Ankita Kulshreshtha 41 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ankita Kulshreshtha 11 Jun 2018 · 1 min read भारत की सदा ही जय भारत की सदा ही जय ***** भारत तेरे टुकड़े होंगे कहने वाले गद्दारो मातृभूमि माता सम होती इसको कैसे भूल गये.. अपनी माँ के टुकड़े करके देखो फिर तुम चिल्लाना... Hindi · कविता 1 1 537 Share Ankita Kulshreshtha 10 Jun 2018 · 1 min read सहमा उपवन सहमा उपवन छाया कुहास अलि मौन शांत बीता सुहास कलिओं के बीच सहमी तितली किसलिए पीर क्यों जग उदास.. आगंतुक न कोई आया न गया किसलिए शुष्क व्यवहार नया क्यों... Hindi · गीत 3 728 Share Ankita Kulshreshtha 9 Jun 2018 · 1 min read लव यू पापा ******** "पापा..प्लीज साइन कर दो न फॉर्म पर.." नीति लगभग रुआंसी सी बोली। "कहा न..विदेश से पढ़ाई की अनुमति नहीं दे सकता बेटा..जमाना देख रही हो न?" पापा की बात... Hindi · कहानी 1 1 485 Share Ankita Kulshreshtha 30 Apr 2018 · 1 min read गीतों में मिल जाउंगी तन्हाई भी तनहा होकर आंसू आंखों में भर-भरकर रो पड़ती होगी बरबस ही सूनेपन से आहत होकर टूट-टूटकर कतरा-कतरा और सिसकते होंगे सपने इस नीरवता का हासिल क्या जो हैं... Hindi · कविता 4 2 708 Share Ankita Kulshreshtha 10 Nov 2017 · 1 min read तुम्हारी याद आती है नज़र जब चांद को तकती~तुम्हारी याद आती है... चमन में फूल खिलते हैं~ तुम्हारी याद आती है.. सनम तुम हो नहीं मेरे ~ मुझे मालूम है फिर भी.. कलम श्रृंगार... Hindi · मुक्तक 2 936 Share Ankita Kulshreshtha 30 Apr 2017 · 1 min read तेरी बेरुखी तेरी बेरुखी _________ ""तू अपने ग़म से आज़िज है मैं तेरे ग़म से अफ़शुर्दा तू है मशग़ूल औरों में मैं तुझ बिन अश्क़ में गुम हूँ... तेरा जो सर्द लहज़ा... Hindi · कविता 4 1 676 Share Ankita Kulshreshtha 26 Apr 2017 · 1 min read आपका सज़दा किया... """ इक ज़रा सा अब्र का कतरा सिरहाने पर रखा.. और धनक़ का छोर लेकर के रिदा को बुन लिया.. ले शफ़क को संग की फ़लक की आराइश.. कुछ इस... Hindi · कविता 2 1 605 Share Ankita Kulshreshtha 16 Apr 2017 · 1 min read तुम्हें खबर तो है न? मेरी जिंदगी की किताब के हर वरक हर हरफ़ हर शिफ़हे पर तुम्हारी खामोश मौजूदगी मजबूत दरख़्त सा भरोसा मेरा तुम हो यहीं कहीं जिस्म तो दूर है पर रूहानी... Hindi · कविता 2 1 950 Share Ankita Kulshreshtha 24 Jan 2017 · 1 min read खिलौना जब बनाया खिलौना जब बनाया दिल किसी ने किसी का तब रुलाया दिल किसी ने किसी ने प्यार की थपकी लगाई . . ज़फाकर के दुखाया दिल किसी ने सभी मतलब परस्ती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 465 Share Ankita Kulshreshtha 9 Jan 2017 · 1 min read गीतिका 2,2,2,2,2,2,2,2, पदांत किया जाता है समांत आन ------------------------------ मन बलवान किया जाता है भय का दान किया जाता है हो जीवन में घोर निराशा प्रभु का