Godambari Negi Pundir Tag: मुक्तक 63 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Godambari Negi Pundir 8 Sep 2021 · 1 min read 'शहरी जीवन' ‘शहरी जीवन’ शहरी जीवन भी क्या जीवन है ? जिंदगी तो बसती है सिर्फ गाँवों में। खुले आँगन के चौबारों में निर्भय होकर खेलना, खेतों की हरियाली में विचरना ,... Hindi · मुक्तक 1 848 Share Godambari Negi Pundir 20 Sep 2021 · 1 min read श्राद्ध श्राद्ध में करते तर्पण अर्पण, फल फूल भोजन सभी समर्पण। कपड़ा लत्ता चादर बिस्तर, चप्पल-जूते थाल कनस्तर। जीते जी रोटी दी न समय पर, पास न बैठे हो तुम पल... Hindi · मुक्तक 1 643 Share Godambari Negi Pundir 14 Nov 2021 · 1 min read 'प्याला' एक प्याला अदब से बैठा हुआ, राह तेरी ताकता रहा, ज़ालिम तूने जाते हुए भी, उससे कुछ नहीं कहा। मिठास मिश्री की घुली हुई थी, उबले हुए उस पानी में,... Hindi · मुक्तक 3 634 Share Godambari Negi Pundir 7 Dec 2021 · 1 min read 'अमीर-ग़रीब' सुनो कहानी अमीर और गरीब की, दुनिया के दो इंसानों के नसीब की। एक बदलता है दिन में कई वस्त्र , दूसरे को रहना पड़ता है निर्वस्त्र। एक फेंकता है... Hindi · मुक्तक 2 2 670 Share Godambari Negi Pundir 13 Nov 2021 · 1 min read 'मुक्तक' आँखें हैं चकाचौंध सी, ये मेरे रूबरू कौन है? कनक अंबर है लपेटे, बोलता यहाँ पर मौन है। श्याम सी जुल्फें बिखेरे,कातिलाना सी अदा, हे प्रकृति प्यारी मोहनी, मछरिया तू... Hindi · मुक्तक 2 571 Share Godambari Negi Pundir 5 Jan 2022 · 1 min read 'अपनापन' 'अपनापन' कितने अर्थहीन और खोखले थे तुम्हारे वो मर्मस्पर्शी शब्द! ज्यों मात्र किसी रंगमंच के लिए थे प्रयुक्त। जो पिघला गए थे मेरे मन को, छेदित कर गए थे नयनों... Hindi · मुक्तक 3 2 511 Share Godambari Negi Pundir 8 Aug 2021 · 1 min read 'साहित्य' 'साहित्य' वर्णों के पुष्प अंकुरित हो उठते, ले भावों का भार बोझिल हो झुकते। कलम दौड़ती स्याही संग हिल-मिल, तब रूप नए साहित्य के खिलते। कवि कल्पित मन गोते लगाता,... Hindi · मुक्तक 3 5 508 Share Godambari Negi Pundir 27 Jan 2022 · 1 min read 'तसव्वुर' तसव्वुर में तेरी कभी जीते रहे कभी मरते रहे, कभी हंसके कभी रोकेे आँखों में अश्क भरते रहे। हकीकत में जिन्दगी उतनी आसान कब होती है, तस्वीर आँखों में उतरी... Hindi · मुक्तक 518 Share Godambari Negi Pundir 11 Nov 2021 · 1 min read 'एहसास' तुम्हारे कुछ एहसास आज भी हैं मेरे पास... मेरी झूठी फ़िक्र, झूठे प्यार का जिक्र संभाला है मैंनें खास हर संदेश पर मेरे मौन न प्रश्न ही न प्रत्युत्तर मेरा... Hindi · मुक्तक 1 3 487 Share Godambari Negi Pundir 30 Nov 2021 · 1 min read 'विश्वास है' तुम्हारा बेवजह रूठकर जाना, दिल तक उतर न सका ए दोस्त। तुम्हारे रूठने पर मुझे आज भी यकीन नहीं है, अब भी तुम्हारे लिए एक खाली पन्ना छोड़ देती हूँ,... Hindi · मुक्तक 4 4 452 Share Godambari Negi Pundir 9 Aug 2021 · 1 min read 'मैंने देखा!' 