Buddha Prakash Tag: कविता 314 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Buddha Prakash 14 Apr 2021 · 1 min read बाबासाहेब 'अंबेडकर ' भीम महू में जन्मे हैं बाबासाहेब कहते सब अधिकारों के रक्षक हैं अंबेडकर है नाम बड़ा ' जय भीम ' सब कहते हैं हृदय में दीपक जलते हैं पाया शिक्षा... Hindi · कविता · जय भीम कविता 12 8 2k Share Buddha Prakash 15 Aug 2021 · 1 min read जय जय भारत देश महान...... जय जय भारत देश हमारा, तिरंगे की शान न झुकने देंगे, भारत का सम्मान न मिटने देंगे, विश्व गुरु में नाम हमारा, संस्कृति में उच्च स्थान है न्यारा, जय जय... Hindi · कविता 7 4 2k Share Buddha Prakash 5 Oct 2021 · 1 min read चाचा जी चाची संग हंँसते ! चाचा जी बड़े दीवाने हैं, चाची के हुस्न निराले हैं, कितनी नखरे वाली हैं, मांँ की कहलाती देवरानी है । हंँसी ठिठोली करते सब, चाची होती हैं घर में जब,... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 894 Share Buddha Prakash 17 Apr 2022 · 1 min read पिता हे पिता ! तुम हो महान , अस्तित्व मेरा तुमने किया प्रदान , इस भवसागर में होते हो मेरे साथ , सुख देने के लिए करते हर संभव प्रयास ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 22 22 945 Share Buddha Prakash 16 May 2021 · 1 min read बरसात आई झूम के... बरसात आई झूम के...। पवन करे शोर, कोयल की मधुर गुंजन, मयूरा नाचे भोर, चिड़िया की चीं-चीं सुनकर, मन बहलाए घन-घोर । बरसात आई झूम के...।।१। गरज रहे हैं तीव्र... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 12 753 Share Buddha Prakash 9 May 2021 · 1 min read ममता की मूरत 'माँ' सुबह-सुबह जब आंख खुली, माँ की ममता की ओस पड़ी ।...(१) आंखों से ओझल होते ही, माँ नैनो से खोज चली ।...(२) आँचल के साये से दूर जाते, सुध-बुध माँ... Hindi · कविता 4 733 Share Buddha Prakash 6 Jun 2021 · 1 min read एक गोरी नारी एक गोरी नारी, तेज तर्रार, तीखी आवाज,पतली कमर, चलती मटक, नजरें सजग, तेरी आवाज लगाती है, कह-कह कर बुलाती है। सिर पर रख, घूंँघट से ढ़क, गली-गली में जाती है,... Hindi · कविता 7 801 Share Buddha Prakash 9 May 2022 · 1 min read पिता के चरणों को नमन । पिता तुम्हारे चरणों को, नमन करते बार-बार हैं । जन्म हुआ इस अद्भुत संसार में, उसमें तुम्हारा आशीर्वाद है, समर्पित किया अपने जीवन को, ऐसा हृदय तुम्हारा विशाल है ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 10 10 692 Share Buddha Prakash 19 May 2022 · 1 min read अरदास तुम्ही हो मालिक, तुम्ही खुदा हो, तुम्ही इस जगत के, जगत पिता हो। तुम्ही हो अम्बर, तुम्ही धरा हो, तुम्ही जीवन के, मात-पिता हो। तुम्ही हो दाता, तुम्ही ईश्वर हो,... Hindi · कविता 7 4 695 Share Buddha Prakash 19 Aug 2021 · 1 min read भरोसा मौत का न करना..! जीवन पर भरोसा नहीं है, जीने पर भरोसा नहीं है, कड़वे सच पर तो भरोसा कर लो, मौत का भरोसा नहीं है । सुकून से न बैठो तुम, जो करना... Hindi · कविता 6 2 634 Share Buddha Prakash 14 Apr 2022 · 1 min read कविराज चलो आज सुनाता हूंँ एक कविता, सुनकर हैरान न होना सब, व्यर्थ में आश्चर्यचकित ना रह जाना , एक-एक पंक्ति ह्रदय से लेना , ध्यान खो ना जाए कहीं ,... Hindi · कविता 3 753 Share Buddha Prakash 4 Jan 2022 · 1 min read आलस्य भरा जीवन ! आलस्य जीवन में, दुश्वार करता है जीवन जीना, हो जाती है मक्कारी की आदत, बर्बाद करता है समय, बाधक बनता है विकास की राह में, शरीर भी हो जाता है... Hindi · कविता 5 4 677 Share Buddha Prakash 2 Dec 2022 · 1 min read मेहमान की आओ भगत । भूले भटकते इस कलयुग में, वर्षों बाद कोई आया मेहमान, याद दिलाने अपने कर्तव्यो को, खो रहा है व्यस्त क्षण भंगुर इंसान। सेवा करना संस्कार अपना , स्वार्थ में सारे... