Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2021 · 2 min read

“ जन -गण नायक “

डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
=====================
बहुत कुछ
लिखना चाहता हूँ
पर कोई पढ़ता
ही नहीं
कुछ कहना चाहता हूँ
पर कोई
सुनता ही नहीं !!
आँखें धुँधली सी
हो गई है ,
सबकी आँखों में
पतला सा
माँस का परत
जम गया है !
डॉक्टर कहते हैं
यह पुराना
रोग “टेरिजम”
हो गया है !!
बहाना तो अब
हमें मिल गया है ,
कोई कुछ भी लिखे
हमें क्या करना है ?
आवाजें उठती हैं
चीखें बेबसी की
दसों दिशाओं में
फैलती है !!
पर हम बधिर
बन गए हैं ,
“ ब्लू टूथ “ के यंत्रों
को अपने कानों में
लगा रखे हैं !!
मुझे किसी की
व्यथाओं से क्या लेना ?
किसी का रोजगार
छूट जाए तो क्या करना ?
किसी को
दो वक्त की रोटी
नहीं मिले तो
क्या कर सकते हैं ?
मंहगाइयों की मार से
कमर टूट जाए
तो हम क्या कर सकते हैं ?
हमें बिठाया है
सिंहासन पर
मुकुट नेतृत्व का
पहनाया है ,
हम अकर्मण्य बन भी
गए तो क्या होगा ?
फिर भी हमें
सबने अपनाया है !!
और देशों में
वहाँ के लोग
उनकी कार्यशैली
को देख कर रखते हैं !
पर यहाँ की बात
कुछ और है ,
पाँच सालों में
अपने देश तक
को बेच सकते हैं !!
दर्द का एहसास
उसी को होता है ,
जो सुईयों की चुभन को
दिन- रात सहता है !!
जगह का नाम बदलने से
वहाँ की तस्वीर
नहीं बदलती है !
वहाँ कुछ काम
हो अद्भुत
तभी कुछ बात बनती है !!
अभी भी वक्त है
कुछ काम करने का ,
व्यथा ,दर्द और ग्लानि
से सबों को
मुक्त करने का !!
तभी इतिहास हमको
सदा ही याद
करता रहेगा !
हर जमाने में
हमारी कृतियों
का यशगान
सदा होता रहेगा !!
=============
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखण्ड
भारत
10.08.2021.

Language: Hindi
2 Likes · 368 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"संयम की रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
मित्रता तुम्हारी हमें ,
मित्रता तुम्हारी हमें ,
Yogendra Chaturwedi
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
.....★.....
.....★.....
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*हमारा विनाश कव शुरू हुआ था?* 👉🏻
*हमारा विनाश कव शुरू हुआ था?* 👉🏻
Rituraj shivem verma
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
वर्तमान
वर्तमान
Shyam Sundar Subramanian
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय
Shekhar Chandra Mitra
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
ਮਿਲੇ ਜਦ ਅਰਸੇ ਬਾਅਦ
Surinder blackpen
कहो जय भीम
कहो जय भीम
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
खरा इंसान
खरा इंसान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
Sanjay ' शून्य'
किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होत
किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होत
विमला महरिया मौज
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
गुमनाम 'बाबा'
आया तेरे दर पर बेटा माँ
आया तेरे दर पर बेटा माँ
Basant Bhagawan Roy
गर्व की बात
गर्व की बात
इंजी. संजय श्रीवास्तव
दूर जाना था मुझसे तो करीब लाया क्यों
दूर जाना था मुझसे तो करीब लाया क्यों
कृष्णकांत गुर्जर
गलत और सही
गलत और सही
Radhakishan R. Mundhra
अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद
अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
Desert fellow Rakesh
- शेखर सिंह
- शेखर सिंह
शेखर सिंह
■ आज का संकल्प...
■ आज का संकल्प...
*प्रणय प्रभात*
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Mamta Singh Devaa
जग जननी है जीवनदायनी
जग जननी है जीवनदायनी
Buddha Prakash
क्या देखा
क्या देखा
Ajay Mishra
2674.*पूर्णिका*
2674.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...