DrLakshman Jha Parimal Tag: मुक्तक 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DrLakshman Jha Parimal 9 Jul 2021 · 1 min read “ फेसबूक के अनजाने दोस्त “ “ फेसबूक के अनजाने दोस्त “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ==================== किसी से हम यहाँ , मिलते नहीं हैं आपस में ! फिर भी है प्यार , हमें... Hindi · मुक्तक 3 1 548 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Aug 2021 · 1 min read "प्रचलन 'लाइक' का " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============= फुर्सत नहीं है आज हमको दिल के उदगारों को उकेरने का हमें तो 'लाइक' का मंत्र आ गया है ! हो कोई दुःख... Hindi · मुक्तक 3 1 262 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Aug 2021 · 1 min read “ कविओं के स्वर्णिम युग “ डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ==================== पहले विषयों का अभाव होता था , शब्द नहीं मिलते थे ! राग नहीं मिलते थे ! रस सारे के सारे सूख गए थे... Hindi · मुक्तक 2 2 241 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Aug 2021 · 1 min read " व्हाट्सएप की वितृष्णा " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== व्हाट्सएप के ..रंगमंचों में , एक परम्परा ..बन गयी है ! दूसरे के पोस्टों ..को पोस्ट, करने में घमासान मच गई है !... Hindi · मुक्तक 2 3 394 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Jul 2021 · 1 min read “ मित्रता की दीवार “ “ मित्रता की दीवार “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================ मित्रता में जब तक विचारों का मेल नहीं होगा तब तक मित्रता बैसखियों पर रेंगती चलती रहेगी !... Hindi · मुक्तक 2 221 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Aug 2021 · 2 min read “ जन -गण नायक “ डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ===================== बहुत कुछ लिखना चाहता हूँ पर कोई पढ़ता ही नहीं कुछ कहना चाहता हूँ पर कोई सुनता ही नहीं !! आँखें धुँधली सी... Hindi · मुक्तक 2 369 Share DrLakshman Jha Parimal 29 Jul 2021 · 1 min read " हमारी प्यारी विविधता " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================= विविधता से रूप निखरता है नित नये अंदाज मेँ जीवन सँवरता है !! ग्रीष्म के ताप से खलवली मच जाती है फिर वर्षा की... Hindi · मुक्तक 1 363 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jul 2021 · 1 min read " आँसू पोंछने वाला कोई नहीं" " आँसू पोंछने वाला कोई नहीं" ================= हमारे बोलने से भला क्या होगा कोई सुनने वाला तो चाहिए , हम रोते हैं वीरानों में हिचकियां कर -करके पर आँसू पोंछने... Hindi · मुक्तक 1 265 Share DrLakshman Jha Parimal 4 Aug 2021 · 1 min read " समय " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============== समय सबको एक जैसा ही मिला है युग पुरुष निर्माण की ही बातें सोचते हैं अपने कोशिशों से नयी कोई श्रृष्टि रचते हैं... Hindi · मुक्तक 1 157 Share DrLakshman Jha Parimal 4 Aug 2021 · 1 min read " मेघ " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== "कभी तू बनता कोमल पंकज , मंदिर बनता और भब्य महल ! कभी लगता है तू बन गया विशाल स्वर्ग का स्वेत शिखर... Hindi · मुक्तक 1 418 Share DrLakshman Jha Parimal 5 Aug 2021 · 1 min read "रिश्ते की डोर " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =========== नयी मित्रता की ओर बढ़ रहे हैं फेस बुक के पन्नों में नये दोस्त ढूंढ़ रहे हैं ! प्रकृति का नियम ही है बदलना... Hindi · मुक्तक 1 249 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Aug 2021 · 1 min read " पुरुषार्थ " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ======= पुरुषार्थ दृढ़ प्रतिज्ञा मनुष्य का कवच है भूले हुए पथ को निकाल लेता है, मेघ को चीर वर्षा को धरा पर लाता है,... Hindi · मुक्तक 1 219 Share DrLakshman Jha Parimal 7 Aug 2021 · 1 min read " ज्वारभाटा मित्रों का " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =============== एक होड़ सी मच गयी है मित्रता की दौड़ में ! किसके पाले में कितने दोस्त हैं किसके फेसबुक में !! कितने लोग हैं... Hindi · मुक्तक 1 1 159 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Aug 2021 · 1 min read " दृष्टिकोण " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============== हम अपने विचारों को रखते हैं , अपनी कल्पनायों के तार बुनते हैं !! सत्य को दरसाके धरा पर उतारते हैं ! सत्य... Hindi · मुक्तक 1 347 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Aug 2021 · 1 min read “ क्षितिज को अपना घर बनाएंगे “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =============== कल्पना नहीं हकीकत में हमें पंख लग चुके हैं , चलो ज़मीं से दूर चलो जहाँ ना बंदिशें कोई नहीं है धर्मं का... Hindi · मुक्तक 1 1 364 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read "असहिष्णुता " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============= कहाँ है असहिष्णुता किसे है तकलीफ इन शब्दों से ? हम मर्यादाओं में ही तो सिमटे हुए हैं ! मर्यादा में ही रहकर... Hindi · मुक्तक 1 344 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read "व्यवहारिकता" डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ----------------------- नाचि लिअ अपने ताले, अहंकारक पर्वत पर बैस जाऊ, लोग कें चिनह मे आनाकानी करैत रहू , समाजक कर्त्तव्य सं कात- कात आहां रहू... Hindi · मुक्तक 1 171 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read " अकाट्य सत्य से साक्षात्कार " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================ हम बड़ी -बड़ी बातें करते हैं , अपने विचारों , लेखों को , लिखकर , किताबों की शक्ल में उसे ढाल देते हैं !... Hindi · मुक्तक 1 718 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Sep 2021 · 1 min read “ करवाँ “ डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” =============== बहुत देर रुक गए , कमर कस के रणक्षेत्र में उतर जाएंगे ! अपने अधिकारों को पाना भला कौन रोक सकता है ?... Hindi · मुक्तक 1 354 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Sep 2021 · 1 min read " क्षितिज " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============== सब दिन सोचता हूँ अपने परिंदे को खुले आकाश में छोड़ दूँ और उड़ने दूँ पंख फैलाये ! अपनी कल्पनाओं को साकार कर... Hindi · मुक्तक 1 229 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Sep 2021 · 1 min read “ इतिहास “ डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================ परिसीमन ,अधिग्रहण नाम का परिवर्तन से इतिहास नहीं बदले जाते हैं ! भेद – भाव वैमनष्यता असहिष्णुता ,अकर्मण्यता अपंगता ,असंतुलन से मानवता बदल जाते... Hindi · मुक्तक 1 234 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Sep 2021 · 1 min read " अपना धुन अपनी मंजिल " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== हमें नहीं आता कुछ छुपाना ह्रदय के तंत्र को झकझोर एक नयी रौशनी को जन्म देता हूँ ! यदा -कदा कल्पना के तार... Hindi · मुक्तक 1 168 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Sep 2021 · 1 min read " हमारे लोग ...हमारी जमीन " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल " =============== हम बड़ी -बड़ी बातें करते हैं , अपने विचारों , लेखों को , लिखकर , किताबों की शक्ल में उसे ढाल देते हैं ! दुनियां... Hindi · मुक्तक 1 169 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Sep 2021 · 1 min read "स्वर्णिम युग आया हम लोगों का " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ====================== बड़ा ही घमंड हो गया था पांच सौ और एक हजार के नोटों को बहुत इतराते थे जहाँ देखो पार्टिओं में ,उपहारों में ,... Hindi · मुक्तक 1 137 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Sep 2021 · 1 min read "सौगात " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” ============== मंत्र