Ajit Kumar "Karn" 334 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajit Kumar "Karn" 11 Jun 2021 · 2 min read रस "काव्य की आत्मा" है ! रस "काव्य की आत्मा" है ! """"""""""""""""""""""""""""" काव्यात्मक रचना या कवि की कृति जो छन्दों की श्रृंखलाओं में.... विधिवत बाॅंधी जाती ! पर यह काव्य रचना किसी रस के बिना... Hindi · कविता 7 5 2k Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jul 2021 · 1 min read विचारों में भिन्नता हो सकती है ! विचारों में भिन्नता हो सकती है ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इसमें कुछ भी , कहीं भी ग़लत नहीं है ! कि किसी मुद्दे पर आप जो भी सोचते हैं ! पर... Hindi · कविता 6 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 29 Oct 2021 · 1 min read "घमंडी" ?"घमंडी"? ????? "घमंडी" लोग हर जगह ही होते , अपने आप पे वे खूब गर्व करते , उन्हें आम लोगों की परवाह नहीं , बस, खुद को ही सर्वेसर्वा समझते... Hindi · कविता 6 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 6 Aug 2021 · 2 min read तो तुम पुकारती क्यूॅं हो....? तो तुम पुकारती क्यूॅं हो....? °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जब तुम्हें बात नहीं करना रहता ! तो तुम मुझे पुकारती क्यूॅं हो....? हूॅं मैं तेरा इंतज़ार करता रहता ! दूर तुम चली... Hindi · कविता 8 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 11 Jun 2021 · 1 min read आईना झूठा है ! आईना झूठा है ! """""""""""""""""" जो सच-सच ना तस्वीर दिखलाता , गोरे चेहरे को भी मलीन कर जाता , पर्दें के पीछे की भी तस्वीर है लाता , "वो आईना... Hindi · कविता 8 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 1 min read कवि की कविता ! कवि की कविता ! _____________ शब्द - शब्द , रच - रच , कविता बनाता , कवि ! पंखुड़ियों से , सज - सज , कलियाॅं खिलाता , कवि !... Hindi · कविता 7 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jul 2021 · 1 min read कमी व अति दोनों ही घातक है ! कमी व अति दोनों ही घातक है ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हमें कुछ करना होगा ! अब कुछ करना होगा ! गर कुछ कमी है मुझमें... तो दूर इसे करना होगा... Hindi · कविता 11 6 1k Share Ajit Kumar "Karn" 2 Aug 2021 · 2 min read ये दुनिया सिर्फ़ काम ही देखती ! ये दुनिया सिर्फ़ काम ही देखती ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ये दुनिया सिर्फ़ काम ही देखती ! चाहे दोस्त हो या रिश्तेदार हो , घर हो या अपना परिवार हो ,... Hindi · कविता 6 1k Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 1 min read माॅं तू जो होती ! माॅं तू जो होती ! =========== माॅं तू जो होती ! तो बात ही कुछ और होती ! तुझसे बातें भी होती ! ऑंसू भी मेरे तू पोंछ लेती !!... Hindi · कविता 11 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 2 min read प्रतियोगिता का प्रथम स्थान ! प्रतियोगिता का प्रथम स्थान ! """"""""""""""""""""""""""""""""" जिसने दिखाई हो करतब , लगा दी हो अपनी जान ! जो भी हों शब्दों से विद्वान ! शब्दों को अलंकृत करके , जिसने... Hindi · कविता 8 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 14 Sep 2021 · 2 min read "हिन्दी" : राष्ट्रभाषा कब बनेगी....? "हिन्दी" : राष्ट्रभाषा कब बनेगी....? ×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•× हिन्दी की इतनी दुर्दशा , मुझसे देखी नहीं जाती ! अपने ही देश में ये भाषा , कदापि पूजी नहीं जाती !! व्यापक प्रसार... Hindi · कविता 7 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read तू कितना बदनाम निकला ! तू कितना बदनाम निकला ! •••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इंसान के रूप में तुझे भगवान समझा था ! तू तो छद्म वेश में बहुत बड़ा हैवान निकला !! तेरी काबिलियत पे भरोसा... Hindi · कविता 7 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 1 Aug 2021 · 1 min read समीक्षा लेखन भी