Dipak Kumar "Girja" Tag: गीत 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dipak Kumar "Girja" 25 May 2024 · 1 min read आवाज़ कभी-कभी ख्यालों में आता है कोई साया, उजड़ी हुई रातों में जगाता है कोई साया। फूलों की तरह ख्वाब भी मुरझा गए हैं अब, यादों के चमन में बहलाता है... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 117 Share Dipak Kumar "Girja" 25 May 2024 · 1 min read पहला इश्क मुस्कुराहटों पे उनके जान निसार था कैसे मैं बताऊँ, उनसे कितना प्यार था दिल के ज़र्रे ज़र्रे में बसे हुए थे वो कैसे मैं भुलाऊँ, वो तो पहला प्यार था... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 128 Share Dipak Kumar "Girja" 23 May 2024 · 1 min read हमारा प्यार मोहब्बत के समंदर में चलो डुबकी लगाते हैं वो हमको आजमाते हैं हम उनको आजमाते हैं कोई कश्ती नहीं होगी कोई मांझी नहीं होगा चलो डूबोगे तुम पहले या हम... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 81 Share Dipak Kumar "Girja" 23 May 2024 · 1 min read पहला प्यार इश्क हुआ जब पहली दफा छुप छुप के इशारा करते थे खाना पीना दुस्वार हुआ यादो से गुजारा करते थे किस गली से गुजरेगी, किस राह से जाएगी यारो के... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 111 Share Dipak Kumar "Girja" 23 May 2024 · 1 min read एकतरफ़ा इश्क प्यार हमने किया प्यार तुमने किया फिर तड़पना हमारे मुक्क़द्दर में क्यों तुम रहे लूटते महफ़िलो को मज़े और हम डूबे ग़म के समंदर में क्यों प्यार हमने किया ----... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 95 Share Dipak Kumar "Girja" 23 May 2024 · 1 min read दिल्लगी नज़र ना मिलाओ झुकाके यू नज़रे तुम्हारी नज़र है बड़ी खूबसूरत कहीं क़त्ल दिल का ना हो जाए मेरे मुझे तुम बचाना ,मुझे तुम बचाना बहके कदम है ओ जालिम... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 132 Share