मृदुलता का हम दुहराते नहीं झूठे आवरण को हम ओढ़े फिरते हैं आशा करते हैं हमें सब आदर दें सम्मान दें मेरी... Hindi · मुक्तक 1 195 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Sep 2021 · 1 min read "रिश्ते की डोर " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” ============== नयी मित्रता की ओर बढ़ रहे हैं फेस बुक के पन्नों में नये दोस्त ढूंड रहे हैं ! प्रकृति का नियम ही है... Hindi · मुक्तक 1 163 Share DrLakshman Jha Parimal 29 Sep 2021 · 2 min read " निर्भीक राष्ट्र " डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ” ============= जब हम नन्हें बालक हुआ करते थे तो हम.अपने बुजुर्गों की तीखी नजरों के सामने रहा करते थे. उनकी पेनी निगाहें हमारी छोटी -छोटी गलतिओं... Hindi · मुक्तक 1 299 Share DrLakshman Jha Parimal 7 Oct 2021 · 1 min read “ मन की बात “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ============ लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह भी डालें सबको , कोई भी नहीं समझता है !!... Hindi · मुक्तक 1 4 218 Share DrLakshman Jha Parimal 9 Oct 2021 · 1 min read “ जरा संभल जाओ “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================ वो जमाना ही ना रहा जब लोग एक दूसरे को सुनते थे ! प्यार से प्यार की भी बातें होती थी ! अच्छी... Hindi · मुक्तक 1 4 246 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jul 2021 · 1 min read “ लोगों ने हमें फुद्दू बना दिया “ ( व्यंग ) एक कविता को शृंगारिक परिधानों से सँवारा कविता को प्रियतमा का रूप दिया उसके सौदर्य को सजाया , उनके नख -शिख का वर्णन किया !! उनकी मांग को सिंदूर और... Hindi · मुक्तक 1 1 224 Share DrLakshman Jha Parimal 26 Jul 2021 · 1 min read " मेरी कविता मुझसे बोल पड़ी " डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =================== मैं लेटा था ...मैं सोया था , मेरी आँखें कुछ क्षण बंद हुई ! कभी उस करवट कभी इस करवट, मेरी निंद्रा मुझसे... Hindi · मुक्तक 1 429 Share DrLakshman Jha Parimal 28 Jul 2021 · 1 min read " विकास से बँचित " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================== कुछ दिन हुए , विकास का ढोल बजा , खुशियाँ मनायी गयी , जश्न मनाये गये ! कोई भूखा नहीं रहेगा, रोजगार मिलेगा... Hindi · मुक्तक 1 459 Share DrLakshman Jha Parimal 25 Jul 2021 · 1 min read " सिसकता सम्बन्ध " " सिसकता सम्बन्ध " डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =============== हमें एक अद्भुत नायाब तोहफा मिल गया है ! सम्पूर्ण विश्व में हमारा जलवा छा गया है !! हम... Hindi · मुक्तक 1 353 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jul 2021 · 1 min read " समय " " समय " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============== समय सबको एक जैसा ही मिला है युग पुरुष निर्माण की ही बातें सोचते हैं अपने कोशिशों से नयी कोई... Hindi · मुक्तक 1 334 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Jul 2021 · 1 min read "हमारी कल्पना ..हमारी कविता " "हमारी कल्पना ..हमारी कविता " डॉ लक्ष्मण झा ' परिमल " ===================== आप यूँ छम से आ गयीं कल्पना हमारी साकार हो गई ! अब हमें शब्दों के जालों से... Hindi · मुक्तक 1 1 189 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jul 2021 · 1 min read " शाश्वत कविता " " शाश्वत कविता " ============= कविताओं में अनेक विधाओं का सामंजस्य होता है, कभी रस का प्रयोग, कवि के कल्पनाओं के कलमों से कविता की कला निखरती है !! अलंकार... Hindi · मुक्तक 1 1 557 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Jul 2021 · 1 min read “ सत्यम ,शिवम ,सुंदरम “ “ सत्यम ,शिवम ,सुंदरम “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ============== कान मेरे दुखने लगे किसी ने कहा तुम ऐसे लिखो , किसी ने जोर दिया कहानियों में नायक... Hindi · मुक्तक 1 197 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Jul 