ध्यान किया जाता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 550 Share Ankita Kulshreshtha 9 Jan 2017 · 1 min read वो "पहली राइड" वो पहली राइड मैं तुम और बाइक सिनेमा को जाते सबसे लम्बा रास्ता पकड़कर मेंहदी - चूड़ी वाले हाथ कमर को घेरे चेहरे को छूती तुम्हारी शरारती लट नटखट हवा... Hindi · कविता 2 1 387 Share Ankita Kulshreshtha 25 Dec 2016 · 1 min read मेरा देश महान शुचि गीता या बाइबल ..या हो पाक कुरान क्या विनती क्या आरती ..क्या अरदास अजान भिन्न वेश भाषा मगर ..भाव दिलों के एक मेरे देश महान में ..हो सबका सम्मान... Hindi · मुक्तक 1 768 Share Ankita Kulshreshtha 24 Nov 2016 · 1 min read लग गई किसकी नजर..... अतुकांत रचना ******* " परत चढ रही है, अवसाद की, प्यार पर, पङ गयी किसकी नज़र, जो था गवाह मेरी अठखेलियोँ का, खो गया कहाँ वो शहर, रुठी क्योँ है... Hindi · कविता 3 674 Share Ankita Kulshreshtha 24 Nov 2016 · 1 min read जाना है दूर जाना है दूर बहुत दूर तुम्हारा हाथ थामकर जहां न नफरतें हों न टूटी हसरतें कहीं जहाँ तुम भर सको मुझे आगोश में महसूस कर सको रूह तक मुझे.. समाकर... Hindi · कविता 1 1 629 Share Ankita Kulshreshtha 22 Oct 2016 · 1 min read गज़ल सभी राज हमसे छिपाए हुए हैं कभी जो थे अपने पराए हुए हैं लबों पे हमारे हंसी तुम ना देखो जमाने से' हम चोट खाए हुए हैं भले वो न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 953 Share Ankita Kulshreshtha 21 Oct 2016 · 1 min read युंही.... आँखोँ की झील मेँ डूबे सपने मेरे , बरस जाते हैँ ,तकिये के सिरहाने.. ...पलक खुलते ही दूर तुम्हेँ पाती हूँ जब .. ...रिदा की सलवट जैसे ..अरमां भी सिमट... Hindi · कविता 2 3 676 Share Ankita Kulshreshtha 1 Aug 2016 · 1 min read लग गई किसकी नजर..... परत चढ रही है, अवसाद की, प्यार पर, पङ गयी किसकी नज़र, जो था गवाह मेरी अठखेलियोँ का, खो गया कहाँ वो शहर, रुठी क्योँ है जिन्दगी किसलिए चुपचाप है,... Hindi · कविता 4 678 Share Ankita Kulshreshtha 27 Jul 2016 · 4 min read "रिंगटोन" (दिलों की) रिंगटोन ****** "क्या सोच रही है सोना ?" कॉलेज के गार्डन में किताब खोलकर निगाहें आकाश में जमाए सोनाली से धौल जमाते हुए उसकी सहेली विन्नी ने पूछा । "आउच... Hindi · लघु कथा 2 2 2k Share Ankita Kulshreshtha 27 Jul 2016 · 2 min read लघुकथा : " वो बच्ची और चूङियां " "मम्मी मुझे चूङियां नहीं अच्छी लगती ऐसी ,आप वापस कर दो" रुचिका की बारह वर्षीय बेटी नव्या ने मुंह बनाकर कहा। रुचिका तेजी से दरवाजे तक गई पर चूङी वाला... Hindi · लघु कथा 1k Share Ankita Kulshreshtha 23 Jul 2016 · 1 min read नीति के दोहे १. नमन करूँ माँ शारदे .. करुं विनय कर जोर। विद्या का वरदान दो..