Anil Mishra Prahari Language: Hindi 62 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Anil Mishra Prahari 30 Sep 2019 · 1 min read धधकी ज्वाला में। धधकी ज्वाला में जब लोहा गलता है नये रूप में भाग्य तभी तो ढलता है, जो अपने को पतझड़ तक पहुँचा न सका वृक्ष कहाँ वह डाली - डाली फलता... Hindi · मुक्तक 1 306 Share Anil Mishra Prahari 25 Sep 2019 · 1 min read बेरोजगारी। बेरोजगारी नाम है। फैला चतुर्दिक भुज मेरा दुर्दिन दुलारा, अनुज मेरा, सत्ता हमारी जगत् पर गृह हर नगर, हर ग्राम है। बेरोजगारी नाम है। अगम्य, विस्तृत जाल हूँ बढ़ती रही... Hindi · कविता 1 2 468 Share Anil Mishra Prahari 14 Sep 2019 · 1 min read हार सहज स्वीकार नहीं है। यह कैसी है घिरी निराशा ? भटक रहा तू दर- दर प्यासा, बाधा अडिग खड़ी पथ होती सागर के तल मिलता मोती। जीवन मृदु रसधार नहीं है हार सहज स्वीकार... Hindi · कविता 358 Share Anil Mishra Prahari 10 Sep 2019 · 1 min read मुक्तक फेर गया है चाँद हमारे सपनों पर आँखों का पानी रूप सलोने, मदिर, मनोहर चेहरे ने की ये नादानी! Hindi · मुक्तक 1 306 Share Anil Mishra Prahari 9 Sep 2019 · 1 min read मुक्तक वह कैसी तलवार कि जिसमें धार नहीं है कौन कहेगा सिन्धु जहाँ मँझधार नहीं है, सिर्फ ताप के लिए जले वह ज्वाला कैसी आँखों से न बरसे तो अंगार नहीं... Hindi · मुक्तक 1 593 Share Anil Mishra Prahari 7 Sep 2019 · 1 min read गुरूर। हममें - तुममें गुरूर न होता यह फासला जरूर न होता। अनिल। Hindi · मुक्तक 292 Share Anil Mishra Prahari 5 Sep 2019 · 1 min read गुरु वंदना। गुरु का कर वन्दन, रज चंदन कर गुरु का सम्मान, हरता तम, पथ आलोकित कर करता गुरु कल्याण। ज्ञान अलौकिक भरता पशुता का होता संहार, गुरु जब है पतवार मनुज... Hindi · कविता 1 444 Share Anil Mishra Prahari 4 Sep 2019 · 1 min read गजल वो तेरी हर बात का जवाब रखते हैं सुना कि पहलू में आफताब रखते हैं। उन्हें जानना है तो उनके दिल में झाँक असली चेहरे पर हरदम नकाब रखते हैं।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 509 Share Anil Mishra Prahari 3 Sep 2019 · 1 min read मुक्तक सूखी जमीं पर मेघों को गरजते देखा समंदर में जाकर उन्हें बरसते देखा, मेरे शहर में झुग्गी-झोपडी की कमी नहीं जहाँ बचपन को हर चीज पर तरसते देखा। अनिल कुमार... Hindi · मुक्तक 295 Share Anil Mishra Prahari 2 Sep 2019 · 1 min read नन्हीं - सी प्यारी गौरैया। नन्हीं - सी प्यारी गौरैया। फुदक - फुदककर चुगती दाने चूँ-चूँकर गाती मृदु गाने, घर - आँगन है रैन - बसेरा छत चढ़ करती ता-ता थैया। नन्हीं - सी प्यारी... Hindi · कविता 550 Share Anil Mishra Prahari 30 Aug 2019 · 1 min read मदमस्त पवन। मदमस्त पवन। खुशबू है साँसों में तेरी कानन, उपवन करते फेरी, किन फूलों से गंध चुराकर मुकुलित कलियों से टकराकर। मेरे आज भवन, मदमस्त पवन। किन देशों से होकर आये... Hindi · कविता 506 Share Anil Mishra Prahari 29 Aug 2019 · 1 min read यह सागर कितना प्यासा है। जिसको जितना मिलता रत्न और अधिक का करता यत्न, अगणित नद पीकर सागर की बुझती नहीं पिपासा है। यह सागर कितना प्यासा है। मिला न जग को अबतक तोष विभव,... Hindi · कविता 2 716 Share Previous Page 2