Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2020 · 1 min read

मदहोश

मैं ख्वाबो की दुनिया में बस खोता चला गया!
मदहोश था नहीं पर मदहोश होता चला गया!

ना जाने क्या बात थी उस दिलकश चेहरे में!
ना चाहते हुए भी मैं उसका होता चला गया!

~अनूप ‘समर’~

Language: Hindi
2 Likes · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
खरी - खरी
खरी - खरी
Mamta Singh Devaa
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
कवि दीपक बवेजा
रे कागा
रे कागा
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार के पंछी
प्यार के पंछी
Neeraj Agarwal
थैला (लघु कथा)
थैला (लघु कथा)
Ravi Prakash
■ सियासी ग़ज़ल
■ सियासी ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
मोहब्बत की राहों मे चलना सिखाये कोई।
मोहब्बत की राहों मे चलना सिखाये कोई।
Rajendra Kushwaha
" फ़साने हमारे "
Aarti sirsat
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
Er. Sanjay Shrivastava
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
दिल की बात बताऊँ कैसे
दिल की बात बताऊँ कैसे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुसाफिर
मुसाफिर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बचपन याद किसे ना आती ?
बचपन याद किसे ना आती ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विषधर
विषधर
Rajesh
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
gurudeenverma198
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
कवि रमेशराज
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
Shakil Alam
दशरथ मांझी होती हैं चीटियाँ
दशरथ मांझी होती हैं चीटियाँ
Dr MusafiR BaithA
मेरी हस्ती
मेरी हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
छोटी कहानी- 'सोनम गुप्ता बेवफ़ा है' -प्रतिभा सुमन शर्मा
छोटी कहानी- 'सोनम गुप्ता बेवफ़ा है' -प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
गुरु दक्षिणा
गुरु दक्षिणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
Ray's Gupta
हाजीपुर
हाजीपुर
Hajipur
"मेरी जिम्मेदारी "
Pushpraj Anant
💐प्रेम कौतुक-342💐
💐प्रेम कौतुक-342💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जालिमों तुम खोप्ते रहो सीने में खंजर
जालिमों तुम खोप्ते रहो सीने में खंजर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सारी जिंदगी कुछ लोगों
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
Loading...