Ashok Sharma Tag: कविता 128 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Sharma 4 Jan 2024 · 1 min read आओ मना लें नया वर्ष हम गीत: नव वर्ष आओ मना लें नया वर्ष हम, फिर से गले से लगा लो सनम।.. ओ जो हैं राहों में पिछड़े हुवे, अपनों से जो भी हैं बिछड़े हुवे..2... Hindi · कविता 71 Share Ashok Sharma 12 Aug 2023 · 1 min read दावत एक दिन दावत में, चला गया यार घर। रबड़ी मलाई वहाँ, पेट भर खाया मैं। संग संग पूड़ी खीर, पनीर का चटकारा, बैठ इयारिन संग, जम के लगाया मैं। हुई... Hindi · कविता 1 138 Share Ashok Sharma 21 Jul 2023 · 1 min read क्यों---------हो? दाना पानी पक्षियों को, बड़े प्यार से देते हो। इतने अच्छे हो तो पिंजरे, में क्यों बसाते हो? मदारी भी कपड़े का, करता लिहाज यारों, अर्ध्वस्त्र कठपुतली, तू क्यों नाचते... Hindi · कविता 79 Share Ashok Sharma 6 Jul 2023 · 1 min read पूजा हुआ सबेरा खूब नहाया, जाना था करने पूजा। तन में मन में इष्ट बसे थे, दिखता नहीं था दूजा।। रोरी अक्षत थाल सजाकर, मस्तक खूब नवाया। बाहर आ जूते न... Hindi · कविता 103 Share Ashok Sharma 17 Jun 2023 · 1 min read फिर उठ जाइये सुनों देश के किसानों, भारती के नौनिहालों, धरती पुकार रही, फिर उठ जाइये। कड़ी धूप ताड़ रही, हौसले को फाड़ रही, मात सूर्यदेव को दे , धरा हरसाइये। जहाँ चकाचौध... Hindi · कविता 164 Share Ashok Sharma 25 Nov 2022 · 1 min read निराली दुनिया दुनिया है ये खूब निराली, दिनकर पर गोधूलि हँसती है। घात लगाए शेर है बैठा, बकरी की गर्दन फँसती है। कटते पेड़ नीम का हरदम, फिर भी कड़वाहट बढ़ती है।... Hindi · कविता 80 Share Ashok Sharma 13 Oct 2022 · 1 min read करवाचौथ: एक प्रेम पर्व पति पत्नी का रिश्ता, है बड़ा पवित्र देखो, हर रोज इज्जत से, पेश आया कीजिये। नारी पूजती है पाँव, फूल धूप रोरी लेके, थाल में श्रद्धा से आप, प्रेम डाल... Hindi · कविता 1 1 156 Share Ashok Sharma 20 Sep 2022 · 1 min read पितृपक्ष: सपने में बाबूजी कल रात जब मैं सोया था, तब बाबूजी की याद सताई। यह माह है पितृ पक्ष का, ठीक समय पर याद है आयी। हुआ सबेरा जल्दी जल्दी, नहा धो कर... Hindi · कविता 1 1 118 Share Ashok Sharma 4 Sep 2022 · 1 min read गुरु : ज्ञान के दीपक आप हैं जग के दीपक देखो, ज्ञान की बाती जलाते गुरु हैं। लौ जस खुद ही जलकरके ही, तम को दूर भगाते गुरु हैं। शोक विशाद या धुँध के बादल,... Hindi · कविता 222 Share Ashok Sharma 30 Aug 2022 · 2 min read फाँसी बड़े खुश पलटू भैया थे, कल ही था शादी करवाया। सुंदर दुलहिनिया संग अपने, केवल था एक दिन ही बिताया। सुबह सुबह पतलून पहनकर, सजधज कर के बाहर आया। एक... Hindi · कविता 184 Share Ashok Sharma 13 Aug 2022 · 1 min read रेशम की डोरी कीमत रेशम की डोरी की, जग में होती है अनमोल। भाई बहन प्रीत है कितना, कोई नहीं सकता है तोल। केवल रेशम डोरी ना ये, भ्रातृ प्रेम रस देता घोल।... Hindi · कविता 111 Share Ashok Sharma 8 May 2022 · 1 min read हक्का बक्का जिंदगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया। हम सीख ना पाए फरेब, दिल बच्चा ही रह गया। किया खूब भरोसा मैनें, गैरों के प्यार पर। अपने से हार... Hindi · कविता 286 Share Ashok Sharma 2 May 2022 · 1 min read अश्लील गाने अश्लील गानों का अब ऐसा दौर आया