अनुज पाण्डेय Tag: मुक्तक 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अनुज पाण्डेय 4 Sep 2019 · 1 min read व्यंग्य लिखने को जब कुछ नहीं लिखलो हास विलास कहदो इससे श्रेष्ठ कुछ नही अब और सृष्टि में खास आड़े टेढ़े मुँह बिचका कर पत्नी का परिहास उड़ाकर अधिकांश कवि सम्मेलन... Hindi · मुक्तक 442 Share अनुज पाण्डेय 4 Sep 2019 · 1 min read सच्चा इन्सान दीनबन्धु बन कर दीनों को दान दिया है परम् प्रसन्नता ये ही गैरों को प्यार दिया। अपने को तो सब अपने अपने मिल जाते हैं गैरों को जो अपनेपन से... Hindi · मुक्तक 496 Share अनुज पाण्डेय 30 Aug 2019 · 1 min read निरन्तरता // ताजगी नई स्फूर्ति नई उत्साह पुनः जीवन लक्ष्य पाने को कर्त्तव्य पथ पर उत्तरोत्तर आगे बढ़ने को प्रसन्नता अपार है अगला दिन तैयार है आरम्भ है, जीवन के लक्ष्यों... Hindi · मुक्तक 2 467 Share अनुज पाण्डेय 30 Aug 2019 · 1 min read ये तन तो बस ईंधन है ये तन तो बस ईंधन है, स्वाहा होना निर्धारित है। सत्य सनातन शाश्वत जो उस ब्रह्म ज्ञान को पाएं जीवन को मुक्ति मार्ग में अपने सदा प्रवृत्त बनाएं।। अहंकार का... Hindi · मुक्तक 2 503 Share अनुज पाण्डेय 29 Aug 2019 · 1 min read वैवाहिक वर्षगाँठ की शुभकामनाएं "वैवाहिक-वर्षगाँठ" जीवन के हर दिन मनाते हुए त्योहार आज हमने बिताए कई वर्ष एक दूजे के साथ प्रति वर्ष एक नई ऊँचाई पर अपना रिश्ता बढ़ता उठता जाए हर वर्षगाँठ... Hindi · मुक्तक 3 520 Share अनुज पाण्डेय 29 Aug 2019 · 1 min read अनुकरणीय "अनुकरणीय" जीवन सौजन्य मिला जिनके, संरक्षित जीवन नित्य रहे उनकी सेवा से कष्ट कटे परम् दिव्य हरि प्रीति मिले, आकर इस संसार में यदि व्यर्थ बीत जाएं दिन सारे, क्या... Hindi · मुक्तक 2 451 Share अनुज पाण्डेय 28 Aug 2019 · 1 min read क्या लिखें? क्या लिखें किसको लिखें कैसे लिखें? कल्पना से पार क्या है? उसको लिखें? आसमां के उस पार क्या है? उसको लिखें? सूर्य को ये रोशनी कैसे मिली? उसको लिखें? इतने... Hindi · मुक्तक 2 544 Share अनुज पाण्डेय 26 Aug 2019 · 1 min read आशियाना आशियाना' आज की दुनिया में एक आशियाना बनाना, समझो पत्थर पे दूब उगाना। हर जीव को चाहिए सर ढँकने के वास्ते, एक आशियाना। पेड़ पर हो घोंसला, या भूमिगत हो... Hindi · मुक्तक 2 509 Share अनुज पाण्डेय 26 Aug 2019 · 1 min read जीवन की बगिया में.. जीवन की बगिया में तुम फूल बनो महको। महको जग में तुम हर रूह तलक उतरो। उतरो दरिया में तुम कोई डूब रहा पकड़ो। पकड़ो तुम उसको दे करके सहारा... Hindi · मुक्तक 2 516 Share अनुज पाण्डेय 26 Aug 2019 · 2 min read हनुमानजी जी का लंका में जाना माता सीता से मिलना "हनुमानजी का लंका गमन और माता जानकी से मिलना" बीच सिंधु एक निशिचरी छाया गहि खग खाय। उड़त देख हनुमन्त को गहि छाया मुसुकाय।। तुरंत खींच करि धरि मुख लीन्हा।हनुमत... Hindi · मुक्तक 2 529 Share अनुज पाण्डेय 25 Aug 2019 · 1 min read वर्ण पिरामिड रचना वर्ण पिरामिड रचना दे ताल लंकेश हनुमान दर्प दाहक जानकी सन्देश राम उर प्रधान।। Hindi · मुक्तक 2 527 Share अनुज पाण्डेय 25 Aug 2019 · 1 min read सुख की खोज वर्ण पिरामिड: है सुख भीतर अतिरेक नहीं कंचन कस्तूरी सहज नहीं सुलभ जन। ◆ सुख को ढूंढत जग रहा कहीं न मिलता मोल। उर में जो खोजा गया मिला बिना... Hindi · मुक्तक 2 665 Share अनुज पाण्डेय 25 Aug 2019 · 1 min read समसामयिक भाव रचना सहनशीलता की चरम है, आक्रोशित हैं लोग। जय श्रीराम भड़काऊ है, कहते राक्षस लोग।। अरबों की जनसंख्या में सिर्फ मिले उनचास।। ऐसे दुष्ट पिशाचों का, कर दो पूर्ण विनाश।। आज़म... Hindi · मुक्तक 2 364 Share अनुज पाण्डेय 24 Aug 2019 · 1 min read जन्मदिन की शुभकामनाएं जन्मदिन की शुभकामनाएं --1-- बुद्धिमान गुणवान हो, सबसे प्रेम समान। चरण सफलता चूमती, जग में हो सम्मान।। जन्मदिवस की शुभकामना, सबसे मिले अनन्त। मेरी शिव से प्रार्थना, सुख का न... Hindi · मुक्तक 2 1k Share अनुज पाण्डेय 24 Aug 2019 · 1 min read श्री राम जी को समर्पित वन्दित पूजित राजित हृदये प्रेमाभूषण राम। रंजित अंजित सज्जित चक्षु दिव्यदृष्टि युत राम।। अर्पित वाँछित अर्चित वर्णित यथा वेद में राम। हर्षति नृत्यति मनसा मोहित रूप राशि गुणधाम।। सर्वगुणाधिप प्रभु... Hindi · मुक्तक 2 425 Share