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 595 Share Buddha Prakash 3 Jun 2023 · 1 min read वक्त ने इंसान बदल लिया है। जब भूखे मरते थे, गरीब और लाचार थे, चाची , भौजी कह कर, उनकी चौखट में हाथ फैलाते, कहते बासी बचा हुआ रोटी हो तो दे दो, पानी में डुबो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 727 Share Buddha Prakash 30 May 2021 · 1 min read पक्षपात् हंँसती हुई लकीरें लिखी हुई तकदीरें, मचल रहा मन, रुका हुआ तन, पा लूँ चमन में, अपनत्व का रंग, होठों में सजे, हंँसी की किरण । मिटी हुई लकीरें, हस्त... Hindi · कविता 2 554 Share Buddha Prakash 17 Aug 2022 · 1 min read चाय की चुस्की दिन भर की थकान, जब शाम में आई, हौले-हौले से सुस्ती चढ़ आई, देख हाल यूँ बेहाल, एक कप प्याली चाय की , मोहब्बत से है बनाई, करना था थकान... Hindi · कविता 4 685 Share Buddha Prakash 29 Apr 2021 · 1 min read नारी- स्वरूप बिटिया है! इतनी है प्यारी, लड़कों से भी न्यारी, पढ़ती है ,आग में तपती है , सुरक्षा खुद ही करती है , अब मेडल की है बारी । डरती नहीं... Hindi · कविता 10 8 580 Share Buddha Prakash 7 May 2021 · 1 min read विजय पथ उल्का पिण्ड बरसते रहे , फिर भी हम उन्हें सहते रहे । उस नीरस आंखों में आंसू न झलके, हृदय की प्यास गहरती रही । भाप बन कर उड़ गई... Hindi · कविता 5 4 538 Share Buddha Prakash 22 Jul 2022 · 1 min read बरसात की झड़ी । उमड़-घुमड़ के आये मेघ, बरसात की झड़ी लगाने। सावन और मेघा, प्रेम से तन को भिगाने, मन को तृप्त करने, बरसो रे मेघा ,बरसो, ये नदियां तुझको तरसे, सुनने को... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 7 6 678 Share Buddha Prakash 19 Sep 2021 · 1 min read प्यार प्यार दिलो में बसता है, दिल प्यार की बात करता है, आँखों में प्यार झलकता है, प्यार खून में बसता है। प्यार जिंदगी का नाम है, प्यार बंदगी का नाम... Hindi · कविता 4 2 630 Share Buddha Prakash 15 May 2021 · 1 min read भय का प्रताप भय यह अंतहः उपज है, स्वयं बना यह प्रलय है, हृदय विदारक कंपन है , वृक्ष मूल का नाश है , आत्मविश्वास का विनाश है , तीव्र गति की चाल... Hindi · कविता 3 539 Share Buddha Prakash 3 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक वह कहलाते हैं..। सदियों से जीवन में, जो ज्ञान ज्योति जलाते रहे, मानव को सिखाते रहे, त्यागमूर्ति वह संघर्ष किए, शिक्षक वह कहलाते हैं। भेदभाव बिन किए वो, एक समान राह बताते रहे,... Hindi · कविता 6 490 Share Buddha Prakash 22 May 2022 · 1 min read ये पहाड़ कायम है रहते । ये पहाड़ कायम है रहते, अपने स्थान पर दृढ़ स्थिर रहते, और ये झरने बहते रहते, यों ही सामंजस्य बना के रखते, अहंकार को गिरा कर रहते, अस्तित्व अपना बना... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 5 4 628 Share Buddha Prakash 5 Jun 2021 · 1 min read एक मुसाफिर की प्रतिज्ञा ! भटकता हुआ मुसाफिर ,आश्रय ढूंँढ़ रहा हूंँ। चला आया दूर से, रुका नहीं कहीं पर, गन्तव्य अभी दूर है, जाना न जाने किधर है । राह में मिली एक कुटिया,... Hindi · कविता 4 508 Share Buddha Prakash 11 Aug 2021 · 1 min read नाना की याद....! हमें मिला है सुख, तेरे आंँगन में खेलकर, गोद में लेट कर, जब बुलाते हो प्यार से, सुंदर घर वह याद आता है, एक बार नहीं तीन बार बदलते देखा... Hindi · कविता 2 526 