'मैंने देखा' मैंने देखा उसे... उछलकर नंगे पाँव चलते हुए, तलवों को काँटों से बचाते हुए, तन का संतुलन बनाते हुए। फीके मैले वस्त्रों को कंटीली झाडिय़ों से बचाते हुए,... Hindi · मुक्तक 2 2 474 Share Godambari Negi Pundir 23 Nov 2021 · 1 min read 'तुम्हारी तरह' न जाने क्यों ?कोई अज़नबी अपना लगने लगता है, तुम्हारी तरह। न देखा न जाना, फिर भी याद आ जाना, कभी न कभी' और दिल का उसे तलाशना । तुम्हारी... Hindi · मुक्तक 6 6 512 Share Godambari Negi Pundir 26 Sep 2021 · 1 min read 'हमने कहा कि' 'हमने कहा कि' हमने कहा कि तेरा जाएगा क्या, इक पल को तू मुस्करा तो सही। वीरान सी इस जिंदगी में कभी, कोई फूल बगिया में खिला तो सही। कि... Hindi · मुक्तक 2 2 415 Share Godambari Negi Pundir 11 Nov 2021 · 1 min read 'कलम' ऐ कलम ! तुझको प्रणाम! थकती नहीं कभी, बस चलना तेरा काम। भूले से भी याद जो करते नहीं लिखदे एक ख़त आज तू उनके भी नाम ऐ कलम !... Hindi · मुक्तक 3 3 447 Share Godambari Negi Pundir 1 Oct 2021 · 1 min read 'एक सा तन-मन' 'एक सा तन-मन' तुम भी मानव, हम भी मानव। एक सा तन है, एक सा मन है। फिर क्यों दुर्व्यवहार करे जन-जन है। सब हँस के बिता लो, ये जो... Hindi · मुक्तक 413 Share Godambari Negi Pundir 11 Aug 2021 · 1 min read वो दिन जब तिनकों की छत और मिट्टी की दीवारें थी, गोबर से लिपा आँगन मेहमानों की कतारें थी। नीम की ठंडी छाँव थी नदिया में तैरती नाव थी, गोरी के सिर... Hindi · मुक्तक 2 2 360 Share Godambari Negi Pundir 13 Sep 2021 · 1 min read 'प्रहरी देश का' 'प्रहरी देश का' देखो अद्भुत प्रहरी बनकर,डटकर बैठा है सीमा पर। देश की आन-बान की ख़ातिर, जीता है प्राण हथेली पर रखकर। साक्षी हैं उसके ये पर्वत और नदिया, है... Hindi · मुक्तक 1 1 409 Share Godambari Negi Pundir 19 Dec 2021 · 1 min read 'संस्कार' 'संस्कार' मिले जिसे हो सुसंस्कार, वही करताआदर सत्कार। करो घर में सम्मान बड़ों का, छूकर पाँव करो नमस्कार। हो उम्र सयानी अगर किसी की, करना मत उसका तिरस्कार। आते हैं... Hindi · मुक्तक 2 2 389 Share Godambari Negi Pundir 26 Sep 2021 · 1 min read 'बेटी' हमारी बेटियाँ हमारी खुशियाँ..?????????? बेटी बंटती है इस घर से उस घर, पर घर कभी बेटी के नाम कहाँ बंटा? बेटी बाँटती है अपने सुख हमेशा, पर सुख कब बनता... Hindi · मुक्तक 362 Share Godambari Negi Pundir 25 Jan 2022 · 1 min read 'परिंदा' न बंदिशें न रंजिशें, बड़ी खुशहाल जिन्दगी है। जिधर चाहे उधर उड़े, चाहे