Abha Saxena Doonwi Language: Hindi 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Abha Saxena Doonwi 25 Dec 2020 · 1 min read छुपा था तेरे लबों पे वो नाम किसका था ग़ज़ल पढ़ा था वज़्म में तूने क़लाम किसका था! क़लाम तेरा अगर था तो नाम किसका था!! किया था राह में जिसने सलाम यूं मुझको! है इल्म मुझको वो प्यारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 13 300 Share Abha Saxena Doonwi 25 Dec 2020 · 1 min read बहुत दिन हो गए हैं तुझ से मिल के ग़ज़ल बहुत दिन हो गए हैं तुझ से मिल के! बता कैसे मैं पूछूँ हाल दिल के!! वबा की ये हवा कैसी चली है! खुशी आई नहीं है कोई खिल... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 36 485 Share Abha Saxena Doonwi 19 Jun 2020 · 1 min read ग़ज़ल आज़माइश हुई 212 212 212 212 ग़ज़ल हर दफ़ा ही मेरी आजमाइश हुई! सामने अपनों के ही नुमाइश हुई!! आपकी जब से मुझ पर नवाज़िश हुई! दर पे मेरे दुआओं की बारिश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 592 Share Abha Saxena Doonwi 19 Jun 2020 · 2 min read लघुकथा संतान लघुकथा संतान इस बार गर्मी आयी थी अपनी माँ से मिलने..... ‘‘क्या हुआ माँ तुम तो लोहे की तरह तप रही हो तुम्हारा ताप तो दिन पर दिन बढ़ता ही... Hindi · लघु कथा 2 4 859 Share Abha Saxena Doonwi 20 Apr 2018 · 2 min read भाई बहन लघु कथा भाई बहन ‘‘दीदी क्या हुआ रिपोर्ट पोजिटिव है क्या ’’ ‘‘हाँ सुषमा पोजिटिव है’’। दीदी इस बार भी लड़की हुयी तो.......’’। सुषमा की बहन डाॅक्टर निशा ने फोन... Hindi · लघु कथा 8 3 1k Share Abha Saxena Doonwi 21 Nov 2016 · 1 min read गमले में बेला खिलता था (नव गीत) गमले में बेला खिलता था .................................... छज्जे से नीचे झाँका था गमले में बेला खिलता थाI गमले लदे हुए फूलों से सूरज पूरब में उगता था I श्वेत रंग का... Hindi · गीत 8 647 Share Abha Saxena Doonwi 14 Aug 2016 · 2 min read चूड़ियाँ जब बजतीं हैं चूडियाँ जब बजतीं है चूडियाँ जब बजतीं हैं बहुत भली ही लगतीं हैं *माँ की चूड़ियाँ बजती हैं* माँ की चूड़ियाँ बजती हैं सुबह सुबह नींद से जगाने के लिये... Hindi · कविता 7 5 1k Share Abha Saxena Doonwi 30 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल उठाते काँधों पर बन्दूक गोली छूट जाती है, रहें तैनात सीमा पर गृहस्थी छूट जाती है. इज़ाज़त हो अगर मुझको मैं इक शेर कह डालूँ, ग़ज़ल अब मैं लिखूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 718 Share Abha Saxena Doonwi 27 Jun 2016 · 1 min read ग़ज़ल मतला से शुरुआत .... ********************* क्यूँ लहजा तेरा शायराना नहीं है लिखी क्यों ग़ज़ल जो सुनाना नहीं है बहुत प्यार मुझको मिला वालिदा का मुझे प्यार को यूँ गंवाना नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 703 Share Abha Saxena Doonwi 16 Jun 2016 · 3 min read लैपटॉप लघु कथा लैप टाॅप सोने की बहुत कोशिश कर रही थी पर नींद आ ही नहीं आ रही थी मालूम नहीं किस कोने में छिप कर बैठ गयी है मेरी... Hindi · लघु कथा 4 3 574 Share Abha Saxena Doonwi 16 Jun 2016 · 1 min read आज के ही दिन आज का दिन 16 जून 2013 दो वर्ष पहले आज ही के दिन उस दिन सूरज नही निकला था मूसलाधार बारिश हो रही थी, वहाँ ऊपर केदार नाथ में भारी... Hindi · कविता 3 1 685 Share Abha Saxena Doonwi 15 Jun 2016 · 1 min read आघाती पैबंद लगे हैं ....... नव गीत ...... आघाती पैबंद लगे हैं ... बहुत उधेडा जीवन अपना आघाती पेबंद लगे हैं .... जो अपने थे हुए पराये दूरी के अनुबंध लगे हैं .... अपनों ने... Hindi · गीत 2 1 631 Share Abha Saxena Doonwi 13 Jun 2016 · 8 min read माँ कैसी हो तुम ? कहानी माँ कैसी हो तुम ? आभा सक्सेना देहरादून कल ही मैं माँ को मेंन्टल हाॅस्पीटल में छोड़ कर आयी हूं उनको मेंटल हाॅस्पीटल में छोड़ना मेरी मजबूरी बन गयी... Hindi · कहानी 32 34 67k Share Abha Saxena Doonwi 13 Jun 2016 · 9 min read अनुत्तरित प्रश्न कहानी अनुत्तरित प्रश्न.... ऽ आभा सक्सेना देहरादून यूं तो वह थे तो मेरे दूर के रिश्ते के मामा ही। पर, मेरी माँ ने ही उन्हें पढ़ाया लिखाया या फिर यूं... Hindi · कहानी 5 892 Share