Radha Bablu mishra Language: Hindi 135 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Radha Bablu mishra 3 Apr 2021 · 1 min read आए क्यों ना माधव २ फितरत होती इन्सानों की, मढ़ते अपने गलतियों के दोष ईश्वर पे, खड़ा था मैं गलियारों में, भैया युधिष्ठिर के वचन से बंधे, वचन लिया था उन्होंने मुझसे, केशव, कदम ना... Hindi · कविता 2 384 Share Radha Bablu mishra 3 Apr 2021 · 1 min read आए क्यों ना माधव तुम १ बात पूछनी है माधव , आज्ञा हो तो पूछूं क्या, संकोच कैसा कृष्णे तुम्हें, दूंगा तेरे हर सवालों के जवाब में जी भर के, हों रहा था मेरा जब वस्त्र... Hindi · कविता 2 346 Share Radha Bablu mishra 28 Mar 2021 · 1 min read चलु,चले खेले होली पाहुन कत मिलत एहन सौभाग्य यो, चलु , खेले होली एत ना खेलने त कत खेलवे फगुआ, श्याम तन पे चढत रंग नइ कोनो, चलु लगाएल जाएत अहाँ के यो,... Hindi · गीत 1 514 Share Radha Bablu mishra 19 Mar 2021 · 1 min read नदियां से कहा नदियां से कहा ले चल हमें, अपने धारा के संग, जहां दिखे तुम्हें पिया हमारे, छोड़ देना तुम हमें वहां पे, रूठ गए ना जाने कब, चल दिए थे तेरे... Hindi · कविता 1 1 630 Share Radha Bablu mishra 3 Feb 2021 · 1 min read अनोखा एहसास त्यागा मैने दुनिया सारी, त्यागी लोक लाज सभी। अपने हि परछाईं में, जब ढुढ़ने लगी मैं तुम्हें, तब जा के एहसास हुआ, शायद कोई रिश्ता है नया, पहले भी ना... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 59 457 Share Radha Bablu mishra 31 Jan 2021 · 1 min read कैसे भुल जाऊं ज़ख्म वे कैसे भुल जाऊं ज़ख्म वे, जो दिये तुम्हारे पुर्वजों ने, विलग करना चाहा था हमें, हमारे ही धरती से। तहस नहस किया हमारे धर्मों को, दर्द जो दिया दिल को,... Hindi · कविता 2 2 296 Share Radha Bablu mishra 19 Jan 2021 · 1 min read कैसे मानूं रावण प्रतापी तुम?? कैसे मानूं रावण प्रतापी तुम, छल कर लाएं तुम मुझे, बना भेष ढोंगी का, फिर भी कहते गर्व से, मैं रावण कांपता धरा जिसके चलने से।। लांघ ना सके लखन... Hindi · कविता 1 2 366 Share Radha Bablu mishra 20 Dec 2020 · 1 min read प्रश्न अगर होता मैं नहीं तो, क्या शब्दों कि उत्पत्ति होती? अगर होता मैं नहीं तो,क्या होती पहचान तुम्हारी? अगर होता मैं नहीं तो, क्या जानते चांद सितारों को? अगर होता... Hindi · कविता 3 388 Share Radha Bablu mishra 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना पूरी दुनिया में मचा दिया हा हा कार, सबको कर दिया बेकार, नाम सुन के इसका सबको आ जाएं रोना, यह है उत्पाती कोरोना।। ना जाने कहां से यह यमदूत... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 31 460 Share Radha Bablu mishra 7 Sep 2020 · 1 min read हिन्द की सेना हिन्द की सेना ना हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई है, हिन्द की सेना के रग रग में अन्याय के खिलाफ लड़ाई है।। हिन्द की सेना सिर्फ वे नहीं जो शरहद पर रहते,... Hindi · कविता 3 439 Share Radha Bablu mishra 2 Sep 2020 · 1 min read पवित्र रिश्ते कुछ रिश्ते की कागजों पे जुबानी नहीं होती, हर एक रिश्ते के जन्म की कहानी नहीं होती, रास्ते में मिलें थे ना जाने वे कहां, कब हो गए अपने पता... Hindi · कविता 1 2 619 Share Radha Bablu mishra 29 Aug 2020 · 1 min read रिश्ते गुड्डे-गुड़ियों सा खेल खेलना बंद करो, रिश्ते को रिश्ते सा महत्व दो, क्या हर