Comments (13)
2 Feb 2021 10:49 PM
बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
कृप्या मेरी भी रचना ये खत मोहब्बत के देखें और अपना वोट देने की कृपा करे ।
7 Jan 2021 11:42 AM
वाह क्या कहने ? आभा सक्सेना दूनवी जी, कृपया मेरी रचना “कोरोना दोहा नवमी” पसन्द आये तो मुझे अपने बहुमूल्य वोट से नवाज़ने का कष्ट करें। धन्यवाद।
26 Dec 2020 07:51 AM
अति सुंदर गजल !! आप हमारी रचनाओं को पढ़ते हो बहुत-बहुत धन्यवाद!!
Abha Saxena Doonwi
Author
27 Dec 2020 02:48 PM
बेहद शुक्रिया आप का
26 Dec 2020 07:19 AM
Nice
Abha Saxena Doonwi
Author
27 Dec 2020 02:47 PM
बेहद शुक्रिया आप का।
26 Dec 2020 02:41 AM
तुम्हारे खत में नया इक सलाम किसका था ,
न था रक़ीब तो आखिर वो नाम किसका था ,
रहा न दिल में वो बेदर्द और दर्द रहा ,
म़ुकीम कौन हुआ है म़ुकाम किसका था ,
वफ़ा करेंगे निब़ाहेगें बात मानेंगे ,
तुम्हें भी याद नहीं ये क़लाम़ किसका था ,
गुजर गया वह ज़माना कहेंं तो किससे कहें,
ख़याल मेरे दिल को सुबहो शाम किसका था ,
श़ुक्रिया !
Abha Saxena Doonwi
Author
27 Dec 2020 02:46 PM
वाह बहुत ख़ूब
28 Dec 2020 01:17 AM
श़ुक्रिया !
25 Dec 2020 11:41 PM
Bahut khub
Abha Saxena Doonwi
Author
25 Dec 2020 11:43 PM
प्रतीक जी बेहद शुक्रिया आपका।
?????बहुत खूबसूरत please मेरी रचनाओं को भी पढ़े और follow करे,