Anand Kumar 107 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anand Kumar 24 May 2019 · 1 min read सिन्हा हारता नहीं, यथार्थ में जीता है... मेरी कलम से... आनन्द कुमार क्या कहा, सिन्हा हार गये, अरे कौन सिन्हा शत्रु, अरे नहीं शत्रु नहीं, फिर कौन, अरे भाई, मनोज सिन्हा, पूर्वांचल वाले, अरे क्या कह रहे... Hindi · कविता 1k Share Anand Kumar 3 Jun 2023 · 2 min read सच में कितना प्यारा था, मेरे नानी का घर... मेरी कलम से... आनन्द कुमार मिट्टी का घरौंदा खप्पर का छत गोबर से लीपा दीवार और फर्श उसमें से आती खुशबू सच में कितना प्यारा था मेरे नानी का घर...... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 4 1k Share Anand Kumar 25 Jun 2023 · 1 min read रै तमसा, तू कब बदलेगी… मेरी कलम से... आनन्द कुमार रै तमसा, तू कब बदलेगी, कैसा तेरा यह रुप है, किसने किया यह स्वरुप है। हमें पता है, तेरे इस हालात का, तू जिम्मेदार नहीं,... Hindi · कविता · तमसा नदी मऊ · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 970 Share Anand Kumar 13 Jan 2018 · 1 min read यह कलयुग की सरकार है मेरी कलम से... आनन्द कुमार मौका था, दस्तूर था, एफडीआई का विरोध था, गानों के बोल थे, घूमें गोल-गोल थे, देश प्रेम की बात थी, क्या बिछाई खूब बिसात थी।... Hindi · कविता 907 Share Anand Kumar 26 Jun 2018 · 2 min read संस्कृति तुम कहां हो... संस्कृति तुम कहां हो, क्या कहा, संस्कृति की हत्या हो गयी, अरे चुप, ऐसे कैसे हो सकता, अभी तो, टेलिविजन पर, खूब तेज, गप्पे हांके जा रहे थे, हां मैने... Hindi · कविता 1 822 Share Anand Kumar 15 Jan 2018 · 1 min read प्लीज पापा, मुझे अठ्ठाहस दो ना पापा देखो ना, मां मुझे, जन्म देना नहीं चाहती, पापा मां को, समझाओ ना, मां मुझे गर्भ में ही, क्यों मारना चाहती। पापा आप दोनों की खून हूं मैं, प्यार... Hindi · कविता 876 Share Anand Kumar 13 Jun 2019 · 1 min read गलती भी कर रही है, और फैसला भी सुना रही है... भटकी वो और भटका मुझे रही थी, समाज के सामने, झुठला मुझको रही थी, जुबां बदलती रही, मेरे खिलाफ, हर मुलाकात पे वह, हर रिश्तों की नजर में, मुझको गिरा... Hindi · कविता 1 1 768 Share Anand Kumar 6 Jul 2018 · 1 min read व्यंग्य - चाय-ना बैंक... फिर देशी विदेशी की, बात उड़ चली। सरकार चायना बैंक, भारत में खोलेगी, यह आवाज उड़ पड़ी, विपक्षी सत्ता पक्ष पर, जोर-जोर बिफर रहे, राष्ट्रवाद की दुहाई दे, सरकार से... Hindi · कविता 617 Share Anand Kumar 16 Jan 2018 · 1 min read (नींद बहुत जल्दी आती है) मेरी कलम से... आनन्द कुमार मेरी तबियत नासाज है, या वह अब दिल में नहीं रही, बिस्तर पर जाते ही, अब नींद बहुत जल्दी आती है । Hindi · शेर 1 576 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read चाल, चरित्र और चेहरा, सबको अपना अच्छा लगता है… चाल, चरित्र और चेहरा, सबको अपना अच्छा लगता है… मेरी कलम से… आनन्द कुमार Quote Writer 2 562 Share Anand Kumar 2 Feb 2019 · 2 min read हां मैं गांधी हूं, मैं मरा नहीं हूं... मेरी कलम से... हां मैं गांधी हूं, वही गांधी, जिसने तुम्हें, आजादी दिलाई थी, अंग्रेजों से फिर भी, मार दिया गया मैं, अपने ही देश में, अपनों से। मारो, कितनी... Hindi · कविता 357 Share Anand Kumar 2 Feb 2019 · 1 min read दोनों तो उलझे थे, शब्द व स्नेह के बीच... शब्द, कहां गई हूं मैं, कहीं तो नहीं, यहीं हूं, आस-पास तुम्हारे, हां मित्र-अमित्र में, खींच गई हैं लकीरें, यह सच है, लेकिन यह भी सच है, मैं आज भी,... Hindi · कविता 381 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read एक लोग पूछ रहे थे दो हज़ार के अलावा पाँच सौ पर तो कुछ नहीं न एक लोग पूछ रहे थे दो हज़ार के अलावा पाँच सौ पर तो कुछ नहीं न होने वाला है! मैंने कहा हमें नहीं पता भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए... Quote Writer 489 