मार्मिक
बहन अंकिता गीतिका ने रुला दिया, बहुत सुंदर भाव व शिल्प…. दोनों मुक्तक भी बेजोड़… बधाई एवं शुभकामनाएं
बहुत सुन्दर मार्मिक सृचन
बधाई हो आदरणिया अंकिता जी
शुक्रिया आदरणीय
वाह अंकिता बहिन, बहुत ख़ूबसूरती से वेदना उभारी है तुमने शहीद की पत्नी की |
बहुत बहुत धन्यवाद भैया
वाह्ह्ह् बहुत सुन्दर
आभारी हूँ दीदी☺
बहुत सुंदर रचना बधाई
धन्यवाद दिनेश जी
बहुत ही खूबसूरती से बिरह दर्द बयां किया