Ashok Sharma 198 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Sharma 4 Jan 2024 · 1 min read आओ मना लें नया वर्ष हम गीत: नव वर्ष आओ मना लें नया वर्ष हम, फिर से गले से लगा लो सनम।.. ओ जो हैं राहों में पिछड़े हुवे, अपनों से जो भी हैं बिछड़े हुवे..2... Hindi · कविता 54 Share Ashok Sharma 12 Aug 2023 · 1 min read दावत एक दिन दावत में, चला गया यार घर। रबड़ी मलाई वहाँ, पेट भर खाया मैं। संग संग पूड़ी खीर, पनीर का चटकारा, बैठ इयारिन संग, जम के लगाया मैं। हुई... Hindi · कविता 1 125 Share Ashok Sharma 21 Jul 2023 · 1 min read क्यों---------हो? दाना पानी पक्षियों को, बड़े प्यार से देते हो। इतने अच्छे हो तो पिंजरे, में क्यों बसाते हो? मदारी भी कपड़े का, करता लिहाज यारों, अर्ध्वस्त्र कठपुतली, तू क्यों नाचते... Hindi · कविता 71 Share Ashok Sharma 9 Jul 2023 · 1 min read मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं, मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं, लाख धेले खाकर भी हम फलते हैं। कटान देख, बहते वृक्ष के आँसू,कहते, अंतिम चिता तक हम ही साथ जलते हैं। -----अशोक शर्मा Quote Writer 180 Share Ashok Sharma 9 Jul 2023 · 1 min read ना हो अपनी धरती बेवा। ना हो अपनी धरती बेवा। चलो करें वृक्षों की सेवा।। ----अशोक शर्मा Quote Writer 135 Share Ashok Sharma 6 Jul 2023 · 1 min read पूजा हुआ सबेरा खूब नहाया, जाना था करने पूजा। तन में मन में इष्ट बसे थे, दिखता नहीं था दूजा।। रोरी अक्षत थाल सजाकर, मस्तक खूब नवाया। बाहर आ जूते न... Hindi · कविता 94 Share Ashok Sharma 17 Jun 2023 · 1 min read फिर उठ जाइये सुनों देश के किसानों, भारती के नौनिहालों, धरती पुकार रही, फिर उठ जाइये। कड़ी धूप ताड़ रही, हौसले को फाड़ रही, मात सूर्यदेव को दे , धरा हरसाइये। जहाँ चकाचौध... Hindi · कविता 158 Share Ashok Sharma 25 Nov 2022 · 1 min read निराली दुनिया दुनिया है ये खूब निराली, दिनकर पर गोधूलि हँसती है। घात लगाए शेर है बैठा, बकरी की गर्दन फँसती है। कटते पेड़ नीम का हरदम, फिर भी कड़वाहट बढ़ती है।... Hindi · कविता 74 Share Ashok Sharma 13 Oct 2022 · 1 min read करवाचौथ: एक प्रेम पर्व पति पत्नी का रिश्ता, है बड़ा पवित्र देखो, हर रोज इज्जत से, पेश आया कीजिये। नारी पूजती है पाँव, फूल धूप रोरी लेके, थाल में श्रद्धा से आप, प्रेम डाल... Hindi · कविता 1 1 148 Share Ashok Sharma 11 Oct 2022 · 1 min read रावण-कवि संवाद मत बनाओ पोस्टर मुझपर, कविताओं की ना बौछार करो, अरे मैं पड़ा हूँ असमंजस में, मेरी भी नैया पार करो। हर साल जलाते हो मुझको, मैं जीवित कहाँ से आता... Hindi · Poem 152 Share Ashok Sharma 20 Sep 2022 · 1 min read पितृपक्ष: सपने में बाबूजी कल रात जब मैं सोया था, तब बाबूजी की याद सताई। यह माह है पितृ पक्ष का, ठीक समय पर याद है आयी। हुआ सबेरा जल्दी जल्दी, नहा धो कर... Hindi · कविता 106 Share Ashok Sharma 4 Sep 2022 · 1 min read गुरु : ज्ञान के दीपक आप हैं जग के दीपक देखो, ज्ञान की बाती जलाते गुरु हैं। लौ जस खुद ही जलकरके ही, तम को दूर भगाते गुरु हैं। शोक विशाद या धुँध के बादल,... Hindi · कविता 203 Share Ashok Sharma 30 Aug 2022 · 2 min read फाँसी बड़े खुश पलटू भैया थे, कल ही था शादी करवाया। सुंदर दुलहिनिया संग अपने, केवल था एक दिन