है, पर्व आयोजनों में यह प्रमुखता से छाया है। घर की औरतें पुरुषों संग ठुमके लगा रही, मान मर्यादा इज्जत सब सामने लाया... Hindi · कविता 1 470 Share Ashok Sharma 11 Apr 2022 · 1 min read बलिहारी मैंने देखा इक सीधी बकरी, थी मंदिर चढ़ती बलिहारी। मालाओं से खूब सजी वो, ना समझी नर की गद्दारी। ढोल नगाड़े -अक्षत बीच, सामने थी भवानी न्यारी। क्या कसूर था... Hindi · कविता 1 164 Share Ashok Sharma 30 Mar 2022 · 2 min read पत्थर और शीशा मोहब्बत हो गयी शीशे को, एक पाषाण से एक दिन। मिले थे नैन दोनों के, और हर्षित हुए थे दिल। कि उनके प्यार की कलियाँ, सभी अब मुस्कुराती हैं। लुढ़क... Hindi · कविता 189 Share Ashok Sharma 25 Mar 2022 · 1 min read मैं कविता हूँ मैं कविता हूँ। (विश्व कविता दिवस पर ) मीरा की भक्ति हूँ मैं, रसखान का वात्सल्य हूँ। सूर की साहित्य हूँ मैं, दिनकर की सविता हूँ। मैं कविता हूँ। सबकी... Hindi · कविता 265 Share Ashok Sharma 15 Mar 2022 · 1 min read इयार घरे नेवता थाट बाट और केश सजा के, दावत में एक सज्जन अइलें, तीन नेवता के क्रम में इहवां, दुसरा नेवता के लड्डू खइलें। सबसे मिलके मान बड़वले, शोभा बढवलें दुवारी के,... Bhojpuri · कविता 197 Share Ashok Sharma 18 Feb 2022 · 1 min read बसन्त शीत लहर के घोर कहर को, दबा के आ जाता बसन्त। नव पल्लव, नव कलियों में, स्फुटित कर देता बसन्त।। कँपती सुबह की बेला में, नव ऊर्जा भर देता बसन्त।... Hindi · कविता 193 Share Ashok Sharma 16 Feb 2022 · 1 min read लाना दहेज में। तुम हमको खुश करने खातिर, दहेज लाना बचपन का प्यार। खुशियाँ हो सम्पूर्ण समाहित, साथ में हो गुड़ियाँ दो चार। लाना मन श्रृंगार के डिब्बे, बन्द स्वर्ण करुणा अपार। रजत... Hindi · कविता 1 242 Share Ashok Sharma 7 Feb 2022 · 1 min read ऐसा हो संसार मैं चाहूँ की बाघ व बकरी, एक ही घाट निर्वाह करे। कलकल बहती माँ भागीरथी, स्वच्छ जल ही प्रवाह करे। वन कानन व विटप लताएँ, धानी हो धरा को प्यार... Hindi · कविता 1 173 Share Ashok Sharma 28 Jan 2022 · 1 min read कैसे गाऊँ खुशी के गीत? कैसे गाऊँ खुशी के गीत? किसको बनाऊँ अपना मीत, दुनिया को जब मैंने समझा, होश उड़ गए देख के रीत। कैसे गाऊँ खुशी के गीत? मुँह में राम बगल में... Hindi · कविता 470 Share Ashok Sharma 26 Jan 2022 · 1 min read देशभक्त राष्ट्र हित का जज्बा जिसमें, वह सुंदर वतन सजाता है। ऋतु मौसम दिन रात परे, जो हरदम अलख जगाता है। जिसका दमखम सुन बैरी, दूर से ही थर्राता है, ऐसे... Hindi · कविता 345 Share Ashok Sharma 25 Jan 2022 · 1 min read आजादी आजादी का मतलब क्या है? पूछो उन बन्द परिंदों से, जो हैं स्वर्ण महल में रहते, औरआहत हैं दरिंदों से। खून पसीना अपना बोके, गर पेट ना भर पाए, कैसेआजाद... Hindi · कविता 1 2 319 Share Ashok Sharma 23 Jan 2022 · 1 min read माँ यशोदा अवध की तू ही शान, दशरथ रखे मान, बन मैया राम की तू, फिर अब आओ ना। घर घर फूट भारी, मंथरा ने मति मारी, राम राज त्याग पाठ, जग... Hindi · कविता 185 Share Ashok Sharma 21 Jan 2022 · 1 min read किसको पूजूँ ? समझ न आये किसको पूजूँ, ईश यहाँ बहुतेरे हैं। ईश्वर,अल्ला,अवध के लल्ला, बहुत यहाँ पर फेरे हैं। अपना स्वार्थ ही बाँट रखा है, प्रभु को कई टुकड़ों में। कहीं पे... Hindi · कविता 1 217 Share Ashok Sharma 17 Jan 