हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
किसी ज्योति ने मुझको यूं जीवन दिया
कुछ तो अच्छा छोड़ कर जाओ आप
जिस तरह मनुष्य केवल आम के फल से संतुष्ट नहीं होता, टहनियां भ
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
शुगर रहित मिष्ठान्न (हास्य कुंडलिया)
सत्य न्याय प्रेम प्रतीक जो
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
💐प्रेम कौतुक-278💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
अफ़सोस का एक बीज़ उगाया हमने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)