ही बिताया। सुबह सुबह पतलून पहनकर, सजधज कर के बाहर आया। एक... Hindi · कविता 174 Share Ashok Sharma 13 Aug 2022 · 1 min read रेशम की डोरी कीमत रेशम की डोरी की, जग में होती है अनमोल। भाई बहन प्रीत है कितना, कोई नहीं सकता है तोल। केवल रेशम डोरी ना ये, भ्रातृ प्रेम रस देता घोल।... Hindi · कविता 107 Share Ashok Sharma 3 Aug 2022 · 1 min read विश्व स्तनपान दिवस मातृ दुग्ध अमृत है, हर शिशु जीव हेतु, जगरूक माता अब, आप बन जाइये। पेट में ही ज्ञान पाता, शिशु दुग्ध कैसे पीना? जनम समय इसे, जरूर पिलाइये। छह माह... Hindi · घनाक्षरी 329 Share Ashok Sharma 2 Aug 2022 · 1 min read कजरी आके सावन में गले से लगाइ ल पिया, जिया हर्षाइ द पिया ना। सूरज के झाँकल, तनिको ना सहाला, मँहगी चुनरिया, खरीदल ना जाला.......2 तनि पपिहा के कूक सुनाइ द... Bhojpuri 243 Share Ashok Sharma 28 Jul 2022 · 1 min read सच कहा मैंने सही को सच कहा मैंने, गलत को कह दिया गलती। मिली महबूबा तोहफे में, जुदाई संग मेरे चलती। लगाया बीज पीपल का, मरू धरती को है खलती, नमीं भी चूस... Hindi 173 Share Ashok Sharma 22 Jul 2022 · 1 min read बचपन अच्छा था गिल्ली डंडे खेल खिलौने, कच्ची मिट्टी के घर घरौने, चिप्पी गोट्टी साथ में खेलें, कुटिल खेल से सच्चा था, सच में बचपन अच्छा था। कम बुद्धि थी खोज भी कम,... Hindi 211 Share Ashok Sharma 16 Jul 2022 · 1 min read आओ घन प्यारे आओ घन प्यारे, धरा पुकारे, प्यासे देखो तरु कबसे। सावन में सारे, राह निहारे, कृपा मेघ के कब बरसे। है पपिहा व्याकुल,केकीआकुल, कोकिल जियरा ना छलके। है कागज नैया, ले... Hindi 111 Share Ashok Sharma 7 Jul 2022 · 1 min read काश मैं भी कविता लिख पाता काश मैं भी कविता लिख पाता, मन भाव इसमें दरशाता, काश मैं भी कविता लिख पाता। निश्छल कलम हमारी चलती, चाटुकारिता से यह जलती, देश हित में निशि दिन पलती,... Hindi 323 Share Ashok Sharma 5 Jul 2022 · 1 min read श्रीराम चाहिए निशि दिन भोर शाम, करो सूचि शुभ काम, गुन सीख अवधेश , यश में ही रहिये। ऊँच-नीच, जात-पाँत, न देना किसी को मात, मातु पितु मान हेतु, चाहे दुःख सहिये।... Hindi 208 Share Ashok Sharma 15 Jun 2022 · 1 min read हिन्दू-मुस्लिम पर्व दीवाली के अवसर, मुस्लिम भी दीप जलाता है भाई। बड़े खुशी से हिन्दू ने मिल, जुल मुस्लिम संग झारी है गाई।। शंख नाद की ध्वनि भी सबको, स्वच्छ वायु... Hindi 1 2 184 Share Ashok Sharma 12 Jun 2022 · 1 min read कर दो बौछार *कर दो बौछार* तपती धरती करे पुकार, मेघ राज कर दो बौछार। पेड़ पात सब सूख रहे हैं, करना नाही तुम इंकार। वृक्ष हमारे आभूषण हैं, है इनसे ही मेरा... Hindi 127 Share Ashok Sharma 8 May 2022 · 1 min read हक्का बक्का जिंदगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया। हम सीख ना पाए फरेब, दिल बच्चा ही रह गया। किया खूब भरोसा मैनें, गैरों के प्यार पर। अपने से हार... Hindi · कविता 277 Share Ashok Sharma 3 May 2022 · 1 min read पिता:(प्रदीप छंद) सारे वैभव के तुम दाता, तू ही जग की शान हो। तुमसे ही सब घर की शोभा, त्यागपथी व महान हो। कहते जग का पालनहारा, सिर्फ एक ही एक है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · छंद 3 5 145 Share Ashok Sharma 2 May 2022 · 1 min read अश्लील गाने अश्लील गानों का अब ऐसा दौर आया है, पर्व आयोजनों