़ कर पता नहीं कुछ भी। आप में आपका नहीं कुछ भी । कह भी सकता था अलविदा हमसे । उसने हमसे कहा नहीं कुछ भी । खुद को... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 423 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read हमें क़िस्मत ने ज़िंदगी ने कहाँ सताया है, हमें क़िस्मत ने आज़माया है। याद रक्खा नहीं भुलाया है। दिल मेरा किस क़दर दुखाया है। लौट आओगे एक दिन तुम भी, दीप उम्मीद का... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 256 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read बिछड़कर मुझे बिछड़कर मुझे तुम मुद्दत हुई है। तुम्हें क्या ख़बर कैसी हालात हुई है। मुझे शायरी की जो चाहत हुई है। ज़माने को क्यूं इस पे हैरत हुई है। कहां तुमको... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 458 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read कुछ तो मेरी वफ़ा का चलना था साथ-साथ हमारे तुम्हें मगर, रस्ते में तन्हा छोड़ के अच्छा नहीं किया। कुछ तो मेरी वफाओं का रख लेते तुम भरम, हाथ अपने तुमने जोड़ के अच्छा नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 316 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल में एहसास दिल में एहसास भर नहीं पाये । तुमको छूकर गुज़र नहीं पाये । इतने नज़दीक तेरे आकर भी, हाय ! हम क्यों बिखर नहीं पाये। कैसी मजबूरियां थी किस्मत में,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 418 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read क्या कहें कितना प्यार करते हैं क्या कहें कितना प्यार करते हैं। जो भी है बे' शुमार करते हैं। दिल को बस बे'क़रार करते हैं, खवाह-मखाह इंतज़ार करते हैं। कैसे आये न एतबार हमें । जब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 412 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read तुमको खोकर ज़िंदगानी में ऐसा हाल न हो। तुमको खोकर मुझे मलाल न हो॥ मुख़्तलिफ़ लोग साथ रह लेंगे, दरमियां सोच का बवाल न हो। भीग जाएगा अश्को से दामन । मेरे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 173 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read अपने दिल से तेरे नज़दीक आ भी सकते हैं। अपने दिल से लगा भी सकते हैं। कोई परदा नहीं है तुझसे मेरा, अपनी नज़रे झुका भी सकते हैं। ज़िंदगी तुझसे है मेरे हमदम,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 373 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read मेरा दामन भी तार- तार रहा दिल पे कब मेरा इख़्तियार रहा । दिल हमेशा ही बे'क़रार रहा ।। शिद्तों में जो बे'शुमार रहा । मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। वो हमें भूल ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 157 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दर्द आंखों से अजनबी जैसा हम से मिलता है। दर्द आँखों से तब पिधलता है।॥ जान जाती है उस के जाने से । ख़्वाहिशों का भी दम निकलता है। टूटता है यकीन खुद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 246 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read कुछ नमी अपने साथ लाता है कुछ नमी, अपने साथ लाता है। जब भी तेरा ख़्याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है। तेरा चेहरा नज़र को भाता है।। कुछ भी रहता नहीं है यादों... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 234 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल किसी से दुश्मनी इस तरह निबाहेगा । वो तेरी हाँ में हाँ मिलायेगा ॥ टूट जाएगा काँच की मानिंद । दिल किसी से अगर लगायेगा ।। हाय ये दूरियाँ है दिल वाली... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 427 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read फूल है और मेरा चेहरा है हमने माना अभी अंधेरा है। पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मैल दिल में कोई नहीं रखना । दिल में रख का अगर बसेरा है। छीन लेता है साथ अपनों का।