Jyoti shrivastava Tag: ग़ज़ल/गीतिका 60 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Jyoti shrivastava 30 Mar 2020 · 1 min read समझ जाइये हाल-ए-दिल की हकीकत समझ जाइये। बिन कहे ही मुहब्बत समझ जाइये।। कोरे कागज पे दिल की वसीयत लिखी। आप खुद अपनी कीमत समझ जाइये। हर किसी से तो कहना मुनासिब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 352 Share Jyoti shrivastava 28 Feb 2020 · 1 min read गलत बात है 212 212 212 212 रोज़ ही याद आना गलत बात है रात दिन यूँ रुलाना गलत बात है रोटियों के बिना कोई भूखा मरे। मंदिरों में खजाना गलत बात है।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 225 Share Jyoti shrivastava 28 Feb 2020 · 1 min read मैं बनी तेरी दुल्हन 2122 2122 2122 212 मन से मन के फेरे करके मैं हुई तेरी सजन। हाथ में अब हाथ लेकर ले लिये सातों वचन।। आपका ही नाम हाथों की लकीरों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 357 Share Jyoti shrivastava 27 Feb 2020 · 1 min read मेरा दीवाना 2122 1122 1122 22 मेरा दीवाना इतना करता है मुझे प्यार दिवाना मेरा। पर करे मुझसे न इजहार मेरा दीवाना।। दिल दिया मुझको तो जलने लगी दुनिया सारी । फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 569 Share Jyoti shrivastava 27 Feb 2020 · 1 min read आप ?? आप ही आराधना हो आप ही हो साधना। छोड़ कर रब को करूँ बस आप से ही प्रार्थना।। ?? प्यार बेहद मुझसे ही कब तक करोगे साजना। दिल की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 464 Share Jyoti shrivastava 24 Feb 2020 · 1 min read दिल का कातिल है ग़ज़ल *दिल का कातिल है* सजी है खूब स्वरों की जो आज महफ़िल है। इसी में है कहीं वो चोर दिल का कातिल है।। नज़र जो चार हुईं है गुनाह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 356 Share Jyoti shrivastava 24 Feb 2020 · 1 min read तमाशे 1212 1122 1212 22 ग़ज़ल *तमाशे प्यार में क्यों बार बार करते हो* तमाशे प्यार में क्यों बार बार करते हो। हमारी आबरू को तार तार करते हो।। जिगर को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 490 Share Jyoti shrivastava 5 Feb 2020 · 1 min read दिल पे अब उसकी ही हुकूमत है 2122 1212 22 चुन ली दिल ने जो खास सूरत है। दिल पे अब उसकी ही हुकूमत है।। हुश्न की क्या मिशाल दूं उसकी हद से ज्यादा ही खूबसूरत है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 200 Share Jyoti shrivastava 16 Jan 2020 · 1 min read धूप से झुलसे बदन गीत 2122 2122 2122 212 धूप से झुलसे बदन, जलते ये कोमल पाँव हैं । याद आते तब तरु देते जो शीतल छाँव हैं।। कमरों में ही कैद हैं, शहरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 398 Share Jyoti shrivastava 16 Jan 2020 · 1 min read गुस्से में 1222 1222 1222 1222 ये तेवर हैं बहुत तीखे ,गज़ब अंदाज़ गुस्से में। लगे है खूबसूरत और भी ,हमराज गुस्से में।। कहा अबतक न हालेदिल,मगर जब रूठे तो बोले। परत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 275 Share Previous Page 2