में यह प्रमुखता से छाया है। घर की औरतें पुरुषों संग ठुमके लगा रही, मान मर्यादा इज्जत सब सामने लाया... Hindi · कविता 1 463 Share Ashok Sharma 29 Apr 2022 · 1 min read पिता:(त्रिभंगी छंद) हे जगत विनायक, भाग्य विधायक, गृह पालक तू, सन्यासी। खुशियों के दाता, सुहाग माता,जग पालक हे, अधिशासी । हे दर्द विनाशक, शांति उपासक, रहते हरदम, श्रमवासी। तू गम ना पाले,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · छंद 4 6 486 Share Ashok Sharma 27 Apr 2022 · 1 min read महँगाई: (आधार छंद) कैसे बोलूँ बात, नयन तो रोते मेरे। देते सारे दर्द, अब महंगाई तेरे। कंगाली की मार,सह रही धात्री सारी। तूने ही तो सब, बटुए की शोभा मारी। लेके ढोते कर्ज,... Hindi · छंद 148 Share Ashok Sharma 27 Apr 2022 · 1 min read गर्मी: (कुण्डलिया छंद) गर्मी जब है बढ़ रही, सतुआ खायें रोज। सुबह शाम या रात को,पियें छाँछ को खोज। पियें छाँछ को खोज,पियें मटका का पानी। अमृत जस है बेल, लिजें नीबू को... Hindi · कुण्डलिया 101 Share Ashok Sharma 24 Apr 2022 · 1 min read गर्मी (कुण्डलिया छंद) गर्मी में अब लू चले, चले संग में धूल। पीपल पात सिमट गये, सूख रहे हैं फूल। सूख रहे हैं फूल, है धूमिल फसली काया। तेज रवि ने देखो, है... Hindi · कुण्डलिया 106 Share Ashok Sharma 23 Apr 2022 · 1 min read गर्मी:(कुण्डलिया छंद) *गर्मी:(कुण्डलिया छंद)* **************** गर्मी अब तो बढ़ रही,बढ़ते नव नव रोग। पंखे कूलर खोजते, हुए परेशाँ लोग। हुए परेशाँ लोग, कहाँ है ठंडी छाया। काटे क्यों हैं पेड़, पड़ी मुश्किल... Hindi · कुण्डलिया 108 Share Ashok Sharma 11 Apr 2022 · 1 min read बलिहारी मैंने देखा इक सीधी बकरी, थी मंदिर चढ़ती बलिहारी। मालाओं से खूब सजी वो, ना समझी नर की गद्दारी। ढोल नगाड़े -अक्षत बीच, सामने थी भवानी न्यारी। क्या कसूर था... Hindi · कविता 1 160 Share Ashok Sharma 30 Mar 2022 · 2 min read पत्थर और शीशा मोहब्बत हो गयी शीशे को, एक पाषाण से एक दिन। मिले थे नैन दोनों के, और हर्षित हुए थे दिल। कि उनके प्यार की कलियाँ, सभी अब मुस्कुराती हैं। लुढ़क... Hindi · कविता 182 Share Ashok Sharma 25 Mar 2022 · 1 min read मैं कविता हूँ मैं कविता हूँ। (विश्व कविता दिवस पर ) मीरा की भक्ति हूँ मैं, रसखान का वात्सल्य हूँ। सूर की साहित्य हूँ मैं, दिनकर की सविता हूँ। मैं कविता हूँ। सबकी... Hindi · कविता 251 Share Ashok Sharma 15 Mar 2022 · 1 min read जोगीरा सा रा रा रा सब जन नाचते गाते, हुड़दंग मचाते टोली में।--२ रंग लगाते रंग बदलते, दिख रहे हैं होली में। जोगीरा सा रा रा रा........ मद मस्त मतवाले घूमें, मगन भंग की गोली... Hindi · लोकगीत 2 352 Share Ashok Sharma 15 Mar 2022 · 1 min read इयार घरे नेवता थाट बाट और केश सजा के, दावत में एक सज्जन अइलें, तीन नेवता के क्रम में इहवां, दुसरा नेवता के लड्डू खइलें। सबसे मिलके मान बड़वले, शोभा बढवलें दुवारी के,... Bhojpuri · कविता 194 Share Ashok Sharma 12 Mar 2022 · 1 min read फगुनी बयार बसन्त में बाग फूले, आम्र डाली डाली झूले, प्रेम मतवाली झूमे, फगुनी बयार है। खेत दिखे पीले सब, हरा भरा दिखे रब, खग मद मस्त दिखे, बसन्त बहार है। रग... Hindi · घनाक्षरी 431 Share Ashok Sharma 28 Feb 2022 · 1 min read शिव शम्भु (मनहरण घनाक्षरी) आप शिव शम्भु भोले, जग हर हर बोले, निवास