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कौए का काम भी मोबाइल ने ले लिया, हकीकत कह दी आपने।गाँव में जो भाव था वो शहर में नहीं रहा।
आते हैं मेहमान अब तो, फोन करके पूछकर। अब नहीं मुंडेर पर कौए ही करते काँव हैं।।
कौए का काम भी मोबाइल ने ले लिया,
हकीकत कह दी आपने।गाँव में जो भाव था वो शहर में नहीं रहा।