2022 · 1 min read बस थोड़ा सा प्यार दे दो। इस रंग बदलती दुनिया में, अब इतनाअधिकार दे दो। मुझे थोड़ी सी खुशी और, बस थोड़ा सा प्यार दे दो। इतनी सी चाहत है मेरी, यूँ एक तमन्ना रखता हूँ।... Hindi · कविता 1 377 Share Ashok Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read है बड़ी लाचारी बेरोजगारी युवा राह अब ताक रहे, डिगिरियाँ लेकर झांक रहे, चेहरे पर पड़ रही लकीरे, अब उम्र ढलती जाती सारी, है बड़ी लाचारी, बेरोजगारी। कहीं लूट डाका कहीं पड़ता, कहीं नयन... Hindi · कविता 3 2 247 Share Ashok Sharma 15 Jan 2022 · 1 min read तुम भी पतंग बन जाओ छोड़ के सारे दर्द गमों को, जग में खुशियाँ फैलाओ, उड़ो नेह डोर में बँध कर, इस धरा को खूब हर्षाओ, तुम भी पतंग बन जाओ। ठंढी सर्द हवाओं में... Hindi · कविता 1 390 Share Ashok Sharma 5 Jan 2022 · 1 min read ठिठुरन में नव वर्ष समय पुराना बीत गया, धूँध से सहम रीत गया, कहीं बाढ़ की आफत आयी, महामारी ने छीना सब हर्ष, आया है ठिठुरन में नव वर्ष। कुंठित मन का आस है... Hindi · कविता 1 406 Share Ashok Sharma 5 Jan 2022 · 1 min read व्यथा मन खामोश था , मौन तोलता रहा। तन्हाई थी अकेले, इश्क बोलता रहा। प्रेम भाव स्वर से, तो दर्द नाचने लगे, आस नए कल की, रुग्ण खोलता रहा। डाह देख... Hindi · कविता 1 492 Share Ashok Sharma 1 Jan 2022 · 1 min read आओ ऐसा नव वर्ष बनाएं छट गयी है दुःख की बदली, अब घटा सुख की अपनाएं। शीत ऋतु का स्वागत करके, चलो नव वर्ष में मन हर्षायें। आओ ऐसा नव वर्ष बनाएं। जो हैं अडिग... Hindi · कविता 1 375 Share Ashok Sharma 25 Dec 2021 · 1 min read अटल मालवीय जयंती न्योछावर जिसने कर डाला, तन मन राष्ट्र की सेवा में, जिसने देश हित गवाँ दी, सांसों को अपनी रेवा में, उनको शत-2 नमन हैं करते, उनको शीश झुकाते हैं, अटल... Hindi · कविता 1 242 Share Ashok Sharma 24 Dec 2021 · 1 min read युवा व राष्ट्र युवा ऊर्जा की खान हैं, राष्ट्र शक्ति की शान हैं, युवा तूफ़ां की राह मोड़ दें, ऐसे अडिग चट्टान हैं। युवा जागे तो मान है, सरहद की आन बान है,... Hindi · कविता 2 2 311 Share Ashok Sharma 20 Dec 2021 · 1 min read पैसा बोलता है पैसे के गुण अनेक, करे काम बड़े नेक, मान देता जग सारा, श्री चक्षु खोलता है, कि पैसा बोलता है। अभाव न कटे जाड़ा, पैसा भरे पेट सारा, रहता चंचल... Hindi · कविता 2 2 520 Share Ashok Sharma 19 Dec 2021 · 1 min read किरकिरी श्वेत मतंग के रक्षक दल में, चीतों की भरमार है । खाकी चमड़ी धारी शेरों का, गायें बनी शिकार है ।। स्वर ऊंचा अलाप रहे सब, भद्र जीवों को देखकर... Hindi · कविता 1 305 Share Ashok Sharma 12 Dec 2021 · 1 min read सीखो मुश्किलों से लड़ना सीखो, मन्द समीर सा बहना सीखो, तम कोनों से गुम हो जाये, दीपक बनकर जलना सीखो। मृदु लता से झुकना सीखो, आँधी तूफान में रुकना सीखो, जिससे... Hindi · कविता · बाल कविता 1 643 Share Ashok Sharma 30 Nov 2021 · 1 min read क्या? फिर चुनाव आया है! गली-गली चौराहे पर, ये कैसा रौनक छाया है? कहीं चाय तो कहीं मिठाई, खूब पकौड़ी छनाया है। क्या? फिर चुनाव आया है! जिनसे मिलने खातिर भैया, नैना बरसों तरस गए।... Hindi · कविता 1 416 Share Ashok Sharma 27 Nov 2021 · 1 min read नशा न अपनाइए मानव का रूप मिला, सुन्दर ये तन खिला, सोच कर नेक भाई, खुशी