वक्त अदला बदली करते रहते, पक्षियों कि तरह क्यो जिते हो, कभी तो इंसान बन कर... Hindi · कविता 3 2 254 Share Radha Bablu mishra 28 Aug 2020 · 1 min read एक प्रयास राज्य नहीं राम , जो रखो तुम न्याय की उम्मीद, यह तो हस्तिनापुर वह गद्दी है, जो कभी अपने पांव पे चलती हि नहीं, यहां तो जरुरत हर वक्त विद्रोह... Hindi · कविता 1 2 396 Share Radha Bablu mishra 26 Aug 2020 · 1 min read संवाद धरा २ ग़म की दुनिया में अपने खोज रहीं, रो रही हु मै तड़प तड़प के, दर्द कि कथा किसे सुनाऊं मैं, यहां अकेली बैठी मैं सोच रही, सर्वार्थी तुम दुनिया वाले,... Hindi · कविता 1 2 490 Share Radha Bablu mishra 25 Aug 2020 · 1 min read धरा से संवाद १ माता, इतनी कहर क्यो बड़पा रही, हमें क्यों इतना तड़पा रही, हो गए हैं हम बेघर, अब बताओ हम जाएं किधर, करते जो तेरा चिर हरण, उनका ना कुछ हुआ... Hindi · कविता 3 486 Share Radha Bablu mishra 24 Aug 2020 · 1 min read दुर्योधन का सत्कार कैसी लगी केशव तैयारियां मेरी कहीं रह ना गईं कोई कमी?? क्या प्रसन्नता हुई द्वारकाधीश, हमारी मेजबानी से, भूल कर रहे हो दुर्योधन तुम, अभी तो मैं आया बन शांतिदूत... Hindi · कविता 2 431 Share Radha Bablu mishra 12 Jul 2020 · 1 min read प्रेम अगर बलिदान ना होता प्रेम हवस नहीं बलिदान होता है, अगर ऐसा ना होता तो, कृष्ण राधा का होकर भी, रुक्मणि का ना होता, प्रेम अगर बलिदान ना होता, तो सीता फिर से वन... Hindi · कविता 4 6 553 Share Radha Bablu mishra 4 Jul 2020 · 1 min read कविता आज लिखने बैठी में कविता, शब्दों से भरे झोली के साथ, पर, बेचारे शब्द खेल रहे अकड़ - बकड़, तंग कर रहे मुझे हर पल, नज़र अंदाज़ कर में इन... Hindi · कविता 2 4 373 Share Radha Bablu mishra 27 Jun 2020 · 1 min read मुक्तक रित से प्रित करो कबहो ना, फूल खिलन मुरझाए जाएं, अगर अंधा प्रेम जो करत फूल से, बेचारा गंवा जाएं जिवन से, रित से प्रित करो कबहो ना, सांझ धरी... Hindi · मुक्तक 5 289 Share Radha Bablu mishra 27 Jun 2020 · 1 min read सावन आ जा आ जा सावन आ जा, दिल का दर्द मिटा जा, प्रेम की नई गीत सुना जा, आ जा सावन आ जा, खुशियां का जल बरसा जा, आ जा सावन आ... Hindi · कविता 5 6 535 Share Radha Bablu mishra 14 Jun 2020 · 2 min read यमराज की चतुराई एकांत में बैठे यमराज, ना जाने कौन से चिन्ता में खोए थे। चित्रगुप्त ने भंग कर उनका एकांत , प्रशन किया शीश नवाकर, क्या बात है महाराज?? ऐसे मूंह क्यो... Hindi · कविता 758 Share Radha Bablu mishra 29 May 2020 · 1 min read भाग्य समय का कोई तो शौध करो मेरे भाग्य पे, आखिर क्या क्या लिख रखा है ख़ुदा ने, काल ने सौदा किया मृत्यु से मेरे कि काल में, कोई तो पूछो तिखे प्रशन... Hindi · कविता 4 2 323 Share Radha Bablu mishra 20 May 2020 · 1 min read घूमने आई बरखा घूमने आई धरा पे बरखा, संग पवन के साथ, स्वागत में साड़ी नदियां खड़ी, ले कर माला हाथ, सौदामिनी भी आई संग में,पर रह गई वह मेघ के साथ, चमक... Hindi · कविता 2 4 318 Share Radha Bablu mishra 9 May 2020 · 1 min read आंसु कोई ग़म में तो कोई खुशी, पर आंसु तो सभी बहा रहे, कोई अपनों के लिए कोई अपने लिए, पर, धारा सभी के निकल रहे नयनों से, कोई दर्द में... Hindi · कविता 6 5 589 Share Radha Bablu mishra 5 May 2020 · 1 min read लोभ लोभ में लोग क्या क्या कर जाते हैं, हाथ कुछ आता नहीं सिवा मिथ्या प्रसन्नता