जिधर उधर मुड़े। न ख़फ़ा किसी के होने की फिक्र, न किसी के बेवफ़ा होने का जिक्र।... Hindi · मुक्तक 367 Share Godambari Negi Pundir 3 Oct 2021 · 1 min read 'क्षमा प्रार्थना' सुई में धागा, लिए बैठी हूँ, कितने घाव, सिए बैठी हूँ। तुमसे क्या कहूँ,क्या न कहूँ, मैं दुख हजार, पिए बैठी हूँ। कर कृपा, दुख हरो दुःखभंजन, तुझ से विनती... Hindi · मुक्तक 359 Share Godambari Negi Pundir 17 Nov 2021 · 1 min read परिवर्तन रिश्ते सारे बदल गए समय की रफ़्तार में, संसार जैसे डूबा हो मोबाइल की धार में। बिछुड़ गई संकरी पगडंडियाँ पाँव तले की, भाई भतीजे घूमते अब बाइक और कार... Hindi · मुक्तक 1 353 Share Godambari Negi Pundir 7 Sep 2021 · 1 min read जिन्दगी लम्हा-लम्हा मुश्किल से गुज़र रही है जिन्दगी, रेत पर बलखाती फिसल रही है जिन्दगी। कभी तूफानों से टकराती है तानकर सीना, तो कभी दर्दे-ग़म से मचल रही है जिन्दगी। दुनिया... Hindi · मुक्तक 2 4 335 Share Godambari Negi Pundir 10 Feb 2022 · 1 min read 'लम्हे दर्द भरे' खूबसूरत लम्हें धीरे-धीरे निकल गए, समय की धार में जाने कब फिसल गए। तिनका-तिनका जोड़ा था तूफा़ं ले उड़ा, चट्टानों से अरमान बर्फ बन पिघल गए। मन जब लहूलूहान हुआ... Hindi · मुक्तक 2 3 325 Share Godambari Negi Pundir 1 Feb 2022 · 1 min read 'मन नहीं मानता' तुम सच में भाव शून्य हो गए हो या.... मात्र नाटकीयता है जो.... ओढ़ ली है तुमने जटाजूट श्रीफल जैसी बाह्य रूप में घोर कठोरता पर भीतर से तरल मिठास... Hindi · मुक्तक 1 316 Share Godambari Negi Pundir 6 Aug 2021 · 1 min read 'सौदागर' 'सौदागर' वो महबूब नहीं इक सौदागर था, दिल को बिल्कुल ये मालूम न था। उसकी बातें लगती थी जादू सी , पर अंतरमन छल से लिपटा था। दिल उसका चालाकी... Hindi · मुक्तक 1 2 315 Share Godambari Negi Pundir 5 Jan 2022 · 1 min read 'प्रतिबिंब' देखूँ जब दर्पण में चेहरा, मैं प्रतिबिंब हो जाऊँ। खुद को ही तुम मान-मानकर, मन अपना बहलाऊँ। देख तुम्हें कभी लगती लाज, कभी तड़पूँ नीर बहाऊँ। साज शृंगार करूँ तेरी... Hindi · मुक्तक 1 2 313 Share Godambari Negi Pundir 28 Oct 2021 · 1 min read 'खुशियों का दरवाजा' 'खुशियों का दरवाजा' खुलता द्वार खुशी का जाने कौन से देश लिखी है छोटी सी पाती भेजना है संदेश। घर मेरे भी पाहुन बनकर कभी तो आजा, मेरा कहना है... Hindi · मुक्तक 2 3 318 Share Godambari Negi Pundir 14 Sep 2021 · 1 min read 'हिन्दी दिवस' 'हिन्दी दिवस' देखो आया है हिन्दी दिवस, ओढ़ स्वर-व्यंजन का दुशाला। कहीं अ आ इ ई के मोती मानिक, तो कहीं क ख ग की झाला। अलंकार की बजा बांसुरी... Hindi · मुक्तक 1 300 Share Godambari Negi Pundir 13 Feb 2022 · 1 min read 'ठंड' आज ठंड कुछ ज्यादा