Ajay Mishra 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read तय वो कौन है जो तूफान तय करे वही जो ज़मीन आसमान तय करें हवा का रुख़ मौसम के नख़रे और गर्ज़ ये कि परिंदा अपनी उड़ान तय करे ईमानदारी तबियत... Poetry Writing Challenge-2 3 126 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read हुकुम की नई हिदायत है हुकुम की नई हिदायत है सवाल मतलब अदावत है आईने से राजदारी है ज़रूर अक़्स की ऐसी शिक़ायत है देख के न देखे का अंदाज़ क़ातिलाना है क़यामत है तुम... Poetry Writing Challenge-2 3 190 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read नियम नन्हीं ओस के बूंदों के बीच अलसाई नवजात कली पूछती बगल की डाली से ज़िंदगी क्यों कर मिली डाली मूल तने से अटपटे अनमने से प्रश्न दुहरा देती है तना... Poetry Writing Challenge-2 1 714 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read संभावना सागर के विशाल तट पर अनगिनत शिलाखंडों में वह नृप सदृश शिलाखंड कवि नित्य निहारता था समूचे दृश्य का अवलोकन करता पर मात्र वह खण्ड ज्यों उसे प्रतिदिन पुकारता था... Poetry Writing Challenge-2 1 104 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read दृष्टि निर्मल गहरी शांत आँखें तुम्हारी आकृष्ट करती हैं मुझे किंतु असमर्थ हो तुम कि किनारों से आँखों के ही एक कोमल दृष्टि दे दो मुझे असमर्थता वास्तव में तुम्हारी नहीं... Poetry Writing Challenge-2 1 100 Share Ajay Mishra 22 Feb 2024 · 1 min read कैसा आस किसी की साथ किसी का यह कैसा जीवन है प्यास किसी की जाम किसी का यह कैसा जीवन है ।। बचा बचा कर के नज़रें वह भी आगे से... Poetry Writing Challenge-2 1 100 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read स्पर्श मादक नहीं था वह स्पर्श भावुक भी नहीं था वह स्पर्श जाने क्या , कैसा क्यों कर हुआ वह स्पर्श अचेतन के विशाल प्रान्त में जहाँ प्राण तक ज्ञात नहीं... Poetry Writing Challenge-2 1 112 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read अब हर्ज़ क्या है पास आने में अब हर्ज़ क्या है पास आने में जब आ ही गये हो बुतखाने में आग को कोई फ़र्क़ न पड़ेगा जल मगर जाओगे आज़माने में वो अब भी वैसे ही... Poetry Writing Challenge-2 1 100 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read मन उलझन में है मन बात मन की कहने दो रोको मत तुम आज कि लहरों में बहने दो चाहे दो इल्ज़ाम चाहे लाख सज़ा दो मन को लेकिन आज फ़क़त... Poetry Writing Challenge-2 1 172 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read बाबू ज़रा नज़र - ए - इनायत फरमाइये बाबू कहाँ दूर बैठे हैं यहाँ आइये बाबू ।। सुना है नज़ारों के बड़े शौक़ीन हैं हमे भी एकाध झलक दिखलाइये बाबू ।।... Poetry Writing Challenge-2 1 109 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read मात्र एक पल असमर्थता की दुहाई, मात्र एक पल के लिये...? जीवन तो नहीं मांगा चलो यदि मांग भी लिया तो बुरा क्या है? इतनी गहन सोच ? मामला क्या है... कोई प्रतिबंध... Poetry Writing Challenge-2 1 112 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read स्त्री यश तेज ज्ञान साहस कर्मठता यश प्रसिद्धि संपन्नता ममता तेज विनम्रता रिद्धि व सिद्धि पथ प्रशस्त हो निष्कंटक निर्बाध प्रकाश को छू लो तुम अपने हाथों से नीले आकाश को... Poetry Writing Challenge-2 1 112 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read