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हाइकु
arti lohani
नारी बस यूँ ही छली गयी
arti lohani
कोई शख्स पराया नहीं।
arti lohani
मदहोश
arti lohani
हमसफर तुम
arti lohani
तन्हाई
arti lohani
कैसी ये रीत
arti lohani
मेरा गाँव
arti lohani
मैं नारी हूँ
arti lohani
बेटियाँ
arti lohani
अजब ये प्रीत है.
arti lohani
कागज की कश्ती
arti lohani
ओ अजनबी...
arti lohani
रुह को रुह में उतरने दो
arti lohani
कौन हो तुम
arti lohani