2021 · 1 min read " नयी प्रेरणा " " नयी प्रेरणा " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================== लो आज कर रहा हूँ मैं अपनी प्रेरणा का हेर -फेर न ह्रदय का हेर -फेर न कल्पना का हेर... Hindi · मुक्तक 1 4 406 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 1 min read “ मेरी लालसा “ “ मेरी लालसा “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ============== शब्दों को क्यारियों से चुन- चुन कर कविता की माला हम बनाएंगे ! सहज रंग -विरंगे फूलों की खुसबू... Hindi · मुक्तक 263 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read " घरक शोभा ..हमर आँगन " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ==================== शहर बनि गेल अट्टालिका मे हम रहऽ लगलहूँ घरक शोभा 'आँगन ' लुप्त भऽ गेल पावनि तिहार चोडचन पूजा सब शयनकक्ष मे सनिहा गेल... Hindi · मुक्तक 182 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 1 min read रिश्ते की डोर नयी मित्रता की ओर बढ़ रहे हैं फ़ेसबुक के पन्नों में नये दोस्त ढूंढ़ रहे हैं ! प्रकृति का नियम ही है बदलना और आगे चलना ! कभी भी इस... Hindi · मुक्तक 263 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 1 min read उतार-चढ़ाव की मित्रता हम भी अपने मित्रों के करीब रहकर एक आशीयाना बनाना चाहते हैं ! हम भी एक चाहत के घरौदों को मिल के सजाना चाहते हैं !! सोचकर हम भी निकले... Hindi · मुक्तक 394 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 1 min read " विचित्र परिपाटी " " विचित्र परिपाटी " ============= फेसबुक के माध्यम से हम लाखों से जुड़ जाते हैं , अपने विचारों , अपनी भावनाओं को लोगों तक पहुँचाते हैं !! हमें यह ज्ञात... Hindi · मुक्तक 162 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Sep 2021 · 1 min read “ कवि की कविता “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =============== कुछ दिनों से मेरी कविता मुझसे रूठ गई कानों में मीठे बोल बोले अपनी उंगलियों से उनके बालों को सहलाया और उन्हें गुदगुदाया... Hindi · मुक्तक 403 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Sep 2021 · 1 min read " पुरनका विवाह " { व्यंग } डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =========== हमर व्याह कहिया भेल माथ कुदिअबैत रहलहूँ स्मरण नहि भेल ! घरवाली सं पुछलियनि त कहलनि - "सभा सं भेल छल मास त आषाढ... Hindi · मुक्तक 208 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Sep 2021 · 1 min read "ढोल " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============== आहाँ सब जे लिखैत छी , अपना ला लिखैत छी ! पढ़ैत छी बाबू अपना ला , धरि नीक आहाँ करैत छी !! उपराग... Hindi · मुक्तक 151 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jul 2021 · 1 min read " समर्पण " " समर्पण " ( डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ) ================ मैं आपकी आरती उतारूँगी , फूलों से घर को सजाऊँगी ! आ जाएँ घर एक बार सजन , मैं... Hindi · मुक्तक 179 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jul 2021 · 1 min read “ कविता मेरी जान से प्यारी “ “ कविता मेरी जान से प्यारी “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =============== सुना था , उलझनों में , कविता भी गुम हो जाती है ! लाख उनको ,... Hindi · मुक्तक 296 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jul 2021 · 1 min read “ नींद “ “ नींद “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ============= जब शब्द नहीं मिलते विषयों का चयन नहीं होता लय और सुर के तार बिखर जाते हैं तो नींद बहुत... Hindi · मुक्तक 176 Share DrLakshman Jha Parimal 1 Oct 2021 · 1 min read " प्यार का उपहार लो " डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ” ================ आप स्वतंत्र हैं अपने विचारों को रखने में ! आप अपने प्रतिभाओं को न जकड़ें बेडियों में !! पर हमें यह ज्ञान हो, मृदुलता की... Hindi · मुक्तक 196 Share Page 1 Next