Saraswati Bajpai Language: Hindi 207 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Saraswati Bajpai 1 Mar 2023 · 1 min read विषाद छाती जकडी हुई है विषाद के शीत से मानो कोई भीतर ही भीतर प्राण घोंट रहा है । ये विषाद जैसे मन को पूरा निचोड़ कर बताना चाह रहा है... Hindi · कविता 314 Share Saraswati Bajpai 25 Feb 2023 · 1 min read लौटना मुश्किल होता है बहुत मुश्किल होता है निरन्तर बढ रहे उत्साही कदम पीछे की ओर मोड़ना जब ऑंखे देख पा रही हो अपनी मंजिल को बहुत करीब से। बस चन्द कदमों का ही... Hindi · कविता 329 Share Saraswati Bajpai 24 Feb 2023 · 1 min read हाँ बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें हाँ बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें शायद इतना कि अमाप है मन मस्तिष्क से। सब कुछ तुम पर बस वार देना चाहती हूँ यह मेरा बड़प्पन नहीं बल्कि मेरा अस्तित्व... Hindi 367 Share Saraswati Bajpai 21 Feb 2023 · 1 min read सब स्वीकार है आज़मा ले जिन्दगी मुझको हर एक मोड़ पर अब तेरी हर आज़माइश शौक से स्वीकार है । अब कोई तुझसे शिकायत करने मैं न आऊँगी । न ही तेरी देयता... Hindi · कविता 307 Share Saraswati Bajpai 21 Feb 2023 · 1 min read सच है, दुनिया हंसती है सच है दुनिया हंसती ही है किसी नई डगर जब चला कोई पर हंसती है तो हंसने दो मुझे निरा मूर्ख उन्हें कहने दो मैं अपने पथ की मतवाली मैं... Hindi · कविता 1 263 Share Saraswati Bajpai 8 Feb 2023 · 1 min read " बहुत बर्फ गिरी इस पेड़ पर " बहुत बर्फ गिरी इस पेड़ पर खुशियों के पात सारे झर गए किन्तु इसमें आस अब तक शेष है फिर आएगा बसन्त फिर सब पात होंगे कूजेगी कोकिल मुदित... Hindi · Quote Writer 284 Share Saraswati Bajpai 1 Feb 2023 · 1 min read निशान मिट गए सारे निशान हमारे उनके घर की चौखटों से दरें दीवारें जिस घर की हमसे मुस्कुराकर ही सदा मिली है । क्यों ये दीवारें न पहचान पाती मेरी शख्सियत... Hindi · कविता 252 Share Saraswati Bajpai 10 Jan 2023 · 1 min read कुछ तो रिश्ता है पूर्व जन्म का अनजाना सा अद्भुत बड़ा सुहाना सा मेरे सारे अनुभव कहते तुमसे कुछ तो रिश्ता है । दूर रहो या पास रहो ये मन तुम में ही रमता... Hindi · कविता 3 4 273 Share Saraswati Bajpai 9 Jan 2023 · 1 min read मेरा अन्तर्मन जाने कैसा है अन्तर्मन ये कुछ भी समझ न पाती मै कभी ये एकदम कोरा लगता दिखती कभी अबूझ आकृतियां जैसे हूँ कोई निपट निरक्षर कुछ भी पढ़ न पाती... Hindi · कविता 2 2 193 Share Saraswati Bajpai 3 Jan 2023 · 1 min read नववर्ष 2023 ये कैसा नव वर्ष नवलता का कोई आभास नहीं । सब कुछ ठहरा ठहरा है कहीं कोई आगाज़ नहीं । बहुत सोंचती पुनः पुनः मैं शिष्टाचार निभाऊं मैं भी नवल... Hindi · कविता 1 206 Share Saraswati Bajpai 12 Dec 2022 · 1 min read नैतिक मूल्य नैतिक मूल्य हमारे समाज व संस्कृति का एक प्रतिमान हैं । ये हमें जीवन जीने के ढंग तो सिखाते ही हैं । इस समाज में जीवनयापन सहज बनाते हैं ।... Hindi · Daily Writing Challenge · मूल्य 1 235 Share Saraswati Bajpai 10 Dec 2022 · 1 min read प्रेम प्रेम, अनिर्वचनीय भाव ईश्वर तक पहुंचने का सर्वश्रेष्ठ मार्ग है। क्षणिक सुख-दुख जगत मे परमानन्द अहसास है। किन्तु प्रेम की सत्ता को उसमें पूरी तरह डूबकर एकाकार होकर ही पा... Hindi · Daily Writing Challenge · प्रेम 3 322 Share Saraswati Bajpai 10 Dec 2022 · 1 min read मुस्कान एक सरल सी मुस्कान सबको जीत लेती है खोल देती हृदय द्वार सबका प्रेम संजो लेती है। जैसे मृदु सरल जल पाषाण काट देता है वैसे एक सरल मुस्कान कई... Hindi · Daily Writing Challenge · मुस्कान 1 184 Share Saraswati Bajpai 9 Dec 2022 · 1 min read माता-पिता हमारा जो अस्तित्व है आधार है माता पिता । माता यदि भूमि है तो आकाश है अपने पिता । छाँव है माता की ममता बन धूप मिलते है पिता ।... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · माता पिता 2 477 Share Saraswati Bajpai 9 Dec 2022 · 1 min read वर्तमान बहुत सरल है वर्तमान में रहना किन्तु जैसे सरल रेखा में कठिन वक्र रेखा नहीं ढल पाती हमारा कठिन मन भी वर्तमान में नहीं टिक पाता । अतीत भविष्य के... Hindi · Daily Writing Challenge · वर्तमान 7 4 248 Share Saraswati Bajpai 8 Dec 2022 · 1 min read समाचार वो हवाएं जो कल तक सब संदेशे लाती थी आज क्या बात हुई कोई समाचार नहीं ? मैने तो आज भी तुमको संदेशा भेजा था हवा ने बात वो तुमसे... Hindi · Daily Writing Challenge · समाचार 2 136 Share Saraswati Bajpai 7 Dec 2022 · 1 min read धूप कड़कती ठिठुरन में तन को सहलाती है। सुखद प्रेम स्पर्श दे उमंग भर जाती है। आकाश से उतरती संवारती धरा सब खेतों में पका अन्न सांझ ढले जाती है। रात... Hindi · Daily Writing Challenge · धूप 4 2 434 Share Saraswati Bajpai 7 Dec 2022 · 1 min read नायक तमाम मुश्किलों में घिरा हो पर स्वयं का साहस नहीं डिगता । जो धर धीर सब स्वीकार ले भला तूफान उसके सामने फिर कब कहाँ टिकता ? जो खुद के... Hindi · Daily Writing Challenge · नायक 3 242 Share Saraswati Bajpai 6 Dec 2022 · 1 min read अंतरिक्ष इस पूरे अंतरिक्ष में कहीं तो संचित होंगे मन के सब भाव । माना आज सब भाव ग्रहों के साथ यत्र तत्र बिखर गए पर एक दिन ग्रहों की गति... Hindi · Daily Writing Challenge · अंतरिक्ष 2 216 Share Saraswati Bajpai 26 Nov 2022 · 1 min read साहस जब बार- बार गिरकर भी खड़े हो सके हम | जब हार कर भी कई बार निज लक्ष्य न तजे हम । यूँ संभलने का साहस न इतना सरल है... Hindi · Daily Writing Challenge · साहस 2 131 Share Saraswati Bajpai 25 Nov 2022 · 1 min read कल्पना मेरे मन की माटी में बीज बन जब आए तुम कल्पना की पौध तब नवांकुर ले फूट आयी। कल्पना के ये नवांकुर वृक्ष होना चाहते है। और ऊँचे उठकर वो... Hindi · Daily Writing Challenge · कल्पना 2 135 Share Saraswati Bajpai 25 Nov 2022 · 1 min read प्रकाश हे सृष्टि नियन्ता जगत प्रकाशक कर प्रकाश बन पथ विस्तारक । हार गयी लड़ अंधकार से दे ज्योति ज्ञान की हे भव तारक । स्व पथ से मैं कभी न... Hindi · Daily Writing Challenge 2 231 Share Saraswati Bajpai 21 Nov 2022 · 1 min read भय भय, मतलब अज्ञानता मोह, निष्क्रियता या विश्वास का आभाव । जैसे अन्धकार इसकी अपनी सत्ता नहीं बस प्रकाश का आभाव हैI ठीक वैसे ही ज्ञान का आभाव भय की सत्ता... Hindi · Daily Writing Challenge · भय 2 129 Share Saraswati Bajpai 19 Nov 2022 · 1 min read स्वास्थ्य स्वस्थ रहे तन, स्वस्थ रहे मन ये अनुपम वरदान है। इसकी महत्ता जिसने समझी पाया सब सुख निधान है। लाख भले हो धनवर्षा घर और प्राप्त सब कुटुम्ब समाज। एक... Hindi · Daily Writing Challenge · स्वास्थ्य 2 223 Share Saraswati Bajpai 19 Nov 2022 · 1 min read क्षमा क्षमा का घर है पौरुष, विशाल हृदय, शील और मनुजता । क्षुद्र हृदय, कापुरुष, अभिमानी हृदय में ये झांकती भी नहीं । समदर्शी संतो, विनम्र धर्मशील मनुजों की क्षमा चेरी... Hindi · Daily Writing Challenge · क्षमा 3 238 Share Saraswati Bajpai 17 Nov 2022 · 1 min read घर हमारे तन-मन को सुरक्षा का जहाँ भी घना अहसास मिले, बस वहीं घर है । जहां रांधती रसोई मां और पिता की छांव मिले बस वहीं घर है । हमारे... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · घर 3 209 Share Saraswati Bajpai 16 Nov 2022 · 1 min read समय युगों युगों से निरन्तर समय अपनी धुरी पर गतिमान ही है । समय का मूल्य परखना है तो समय की प्रतीक्षा में निरन्तर तपनिष्ठ माँ अहित्या व शबरी के उद्धार... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · समय 4 3 274 Share Saraswati Bajpai 15 Nov 2022 · 1 min read इन्द्रधनुष तप तप कर धरती का हृदय भी जब फटने लगा । आकाश में तब देवराज इन्द्रधनुष तान उठे । फोड़े घड़े सब मेह के तो नेह बरसने लगा । पी... Hindi · Daily Writing Challenge · इन्द्रधनुष 3 2 816 Share Saraswati Bajpai 14 Nov 2022 · 1 min read बाल दिवस आज बाल दिवस है, चलो आज एक दिन कुछ ऐसा कर जाएं, हमारे आस-पास परिचित हो या अपरिचित । घर, सड़क, मुहल्ले, स्कूल जहाँ भी जो बच्चे मिलें उन्हें कुछ... Hindi · कविता 2 2 235 Share Saraswati Bajpai 14 Nov 2022 · 1 min read ईर्ष्या कभी-कभी न चाहते हुए भी, गाहे बगाहे हमें चकमा दे, हमारे भीतर ईर्ष्या प्रवेश कर ही जाती है । यदि हम सजग है तो तुरंत इसे बाहर निकाल फेंकते है... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 4 2 381 Share Saraswati Bajpai 13 Nov 2022 · 1 min read सम्मान सम्मान, सबके प्रति आदरभाव, समतुल्य सभी का मान, हमारी भारत भूमि की संस्कृति का आधार है । हम भारतवासी प्रकृति, सूर्य, चन्द्र, वायु, जल, वृक्ष सर्व जगत के उपासक है... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · सम्मान 6 2 202 Share Saraswati Bajpai 12 Nov 2022 · 1 min read जल से सीखें गिरता हिम गिरि से झर,झर,झर किन्तु हार कर कभी न रुकता । कंकड, पत्थर सब सहता वो किन्तु मधुरता कभी न तजता । सीखो जल से जीने का ढंग कैसे... Hindi · Daily Writing Challenge · जल 6 4 456 Share Saraswati Bajpai 12 Nov 2022 · 1 min read जल जल है तो धरा है, वृक्ष है, वायु है, सब अन्न है । ये सब है तो जीव हैं सृष्टि सर्व सम्पन्न है । हमारी संस्कृति बताती जल वरुण देव... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · जल 5 1 262 Share Saraswati Bajpai 11 Nov 2022 · 1 min read कला तुम्हारी वो कलाबाजियाँ भी कमाल की थी । तुम्हारे हर खेल में, हम हक़ीकत बुन बैठे । तुम माहिर हो दिल तोड़ने की कला में बहुत । कई दफा झ्स... Hindi · Daily Writing Challenge · कला 5 2 236 Share Saraswati Bajpai 11 Nov 2022 · 1 min read कला चन्द्रकलाओं से अभिप्रेरित जग जीवन की सभी कलाएं । धर्म, अर्थ, काम, मोक्षदायिनी जीवन की ये सभी कलाएं । माया प्रेरित सब इस जग में जीवन का आधार कलाएं ।... Hindi · Daily Writing Challenge · कला 5 2 351 Share Saraswati Bajpai 10 Nov 2022 · 1 min read त्याग त्याग की पवित्र भूमि पर ही पुण्य सिद्धियों, श्रेष्ठता, सफलता की पौध फलती है । त्याग के बिना दुर्लभ है कोई भी उपलब्धि । दशरथ नंदन राम भी राज्याभिषेक त्याग... Hindi · Daily Writing Challenge · त्याग 5 2 272 Share Saraswati Bajpai 9 Nov 2022 · 1 min read आरंभ तू आदि है, आरंभ है इस सृष्टि का प्रारम्भ है । आरंभ तू नवचेतना का हर अवसान का प्रारंभ है । तुझसे ही लय है सूर्य, चन्द्र तुझसे धरा सम्पन्न... Hindi · Daily Writing Challenge · आरंभ 7 444 Share Saraswati Bajpai 8 Nov 2022 · 1 min read दिशा सूर्य उदित होता प्राची में और अस्त पश्चिम में होता। नित्य चन्द्र भी सूर्य के पथ का कर रहा अनुगमन युग-युग से । नदियाँ भी चुन एक दिशा ही कल-कल... Hindi · Daily Writing Challenge · दिशा 5 272 Share Saraswati Bajpai 7 Nov 2022 · 1 min read भूख भूख, एक छोटा सा शब्द पूरी दुनिया की गति अपने में समेटे हुए है। भूख, एक बीज है; कर्मशीलता की पौध इसी बीज से पनपती है। भूख एक अहसास है;... Hindi · Daily Writing Challenge · भूख 8 4 336 Share Saraswati Bajpai 6 Nov 2022 · 1 min read आईना तेरे मन के आईने में तेरा वजूद झलकता है । तू रोज देख इसको खुद को निखार सकता है । ******************* सब कहते है आईना झूठ नहीं बोलता; तुमने जब... Hindi · Daily Writing Challenge · आईना 5 2 346 Share Saraswati Bajpai 5 Nov 2022 · 1 min read बारिश आसमान से निरख धरा को उमड़ घुमड़ घन बरस रहे । मानो जैसे अपने घर को जल्दी आने को आतुर हैं । उनके आने की आहट पा देखो तरुवर सब... Hindi · Daily Writing Challenge · बारिश 6 2 415 Share Saraswati Bajpai 3 Nov 2022 · 1 min read तुम बूंद बंदू बरसना सब शीत ताप सहते सहते तन मन कोमलता छूट गई । टकरा टकरा आघातों से केंचुल तन मन की कठोर हुई।। तुम बूंद बूंद बरसोगे जब तब जा मुझको पा... Hindi · कविता 2 214 Share Saraswati Bajpai 24 Oct 2022 · 1 min read दीपोत्सव की शुभकामनाएं ये दीप भरे नव पुञ्ज सदा तम हरे सभी के जीवन का । धन धान्य भरे हर घर आंगन सब कलुष मिटे हो समरसता ।🙏 Hindi · कविता 4 4 313 Share Saraswati Bajpai 15 Oct 2022 · 1 min read इतना काफी है अब छोड दी ये उम्मीद कि कोई समझे हमें मैं खुद को समझती हूँ इतना काफी है ॥ अब न चाहत कि कोई मेरे संग ही चले मैं मेरे रास्ते... Hindi · शेर 5 2 216 Share Saraswati Bajpai 13 Oct 2022 · 1 min read ऐ चाँद ऐ चाँद, तू रोज रात के अंधेरों को रोशनी से भरता जरूर है । समय का चक्र तुझे भी कभी पूरा कर देता है और कभी अपूर्ण पर तू बिना... Hindi · कविता 1 419 Share Saraswati Bajpai 12 Oct 2022 · 1 min read सुख और दुःख सुख गहरी नींद, विलास, विश्राम है । दुःख वैचारिक जाग्रति अवधान है। सुख हर्ष सागर में डुबकी है । दुःख तैरना सीखने का संधान है। सुख स्वप्नों आशाओं का नीड़... Hindi · कविता 2 2 184 Share Saraswati Bajpai 5 Oct 2022 · 1 min read हे माँ जानकी ! हे माँ जानकी ! आज तुम्हारे रघुवर ने तुम्हारे साथ हुए छ्ल का प्रतिकार ले लिया । तुम्हारे प्रति प्रेम व निष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत कर दिया। आज भयानक रात्रि... Hindi · कविता 4 2 271 Share Saraswati Bajpai 3 Oct 2022 · 1 min read वरदान दो माँ मैं तेरी चौखट खड़ी वरदान दो माॅ । गिर पडूँ न लड़खड़ा,कर थाम लो माँ । अब तेरा कर थाम ही चलना मुझे है थक गई हूँ चलकर अपने पाँव... Hindi · गीत 2 272 Share Saraswati Bajpai 27 Sep 2022 · 1 min read मौन भी क्यों गलत ? इन्सान हूँ मैं, मुझे फर्क पड़ता है जब कोई मेरी भावनाओं से पुनः पुनः खेल जाता है । या फिर स्वयं को सिद्ध करने में अनर्गल मिथ्यारोप मढ़ जाता है... Hindi · कविता 4 365 Share Saraswati Bajpai 24 Sep 2022 · 1 min read सेतु तुम आशाबन्ध सेतु हो मेरे प्राण व जीवन के मध्य । अथाह गहरी खाईं है इस सेतु के नीचे । जहाँ हलाहल विषजन्तु है, कालकूट आतुर है ग्रास को किन्तु... Hindi · कविता 6 6 240 Share Previous Page 2 Next