है। सूर्य ने भी निकाला, अपना रथ आधा है। जमी है विचारों पर धुंध, अंधकार ने भी हम पर, निशाना अपना साधा है। चक्षु में हल्की... Hindi · मुक्तक 1 2 302 Share Godambari Negi Pundir 16 Aug 2021 · 1 min read अगर तुम खुशी से दिन जीवन के कट ही जाते, अगर तुम लौटके घर आ जाते। टूटा था ये दिल क्यों कभी हमारा, खोलकर दिल अपना तुम को बताते। रेत की दीवार... Hindi · मुक्तक 1 1 300 Share Godambari Negi Pundir 7 Dec 2021 · 1 min read 'खिदमत' 'खिदमत' अश्क किसी के आँखों में देखो अगर , पोंछ लेना उन्हें तुम अपना समझकर। पेट खाली कभी कोई दिख जाए तो , दो निवाले खिलाना तुम अपना समझकर। हर... Hindi · मुक्तक 1 2 301 Share Godambari Negi Pundir 4 Sep 2021 · 1 min read ग़म न कर खुश रहो,ग़म न करो, दिन दो की है जिन्दगानी। खून की रवानी, जिस्म की जवानी, ये सब हैं ज्यों बहता पानी। थम जाएगा बन समन्दर , ढह पड़ेगा तन का... Hindi · मुक्तक 1 2 274 Share Godambari Negi Pundir 29 Dec 2021 · 1 min read 'इंतजार है' ये इंतजार धुंध के छंटने का बादल के हटने का मंजिल तक पहुंचने का किसी के आने का ये इंतजार आख़िर कब खत्म होगा? आँसुओं के थमने का विचारों के... Hindi · मुक्तक 4 2 278 Share Godambari Negi Pundir 14 Nov 2021 · 1 min read 'हर एक' हर रात के पश्चात अवश्य ही उजाला होता है.... हर किसी का कोई न कोई चाहने वाला होता है.... हर किसी को किसी न किसी ने पाला होता है.... हर... Hindi · मुक्तक 1 276 Share Godambari Negi Pundir 10 Jan 2022 · 1 min read 'बात बने' दोबारा कभी तुम जो मुस्कराओ तो बात बने। हमसे कभी मिलने आओ तो बात बने। अंधेरे में नहीं उजाले में मिलने आओ तो बात बने। गैर समझ कर नहीं अपना... Hindi · मुक्तक 2 268 Share Godambari Negi Pundir 17 Jan 2022 · 1 min read 'बेवजह' मिलना तो था तुम से.. पर कैसे कहूँ... कहीं तुम ये न पूछ बैठो... किस लिए? क्या कहेंगे... हम को भी नहीं पता।। काम तो कुछ नहीं.. पर यों ही... Hindi · मुक्तक 1 1 265 Share Godambari Negi Pundir 21 Aug 2021 · 1 min read ईमान ईमान एक बेईमान सरे बाज़ार खड़ा था, सामने बोरों में बंद ईमान पड़ा था। न खरीदार था न ईमानदार था, सभी का ईमान ज़मीन में गढ़ा था। भरी भीड़ में... Hindi · मुक्तक 1 249 Share Godambari Negi Pundir 22 Aug 2021 · 1 min read ऐसा क्यों होता है? 