Abha Singh 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Abha Singh 14 Jul 2021 · 4 min read संस्मरण संस्मरण मेरी गुरु मेरी प्रेरणा: डाक्टर विजयश्री भाटी आज़ मैं आप सभी को ऐसी शख्सियत के बारे में बताना चाहूँगी जो मेरे लिए किसी दैवीय शक्ति के वरदान से कम... Hindi · लेख 2 2 658 Share Abha Singh 14 Jul 2021 · 1 min read गजल शमा को छोड़कर अक्सर ये परवाने नहीं जाते मिटा देते ये खुद को दिल को बहलाने नहीं जाते बड़े खुद्दार हैं जीते हैं मरते हैं उसूलों पर बुलाये बिन ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 633 Share Abha Singh 14 Jul 2021 · 1 min read परिश्रम/मेहनत परिश्रम/मेहनत १-सुख किंचित दुख है बहुतेरे फिर भी जीना २-दृढ़ विश्वास कार्य के प्रति चाव कर प्रयास ३-चींटी का श्रम कभी ना हो विफल नहीं ये भ्रम ४-सूर्य जो जागा... Hindi · हाइकु 4 2 483 Share Abha Singh 14 Jul 2021 · 2 min read जीवन एक उत्सव वास्तव में जीवन एक उत्सव है और यह उत्सव हर पल होता रहना चाहिए। ऐसा एक भी पल भी न हो, जब हम उत्सव से वंचित हो। हर सुबह सूरज... Hindi · लेख 1 2 1k Share Abha Singh 14 Jul 2021 · 3 min read परोपकार में प्रचार परोपकार में प्रचार अधिकतर लोगों में परोपकार के बाद आत्म-प्रचार का जुनून सवार होता है। यह जुनून हमें आत्म-मुग्धता की ओर ले जाता है। इस तरह हमारी यह आत्म-मुग्धता लगातार... Hindi · लेख 1 2 564 Share Abha Singh 14 Jul 2021 · 1 min read गाँव गाँव(हाईकु) अपनापन बस यहीं हैं जीता हमारा गाँव!! गीत सुनाती गाँव की पगडंडी रोज बुलाती!! आम के बाग पँछी चहचहाते मन को भाते!! गौरया चुगे लहलहाती पौध धान की बाली!!... Hindi · हाइकु 1 2 580 Share Abha Singh 14 Jul 2021 · 1 min read दोहा नेकी कर जग में सदा, अरु दरिया में डाल। प्रभु किरपा से होइगा, जीवन यह खुशहाल।। कहते हैं जो कर भला, मिले भला परिणाम। सबका ही प्यारा बने, होइ जगत... Hindi · दोहा 2 2 618 Share Abha Singh 12 Jul 2021 · 1 min read जरूरत गजल ना दिल की ज़रूरत ना दिलबर की ज़रूरत , हर खूबसुरती को है शायर की ज़रूरत.. हर बीज का अरमां है आकाश को छूना, हर बूंद में सिमटी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 759 Share Abha Singh 10 Jul 2021 · 2 min read अँधेरे से सामना लघकहानी "अँधेरे से सामना " गीता बचपन से ही बहुत बहादुर लड़की थी।उसे डर लगता था तो बस अँधेरे से।उसकी बड़ी बहन सीता ने उसके इस डर को निकालने की... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 6 8 463 Share Abha Singh 10 Jul 2021 · 2 min read नकाब लघुकहानी- नकाब चेहरा व्यक्ति के आत्मा का प्रतिबिंब होता है।जो जैसा विचार रखता है उसका चेहरा वैसा ही बयान करता है।पर सच्चाई कभी-कभी इसके विपरीत होती है। सेठ करमचंद और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 4 713 Share Abha Singh 10 Jul 2021 · 2 min read सीख लघुकहानी-सीख रमा दसवीं कक्षा की छात्रा थी और अपनी दादी के साथ रहती थी।बचपन में ही रमा की माँ का देहांत हो गया था। रमा को अकेलापन ना महसूस हो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 6 459 Share Abha Singh 10 Jul 2021 · 2 min read मर्यादा लघुकहानी मर्यादा पलक शर्मा जी की बड़ी बेटी थी।पलक की छोटी बहन सुमन थी और छोटा भाई आकाश था।घर की पूरी जिम्मेदारी पलक के कन्धों पर थी। पलक ने कभी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 14 709 Share Abha Singh 10 Jul 2021 · 3 min read सीमा रेखा आज मैं अपनी एक कहानी सुनाती हूँ जहाँ मैने अपने फर्ज को अपना कर्म और धर्म समझा। अब आप सभी पढ़कर ये जरूर बताइएगा कि मैने सही सही किया या... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 6 544 Share Abha Singh 1 Apr 2021 · 1 min read फागुनी दोहे फागुनी दोहे फागुन में खुलने लगे,उलझे मन के तार। गोरी घूँघट से करे,मीठे- मीठे वार।। कलियां भौरों पर पढ़े,सम्मोहन के मंत्र। भोजपत्र पर गंध से,लिखे मोहनी यंत्र।। हुई विदाई शिशिर... Hindi · दोहा 1 2 893 Share Abha Singh 7 Mar 2021 · 1 min read नारी सृष्टि का आधार हम नारियां अबला नहीं हैं सृष्टि का आधार हैं इस बात का है अभिमान हमें हम जगत जननी व सृष्टि का श्रृंगार हैं अब अगर हमें कोई आँखें दिखाये तो... Hindi · कविता 3 3 842 Share Abha Singh 21 Feb 2021 · 1 min read आभा सिंह कविता- समय ना जाने कौन सा समय प्रेम की सौगात बन जाए ना जाने कौन सा समय नफरत का बीज बो जाए.. ना जाने कौन सा समय मिलन की रात... Hindi · कविता 3 4 553 Share Abha Singh 1 Feb 2021 · 1 min read प्यार का पहला खत मेरे दिल में रहने वाले ,मेरे हालात से अंजान दोस्त, मैंने सोचा है कि आज तुझे खत लिखूँ... आज लिखूँ कि सारी दुनिया को छोड़कर मेरी अनकही चाहत ने, कितने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 74 934 Share Abha Singh 24 Dec 2020 · 1 min read रावण रूपी करोना य़े रावन रूपी कोरोना जब तुम हमारे देश आ ही गए हो तो , हम तुमसे नजरें चुरा सकते नहीं... हाथ जोड़कर करते हैं तुम्हारा स्वागत, पर हम हाथ मिला... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 69 624 Share Abha Singh 24 Dec 2020 · 1 min read रावण रूपी करोना य़े रावन रूपी कोरोना जब तुम हमारे देश आ ही गए हो तो , हम तुमसे नजरें चुरा सकते नहीं... हाथ जोड़कर करते हैं तुम्हारा स्वागत, पर हम हाथ मिला... Hindi · कविता 4 2 627 Share