के, फिर भी दूसरों के साथ लोग अपना भी घर उजाड़ जाते हैं बच नहीं... Hindi · कविता 3 534 Share Radha Bablu mishra 30 Apr 2020 · 1 min read बेहते जाना है टूटी मझधार में देखो कितनी विक्राल है धारा ना मंजिल है ना मोह सिर्फ बेहते जाना है, चलना है चलाना है सब कुछ अपने साथ ले जाना है, रूकेंगे ना... Hindi · कविता 2 573 Share Radha Bablu mishra 27 Apr 2020 · 1 min read मन मेरे कुछ बोल मन मेरे बातें तोल के ना बोल, चंचल नैनवा की सुन ना कोई बोल, कुछ तो अपने मन की भी बोल, मन मेरे बातों में प्रेम मिश्री घोली, प्रियतम कि... Hindi · कविता 2 440 Share Radha Bablu mishra 25 Apr 2020 · 1 min read सूने महल सुनें महल में जीऊं सहारे किसके सावारियां, छोड़ गए क्यों हमें हमको, युही तड़पते, अधुरी क्यों छोड़ी हमारी कहानियां, ऐसा क्यों किया ये सावारियां, हमें क्यों बना गया तु अपनी... Hindi · कविता 1 2 304 Share Radha Bablu mishra 10 Apr 2020 · 1 min read धरती का त्यागपत्र २ एकांत में श्री हरि , मन में कर रहे थे विचार, दोनों के रोगों का बेचारे, दूढ़ रहे थे उपचार, आखिर क्या ग़लत कहा धरा ने, आजतक तो हर ग़म... Hindi · कविता 2 3 439 Share Radha Bablu mishra 10 Apr 2020 · 1 min read धरती का त्यागपत्र १ सौंप दिया धरती ने अपना त्यागपत्र ब्रह्मा को , सभागण सब कर रहे विचार विमर्श , ऐसा क्यों किया धरा ने? होगा क्या सभी जिव जन्तु का?? सोच सोच कर... Hindi · कविता 2 527 Share Radha Bablu mishra 8 Apr 2020 · 1 min read बातें चांद से मैंने पूछा चांद से क्या हाल है जनाब?? खैरियत तो है सब,क्या प्रसन्न हैं आप? घर भी होगा आपका अब तो साफ़, चांद ने कहा जड़ा चुप भी करो, सर्वार्थी... Hindi · कविता 1 3 396 Share Radha Bablu mishra 7 Apr 2020 · 1 min read भाग जाएगा कोरोना ज़्यादा भीड़ भाड़ करो ना, बरना आ जाएगा कोरोना, धरा को तंग करो ना, बरना आ जाएगा क्या, आ गया कोरोना। अपने परिवार को संकट में डालो ना, उनको मौत... Hindi · मुक्तक 339 Share Radha Bablu mishra 26 Mar 2020 · 1 min read स्वार्थी मानव ना चाहते हुए भी, आज खुश होगा आसमान, वह धरती, वह हवाएं ख़ुशी से झूम रहा होगा वह नदियां कि लहरें को, खुब उछलने का मन करता होगा, आकाश पे... Hindi · कविता 1 468 Share Radha Bablu mishra 29 Jan 2020 · 1 min read वंदना अपने ज्ञान का ज्योति इधर भी फैला, मां तेरे शरण में हम आये अनाथ दोनों हाथ फैलाकर मांगे हम भिक्षा दान मां, झोली में भर दे तुम अपना प्यार मिटा... Hindi · कविता 2 478 Share Radha Bablu mishra 15 Jan 2020 · 1 min read दुर गगन में दुर गगन कि बात निराली, कभी देखा चंदा कि होशियारी, रोज़ बदलता रूप अपना, जैसे जाना हो उन्हें ससुरारी, टिम टिम करते तारों के बीच, चमकें जैसे जुगुनू के बिज... Hindi · कविता 302 Share Radha Bablu mishra 3 Jan 2020 · 1 min read दर्द थे कहां तुम ,जब थी जरुरत हमें, अब मृत्यु के पश्चात क्यो चिल्ला रहे हो, कहां गई अम्मा मोरी? नौ महीने गर्भ में पाला था, दर्द ना जाने कितने सही,... Hindi · कविता 256 Share Radha Bablu mishra 1 Dec 2019 · 1 min read क्या था गुनाह मेरा पनघट पर आज भी करती इंतजार तेरा, तु ना आऐ कान्हा, ऐसा क्या था गुनाह मेरा, अपने ही नजरों से क्यों दुर किया, क्यों तोड़ दिया अपने हि दिल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 273 Share Radha Bablu mishra 27 Nov 2019 · 1 min read शोर दिल क्यों