अत्यावश्यक है ! समीक्षा लेखन भी अत्यावश्यक है ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ समीक्षा लेखन भी अत्यावश्यक है ! सॅंवरता इससे कवि का लेखन है ! सृजन किसी रचना का जब होता ! कवि का... Hindi · कविता 8 6 1k Share Ajit Kumar "Karn" 11 Aug 2021 · 2 min read भरोसे का क़त्ल ! भरोसे का क़त्ल ! •••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ये तूने क्या कर डाला ! भरोसे का ही क़त्ल कर डाला ! खुद से भी ज़्यादा तुझपे , जिसने भरोसा किया ! उसे... Hindi · कविता 7 1k Share Ajit Kumar "Karn" 18 Jun 2021 · 1 min read जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कल जो गलतियाॅं हुईं सो हुई ! उस पर आज पछताना क्या ! ना करें कोई भी गलती अभी से , जान -... Hindi · कविता 8 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... ) ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... ) """""""""""""""""""""""""""""""""""" किसने सोचा था कि देश का ऐसा बुरा हाल होगा। कोरोना से हर ज़िंदगी यहाॅं इतना बदहाल होगा ।। यहाॅं से वापस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 1k Share Ajit Kumar "Karn" 29 Jun 2021 · 1 min read पाठकों की कब क्या हो पसंद.... पाठकों की कब क्या हो पसंद.... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ पाठकों की कब क्या हो पसंद , मुझे कुछ पता ही नहीं चल पाता ! कर लेते हैं ऑंखें वो अपनी बंद ,... Hindi · कविता 5 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 22 Jul 2021 · 1 min read "तेरे हाथ का भोजन" "तेरे हाथ का भोजन" ∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆ तेरे हाथ का भोजन बड़ा ही स्वादिष्ट होता है। जब भी खाता हूॅं मन अति आनंदित होता है।। इन भोजन की खुशबू से घर सुरभित... Hindi · कविता 8 6 988 Share Ajit Kumar "Karn" 19 Aug 2021 · 2 min read मेरे पिता ने मुझे कर्मठ बनाया ! मेरे पिता ने मुझे कर्मठ बनाया ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मेरे पिता ने मुझे कर्मठ बनाया ! कदम-कदम पर चलना सिखाया ! मैंने भी बिना कुछ सोचे-समझे ही , पिता के... Hindi · कविता 5 2 982 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Aug 2021 · 2 min read दुनिया में मैं कुछ करना चाहता हूॅं ! दुनिया में मैं कुछ करना चाहता हूॅं ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ माना कि मैं एक साधारण इंसान हूॅं ! माना कि मैं इक छोटी सी पहचान हूॅं ! माना कि सबके... Hindi · कविता 8 3 1k Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jun 2021 · 1 min read कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं..... ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कैसे बताऊं पिता की मजबूरियाॅं कितने लाचार होते हैं वो झेलके कितनी उलझन और दुष्वारियाॅं सपने साकार करते हैं वो । कैसे बताऊं पिता... Hindi · कविता 10 4 961 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jul 2021 · 2 min read अब मुझे जाने दो ! अब मुझे जाने दो ! ×××××××××××× समझ गया मैं.... मेरी कितनी जरूरत है तुझे ! अगर मैं ना रहूॅं इस दुनिया में , तो भी अच्छे से जीवन जी लेगी... Hindi · कविता 9 2 960 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 2 min read " धैर्य " " धैर्य " ______ जो कोई इंसान कहीं करते हों जैसा भी काम ! पूर्ण त्याग और समर्पण से ही करें वो काम ! कर्त्तव्य-पथ पर ना रहे कहीं और... Hindi · कविता 8 2 963 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read बच्चों का भविष्य अधर में ! बच्चों का भविष्य अधर में ! """"""""""""""""""""""""""""""" इस कोरोना महामारी ने , कितना उत्पात मचाया है ! बच्चों का सुनहरा भविष्य ही , बहुत ही अधर में डाला है !!... Hindi · कविता 9 4 943 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jun 2021 · 1 min read कहाॅं चली गई छोड़ कर तू ! कहाॅं चली गई छोड़ कर तू ! कहाॅं चली गई छोड़ कर तू , क्यों गई मुझ पर बिफर तू , कुछ तो होती लगाई अकल तू, ना करती मुझे... Hindi · कविता 8 988 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Aug 2021 · 2 min read चकाचौंध भरी दुनिया कुछ भी नहीं है ! चकाचौंध भरी दुनिया कुछ भी नहीं है ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ये दुनिया जितनी जगमग दिखती , वास्तव में वैसी कभी होती नहीं ! दूर से ये जितनी आकर्षित करती ,... Hindi · कविता 6 4 956 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 2 min read पिता की यादें.... पिता की यादें.... ⭐⭐⭐⭐⭐ जब जब आती मुझे पिता की याद ! बस घूट के रह जाता हूॅं मैं चुपचाप ! चाह के भी तो कुछ कर नहीं सकता !... Hindi · कविता 9 6 915 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Aug 2021 · 1 min read "लेखनी की चमक" "लेखनी की चमक" ••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कहीं से कुछ याद मुझे आ जाए जो मेरी लेखनी में सजती जाए भले किसी से ऑंखें चार हो जाए जो मेरे दिल में ही... Hindi · कविता 9 4 896 Share Ajit Kumar "Karn" 17 Jun 2021 · 2 min read हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ हाई स्कूल था मेरा गंगा किनारे ! जाता था दोस्तों संग उसमें नहाने ! सप्ताह में एक दिन रुख करता था ,... Hindi · कविता 12 7 903 Share Ajit Kumar "Karn" 22 Aug 2021 · 1 min read मैं तो मन से अपना काम करूंगा ! मैं तो मन से अपना काम करूंगा ! •••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैं तो मन से अपना काम करूंगा ! भले नापसंदगी किसी की रहती हो ! मैं तो अब से किसी... Hindi · कविता 6 951 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Sep 2021 · 1 min read विचित्र घड़ी.... विचित्र घड़ी.... ######## बहुत ही विचित्र घड़ी आ गई है ! कोई किसी को पूछ तक नहीं रहा है ! जो आपस में गहरे दोस्त हुआ करते थे ! वो... Hindi · कविता 6 898 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Nov 2021 · 2 min read सबकी अपनी-अपनी सोच है.... सबकी अपनी-अपनी सोच है.... ????????? जब किसी भी समारोह में जाता हूॅं , सबसे मिलकर बातें जब करता हूॅं , किसी मुद्दे पर राय उनकी लेता हूॅं , तब बड़े... Hindi · कविता 5 2 1k Share Ajit Kumar "Karn" 12 Aug 2021 · 2 min read क्योंकि चूक तो चूक होती है ! क्योंकि चूक तो चूक होती है ! •••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ चूक भले छोटी ही क्यूॅं ना हो , वो बहुत ही भारी पर जाती है ! अच्छे-खासे बने-बनाए खेल को ,... Hindi · कविता 7 898 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read ये ज़िंदगी इक कड़ा इम्तिहान है ! ये ज़िंदगी इक कड़ा इम्तिहान है ! ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ सही मायने में ये ज़िंदगी इक कड़ा इम्तिहान है ! इस पृथ्वी पर जन्म से मरण तक सब परेशान है !... Hindi · कविता 8 2 868 Share Ajit Kumar "Karn" 21 Jul 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( आईना सच्ची तस्वीर.... ) "मुक्तक"- ( आईना सच्ची तस्वीर.... ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आईना सच्ची तस्वीर दिखलाता है। संग स्वच्छ रहना भी हमें सिखलाता है। भले वह शीशे का ही क्यों ना बना हो, पर... Hindi · मुक्तक 6 903 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक ( शिक्षक दिवस पर विशेष ) शिक्षक ( शिक्षक दिवस पर विशेष ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जो नित ज्ञान का दीप है जलाता ! वो इंसान ही है शिक्षक कहलाता !! खुद जलकर जो औरों का पथ... Hindi · कविता 6 2 918 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 2 min read रिश्ते का मोह ! रिश्ते का मोह ! ___________ कितना बड़ा अवरोध है ये ! अपनों से रिश्ते का मोह.... जो एक सीमा से आगे बढ़ने ही नहीं देता ! मार्ग ही आगे का... Hindi · कविता 7 4 897 Share Ajit Kumar "Karn" 20 Jun 2021 · 1 min read मन का "महल" मन का "महल" *********** मन में अपनी महल एक ऐसी तैयार करें.... जो इतनी ऊंची हों , ऊंची-ऊंची