Ankita Kulshreshtha Tag: कविता 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ankita Kulshreshtha 11 Jun 2018 · 1 min read भारत की सदा ही जय भारत की सदा ही जय ***** भारत तेरे टुकड़े होंगे कहने वाले गद्दारो मातृभूमि माता सम होती इसको कैसे भूल गये.. अपनी माँ के टुकड़े करके देखो फिर तुम चिल्लाना... Hindi · कविता 1 1 329 Share Ankita Kulshreshtha 30 Apr 2018 · 1 min read गीतों में मिल जाउंगी तन्हाई भी तनहा होकर आंसू आंखों में भर-भरकर रो पड़ती होगी बरबस ही सूनेपन से आहत होकर टूट-टूटकर कतरा-कतरा और सिसकते होंगे सपने इस नीरवता का हासिल क्या जो हैं... Hindi · कविता 4 2 493 Share Ankita Kulshreshtha 30 Apr 2017 · 1 min read तेरी बेरुखी तेरी बेरुखी _________ ""तू अपने ग़म से आज़िज है मैं तेरे ग़म से अफ़शुर्दा तू है मशग़ूल औरों में मैं तुझ बिन अश्क़ में गुम हूँ... तेरा जो सर्द लहज़ा... Hindi · कविता 4 1 442 Share Ankita Kulshreshtha 26 Apr 2017 · 1 min read आपका सज़दा किया... """ इक ज़रा सा अब्र का कतरा सिरहाने पर रखा.. और धनक़ का छोर लेकर के रिदा को बुन लिया.. ले शफ़क को संग की फ़लक की आराइश.. कुछ इस... Hindi · कविता 2 1 439 Share Ankita Kulshreshtha 16 Apr 2017 · 1 min read तुम्हें खबर तो है न? मेरी जिंदगी की किताब के हर वरक हर हरफ़ हर शिफ़हे पर तुम्हारी खामोश मौजूदगी मजबूत दरख़्त सा भरोसा मेरा तुम हो यहीं कहीं जिस्म तो दूर है पर रूहानी... Hindi · कविता 2 1 686 Share Ankita Kulshreshtha 9 Jan 2017 · 1 min read वो "पहली राइड" वो पहली राइड मैं तुम और बाइक सिनेमा को जाते सबसे लम्बा रास्ता पकड़कर मेंहदी - चूड़ी वाले हाथ कमर को घेरे चेहरे को छूती तुम्हारी शरारती लट नटखट हवा... Hindi · कविता 2 1 253 Share Ankita Kulshreshtha 24 Nov 2016 · 1 min read लग गई किसकी नजर..... अतुकांत रचना ******* " परत चढ रही है, अवसाद की, प्यार पर, पङ गयी किसकी नज़र, जो था गवाह मेरी अठखेलियोँ का, खो गया कहाँ वो शहर, रुठी क्योँ है... Hindi · कविता 3 461 Share Ankita Kulshreshtha 24 Nov 2016 · 1 min read जाना है दूर जाना है दूर बहुत दूर तुम्हारा हाथ थामकर जहां न नफरतें हों न टूटी हसरतें कहीं जहाँ तुम भर सको मुझे आगोश में महसूस कर सको रूह तक मुझे.. समाकर... Hindi · कविता 1 1 425 Share Ankita Kulshreshtha 21 Oct 2016 · 1 min read युंही.... आँखोँ की झील मेँ डूबे सपने मेरे , बरस जाते हैँ ,तकिये के सिरहाने.. ...पलक खुलते ही दूर तुम्हेँ पाती हूँ जब .. ...रिदा की सलवट जैसे ..अरमां भी सिमट... Hindi · कविता 2 3 552 Share Ankita Kulshreshtha 1 Aug 2016 · 1 min read लग गई किसकी नजर..... परत चढ रही है, अवसाद की, प्यार पर, पङ गयी किसकी नज़र, जो था गवाह मेरी अठखेलियोँ का, खो गया कहाँ वो शहर, रुठी क्योँ है जिन्दगी किसलिए चुपचाप है,... Hindi · कविता 4 487 Share Ankita Kulshreshtha 19 Jul 2016 · 1 min read "माफ कर दो.." अतुकांत रचना मैं..... कल तुम्हारे पीछे तुम्हारे कमरे में गई थी... तुम तो नाराज थे न सारी बातें करती रही तुम्हारे सामान से तुम्हारा बिस्तर तुम्हारे कपड़े बैग किताबे पेन... करीने से... Hindi · कविता 1 10 822 Share Ankita Kulshreshtha 6 Jun 2016 · 1 min read जब तुम नहीं हो (अतुकांत ) "जब तुम नहीं हो" ? ? ? ? कल तुम अपनी राह पर जाओगे साथ गुजारा वक्त याद आएगा जब किया प्रेम एक दूसरे से एक दूसरे की परवाह की... Hindi · कविता 2 3 303 Share Ankita Kulshreshtha 29 May 2016 · 1 min read मन निर्विकार निर्विकार निराकार एक स्वप्न साकार होता हुआ , तोड़ कर भ्रान्तियाँ , कर रहा क्रान्तियाँ , किन्तु है निशब्द , मन मेँ है भय व्यप्त , स्वप्न ही तो मगर... Hindi · कविता 1 630 Share Ankita Kulshreshtha 27 May 2016 · 1 min read हां नारी हूँ " मैं चपला सी तेज युक्त नभ तक धाक जमाऊँ आ सूरज, तेरी किरणों से अपना भाल सजाऊँ कभी धरा- गांभीर्य ओढकर मौन का काव्य सुनाऊँ तितली से लेकर चंचलता... Hindi · कविता 1 1 580 Share Ankita Kulshreshtha 26 May 2016 · 1 min read बाल कविता प्यारी चिड़िया चूं चूं चिड़िया आओ ना दाना रक्खा खाओ ना ???????? फुदक फुदक कर चलती हो तिनके देख मचलती हो ???????? नीड़ बनाती हो सुंदर सीखा कैसे दो उत्तर ???????? आंगन... Hindi · कविता 1 1 1k Share Ankita Kulshreshtha 22 May 2016 · 1 min read मुकरी सब दिन पीछे पीछे डोले कभि कुछ मांगे कभि कुछ बोले डांटूं तो रो जावे नाहक ए सखी साजन? ना सखी बालक। तन से मेरे चुनर उङावे मेरे बालों को... Hindi · कविता 3 1 725 Share Ankita Kulshreshtha 20 May 2016 · 1 min read क्या लिखूं प्यारा भारत वर्ष लिखूं आजादी संघर्ष लिखूं जाति धर्म में देश बंटा कैसे मैं उत्कर्ष लिखूं ।।। शोषण अत्याचार लिखूं जीने का अधिकार लिखूं आग धधकती है मन में कैसे... Hindi · कविता 1 3 1k Share