करो ज्ञान की भोर ।। २. यह नर तन तुझको मिला,रख ले इसका मोल.. जब तक जीवन... Hindi · दोहा 1 6 999 Share Ankita Kulshreshtha 22 Jul 2016 · 1 min read "देश मेरा दिव्य पावन धाम है" >> देश मेरा दिव्य पावन धाम है >> गूंजता हर ओर इसका नाम है >> ~~~~~~ >> जन यहाँ के हैं सरल मन भाव के >> देखते कण कण में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1k Share Ankita Kulshreshtha 21 Jul 2016 · 3 min read अॉड - ईवन 2 "कौन आ गया सुबह सुबह" द्वारकानाथ जी लाठी टेकते हुए दरवाजा खोलने गए और दरवाजा खुलते ही बच्चों की तरह खिलखिला उठे। दरवाजे के दूसरी तरफ उनके कॉलेज टाइम के... Hindi · लघु कथा 5 472 Share Ankita Kulshreshtha 20 Jul 2016 · 1 min read "मीत मेरे" गीतिका प्रीति मेरी मीत तेरे नाम है सुबह तुम से ही तुम्हीं से शाम है >> •~~~•~~•~• मैं विरहिनी गीत दुख के गा रही याद में जलना यही इक काम है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 652 Share Ankita Kulshreshtha 20 Jul 2016 · 1 min read वेदना(शहीद की पत्नी) 1) चूड़ियां रोईं लगा गज़रा सिसकने टूटकर प्रीति की माला भी' बिखरी धड़कनों से छूटकर वीर जब आया तिरंगे में सजा,लिपटा हुआ थम गईं सांसें प्रिया की जिंदगी से रूठकर... Hindi · मुक्तक 1 11 1k Share Ankita Kulshreshtha 19 Jul 2016 · 1 min read "माफ कर दो.." अतुकांत रचना मैं..... कल तुम्हारे पीछे तुम्हारे कमरे में गई थी... तुम तो नाराज थे न सारी बातें करती रही तुम्हारे सामान से तुम्हारा बिस्तर तुम्हारे कपड़े बैग किताबे पेन... करीने से... Hindi · कविता 1 10 1k Share Ankita Kulshreshtha 6 Jun 2016 · 1 min read जब तुम नहीं हो (अतुकांत ) "जब तुम नहीं हो" ? ? ? ? कल तुम अपनी राह पर जाओगे साथ गुजारा वक्त याद आएगा जब किया प्रेम एक दूसरे से एक दूसरे की परवाह की... Hindi · कविता 2 3 419 Share Ankita Kulshreshtha 29 May 2016 · 1 min read मन निर्विकार निर्विकार निराकार एक स्वप्न साकार होता हुआ , तोड़ कर भ्रान्तियाँ , कर रहा क्रान्तियाँ , किन्तु है निशब्द , मन मेँ है भय व्यप्त , स्वप्न ही तो मगर... Hindi · कविता 1 837 Share Ankita Kulshreshtha 28 May 2016 · 1 min read मेरे श्याम हाथ माखन होंठ मुरली . . से सजाया आपने .. नंद नंदन श्याम जग को . . है रिझाया आपने॥ ऐ मदन गोपाल सुनिए... मैं अकिंचन दीन हूँ दीन हीनों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 852 Share Ankita Kulshreshtha 27 May 2016 · 1 min read छंद कुण्डलिया छंद ""धरती अंबर सज रहे, आया मास वसंत । योगी टेरे योग को, नील गगन में हंस । नील गगन में हंस । स्वर्ग सा लगता ये थल.. भ्रमर हुए मदमस्त..... Hindi · कुण्डलिया 1k Share Ankita Kulshreshtha 27 May 2016 · 1 min read हमें जिद है... लगी है ज़िद तुझे हर हाल में दिल में बसाने की.... मनाने की तुझे तेरी वफा को आजमाने की ... झुकाने को करे चाहे जमाना हर सितम हम पर मगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 608 Share Page 1 Next