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो… तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के आधार हो, तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के प्यार हो, तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के यशगान हो, तुम्हें नहीं पता, तुम हर ग़म... Hindi · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 408 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम। मेरी लूट चुकी दुनिया के, आखिरी निशान हो तुम, मेरे अपनों की भीड़ में, मेरी अंतिम पहचान हो तुम, रिश्तों के तुम रास्ता हो, मेरी मंजिल के शान हो तुम,... Hindi 407 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार मेरा दो हज़ार का चार नोट रोडवेज़ के आस-पास कहीं गिर गया है। जिस किसी सज्जन को मिले अपने पास रख लें और उक्त धनराशि... Quote Writer 416 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read ऐ सुनो ऐ सुनो तुम चाह दोगे तो जल्द लौट आओगे अपने पुराने रूप में खुशियों के दस्तूर में तुम बस यह बताओ तेरे जगह मैं होता तो मेरे लिए हौंसला कहां... Quote Writer 445 Share Anand Kumar 18 May 2023 · 1 min read माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है… माँ तस्वीर नहीं माँ तक़दीर है माँ क़िस्मत की हर पहलू की लकीर है, माँ दहलीज़ की हर सख़्त पहेली है माँ ही आँगन की सच्ची सहेली है। माँ क़रीब... Poetry Writing Challenge · Meri Kalam Se Anand Kumar · कविता 2 2 416 Share Anand Kumar 2 Feb 2019 · 1 min read दोनों तो उलझे थे, शब्द व स्नेह के बीच... शब्द, कहां गई हूं मैं, कहीं तो नहीं, यहीं हूं, आस-पास तुम्हारे, हां मित्र-अमित्र में, खींच गई हैं लकीरें, यह सच है, लेकिन यह भी सच है, मैं आज भी,... Hindi · कविता 1 240 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read मेरा एक मित्र मेरा 1980 रुपया दो साल से दे नहीं रहा था, आज स मेरा एक मित्र मेरा 1980 रुपया दो साल से दे नहीं रहा था, आज सुबह-सुबह फ़ोन किया है बीस रूपया नगदी लेकर आओ और एक नोट लेते जाओ । कह... Quote Writer 392 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read माशूका नहीं बना सकते, तो कम से कम कोठे पर तो मत बिठाओ मेरी कलम से... आनन्द कुमार ऐ अमीरों सुनो तुम ईमानदार हो या बेईमान मुझे नहीं मालूम, लेकिन तुम लोग मुझे छुआ मत करो सोचा भी मत करो मेरे बारे में,... Hindi · कविता · दो हज़ार के नोट पर नई कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 239 Share Anand Kumar 20 May 2023 · 1 min read कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं ! इन कमीनों से महीनों से चिल्ला रहा था यार कुछ खिलाओ काफ़ी दिन हो गया... Quote Writer 394 Share Anand Kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है… मेरी कलम से… आनन्द कुमार इश्क़ मुस्कुराता है प्रेम सब कुछ कह जाता है ज़िंदगी में जब रिश्ता अटूट बन जाता है आँचल लहराकर प्रिये के हाथों में हो जाता... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 300 Share Anand Kumar 21 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार थोड़ा आप भी मुस्कुरा देते तो और निखार आ जाता, शहर लखनऊ की नवाबी में और जाँ निसार आ जाता। Quote Writer 348 Share Anand Kumar 19 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार सच से भाग कर कहाँ तक जाओगे, नहीं बदले तो आज हारे हो, कल भी हार जाओगे। हम तो रोज़ बिकते हैं ख़रीदें जाते हैं,... Quote Writer 1 361 Share Anand Kumar 16 Jul 2023 · 1 min read सोशल मीडिया पर दूसरे के लिए लड़ने वाले एक बार ज़रूर पढ़े… सोशल मीडिया पर दूसरे के लिए लड़ने वाले एक बार ज़रूर पढ़े… भाषा संयमित रखकर ही तर्क वितर्क करें। लड़ना है तो अपने अधिकारों के लिए लड़े। जो अपने लिए... Quote Writer 339 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read कैसे कहूँ ‘आनन्द‘ बनने में ज़माने लगते हैं हालात खुद से बदलने पड़ते हैं, दर्द हो तो ख़ुशियों में जीने पड़ते हैं । बेरहम, बेशर्म दुनिया है, इसका क्या, तकलीफ़ खुद का समझने पड़ते हैं । तुम्हारी ईमानदारी... Hindi · कविता 1 282 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read अरे शुक्र मनाओ, मैं शुरू में ही नहीं बताया तेरी मुहब्बत, वर्ना मेरे शब्द बेवफ़ा नहीं, जो उनको समझाया जा रहा है। मेरी कलम से… आनन्द कुमार गलती किसी की, बताया किसी और का जा रहा है, एक बार फिर, किसी और पर उँगली उठाया जा रहा है। वे अंजान हैं, ना... Hindi · Meri Kalam Se Anand Kumar · कविता 2 2 265 Share Anand Kumar 21 May 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार Quote Writer 264 Share Anand Kumar 23 Aug 2023 · 1 min read राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात राजनीति की नई चौधराहट में घोसी में सभी सिर्फ़ पिछड़ों की बात कर रहे हैं। अरे भाई बात सभी का करो, क्या पिछड़ा, क्या अगड़ा क्या दलित। चुनाव बाद तो... Quote Writer 449 Share Anand Kumar 18 May 2023 · 1 min read कोई फैसला खुद के लिए, खुद से तो करना होगा, कोई फैसला खुद के लिए, खुद से तो करना होगा, मिट गया है उसके यादों का समंदर, कहना होगा। जमाना उठाएगा उंगली, मेरे ऊपर मुझे मालूम है, खुद को जीने... Hindi · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 212 Share Anand Kumar 25 May 2023 · 1 min read हाँ मैं किन्नर हूँ… मेरी कलम से… आनन्द कुमार …हाँ मैं किन्नर हूँ… दोष किसको दूँ मैं माँ को या बाप को या अपने भगवान को दोष क्या है मेरा जो मैं पूर्ण नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता · किन्नर जीवन के झंझावात · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 3 232 Share Anand Kumar 10 Jun 2023 · 1 min read मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम मेरी कलम से… आनन्द कुमार मेरी लूट चुकी दुनिया के, आखिरी निशान हो तुम, मेरे अपनों की भीड़ में, मेरी अंतिम पहचान हो तुम, रिश्तों के तुम रास्ता हो, मेरी... Poetry Writing Challenge 316 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read बहुत याद आता है मुझको, मेरा बचपन... मेरी कलम से… आनन्द कुमार मां कहती है, नटखट था तू, मनमानी करता था, शैतानी पन का ओढ़ के चादर, सबको तंग करता था, खाने के लिए सताता था, पानी... Poetry Writing Challenge · Meri Kalam Se Anand Kumar · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 196 Share Anand Kumar 27 May 2023 · 2 min read मां जब मैं तेरे गर्भ में था, तू मुझसे कितनी बातें करती थी... मेरी कलम से... आनन्द कुमार मां जब मैं तेरे गर्भ में था, तू मुझसे कितनी बातें करती थी, माँ तू मेरा कितना ख़्याल रखती थी, आँचल में छुपा कर अपने... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 280 Share Anand Kumar 29 Jul 2023 · 1 min read मेरी कलम से… मेरी कलम से… आनन्द कुमार क्या ग़ज़ब का संयोग है नये प्रेम में, पुरूष अपने आँगन में ही विद्यमान हैं और स्त्रियाँ घर ही नहीं देश छोड़ कर आ रहीं... Quote Writer 345 Share Anand Kumar 11 Aug 2023 · 1 min read किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुरा कर मिलना और अपने अंदर उस मुस्कुराहट को बरकरार रखना, ज़िंदादिल और ईमानदार लोगों का काम है… जिसका... Quote Writer 374 Share Anand Kumar 17 May 2023 · 1 min read देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर… मेरी कलम से… आनन्द कुमार बहुत परेशान है शहर, यह जुल्मी ने कैसा ढाया क़हर, अब भी बचा है सफर, आ लौट आ पहर दो पहर। जो बदनाम हो रहा,... Hindi · Meri Kalam Se Anand Kumar · Politics 1 182 Share Anand Kumar 21 May 2023 · 1 min read माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं माँ रचनाकार है जीवन की माँ अर्पण है अन्तर्मन की माँ प्रेम की सपर्पण है माँ विश्वास की आस्था है माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं… माँ देवी है, माँ जननी है... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 2 1 201 Share Anand Kumar 28 May 2023 · 1 min read तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा मेरी कलम से… आनन्द कुमार कमियाँ, दुश्वारियाँ चलो छोड़ते हैं नए भारत के नए आग़ाज़ का सपना, चलो सच करते हैं। पक्ष-विपक्ष दोनों ज़िन्दा रहेंगे चलो मुद्दों से भटकना छोड़ते... कविता · नया संसद · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 267 Share Anand Kumar 29 Jun 2023 · 1 min read टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से, टमाटर नही मेरा दिल है… मेरी कलम से… आनन्द कुमार टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से, टमाटर नही मेरा दिल है, प्रियतम मेरे तुम मुझको लिखना, क्या यह तुम्हारे काबिल है, प्यार छिपा है टमाटर... Hindi · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 209 Share Anand Kumar 8 Jun 2023 · 1 min read तेरे शब्दों के हर गूंज से, जीवन ख़ुशबू देता है… मेरी कलम से… आनन्द कुमार मधुबन खुशबू देता है ट्रेन छुक छुक चलता है हर पेड़ छूटता जाता है ऐसे में मंज़िल आता है प्रेम की चादर ओढ़ कर मन... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 312 Share Anand Kumar 14 Jul 2023 · 1 min read फ़र्क़ यह नहीं पड़ता फ़र्क़ यह नहीं पड़ता वह सचिन के पास आयी है कि सलमान के पास आयी है वह “सीमा” लांघ के आयी है इसलिए फ़र्क़ पड़ता है… मेरी कलम से… आनन्द... Quote Writer 240 Share Anand Kumar 13 Jun 2023 · 1 min read छप्पर की कुटिया बस मकान बन गई, बोल, चाल, भाषा की वही रवानी है मेरी कलम से... आनन्द कुमार अपना गांव है, अपना जहान है, अपनी माटी की, अलग ही पहचान है। खेत है बाग है, पौधों की मुस्कान है, सबसे अलग गंगा तीरे... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 326 Share Anand Kumar 16 Jul 2023 · 1 min read लोग कह रहे हैं आज कल राजनीति करने वाले कितने गिर गए हैं! लोग कह रहे हैं आज कल राजनीति करने वाले कितने गिर गए हैं! अरे भाई, यह केवल राजनीति के चरित्र की गिरावट नहीं है। यह हमारे आपके चरित्र की गिरावट... Quote Writer 278 Share Anand Kumar 8 Jul 2023 · 1 min read अजी सुनते हो मेरे फ्रिज में टमाटर भी है ! अजी सुनते हो मेरे फ्रिज में टमाटर भी है ! Quote Writer 208 Share Anand Kumar 31 May 2023 · 1 min read तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा… मेरी कलम से… आनन्द कुमार उम्र से सब थे बड़े, थे पास खड़े और हर सेकेंड वे ख़ंजर चलाता रहा एक मासूम उम्र महज सोलह वर्ष की चिल्लाती रही तड़पती... Poetry Writing Challenge · कविता · मानवता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 1 322 Share Anand Kumar 31 May 2023 · 1 min read ज़िन्दगी की तरकश में खुद मरता है आदमी… मेरी कलम से… आनन्द कुमार सिगरेट का कश और धुएँ की धुन में कुछ इस तरह से रमता है आदमी हर रोज़ कुछ इस तरह से टुकड़ा-टुकड़ा जलता है आदमी... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 1 160 Share Anand Kumar 6 Jun 2023 · 1 min read बिन फ़न के, फ़नकार भी मिले और वे मौके पर डँसते मिले मेरी कलम से… आनन्द कुमार बड़ी अजीब है ये दुनिया, ज़िंदगी में गजब-ग़ज़ब के लोग मिले, मिले तो अपने मिले, या मिलकर लुटते मिले, बिन फ़न के, फ़नकार भी मिले,... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 4 231 Share Anand Kumar 10 Jul 2023 · 1 min read ज्योति मौर्या बनाम आलोक मौर्या प्रकरण… ज्योति मौर्या बनाम आलोक मौर्या प्रकरण… कब तक फ़ालतू के वीडियो और पोस्ट बनाते रहोगे, बहुत हो गया अब रहने दो। प्रयागराज से 136 पत्नियों को उनके पतियों ने वापस... Quote Writer 2 135 Share Page 1 Next