Anoop 'Samar' Language: Hindi 253 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 1 min read काली रात गहरी काली रात अब सूरज को न रोक पायेगी! मुश्किले कैसी भी हो सब की सब कट जायेंगी! जब होगा उजाला तो सब दूरियाँ मिट जायेंगी! सवेरा होने पर ये... Hindi · मुक्तक 3 512 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 1 min read रब बिकता हैं! क्यूँ पुछते हो यहाँ कौन कैसे और कब बिकता है! मत पुछिये यहाँ पर तो मतलब पर रब बिकता हैं! इज्जत गैरत ईमान खुद्दारी मत पुछिये क्या क्या! ये बड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 227 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 1 min read मध्यम वर्ग का व्यक्ति "सोचा कुछ अपने लिये भी लिखे यानि के "मध्यम वर्ग" व्यक्ति पर" मध्यम वर्ग का आदमी सहमा हुआ पड़ा है जीवन के चौराहे पर! सभी दिशाओं से उसे घूर रहे... Hindi · लेख 3 383 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 1 min read थक गया हूँ... थोड़ा थक गया हूँ दूर निकलना छोड़ दिया है! पर ऐसा नहीं है की मैंने चलना छोड़ दिया है! ये फासले अक्सर बढ़ा देते हैं दूरीयाँ रिश्तो में! पर ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 288 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 2 min read खाली पेट... *खाली पेट -* (लघुकथा) लगभग दस साल का बालक राधा का गेट बजा रहा है। राधा ने बाहर आकर पूंछा "क्या है ? " "आंटी जी क्या मैं आपका गार्डन... Hindi · लघु कथा 4 2 448 Share Anoop 'Samar' 25 Feb 2020 · 1 min read Ek Kitaab ज़िंदगी पर मैं जब एक किताब लिखूंगा! उस वक़्त में मैं सभी का हिसाब लिखूंगा! वक़्त तो फ़िसल रहा है बस हाथों से मेरे! ख़ुद की चाहतों को मैं बेहिसाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 477 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read गहराई इश्क की....... तैरना हम को भी आता हैं गहराई में यारो! पर जाने कैसे डूब गये हम इश्क में उनके! ✒ अनूप एस. Hindi · मुक्तक 4 2 319 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read मेरे महबूब... साकी ज़िक्र न कर मेरे महबूब का तु मुझसे! मैं यहाँ पर न आता गर वो पिलाते नज़रो से! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 3 2 416 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read दास्ताँ..... ख़त्म होने को हैं दास्ताँ अपनी तब पैगाम आया तो क्या आया! सिलसिला ख़त्म हुआ तब पैगाम भिजवाया तो क्या भिजवाया! बरसो बरस खड़े रहे सरे राह हम तो उस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 358 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read गिरफ़्त-ए-लम्स कड़कड़ाती ठंड में तेरे आग़ोश का नशा चाहिए! उम्र भर तेरे गिरफ़्त-ए-लम्स की सजा चाहिए! ?-AnoopS© 30 Nov 2019 गिरफ़्त-ए-लम्स (grip of touch) Hindi · मुक्तक 5 249 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read वक़्त गर बदलना चाहते हैं आप वक़्त अपना! फ़िर ज़रा वक़्त को भी तो वक़्त दीजिये! ?-AnoopS© 03 Jan 2020 Hindi · मुक्तक 3 560 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read दौड़ न ही किसी दौड़ में हूँ न किसी होड़ में हूँ! जाने क्यो चन्द लोग हड़बडाये से रहते हैं! #Anoop S Hindi · मुक्तक 2 419 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read इश्क इश्क काम नहीं हैं बनियो का......!! इश्क करना हैं तो ज़रा खुल के कर! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 3 271 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बदल न जाँऊ! जब तक पिघल न जाँऊ और तुझ में ढल न जाँऊ! समा लो मुझको खुद मे जब तक मैं बदल न जाँऊ! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 4 501 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read रिवाज़ हदें तोड़ दी हैं हमने भी उन से रूठ जाने की! उस ने भी खत्म कर दिया रिवाज़ मनाने का! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 521 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read तलाश मेरे वजूद को तलाश न कर कभी मेरे अल्फ़ाजो में! महसूस जितना करता हूँ उतना मैं लिख नहीं पाता! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 2 263 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read गुनाह हैं याद मुझ को मेरे सारे गुनाह! एक तो इश्क़ कर लिया! दूसरा आप से कर लिया! तीसरा बेपनाह कर लिया! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 2 308 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बेसमझ बेसमझ ही थे................. तो ठीक था! उलझने ज्यादा हुई तो समझदार हो गए! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 2 485 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read मदहोश मैं ख्वाबो की दुनिया में बस खोता चला गया! मदहोश था नहीं पर मदहोश होता चला गया! ना जाने क्या बात थी उस दिलकश चेहरे में! ना चाहते हुए भी... Hindi · मुक्तक 2 428 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बदनाम 2 नाम तो बहुत हैं अपना खुद की गलियों में! बदनाम तो हम सिर्फ़ उन की गलियो में हैं! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 2 2 682 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बदनाम शब भी होगी ज़रा सूरज तो डूब जाने दो! लौट जाऊंगा ज़रा नाकाम तो हो जाने दो! बहाना ढूँढते हैं सब हमें बदनाम करने का! नाम भी होगा ज़रा बदनाम... Hindi · मुक्तक 2 576 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मेरे सारे गुनाह ... हैं याद मुझ को मेरे सारे गुनाह! एक तो इश्क़ कर लिया! दूसरा आप से कर लिया! तीसरा बेपनाह कर लिया! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 3 516 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कश्ती-ए-ज़िंदगी गर मौज़े बेरहम हो तो कोई सहारा नहीं मिलता! कश्ती-ए-ज़िंदगी को कोई किनारा नहीं मिलता! सब ख्वाब कुछ इस तरह से ऐसे बिखर जाते हैं! फ़िर नज़रो को कोई ख्वाब... Hindi · मुक्तक 3 257 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read चिंगारी बुझा आया हूँ! भड़की नहीं जो अब तक वो चिंगारी बुझा आया हूँ! फ़ितरत नहीं हैं सुलगने की फ़िर भी सुलग आया हूँ! दलदल से भरी हैं ज़िंदगी मेरी ये वो नहीं जानते... Hindi · मुक्तक 3 242 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मेरी शायरी में तुम हो! मेरी गज़लो में तुम हो मेरी शायरी में तुम हो! बस हिसाब कर के देखो बे-हिसाब तुम हो! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 3 282 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read वफादारी एक दिन करेगा जमाना हमारी भी कद्र! एक बार ये वफादारी की आदत तो छुटे! ?-AnoopS© 15 Dec 2019 Hindi · मुक्तक 3 269 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read तहज़ीब तहज़ीब और फ़रमान एक साथ बिकता हैं! यहाँ पर तो टके टके में ही ईमान बिकता हैं! ?-AnoopS© 06 Jan 2020 Hindi · मुक्तक 3 526 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read हैसियत आजकल वो भी हमारी हैसियत पर सवाल करते हैं! जिनकी शख्सियत भी बिक जाये हमारी हैसियत पर! ?-AnoopS© 06 Jan 2020 Hindi · मुक्तक 2 2 234 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read जागा हुआ हूँ जागा हुआ हूँ रात भर का अब मैं भी चलूँ! आ गयी सहर अब अपना घर खुद सँभाले! ?-AnoopS© 06 JAN 2014 Hindi · मुक्तक 2 245 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read नकाब नकाब का सलीका भी क्या अज़ब कर रखा हैं! खुली निगाहों ने भी तो क्या गज़ब कर रखा हैं! ?-AnoopS© 07 Jan 2020 Hindi · मुक्तक 2 2 269 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read भूल भुलैया तेरी मोहब्बत भूल भुलैया का एक जाल हैं! उसमे खो चुका हूँ बस खुद से ये सवाल हैं! निकलना चाहता हूँ बस तेरे इस दिखावे से! मोहब्बत के नाम पर... Hindi · मुक्तक 2 2 425 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read माहौल मैं दर्द को बस सीने में छुपाये रखता हूँ! अपना माहौल लेकिन बनाये रखता हूँ! मौत तो आयी हैं कई बार मिलने हमसे! मगर मैं उसे बातों में उलझाये रखता... Hindi · मुक्तक 2 2 280 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read अज़ीज़ दोस्त मेरे कुछ अज़ीज़ दोस्त और शराब! गम के लिये आज़माये हुये हैं ज़नाब! ?