Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
141 posts
यह चाय नहीं है सिर्फ़, यह चाह भी है…
यह चाय नहीं है सिर्फ़, यह चाह भी है…
Anand Kumar
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
Anand Kumar
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
टूटते पत्तो की तरह हो गए हैं रिश्ते,
Anand Kumar
कलियों सी मुस्कुराती
कलियों सी मुस्कुराती
Anand Kumar
खिलखिलाते हैं उसे देखकर बहुत से लोग,
खिलखिलाते हैं उसे देखकर बहुत से लोग,
Anand Kumar
मेरी कलम से
मेरी कलम से
Anand Kumar
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
Anand Kumar
आखिर किसमें
आखिर किसमें "दोष" था
Anand Kumar
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
तेरे सुर्ख़ हाथों को देख
तेरे सुर्ख़ हाथों को देख
Anand Kumar
दरअसल Google शब्द का अवतरण आयुर्वेद के Guggulu शब्द से हुआ ह
दरअसल Google शब्द का अवतरण आयुर्वेद के Guggulu शब्द से हुआ ह
Anand Kumar
तुम मेरे हम बन गए, मैं तु्म्हारा तुम
तुम मेरे हम बन गए, मैं तु्म्हारा तुम
Anand Kumar
बनना है तो, किसी के ज़िन्दगी का “हिस्सा” बनिए, “क़िस्सा” नही
बनना है तो, किसी के ज़िन्दगी का “हिस्सा” बनिए, “क़िस्सा” नही
Anand Kumar
हां वो तुम हो...
हां वो तुम हो...
Anand Kumar
हमारे तुम्हारे चाहत में, बस यही फर्क है।
हमारे तुम्हारे चाहत में, बस यही फर्क है।
Anand Kumar
वह कहते हैं, बच कर रहिए नज़र लग जाएगी,
वह कहते हैं, बच कर रहिए नज़र लग जाएगी,
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
तेरे सिंदूर की शहादत का, दर्द नहीं मिट रहे हैं…
तेरे सिंदूर की शहादत का, दर्द नहीं मिट रहे हैं…
Anand Kumar
अदब और अदा में बड़ा अंतर होता है हुज़ूर,
अदब और अदा में बड़ा अंतर होता है हुज़ूर,
Anand Kumar
कर दो मेरे शहर का नाम
कर दो मेरे शहर का नाम "कल्पनाथ"
Anand Kumar
मैं भारत की बेटी...
मैं भारत की बेटी...
Anand Kumar
जैसे आप अपने मोबाइल फ़ोन में अनुपयोगी सामग्रियों को समय-समय
जैसे आप अपने मोबाइल फ़ोन में अनुपयोगी सामग्रियों को समय-समय
Anand Kumar
रिश्ता और ज़िद्द दोनों में ज़मीन आसमान का फ़र्क़ है, इसलिए ज
रिश्ता और ज़िद्द दोनों में ज़मीन आसमान का फ़र्क़ है, इसलिए ज
Anand Kumar
ऐ गंगा माँ तुम में खोने का मन करता है…
ऐ गंगा माँ तुम में खोने का मन करता है…
Anand Kumar
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
आखिर तेरे इस हाल का, असल कौन जिम्मेदार है…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
हां मैं उत्तर प्रदेश हूं,
Anand Kumar
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
प्रेम करने आता है तो, प्रेम समझने आना भी चाहिए
Anand Kumar
उल्लू नहीं है पब्लिक जो तुम उल्लू बनाते हो, बोल-बोल कर अपना खिल्ली उड़ाते हो।
उल्लू नहीं है पब्लिक जो तुम उल्लू बनाते हो, बोल-बोल कर अपना खिल्ली उड़ाते हो।
Anand Kumar
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
ज़िन्दगी की बोझ यूँ ही उठाते रहेंगे हम,
ज़िन्दगी की बोझ यूँ ही उठाते रहेंगे हम,
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Page 1
Loading...