के गीत गाइये। खान पान शुद्ध रहे, मन भी प्रबुद्ध रहे, जग में महान बन, खूब नाम... Hindi · कविता 3 338 Share Ashok Sharma 15 Nov 2021 · 1 min read आईं न तनि बैठीं आईं न तनि बैठीं , कुछ बात कइल जा। छोड़ि दंभ,क्लेश,द्वेष, मुलाकात कइल जा। आईं न तनि ......... उ समय रहल, हम के छाया में। हम भटक गइलीं, मोह माया... Bhojpuri · कविता 1 1 315 Share Ashok Sharma 14 Nov 2021 · 1 min read बड़ी तकलीफ है बड़ी तकलीफ है, आजकल के प्यार में। झुमका भी नहीं गिरता, अब बरेली के बाजार में। जो अँखियों में लगके, रोशनी बढ़ाता था। वो कजरा मोहब्बत वाला, महंगा हुआ व्यापार... Hindi · कविता 1 328 Share Ashok Sharma 6 Nov 2021 · 1 min read जंगलराज कोयल डाली डाली कुहुके, जब कौवे काँव काँव करें। मेंढक की टर्र टर्र सुनकरके, विषधर धीरे से पाँव धरे। गंगा तट पर बगुले देखो, एक टांग खड़े ध्यान लगा। होती... Hindi · कविता 2 2 215 Share Ashok Sharma 6 Nov 2021 · 1 min read आओ ना एक दीप जलायें मर्यादा के विजय का पर्व, हर हर नारी को है गर्व। जग को मर्यादा सिखलाने, आदर्शों की राह दिखाने, नई रंगोली घर में बनाएं। आओ ना एक दीप जलायें।। जिनके... Hindi · कविता 1 177 Share Ashok Sharma 5 Nov 2021 · 1 min read इस दीवाली देखा हमने इस दीवाली देखा हमने, स्नेह की बाती से दीप जले। कोने कोने से भी भगाया, तम जो छुपा था चिराग तले। खूब खिलाई हलवा पूड़ी, मिष्ठान भी खूब चले। महंगा... Hindi · कविता 1 487 Share Ashok Sharma 3 Nov 2021 · 1 min read किस बात का दीप किस बात का दीप जलाते, हो तुम अपने छत आँगन में? क्या अंधियारा मिटा चुके हो, दीन हीन उजड़े बागन में? क्या कुम्हार के बच्चों का, बिस्कुट टॉफी है याद... Hindi · कविता 2 2 221 Share Ashok Sharma 28 Oct 2021 · 1 min read नयन नयन कटीले, नयन सजीले, नयन लगे हैं, छैल छबीले। नयन नशीले, नयन रंगीले, नयन करे हैं, मन को पीले। नयन चरित्र, नयन विचित्र, नयन से होती,हिया पवित्र। नयन लुभाते, नयन... Hindi · कविता 372 Share Ashok Sharma 25 Oct 2021 · 1 min read कितने दिन का जीवन बोलो मीठा मिलके चलो, सबसे कर लो स्नेह। कितने दिन का जीवन है, कितने दिन का देह। बुझे प्यास वाणी से तेरी, ऐसी भरी हो नेह। छायादार बनो कुटिया तुम,... Hindi · कविता 265 Share Ashok Sharma 22 Oct 2021 · 1 min read अदमी अउर सरप यदि सँपवा विष ना पावत, यदि ओके डंसे ना आवत। लोग पहिन के गटई में घुमते, बेचारा माला बन जावत। संपवा मनई के न नाता भवेला, तब मनई विष कहाँ... Bhojpuri · कविता 205 Share Ashok Sharma 10 Oct 2021 · 1 min read दर्द है मैं को मैं की कहता मैं, मैं कितना तरल, सरस शान्त और हूँ शीतल। काया कल्प तो मैं करता हूँ, हमको उतारो तुम भीतर। कहीं गम तो कहीं दर्द को, आधा या पूरा मैं... Hindi · कविता 178 Share Ashok Sharma 4 Oct 2021 · 1 min read दर्पण देख देख मानव का चेहरा, अब दर्पण भी मुस्काता है। सर्वश्रेष्ठ है यही धरा का, जो अपनों को भरमाता है। मुझमें देख लगाए मुखौटे, मेरे सामने ही इतराता है। देख... Hindi · कविता 2 2 499 Share Ashok Sharma 2 Oct 2021 · 1 min read दीपक चाहत है मेरी कि,मैं सिर्फ रहूँ जलता, मेरी रूह रोशनी में , जग रहे पलता। रौंद गया जब मैं, तब बना मिट्टी गीला, चाक का चक्कर सहा,नहीं हुआ ढीला। धूप... Hindi · कविता 1 453 Share Page 1 Next