अवध किशोर 'अवधू' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अवध किशोर 'अवधू' 2 Feb 2022 · 1 min read मौलिक कवि युग - युग तक पूजे जाते हैं जो कवि नित्य निशा को दिवस बनाते हैं दरबारी कवि बनकर आदर पाते हैं है इतिहास गवाह क्रूर की सत्ता में मौलिक रचनाकार सताए जाते हैं असली रचनाकार कष्ट सहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share अवध किशोर 'अवधू' 26 Oct 2021 · 1 min read सदा करते रहें संघर्ष --------------------ग़ज़ल-------------------- ------------सदा करते रहें संघर्ष -------------- __________________________________ भला दिन रोज आता है बुरा दिन रोज टलता है सदा करते रहें संघर्ष यदि पानी सफलता है करें हर कार्य को हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 167 Share अवध किशोर 'अवधू' 22 Oct 2021 · 1 min read पियो मत डूबकर पानी -------------------------*गज़ल*--------------------------- पियो मत डूबकर पानी ,अरे वह जान जाएगा | कहो मत कृपण को दानी, अरे वह जान जाएगा || सुनो उसने लगाया है हर जगह कैमरा सीसी , करोगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 475 Share अवध किशोर 'अवधू' 20 Oct 2021 · 1 min read वतन के काम आओगे ग़ज़ल वतन के काम आओगे ------------------------------------------------ करोगे काम जैसा, फल उसी का आप पाओगे | लगाकर नीम उससे , आम तुम हरगिज़ न खाओगे || न तेरे लाल सुख देंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read गरम छरिया छुईं रउरा ग़ज़ल गरम छरिया छुईं रउरा तs छरि दागी कि ना दागी ? सुनी सत्संग तब मन राम में लगी कि ना लागी ? धरीं बइसाख में जो फूस पर जीयतार... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल नहीं दौलत कभी हम बेईमानी से कमायेंगे | पसीने की कमाई बाल बच्चों को खिलायेंगे | हमें जब एक कौड़ी इस जहां से ले न जाना है जहां तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 189 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल हम समर्पित हैं ज़माने के लिए आदमीयतत को बचाने के लिए आपके दिल में उतरना है हमें भाव सेवा का जगाने के लिए हम चले हैं प्यार का सागर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल मिट्टी को मिट्टी न कहें तो ,क्या सोने की खान कहेंगे ? जिसके दिल में प्यार नहीं है उसको क्या इंसान कहेंगे ? बच्चे भूखों तड़प रहे हैं ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 181 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल पूरब को मैं पश्चिम कह दूँ , मुझको है यह स्वीकार नहीं इमली को आम करूँ कैसे, मैं कवि हूँ , थानेदार नहीं ईश्वर अल्ला में भेद करूँ, जल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 233 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल कविता सुनाने जा रहा हूँ मैं --------------------------------- सोए जनों को अब जगानें जा रहा हूँ मैं नुसख़ा मसालेदार लेकर आ रहा हूँ मैं हर आदमी से तालियाँ बजवाके रहूँगा, तत्काल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल बैर से बन्धु दूरी बनायें औ सदा प्यार का गीत गायें गीत में शब्द ऐसे पिरोयें जो सुनें वे सभी झूम जायें ज़िन्दगी सम्पदा है पराई पाप से ज़िन्दगी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share