Share Buddha Prakash 11 Aug 2021 · 1 min read फूलों का रसपान! फूलों को देख हृदय में, प्यारा-सा बंधन जगता है, स्नेह-रूपी भौंरो में, आकर्षण का प्रेम बढ़ता है। देख छवि सुंदर तेरी, आंँखों में प्यास जगती है, रसपान करने यौवन के... Hindi · कविता 3 547 Share Buddha Prakash 10 Jun 2021 · 1 min read वह गाती एक गीत वह गाती एक गीत, अपने होने का, बहने का, तीव्र गति से, तूफान से, बयांँ करती अपने दुख-सुख, कभी ऊंँची इमारतों पर, कभी घने वन में, सनसनाती, मुस्कुराती, रेंगती, गुजरती... Hindi · कविता 4 494 Share Buddha Prakash 29 Aug 2022 · 1 min read प्यार है ये भैया-भाभी का । भैया की आँखों मे ऐसा क्या दर्द है, पढ़ न सके कोई हकीम, जब भी मुस्कुरा दे भाभीजी, देख भैया जी यूँ ही हो जाए ठीक। सुनते नही जो अपने... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं · हास्य-व्यंग्य 4 2 717 Share Buddha Prakash 18 Apr 2022 · 1 min read पिता आदर्श नायक हमारे पिता तुम्हारे जीवन की सुनी है कहानी, तभी तो आदर्श नायक हो हमारे , बचपन में ऊँगली पकड़ कर चलना है सिखाया, संस्कार देकर जीवन जीना भी है बताया, रूखी-सूखी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 14 20 568 Share Buddha Prakash 24 Apr 2021 · 1 min read मुझे नहीं है हारना! अब मुझे नहीं है हारना ! अपनी दुनिया डूब चुकी अब, अब रुकना नहीं है मुझको, आँसुओं से खूब भीग चुकी हूंँ, लुटा दी है शान और शौकत, अंदर से... Hindi · कविता 5 2 525 Share Buddha Prakash 26 Mar 2021 · 1 min read फ़तह दिन-दिन भर रोया करते जो, मौका उनको भी मिलता है , रूखे से बेजान चेहरे पर , मुस्कान उनको भी मिलती है , डटे रहे जो अपने कर्म पर ,... Hindi · कविता 6 2 518 Share Buddha Prakash 1 Jun 2023 · 1 min read प्यार राज है जीवन का । प्यार राज है जीवन का, खुलकर इसको जीते है, छुपाते है दर्द मगर, एहसास तनिक में होता है। एक पल जीना मुश्किल लगता है, मुश्किलों में प्यार खिल जाता है,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 568 Share Buddha Prakash 27 May 2022 · 1 min read संविधान की गरिमा कई भागों में लिखा है संविधान, अनुसूचियों को मिला है स्थान, एक एक अनुच्छेद पढ़ कर देखो, प्रस्तावना का सारांश समझो, नागरिकता का पा लो अधिकार, मूल कर्तव्यों को निभाना... Hindi · कविता 1 508 Share Buddha Prakash 22 Jul 2021 · 1 min read तलाश तू जारी रख, -' लक्ष्य'। रुक मत ठहर मत, तलाश तू जारी रख, मूरत नहीं माटी का तू , एहसास खुद में जारी रख। हारना कोई गम नहीं, जीतने से कम नहीं, ढाल है विश्वास... Hindi · कविता 6 2 486 Share Buddha Prakash 13 Jun 2021 · 1 min read मातृ-वीर का बलिदान आंँखें ऊँनींदी ,ह्रदय है लाल, मस्तिष्क ओढ़े हुए है काल, बढ़ चला धारण किए, तलवार,भाल और कटार, लथपथ-लथपथ खून से, रणभूमि के द्वार पर, जोश और उमंग भरकर, पीड़ा को... Hindi · कविता 7 466 Share Buddha Prakash 16 Jan 2022 · 1 min read स्वयं से संकल्प कितना मुश्किल है खुद से जीतने की लड़ाई, स्वयं से एक संकल्प लेना, अंतर्मन में विचारों को एकत्रित करना, दुर्लभ हो जाता है संकल्प को पूरा करना, एक विचार को... Hindi · कविता 4 4 497 Share Buddha Prakash 3 Jul 2021 · 1 min read दफ्तर में इंसान बड़ा सुकून है दफ्तर में, बचे हुए है गृह चक्कर से, करते हुए काम यहाँ, हवा ले रहे मन भर के, मौज ले रहे उन सब के, लगा रहे जो... Hindi · कविता 3 598 Share Buddha Prakash 7 Jul 2021 · 1 min read जो तुम दक्ष हो । जो तुम दक्ष हो, करते तुम पर गर्व हैं, शान हो, अभिमान हो, सेवा करते, करते सम्मान