'ऐसा क्यों होता है?' मन कभी बहुत कुछ सोचता है, बहुत कुछ कहना भी चाहता है। फिर क्यों ओढ़ लेता है मौन, रोक लेता उसे है बोलो कौन? शब्द जैसे... Hindi · मुक्तक 1 3 246 Share Godambari Negi Pundir 28 Feb 2022 · 1 min read 'नेता और कर्जदार' नेता और कर्जदार एक से होते हैं, वोट और पैसा लेते वक्त बेशर्म होते हैं। वोट पैसा जब मिल जाय इनको, न जाने किस बिल में जा सोते हैं। Hindi · मुक्तक 260 Share Godambari Negi Pundir 14 Jan 2022 · 1 min read 'रात' रात जानती है, उसने क्या- क्या नहीं देखा है अपनी आँखों से, कभी चाँद तारों के साथ कभी चाँदनी में तो कभी घनघोर अंधकार में। लुटती जनता मिटती आबरू, लहूलुहान... Hindi · मुक्तक 1 1 242 Share Godambari Negi Pundir 12 Jan 2022 · 1 min read 'तुम ही तुम' जहाँ भी देखूँ तुम ही तुम हो। कहीं धूप गुनगुनी हो, कहीं बर्फ का मौसम हो। कहींमद मस्त पवन हो, कहीं वसंत का मौसम हो। कहीं चाँद की चाँदनी हो,... Hindi · मुक्तक 2 2 247 Share Godambari Negi Pundir 18 Jan 2022 · 1 min read 'मन' नाव बनी है काग़ज की, चंचल मन पतवार। मांझी जग डोलता फिरे, फिर कौन लगाए पार। Hindi · मुक्तक 1 1 237 Share Godambari Negi Pundir 11 Dec 2021 · 1 min read 'तुम्हारी याद' तुम पहचान ना सके हमें! और तुम्हारी याद ने मेरे कण-कण में अपना बसेरा बना लिया है। हम तन्हा कहाँ है? तुम्हारा हमसे फासला बना लेना कोई मायने नहीं रखता... Hindi · मुक्तक 3 1 229 Share Godambari Negi Pundir 2 Dec 2021 · 1 min read 'हाय!ये टेलीकॉम' हाय !ये मुई टेलीकॉम कंपनियां दुहाई है दुहाई, पहले पहल मिठाई की दुकान खूब लगाई। युवाओं को लत पहले इन्होंने थी खूब लगाई, फ्री डेटा देकर दुनियाभर मेंआपस में ही... Hindi · मुक्तक 1 2 233 Share Godambari Negi Pundir 9 Nov 2021 · 1 min read *यादें* कुछ खूबसूरत यादें चाँद सी! लुकती-छिपती सी, मनघन बीच, मादकता दे जाती यादें चाँद सी! बूँद ज्यों ओस सी, बन उतरती नैनों में, भाव में ढलती गालों पर यादें चाँद... Hindi · मुक्तक 4 231 Share Godambari Negi Pundir 1 Dec 2021 · 1 min read 'उम्मीद' जिन्दगी के अनमोल पल गुजर गए। छोड़कर हमें वो उस पार निकल गए।। मुड़कर भी न देखा था उन्होंने हमको, या खु़दा हम उन्हें बुलाते ही रह गए ।। जुस्तजू... Hindi · मुक्तक 4 3 230 Share Godambari Negi Pundir 3 Jul 2022 · 1 min read 'शिव' (डमरु घनाक्षरी ) दहक दहक थल, बदन सदन झल, गरल लहर चल, सकल जगत पर। दरक दरक धर ,विकट विपद पर , छड़ तप शशि धर, विष घट रख कर। गटक गटक गट,... Hindi · मुक्तक 283 Share Godambari Negi Pundir 1 Jan 2022 · 1 min read 'उम्मीद' तुम आओगी इक शाम बडी़ उम्मीद है.. होंगे कुछ पल तेरे नाम बडी़ उम्मीद है.. भर जाएगा खेत-खलिहान बडी़ उम्मीद है.. ख्वाहिश होगी पूरी नादान बडी़ उम्मीद है.. महकेगा अपना... Hindi · मुक्तक 2 208 Share Godambari Negi Pundir 8 Feb 2022 · 1 min read 'सन्नाटा' खामोशियाँ भी बोलती हैं, पहले वो शब्द तोलती हैं। सन्नाटा बहुत शोर करता है, हर इंसान इससे डरता है। कोई है,जो तैरता है, तस्वीरों के रूप में। परछाईं बन चलता... Hindi · मुक्तक 203 Share Page 1 Next