कैलास करे, मेरी गली आओ ना। दूध दही नहीं सही, बेल पत्र धूल रही, कैसे करूँ पूजा तेरी, राय... Hindi · घनाक्षरी 208 Share Ashok Sharma 24 Feb 2022 · 1 min read शेर खुशियाँ कम और अरमान बहुत हैं, जिसे भी देखो परेशान बहुत है !! करीब से देखा तो निकला रेत का घर, मगर दूर से इसकी शान बहुत है !! कहते... Hindi · शेर 1 388 Share Ashok Sharma 22 Feb 2022 · 1 min read मतदान जागरूकता मतदान उत्सव है, प्रजातंत्र भारत का, जागरूक मतदाता, आप बन जाईये। प्रजातंत्र प्रजा हित, खातिर ही तो बना है, कैसे होगा हित आप, सबको बताईये। जिम्मेदारी सिर्फ़ राज-नेताओं की नहीं... Hindi · घनाक्षरी 1 205 Share Ashok Sharma 18 Feb 2022 · 1 min read बसन्त शीत लहर के घोर कहर को, दबा के आ जाता बसन्त। नव पल्लव, नव कलियों में, स्फुटित कर देता बसन्त।। कँपती सुबह की बेला में, नव ऊर्जा भर देता बसन्त।... Hindi · कविता 192 Share Ashok Sharma 16 Feb 2022 · 1 min read लाना दहेज में। तुम हमको खुश करने खातिर, दहेज लाना बचपन का प्यार। खुशियाँ हो सम्पूर्ण समाहित, साथ में हो गुड़ियाँ दो चार। लाना मन श्रृंगार के डिब्बे, बन्द स्वर्ण करुणा अपार। रजत... Hindi · कविता 1 235 Share Ashok Sharma 7 Feb 2022 · 1 min read ऐसा हो संसार मैं चाहूँ की बाघ व बकरी, एक ही घाट निर्वाह करे। कलकल बहती माँ भागीरथी, स्वच्छ जल ही प्रवाह करे। वन कानन व विटप लताएँ, धानी हो धरा को प्यार... Hindi · कविता 1 171 Share Ashok Sharma 28 Jan 2022 · 1 min read कैसे गाऊँ खुशी के गीत? कैसे गाऊँ खुशी के गीत? किसको बनाऊँ अपना मीत, दुनिया को जब मैंने समझा, होश उड़ गए देख के रीत। कैसे गाऊँ खुशी के गीत? मुँह में राम बगल में... Hindi · कविता 464 Share Ashok Sharma 26 Jan 2022 · 1 min read देशभक्त राष्ट्र हित का जज्बा जिसमें, वह सुंदर वतन सजाता है। ऋतु मौसम दिन रात परे, जो हरदम अलख जगाता है। जिसका दमखम सुन बैरी, दूर से ही थर्राता है, ऐसे... Hindi · कविता 336 Share Ashok Sharma 25 Jan 2022 · 1 min read आजादी आजादी का मतलब क्या है? पूछो उन बन्द परिंदों से, जो हैं स्वर्ण महल में रहते, औरआहत हैं दरिंदों से। खून पसीना अपना बोके, गर पेट ना भर पाए, कैसेआजाद... Hindi · कविता 1 2 313 Share Ashok Sharma 23 Jan 2022 · 1 min read माँ यशोदा अवध की तू ही शान, दशरथ रखे मान, बन मैया राम की तू, फिर अब आओ ना। घर घर फूट भारी, मंथरा ने मति मारी, राम राज त्याग पाठ, जग... Hindi · कविता 177 Share Ashok Sharma 21 Jan 2022 · 1 min read किसको पूजूँ ? समझ न आये किसको पूजूँ, ईश यहाँ बहुतेरे हैं। ईश्वर,अल्ला,अवध के लल्ला, बहुत यहाँ पर फेरे हैं। अपना स्वार्थ ही बाँट रखा है, प्रभु को कई टुकड़ों में। कहीं पे... Hindi · कविता 1 211 Share Ashok Sharma 17 Jan 2022 · 1 min read बस थोड़ा सा प्यार दे दो। इस रंग बदलती दुनिया में, अब इतनाअधिकार दे दो। मुझे थोड़ी सी खुशी और, बस थोड़ा सा प्यार दे दो। इतनी सी चाहत है मेरी, यूँ एक तमन्ना रखता हूँ।... Hindi · कविता 1 366 Share Ashok Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read है बड़ी लाचारी बेरोजगारी युवा राह अब ताक रहे, डिगिरियाँ लेकर झांक रहे, चेहरे पर पड़ रही लकीरे, अब उम्र ढलती जाती सारी, है बड़ी लाचारी, बेरोजगारी। कहीं लूट डाका कहीं पड़ता, कहीं नयन... Hindi · कविता 3 2 241 Share Page 1 Next