कवि लोकेन्द्र ज़हर Tag: ग़ज़ल/गीतिका 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि लोकेन्द्र ज़हर 3 Apr 2021 · 1 min read हुनर आता नहीं सबको... दरम्यां दूरिया इतनी, न बढ़ने दे ज़हर, समन्दर छटपटा कर भी, किनारा छू नहीं पाये! लौटकर आयेगा वो शख्श,जब देखेगा आईना, कुछ पल तो ठहर क्या पता,आके लिपट जाये! ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 398 Share कवि लोकेन्द्र ज़हर 3 Apr 2021 · 1 min read हम नज़ाकत में हया की..... हम नज़ाकत में हया की उँगलियाँ दाबे रहे, वो मौहब्बत की कहानी गुफ्तुगू में कह गया ! चाँद कल मुंडेर पर सहमा हुआ आया नजर, जुगनुओं सा छिप छिपाता बादलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 343 Share कवि लोकेन्द्र ज़हर 29 May 2020 · 1 min read सांपों का जश्न जब शहर में मानसिक दासता का अँधेरा था! उस वक्त भी रौशनी से जगमग घर मेरा था !! एक अजब सा जश्न था साँपों का कल, सुना है बढ़ा ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 5 842 Share कवि लोकेन्द्र ज़हर 29 May 2020 · 1 min read वो सत्ता के चारण निकले...... कुछ मृत्यु के भय से ताला, देकर बैठे होठों पर ! कुछ दुनिया से विरक्त हुऐ, ईमान बेच कर नोटो पर! कितने वस्त्र हरण बाकी हैं, अभी और मानवता के,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 493 Share