-AnoopS© 21 JAN 2018 Hindi · मुक्तक 2 2 307 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read खामोश आवाज़ नहीं हैं शब्द नहीं हैं बस खामोश सा रहता हूँ! मैं उनकी एक झलक पाने को बस बेताब सा रहता हूँ! ?-AnoopS© 21 JAN 2017 Hindi · मुक्तक 2 2 507 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read पहचान वो अपने शहर में न पहचाने ये अलग बात हैं! उनके शहर में अपनी भी तो पहचान बहुत हैं! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 2 364 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read आईना मेरी नज़र में मायने रखते हैं वो मेरे अपने! सामने आईना रखते हैं जो वक़्त आने पर! ?- AnoopS© 08 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 2 335 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read चन्दन लोग कहते हैं तुम्हारी आस्तीन में साँप बहुत हैं! हम करे भी क्या हमारे वज़ूद में चन्दन बहुत हैं! ?-AnoopS© 08 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 2 261 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read ढल रहा हूँ मैं! वक़्त के साथ साथ ढल रहा हूँ मैं! बस ज़रा ज़रा सा बदल रहा हूँ मैं! तन्हा शहर के सूने सूने गलियारे में! बस ख्वाहिशे लेकर चल रहा हूँ मैं!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 236 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read फ़रेब फ़रेब निगाहों में नकाब चेहरे पर होता हैं! ज़रा ज़रा सा तो हर कोई खराब होता हैं! ?-AnoopS© 12 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 2 278 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read गम का समंदर गम का समंदर हैं खुशियो के बीज बोये कैसे! हम ज़िस्म से लगी इस उदासी को धोये कैसे! दूर रहते है तुम से इसलिए याद आती हैं हमे! बेहद मज़बूर... Hindi · मुक्तक 2 378 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read खुद की ख़बर! मुझ को ज़रा भी नहीं हैं खुद की ख़बर! मगर मेरी सारी ख़बर हैं ज़माने भर को! हमे याद कर के तुम ज़रा मुस्कुरा लेना! हम वो हैं जो हँसाते... Hindi · मुक्तक 2 2 469 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read दीदार तेरे दीदार को तरस रही हैं जो शब से! वही नज़रे सहर का सलाम कहती हैं! ?-AnoopS© 19 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 2 234 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कारवाँ चलो कोई तो आया अब हमारा साथ देने! वरना हम तो अकेले चले थे कारवाँ लेकर! ?-AnoopS© 18 JAN 2018 Hindi · मुक्तक 2 490 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read तुम को छूकर शब गुज़री तो फ़िर से महकती सहर आई! दिल धड़का तो फ़िर से आपकी याद आई! हवा की खुश्बू को महसुस किया साँसों ने! जो तुम को छूकर अभी हमारे... Hindi · मुक्तक 3 2 258 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कद्र कद्र नहीं करता अब यहाँ कोई एहसासो की! फ़िक्र हैं सब को मतलब के ताल्लुकातो की! ?-AnoopS 20 JAN 2017 Hindi · मुक्तक 2 231 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read ज़िद जीतने की ज़िद हैं खुद से और खुद को ही हराना हैं! नहीं हूँ मैं भीड़ दुनिया की मेरे अंदर एक ज़माना हैं! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 243 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मुसीबते मुसीबते आती ही रहती हैं ज़िंदगी में चौतरफा! सोचना तो सिर्फ़ ये हैं के वापसी कैसे करनी हैं! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 196 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read उन की आवाज़ बात करते हैं जब भी कभी वो फ़ोन पर हमसे! मैं उन की आवाज़ कम साँसे ज्यादा सुनता हूँ! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 234 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read सस्ता सब के लिये हर वक्त मौजूद रह कर! खुद को बहुत सस्ता बना लिया मैने! #AnoopS Hindi · मुक्तक 2 418 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कीमती इतना भी तो कीमती न बना अपने आप को! मैं गरीब हूँ महँगी चीज़ छोड़ दिया करता हूँ! ?-AnoopS© 20 JAN 2019 Hindi · मुक्तक 2 237 Share Previous Page 2 Next