उड़ानें भरकर ही उस ऊंचाइयों तक पहुॅंचा जा सके !! फिर खूबसूरत... Hindi · कविता 10 2 889 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Apr 2022 · 1 min read "सुकून की तलाश" "सुकून की तलाश" ########## मुझे कब से है थोड़े से "सुकून की तलाश"। जो किंचित् ही है इस जहान में आसपास।। चाहे जाना पड़े जंगल में या दूर पहाड़ियों पे।... Hindi · कविता 6 4 958 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Aug 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( आजादी का जश्न चहुॅंओर.... ) "मुक्तक"- ( आजादी का जश्न चहुॅंओर.... ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ???????????????????????? आजादी का जश्न चहुॅंओर मनाया जा रहा ! खुशियों की बौछार सबपे लुटाया जा रहा ! करता हूॅं उन वीर-शहीदों को... Hindi · मुक्तक 9 891 Share Ajit Kumar "Karn" 12 Jun 2021 · 1 min read आहिस्ता-आहिस्ता.... आहिस्ता-आहिस्ता.... """"""""""""""""""""""""" आहिस्ता,आहिस्ता ही सही , गतिशील रहें नव चेतन से ! बनालें जीवन की राह अपनी , प्रगतिशील रहें अन्वेषण से !! जीवन में सदा आगे बढ़ते रहने में... Hindi · कविता 10 844 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Jun 2021 · 1 min read "मुक्तक"-- जीवन का संगीत.... "मुक्तक"-- जीवन का संगीत.... ?⭐?⭐?⭐?⭐? जीत के हार जाना भी एक जीत है। इसी अदा से दुनिया में बची मीत है। कुछ पाने को कुछ खोना भी पड़ता है, इसी... Hindi · मुक्तक 8 2 895 Share Ajit Kumar "Karn" 29 May 2021 · 2 min read "बड़ाई" "बड़ाई" _______ कुछ लोग खुद की बड़ाई करते नहीं थकते ! पर वे महानुभाव कभी ये नहीं समझ सकते ! कि इससे उनका छिछोरापन ही झलकता है ! उनके अंदर... Hindi · कविता 8 4 892 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Jun 2021 · 2 min read विषय कुछ ख़ास हो ! विषय कुछ ख़ास हो ! ***************** गर कोई नई कविता लिखें भाव पर ध्यान संकेंद्रित रखें उसी भाव के इर्द-गिर्द ही रहें सिर्फ़ शब्दों का जमावड़ा न करें। शब्दों की... Hindi · कविता 10 8 843 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम ) ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम ) """"""""""""""""""""""""""""""" असर ये बारिश का मेरा दिल ही मचल जाए । धरती की हरियाली देख मन ही बहल जाए ।। घनघोर सी काली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 4 857 Share Ajit Kumar "Karn" 30 May 2021 · 1 min read उतना प्यार ना दें ! उतना प्यार ना दें ! _____________ किसी को उतना प्यार ना दें.... कि वो सर पे ही चढ़ जाए ! फिर जब कोई बात कहें उसे.... तो सुन के भी... Hindi · कविता 6 895 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Nov 2021 · 4 min read "अठन्नी की कीमत" ( संस्मरण ) "अठन्नी की कीमत" ( संस्मरण ) ________________________ प्रिय दोस्तों.... आज मैं आप सबको खुद पर ही बीती , एक पुरानी कहानी सुनाने जा रहा हूॅं ! उम्मीद है कि यह... Hindi · कहानी 8 6 840 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Jun 2021 · 1 min read बहुत संघर्ष किया हम सब ने ! बहुत संघर्ष किया हम सब ने ! """""""""""""""""""""""""""""""""" बहुत संघर्ष किया हम सब ने। हर नियम का पालन किया हमने। भले सफलता मिले या ना मिले.... पर धैर्य और साहस... Hindi · कविता 8 2 828 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Jun 2021 · 1 min read काश, जीवन का वो रहस्य.... काश, जीवन का वो रहस्य.... *********************** क्या है मेरी मजबूरियाॅं... तुम नहीं जान सकते ! मुझसे अपनी दूरियाॅं... तुम नहीं माप सकते !! हम किसी से कितने दूर हैं, या... Hindi · कविता 7 2 828 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Jun 2021 · 1 min read क्या मुझे भूल जाएगी वो? क्या मुझे भूल जाएगी वो? बिछुड़ गये दोस्त बदल गई दुनियाॅं ना चाहकर भी... सिमट गई दुनियाॅं ! बिछुड़ गये दोस्त !! थी बड़ी भोली-भाली अंदाज़ की मतवाली ना मैं... Hindi · कविता 9 2 818 Share Page 1 Next