धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" Language: Hindi 92 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 10 Jul 2016 · 1 min read *सोच-विचार* जीवन के हर पहलू पर करिए सोच-विचार पथ है ये कांटों का तुम रहना होशियार जग में तुम हर इक पग रखना सम्भल-सम्भल फूलों सी है ज़िंदगी करो न इसको... Hindi · मुक्तक 376 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 7 Jul 2016 · 1 min read *ज़िन्दगानी के मुसाफिर* खुशबू को बिखराता जा इस जग को महकाता जा ज़िन्दगानी के मुसाफिर आगे कदम बढ़ाता जा *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 1 346 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 7 Jul 2016 · 1 min read *अब जी लो* अब जी लो तुम जी भर कर ये समां नहीँ फिर आयेगा बीता पल इस जीवन में फिर लौट कहाँ से पायेगा दौर गमों का जो छाया कायम ना रह... Hindi · कविता 539 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 5 Jul 2016 · 1 min read *किसी से कभी कोई वादा न कीजे* किसी से कभी कोई वादा ना कीजे वादा तो इक दिन निभाना पड़ेगा कांटों से भरिये ना गैरों का दामन खुद का भी पहलू बचाना पड़ेगा सांसो ने सबको ही... Hindi · गीत 613 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 4 Jul 2016 · 1 min read *दोहे* मंदिर -मस्जिद का सदा, अजब निराला रंग! करनी पर इंसान की, रब भी अब हैं दंग!! नेता हैं जो देश के, देते सबको त्रास! गै़र सभी इनके लिये, ये कुरसी... Hindi · दोहा 1 596 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 4 Jul 2016 · 1 min read *गम को जब से हमदम माना* गम को जब से हमदम माना छाया है इक समां सुहाना माँ शारदे की कृपा बरसी पाया है अनमोल खज़ाना *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 259 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 2 Jul 2016 · 1 min read *दिल में सबके प्यार हो* दिल में सबके प्यार हो ! कोई ना तकरार हो !! वैर का ना हो निशाँ! खुशियों की भरमार हो!! ग़म की ना दरकार हो! जीना ना दुश्वार हो!! पतझड़... Hindi · गीत 1 260 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 28 Jun 2016 · 1 min read *रिश्तों के आगे* छोटी 'सी' ज़िन्दगानी है लौट नहीँ फ़िर आनी है रिश्तों के आगे प्यारों धन-दौलत बेमानी है *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 1 1 283 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 28 Jun 2016 · 1 min read *बदलाव की आँधी* चले बदलाव की आँधी खुशी चहुंओर छाएगी धरा ये एक है सारी यही आवाज़ आएगी मिटें सब दूरियाँ दिल की हमारी ये तमन्ना है हमारी शान में दुनिया हसीं फ़िर... Hindi · मुक्तक 653 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 18 Jun 2016 · 1 min read *रिश्तों का अहसास* रिश्तों का पावन अहसास भर देता है इक विश्वास बुझे हुए मन दीपक में जग सी जाती फ़िर से आस *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 293 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 18 Jun 2016 · 1 min read *हकीक़त का सामना* सामना हकीकत का जो करते हैं फ़िर कहाँ खयालों में जिया करते हैं सुहानी हो जाती है हर इक डगर प्रभु खुद उनकी मदद किया करते हैं *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 414 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 15 Jun 2016 · 1 min read *नारी का सम्मान* नारी का सम्मान करो भूल से न अपमान करो मन से समझो इसको तुम मुख से मत गुणगान करो *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 303 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 15 Jun 2016 · 1 min read *आज़ का सच* भोली-भाली सूरत होती काली लेकिन सीरत होती हो अंतर में शैतान बसा घर में रब की मूरत होती *धर्मेंद्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 430 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 14 Jun 2016 · 1 min read *वीरों का गान* दिल में इनके हरदम बसता प्यारा हिंदुस्तान है जान लुटाते ये सीमा पर अजब निराली शान है दुश्मन को ललकारें ये