मैं मैं अभी उठा हूँ आसमान देखकर बैठा हूँ अभी बस जहान देखकर गुज़रा था मैं तेरे दरवाज़े दस्तक दी फिर चला अजनबी निशान देखकर कैसे कह दूँ कि फ़िक़्र नहीं... Poetry Writing Challenge-2 1 88 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read मेरे राम सकाम हैं और हैं निष्काम भी मौन हूँ मै और हैं मेरे राम भी सदियों तपस्या अथक प्रयास जानता हूँ मैं और मेरे राम भी प्रतीक्षा चहुं ओर अलौकिक पल... Poetry Writing Challenge-2 1 112 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो ये जो तुम कुछ कहते नहीं कमाल करते हो अपने चाहने वालों का बुरा हाल करते हो सिसकियों की ज़बाँ कोई मुश्किलों की नहीं तुम इसमे भी न समझने का... Poetry Writing Challenge-2 1 108 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read वो क़रीब क़रीब सब बेक़रार थे सब उसके ही तलबगार थे उसने एक इशारा ही किया पल भर में सब तैयार थे मेरी तो किसी ने भी न सुनी सबके अपने... Poetry Writing Challenge-2 1 104 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read मौसम जब भी बहुत सर्द होता है मौसम जब भी बहुत सर्द होता है घरौंदा टूटता है बहुत दर्द होता है सुर्ख़ होता है कई कई बार चेहरा परेशान होता है तो चेहरा ज़र्द होता है कैसे... Poetry Writing Challenge-2 1 115 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read क्या देखा उसने पूछा तूने मुझमें क्या देखा क्या अपनी तरह मुझे ग़मज़दा देखा सुर्ख़ लबों की देखीं कुछ मुस्कुराहट ज़र्द आंखों में अश्क़ का कारवां देखा शख्सियत की देखीं कई बारीकियां... Poetry Writing Challenge-2 1 94 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read क्या कहूँ कुछ कहूँ इससे पहले कि कुछ कह जाऊं बहुत मुमकिन है मैं भी धार में बह जाऊं तू नहीं करती संजीदगी से मुझसे बात कोई कि सब बातें संजीदगी से... Poetry Writing Challenge-2 1 145 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read बावला हवा का रुख़ अब न जाने किधर जायेगा बावला होकर के जब वो बिखर जायेगा उड़ा रखी है मेरे बारे में कोई तो अफवाह ऐसे कैसे वो चेहरा फिर से... Poetry Writing Challenge-2 1 108 Share Ajay Mishra 21 Feb 2024 · 1 min read हद हद में रहे तो क्या ख़ाक देखोगे पार करो इश्क़ का अंदाज़ देखोगे पछताओगे ग़र किनारे बैठे रहे डुबो जो समंदर के सब राज़ देखोगे सीखोगे ज़िंदगी के नए सब... Poetry Writing Challenge-2 1 153 Share Ajay Mishra 25 Jan 2024 · 1 min read शब्द शब्द धनुष बाण हैं शब्द ही तो प्राण हैं शब्द सुप्त हो न जाये शब्द को जगाइए ।। शब्द शब्द वाक्य है वाक्य ही आवाज़ है आवाज़ ही आवाम है... Poetry Writing Challenge-2 2 115 Share Ajay Mishra 25 Jan 2024 · 1 min read बात कोई दिन ढले तो बात हो जाये कोई रात जले तो बात हो जाये कुछ सिसकते पलों को समेट लूं कोई फिर मिले तो बात हो जाये कुछ निकालूँ मन... Poetry Writing Challenge-2 187 Share Ajay Mishra 25 Jan 2024 · 1 min read तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली शुक्र अदा करो जनाब ग़ुरबत नहीं मिली जो मिला उसी को सम्भाल लो अभी भी कहते फिरोगे फिर कि फुरसत नहीं मिली खोजते... Poetry Writing Challenge-2 152 Share Ajay Mishra 25 Jan 2024 · 1 min read चुप जब बोलना था तब जनाब चुप रह गये कुछ न बोले सारे ख्वाब चुप रह गये डर था झिझक थी या मसला कोई और सोचे अब कौन बेहिसाब चुप रह... Poetry Writing Challenge-2 146 Share