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 5 383 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दर्द लफ़ज़ों में नैन अपने यूँ ही न खोये हैं। दर्द लफ़्ज़ों में लिख के रोये हैं।। जागी आँखें गवाही दे देंगी । नींद अपनी कभी न सोचे हैं।। दिल शिकस्ता नहीं हुआ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 368 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल नहीं ऐतबार मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है, ख़्वाब देखा जो मैने, झूठा है। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम , दिल नहीं, ऐतबार टूटा है। कुछ नहीं तुझ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 354 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल में भी दिल में भी, इत्मिनान रखेंगे, फ़ासला दरमियान रक्खेंगे । आप की सोच मुखत्लिफ़ हम से, हम भी इसका ध्यान रक्खेंगे । वार तुम पर तो कर नहीं सकते, ख़ाली अपनी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 242 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read कुछ तो बाक़ी ज़िन्दगी बे’जवाब रहने दो । मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो।। इतने ज़्यादा गुनाह नहीं अच्छे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 330 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read आपसा हम जो फूल से हम जो खिल नहीं पाये । तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से । ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 366 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read दिल का तुमसे सवाल हम ये कैसा मलाल कर बैठे, दिल का तुम से सवाल कर बैठे । प्यार करना हमें न आया मगर, इश्क में हम कमाल कर बैठे । खोये थे हम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 242 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read जीत कर तुमसे हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे। जीत कर तुमसे हार जायेंगे। ज़िन्दगी, मुस्कुरा के हम तेरा, क़र्ज़ सारा उतार जायेंगे। पेशरू दिक़्क़तें तभी होंगी, आप हद से जो पार जायेंगे।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 5 340 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read याद रक्खा नहीं भुलाया है ज़िंदगी ने कहाँ सताया है। हमको क़िस्मत ने आज़माया है। याद रक्खा नहीं भुलाया है। दिल मेरा किस क़दर दुखाया है। लौट आओगे एक दिन तुम भी, दीप उम्मीद का... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 216 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read जुदा नहीं होना आप हम से ख़फ़ा नहीं होना। चाहे कुछ हो जुदा नहीं होना। बद्दुआ देके तुम किसी को भी, अपने 'रब' का बुरा नहीं होना। तुम भी इंसा हो ये ख़्याल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 5 315 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read दर्द अपना ख़ुद को यूं ही निखार लेते हैं। दर्द अपना संवार लेते हैं। देख लेते हैं आईना जब भी, अपनी नज़रे उतार लेते हैं। बे’खुदी में शुमार मत करना, तुमको अक्सर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 5 427 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read आप में आपका आपको क्या पता नहीं कुछ भी। आप में आपका नहीं कुछ भी। कह भी सकता था अलविदा लेकिन, उसने मुझसे कहा नहीं कुछ भी। जिसकी मुझको तलाश है अब तक,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 420 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read मलाल न था तुमको मेरा कभी ख़्याल न था। कैसे कह दूँ मुझे मलाल न था।। पढ़ के जिसको उलझ गये इतना। लफ़्ज़ सादा थे, कोई जाल न था।। जिसकी ख़ातिर, वार ते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 414 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read आपसा हम जो दिल फूल से हम जो खिल नहीं पाये । तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से । ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं... Hindi · ग़ज़ल 4 451 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read आप में आपका इससे बढ़कर पता नहीं कुछ भी । आप में आपका नहीं कुछ भी ।। कह भी सकता था अलविदा हमसे। उसने हमसे कहा नहीं .