चौड़ा सीना तान के सब लोगों की जुबां है... Hindi · मुक्तक 571 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 14 Jun 2016 · 1 min read *मीरा* मीरा थी इक प्रेम दीवानी चाहत उसकी अजब नूरानी अपनी सच्ची प्रीत के कारण गाथा है वो एक सुहानी *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 401 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 14 Jun 2016 · 1 min read *मीत बना ग़म* सबके दिल में जो जीते ज़ख्म जिया के जो सीते मीत बना ग़म है उनका आँसू जग में जो पीते Hindi · मुक्तक 396 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 13 Jun 2016 · 1 min read *पहचान* खुद को जिसने जाना है ! खुदा को उसने जाना है !! अपना सबको माना है ! फ़िर कोई नही बेगाना है !! खुद को जिसने जाना है खुदा को... Hindi · गीत 590 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 12 Jun 2016 · 1 min read *पेड़* जीवन का श्रँगार पेड़ हैं संकट की पतवार पेड़ हैं बिन इनके है सब कुछ सूना हर सुख का आधार पेड़ हैं *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 275 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jun 2016 · 1 min read *खुद को जिसने जाना है* खुद को जिसने जाना है ! खुदा को उसने जाना है !! अपना सबको माना है ! फ़िर कोई नही बेगाना है !! खुद को जिसने जाना है! खुदा को... Hindi · कविता 401 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jun 2016 · 1 min read *सीख* ऐ सुमन मुरझा नहीँ तू मुस्कुराना सीख ले मन चमन घबरा नहीँ तू खिलखिलाना सीख ले प्रीत का पलड़ा रहा है हर घड़ी ही डोलता वैर को अपने सदा ही... Hindi · मुक्तक 1 273 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jun 2016 · 1 min read *रहमत* कदम तेरी चौखट पर जब सेरखा है आसमां से भी ऊंचा मेरा सर लगता है तेज आँधियाँ है, फिर भी मैं रोशनहूँ ये सिर्फ तेरी रहमतों का असर लगता है... Hindi · मुक्तक 524 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 9 Jun 2016 · 1 min read *मानसून* आसमान में बादल छाए वसुधा मनहर राग सुनाए है झूम रहा खुशियों में मन बरखा के अब दिन हैं आए *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 298 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 8 Jun 2016 · 1 min read *आपा-धापी* दौलत की आपा-धापी में ईश्वर तो है भूल गया चहुंओर है झूठ का राज सच का पलड़ा झूल गया नैतिकता की सारी बातें सिर्फ किताबों में सिमटी नश्वर जग की... Hindi · मुक्तक 306 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 7 Jun 2016 · 1 min read *जीवन* उमंगों का त्यौहार है जीवन मधुरिम सा इक प्यार है जीवन जी भर इसको तुम जी लो ईश्वर का उपहार है जीवन *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 314 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 7 Jun 2016 · 1 min read *बेटी की विदाई* बसंती ओढ़ कर चूनर सजी ससुराल जाती है कली बन फूल गुलशन को सुगंधी से सजाती है सभी का मन लुभाती सी सुहानी हर अदा इसकी गमों का दौर जब... Hindi · मुक्तक 529 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 7 Jun 2016 · 1 min read *विधाता छंद*मापनी-1222 1222 1222 1222 ऐ सुमन मुरझा नहीँ तू मुस्कुराना सीख ले मन चमन घबरा नहीँ तू खिलखिलाना सीख ले प्रीत का पलड़ा रहा है हर घड़ी ही डोलता वैर को अपने सदा ही... Hindi · मुक्तक 1k Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 6 Jun 2016 · 1 min read *प्रेम रतन* जग में कायम शान रखिए खुद से भी पहचान रखिए प्रेम रतन को बाँट - बाँट सबसे दुआ सलाम रखिए *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 638 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 4 Jun 2016 · 1 min read *कलम से सिर कलम कर दो* जुबां से तुम वफा कर लो सुनो दिल के तरानों को भुला कर वैर तुम सारे मिटा डालो फसानों को वतन भी है तरसता सा हिफाज़त का नशा हो अब... Hindi · मुक्तक 1 602 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 3 Jun 2016 · 1 min read *विश्वास* जब विश्वास अटल होता