मेरा शोर करें, युहीं यह चारों ओर घूरे, याद क्यों आती तु हर लम्हा, दिल मेरा युहीं क्यों तड़पा देख तुझे दर्द मे, दिल मेरा हि क्यों बिलखा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 460 Share Radha Bablu mishra 25 Oct 2019 · 1 min read हो गी रात प्यारे रे सूर्य देव सो गए, सो गए चादं -तारे, सो जा मेरे लाला रे, हो गई रात प्यारे रे। नैना बंद करके तु, खो जा सपनों के दुनिया मे, परीयों के... Hindi · गीत 1 1 397 Share Radha Bablu mishra 2 Oct 2019 · 2 min read शिकायत बापू से राष्ट्रपिता तेरे घरों मे, अब जलती हैं मानवता, जिस भारत के लिए, तुने बलिदान दिया, वह भुल गया तेरी राह, वह भुल गया अहिंसा, तेरे अन्नदाता को,कुबेरों ने कुचल दिया,... Hindi · कविता 1 250 Share Radha Bablu mishra 19 Sep 2019 · 1 min read दर्द कोई प्रेमी जब छोड़ चला जाता हैं, तो वह असीम पीड़ा से भरी दर्द कहलाता है, तो फिर, उस माँ के अहसास को क्या कहेंगे, जब उन्हें अपने हि घर... Hindi · कविता 208 Share Radha Bablu mishra 4 Aug 2019 · 1 min read दोस्ती दोस्ती मे दिल जलाया नहीं करते दोस्तो के मन को दुखाया नही करते दोस्ती मे गद्दार को यार बनाया नही करते दोस्तो के पीठ छुरी मारा नही करते दोस्ती मे... Hindi · कविता 455 Share Radha Bablu mishra 2 Aug 2019 · 1 min read चादं भी कभी झूठ बोला होगा चादं भी कभी झूठ बोला होगा, शायद उसका मन मैला होगा, तभी तो उसके सुन्दर मुखरे पर, ढब्बे के ढ़ेर परे, वह भी कभी किसी को तड़पाया होगा, किसी का... Hindi · कविता 1 413 Share Radha Bablu mishra 8 May 2019 · 1 min read खुदा , मंजिल है खुदा एक मंजिल है, राहे हजार है, मजहब एक सिढ़ी है, बस चढ़ने कि दरकार है।। नियम , कानुन सब चुनौतियां है, करने हमें पूरा है, सहायक दिमाग है, बस... Hindi · मुक्तक 1 245 Share Radha Bablu mishra 6 May 2019 · 1 min read हमनें पुछा बरखा से हमने पुछा था बरखा से, तु बेमौसम क्यों बरसती? चुरा के नजर कहा बरखा ने, "पिया मिलन"मे क्यों देरी। हमनें पुछा था बरखा से, फिर सूखी क्यों पड़ी धरती? रुदन... Hindi · कविता 234 Share Radha Bablu mishra 18 Mar 2019 · 1 min read होरी मे डालु ने रंग गुलाल होरी मे ने डालु रंग गुलाल , सीया होरी मे, जे अहाँ डालवै त कि कहते गौआ(villager) खेलु अहाँ सब चारो बहिना, छोड़ु हमर कपारी ईऐ होरी मे, शयामल मुखरा... Hindi · गीत 1 245 Share Radha Bablu mishra 13 Mar 2019 · 1 min read औरत औरत कि जुबानी सुनो उसकि कहानी सब के घर मे रौनक लाई यह सब दिलों कि रानी बेटी बन आई लक्ष्मी पिता के घर को, माँ कि सहेलि देखो पापा... Hindi · कविता 1 323 Share Radha Bablu mishra 28 Jan 2019 · 1 min read सुन कान्हा क्यों तेरे शरणों मे कान्हा, सभी झुकाते अपना मस्तक, ऐसी भी क्या खूबियां हैं तुम में, जो तुम को सब रिझाते है, हम तो तेरे वंशज हैं कान्हा , फिर... Hindi · कविता 1 559 Share Radha Bablu mishra 21 Dec 2018 · 1 min read शक शक है तलवार वह, जो करती वार सभी पर, ना किसी को जीने देती, हर रिस्ते नाते तोड़ देती , यह शक और कि बात छोड़ो , शक छोड़ती नही... Hindi · कविता 572 Share Radha Bablu mishra 4 Dec 2018 · 1 min read ढुंढ लिया ग़म में भी ख़ुशी ढुंढ लिया, मैं ने हर ज़ख्म का मलहम ढुंढ लिया।। दर्द में भी राहत ढुंढ लिया, मैं ने प्रेम की व्याख्या ढुंढ लिया।। क्रोध में भी... Hindi · कविता 1 305 Share Previous Page 2 Next