कुछ भी ।। खुद को देखा... Hindi · ग़ज़ल 5 547 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read ख़ुद को यूं ही ख़ुद को यूं ही निखार लेते हैं। दर्द अपना संवार लेते हैं। देख लेते हैं आईना जब भी, अपनी नज़रे उतार लेते हैं। बे' खुदी में शुमार मत करना, तुमको... Hindi · ग़ज़ल 6 435 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read चलना था साथ चलना था साथ साथ हमारे तुम्हें मगर, रस्ते में तन्हा छोड़ के अच्छा नहीं किया। कुछ तो मेरी वफ़ाओं का रख लेते तुम भरम, हाथ अपने तुमने जोड़ के अच्छा... Hindi · ग़ज़ल 5 260 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read आप में आपका इससे बढ़कर पता नहीं कुछ भी । आप में आपका नहीं कुछ भी ।। कह भी सकता था अलविदा हमसे। उसने हमसे कहा नहीं कुछ भी ।। खुद को देखा... Hindi · ग़ज़ल 4 391 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Feb 2024 · 1 min read हर खुशी हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे। जीत कर तुमसे हार जायेंगे। ज़िन्दगी, मुस्कुरा के हम तेरा, क़र्ज़ सारा उतार जायेंगे। पेशरू दिक़्क़तें तभी होंगी, आप हद से जो पार जायेंगे।... Hindi · ग़ज़ल 4 224 Share Dr fauzia Naseem shad 27 Jan 2024 · 1 min read वक़्त को वक़्त मौत का ग़म न कुछ किया जाये। ज़िन्दगी का मज़ा लिया जाये। तू मुझे सोच मैं तुझे सोचूं, और सर दर्द क्यों लिया जाये। जिसको दिल में बसाये बैठे हैं,... Hindi · ग़ज़ल 6 217 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Jan 2024 · 1 min read ज़िंदगी बेजवाब रहने दो ज़िन्दगी बे'जवाब रहने दो । मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो।। इतने ज़्यादा गुनाह नहीं अच्छे... Hindi · ग़ज़ल 3 259 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Dec 2023 · 1 min read तुमको खोकर ज़िन्दगानी में ऐसा हाल न हो। तुमको खोकर मुझे मलाल न हो। मुख़्तलिफ़ लोग साथ रह लेंगे, दरमियां सोच का बवाल न हो। भीग जाएगा अश्कों से दामन, मेरे हाथों... Hindi · ग़ज़ल 3 550 Share Dr fauzia Naseem shad 8 Dec 2023 · 1 min read कुछ नमी अपने कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी रहता... Hindi · ग़ज़ल 8 569 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Nov 2023 · 1 min read दर्द अपना संवार खुद को यूं ही निखार लेते हैं । दर्द अपना संवार लेते हैं ।। देख लेते हैं आईना जब भी । अपनी नज़रे उतार लेते हैं ।। बे'खुदी में शुमार... Hindi · ग़ज़ल 5 532 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Nov 2023 · 1 min read जिंदगी का सवाल आया है। जिंदगी का सवाल आया है। मुझको मेरा ख़्याल आया है ।। झूठ ने सच को मार डाला है । वक़्त कैसा कमाल आया है ।। आईना जब भी सामने आया... Hindi · ग़ज़ल 4 726 Share Dr fauzia Naseem shad 11 Nov 2023 · 1 min read दिल नहीं मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है। ख़्वाब देखा जो मैं ने झूटा है ।। यूँ ही तुम से ख़फ़ा नहीं हैं हम । दिल नहीं ए'तिबार टूटा है ।।... Hindi · ग़ज़ल 4 340 Share Dr fauzia Naseem shad 7 Nov 2023 · 1 min read मेरी ख़्वाहिश ने मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है । ख़्वाब देखा जो मैंने झूटा है ।। यूँ ही तुम से ख़फ़ा नहीं हैं हम । दिल नहीं एतिबार टूटा है ।।... Hindi · ग़ज़ल 3 375 Share Dr fauzia Naseem shad 7 Nov 2023 · 1 min read हमने माना अभी हम ने माना अभी अंधेरा है । पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मेल दिल में कोई नहीं रखना। दिल में रब का अगर बसेरा है ।। छीन लेता है साथ... Hindi · ग़ज़ल 2 562 Share Dr fauzia Naseem shad 26 Sep 2023 · 1 min read ज़िंदगी को इस तरह ज़िन्दगी को इस तरह थोड़ा जी भी लिया करो । हंसने के साथ थोड़ा रो भी लिया करो |। हो जाये कोई बात तो दर-गुज़र किया करो । गुस्से के... Hindi · ग़ज़ल 8 563 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Sep 2023 · 1 min read लौट कर वक्त ज़िक्र तेरा लबों पे क्या आया । चैन दिल को, फिर नहीं आया ।। खुद से बिछड़े न हम मिले खुद से । लौट कर वक़्त फिर नहीं आया ।।... Hindi · ग़ज़ल 7 495 Share Page 1 Next