उजला हर इक पल होता हर मुश्किल बनती आसां ज़ीवन ये सफल होता *धर्मेंद्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 501 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 3 Jun 2016 · 1 min read *रहमत* सहरा भी गुलज़ार हैं होते दरिया ग़म के पार हैं होते खुदा की होती जब है रहमत उन्नति के आसार हैं होते *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 542 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 3 Jun 2016 · 1 min read *प्रेरक* हर ग़म में जो मुस्काते हैं खुशियों के नगमे गाते हैं तोड़े मन के सारे बंधन इक नया सवेरा पाते हैं Hindi · मुक्तक 511 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 2 Jun 2016 · 1 min read *क्यूं* कर रहा क्यूँ आदमी अभिमान है जब ठिकाना आखिरी शमशान है चार दिन की चाँदनी है सब यहाँ बन पड़ा फ़िर आज क्यूँ शैतान है आजकल इंसान ही क्यूँ गुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 443 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 1 Jun 2016 · 1 min read *मन मयूर* खुशियों का मौसम आया है सुखों का आलम छाया है मन मयूर ने चहक चहक कर इक मधुरिम राग सुनाया है *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 462 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 31 May 2016 · 1 min read *विरह वेदना* नयन मेरे निहारें पथ सुहाने गीत गाओ तुम खिलें फिर फूल गुलशन में लगन ऐसी लगाओ तुम सजा कर चाँदनी दिल में गये जाने कहाँ पर हो अधर हैं सूर्य... Hindi · मुक्तक 1 754 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 31 May 2016 · 1 min read *दोस्ती* दोस्ती का रिश्ता कभी पुराना नहीँ होता ख़त्म कभी भी ये अफ़साना नहीँ होता बड़ी पाकीज़गी है इसमें पाई, वरना आज हमारे लबों पर ये तराना नहीँ होता *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 1 1 724 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 31 May 2016 · 1 min read *प्रेरक* मायूस होके न यूँ साँझ की तरह ढलते रहिये भोर है ज़िंदगी सूरज की तरह निकलते रहिये पथ की सारी मुश्किलें हैं आसां बन जाती साथियों जीवन पथ पर हमेशा... Hindi · मुक्तक 1 1k Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 30 May 2016 · 1 min read *इरादों में तुम रखना जान* इरादों में तुम रखना जान और मुट्ठी में आसमान हर मुश्किल के ही आगे,लेना अपना सीना तान ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: राहें तेरी मीत बनेंगी,आगे बढ़ने की लो ठान मुमकिन है तेरे लिये... Hindi · गीत 387 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 30 May 2016 · 1 min read *मुकद्दर* मुकद्दर जहाँ में उसी का हुआ है खुद पे ही जिसने भरोसा किया है जो भी चला है कांटों के पथ पर फ़ूलॊ का ही फ़िर बिछौना हुआ है हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 488 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 30 May 2016 · 1 min read मुक्तक अम्बर को चूमे है बेटी ग़म में भी झूमे है बेटी घर के सूने से आँगन में बन पुरवा घूमे है बेटी Hindi · मुक्तक 471 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 30 May 2016 · 1 min read *नारी का सम्मान* नारी का सम्मान करो भूल से न अपमान करो मन से समझो तुम इसको मुख से मत गुणगान करो *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 426 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 May 2016 · 1 min read *हवा का झोंका* मस्त हवा का झोंका आया लहराया फ़िर है बलखाया :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: वसुधा नाची झूम-झूम कर अम्बर ने भी गान सुनाया ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: महक उठा है मन का उपवन खुशबू को इसने बिखराया... Hindi · कविता 305 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 May 2016 · 1 min read *बेटी* बेटी नहीं है कोई बोझ फिर क्यूँ कोख में मरे ये रोज? ईश्वर का वरदान है बेटी सकल गुणों की खान है बेटी मात-पिता की जान है बेटी बेटों से... Hindi · कविता 503 Share Previous Page 2