Minal Aggarwal Tag: लघु कथा 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Minal Aggarwal 4 May 2022 · 1 min read खुशी की तलाश आज मैं कुछ ज्यादा ही परेशान थी। वजह कुछ खास नहीं बस ऐसे ही। आईने के सामने खड़े होकर खुद को निहारने लगी तो खुद को पहचान नहीं पाई। मैंने... Hindi · लघु कथा 1 193 Share Minal Aggarwal 18 May 2022 · 2 min read सोने की ईंट एक विधवा मां और उसके दो जवान बेटे अपनी गरीबी और तंगहाली से परेशान होकर एक पंडित के पास पहुंचे और उन्हें अपनी जन्मपत्री दिखाई। पंडित जी ने उन्हें समझाया... Hindi · लघु कथा 263 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read अपने बिछड़ों से मिलने यह एक सुंदर पहाड़ियों के बीच बसा गांव था, मेरे ही सुंदर सपनों की तरह मगर न जाने क्यों वीरान लग रहा था। प्रकृति की छटा निराली थी पर जीवन... Hindi · लघु कथा 363 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 2 min read एक मछुआरे का संकल्प जीवन में सपने बुनने का अधिकार सबको होता है। क्या कोई आदमी गर पैसे, ओहदे और रुतबे से दुनिया की नजरों में छोटा है तो क्या वह खुद के लिए... Hindi · लघु कथा 190 Share Minal Aggarwal 3 Feb 2022 · 1 min read प्रतिछाया मैं आज की रात सोते समय थोड़ी सी परेशान और उदास थी। कई बार जिन्दगी में बहुत खालीपन महसूस होता है और सर्द तन्हाइयों की स्याह काली रातें तो किसी... Hindi · लघु कथा 1 416 Share Minal Aggarwal 9 Feb 2022 · 1 min read एक महान योद्धा उसके तन का मकान उम्र के आखिरी पड़ाव पर खंडहर होने लगा था लेकिन उसके मन का मंदिर अनगिनत दीपकों की लौ की झिलमिलाती रोशनियों से जगमगा रहा था। उसकी... Hindi · लघु कथा 375 Share Minal Aggarwal 23 Feb 2022 · 1 min read हमेशा मुस्कुराऊंगी मां! तुम अभी तो थी। अभी तो हम दोनों इतनी आत्मीयता से एक दूसरे से कितनी ढेर सारी प्यार और रस भरी बातें कर रहे थे। यह एकाएक तुम मुझे... Hindi · लघु कथा 272 Share Minal Aggarwal 9 Mar 2022 · 1 min read अपनी बेटी इन हरी भरी वादियों में ही न जाने क्यों दिल को सुकून और मन को शांति मिलती है। धरती पर कहीं स्वर्ग है तो पहाड़ियों की मखमली गोद में ही... Hindi · लघु कथा 395 Share Minal Aggarwal 23 Mar 2022 · 1 min read खामोशी की एक चादर इस संकल्प के साथ वह घर के किसी कोने में पड़ी एक सामान सी ही एक बुत की शक्ल लिए चली जा रही थी। उसे देखकर ऐसा प्रतीत होता था कि उसने खामोशी की... Hindi · लघु कथा 190 Share Minal Aggarwal 6 Apr 2022 · 1 min read सदियों से बंद घर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि काली पथरीली पहाड़ियों से घिरे उस बस्ती के सारे घर जैसे सदियों से बंद हों। कभी खुलते ही न हों। उन्हें कोई खोलता ही... Hindi · लघु कथा 200 Share Minal Aggarwal 20 Apr 2022 · 1 min read परेशान मैं आज का मानव हूं जो कहना बहुत कुछ चाहता है पर कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं। कोई कुछ सुनना भी नहीं चाहता। किससे बाटूं मैं अपने... Hindi · लघु कथा 121 Share