हो, संस्कार हैं, करते सब प्यार हैं, दक्ष होना भी अनिवार्य है, पढ़े-लिखे... Hindi · कविता 3 486 Share Buddha Prakash 21 Jun 2021 · 1 min read संशय का है संसार संशय का है संसार, दर्द मरहम का झूठा प्यार, क्षणभर में बदनाम, तीर-कटार वाणी-वार, रो-रो कर हुआ बेहाल। संशय का.........। तल में अंँधेरा, जग में सवेरा, भेदभाव में है लुटेरा,... Hindi · कविता 6 485 Share Buddha Prakash 27 May 2022 · 1 min read आओ अब लौट चलें वह देश ..। आओ अब लौट चलें वह देश ..। अपना देश है बड़ा प्यारा, सुख शांति बसा है प्यार हमारा, अजनबियों के यहांँ से तो अच्छा है, अपनों के लिए लुटा दूंँ... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 4 4 584 Share Buddha Prakash 1 Jul 2021 · 1 min read एकांतवास जब दर्द आंँखों से झलकता है, फर्क कहीं और नहीं पड़ता है, मुस्कुरा कर चोट दिल पर जो पड़ी, लबों से बयांँ करते ही नहीं, खोए-खोए से जो रहते हैं,... Hindi · कविता 3 2 481 Share Buddha Prakash 19 Feb 2022 · 1 min read एक तस्वीर तुम्हारी तुम्हारी एक तस्वीर , भेजी गई मुझको, देखने के लिए रूपरेखा, पसंद-न-पसंद का निर्णय करना, कुछ सवालों का जवाब भी देना, और देख मैं निहारता रहा, स्तब्ध एहसास करता रहा,... Hindi · कविता 3 2 498 Share Buddha Prakash 29 Mar 2021 · 1 min read नन्हा मित्र नन्हा-सा पौधा था, खुशी उतनी मिलती रही, शाखाऐ जितनी बढ़ती चली, दूरियां उतनी चढ़ती रही , डाल-डाल पर फल निकले , पात-पात हरे-भरे , रोपा था बीज जहां , पाया... Hindi · कविता 5 2 440 Share Buddha Prakash 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी का एक-एक अक्षर हिंदी का एक एक अक्षर होते रोचक और सुरम्य, स्वर तथा व्यंजन के मेल से बनते शब्द विशेष, छोटी तथा बड़ी मात्रा श्रृंगार करते अद्भुत, बोलने सुनने में प्यारी लगे... Hindi · कविता 3 468 Share Buddha Prakash 27 May 2021 · 1 min read अपेक्षा क्या कहूंँ उनसे , बागों में खिलते हैं वो। अक्सर मुस्कुराते हैं, खुद को समर्पित करते, राह है उनकी अनजान, अपेक्षा कैसे करें । क्या कहूंँ उनसे....।।१। दर्द भी है... Hindi · कविता 4 2 435 Share Buddha Prakash 21 Mar 2021 · 1 min read धन हे पिता ! श्रेष्ठ है तू देखा न तुझ-सा शील, धैर्य और असीम शान्त मुख चट्टान-सा अडिग तेज-सा सुख वचन व्दन्द लक्ष्य परमानन्द अजर अमर स्थिर मन की वेदना धीर... Hindi · कविता 5 4 412 Share Buddha Prakash 14 Sep 2022 · 1 min read विश्वास की मंजिल अब तो रुक ही गये, अपनी मंजिल की छाँव में, सुकून मिला है अब जाकर, मिल ही गया ठहराव जब। खुशी का एहसास जो उठा, कितने संघर्षों के पश्चात् अब,... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 4 2 481 Share Buddha Prakash 24 Jan 2022 · 1 min read नींव की ईमारत देखता हूंँ सिर उठा कर, निःस्तब्ध खड़ा है , गगनचुंबी भव्य ईमारत, मस्तक ताने गगन की ओर, सुंदर और आकर्षित करता, पहचान बताता अति दूर तक , झुकता ही नहीं... Hindi · कविता 3 2 396 Share Buddha Prakash 5 Jan 2022 · 1 min read दर्द तो होगा ही ...। रोको न बहने दो, आंँसू है ठहरेंगे नहीं , दुःख है गुजरेगा यूंँ ही, कष्ट कैसा भी हो, दर्द तो होगा ही ।.....(१) आंँसू का बस नाम ही है, झलकना... Hindi · कविता 3 4 465 Share Buddha Prakash 1 May 2022 · 1 min read डर कर लक्ष्य कोई पाता नहीं है । बड़े-बड़े लक्ष्यों से, डगमगाता नहीं मानव पुतला , प्राण बसे इसके अंदर है , मुसीबतों से घबराता नहीं है । डर कर लक्ष्य कोई पाता नहीं है ।।१। संघर्ष करता... Hindi · कविता · प्रकाश की कविताएं 1 440 Share Page 1 Next