डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 179 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Nov 2018 · 1 min read ममता भरे बीते लम्हें माँ की याद में कुछ भाव उमड़ आए जिन्होंने बीते लम्हें कुछ इस कदर याद दिलाए || *माँ ! आज तुम्हारी बहुत याद आई इस तन्हाई ने यह कैसी पुकार... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 26 654 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 Jan 2020 · 7 min read विद्यार्थियों में गिरते जीवन मूल्य जीवन मूल्य गिर रहे हैं आज बच्चों में नहीं पनप रहे संस्कार ।। कहते हैं जो विद्यार्थी शिक्षक का सम्मान नहीं करते उन्हें ज्ञान प्राप्त नहीं होता लेकिन यह बात... Hindi · लेख 6 3 11k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 16 Oct 2021 · 1 min read दोहा छंद जीव-मरण का चक्र है ये, क्यों तू शोक मनाए। क्षण का ज्यों भान न बंदौ, फिर क्यों टूटा जाए।। विषम भाव क्यों राखिये, जो विष होत समान। भेद विषम मिटे... Hindi · दोहा 6 5 486 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Mar 2020 · 1 min read बहिष्कार … कोरोना वापिस जाओ बहिष्कार … कोरोना वापिस जाओ ? सरताजों का ताज कोरोना फैले छूकर हाथ कोरोना छींक पे भी है इसका ज़ोर खांसी बन गई इसकी दोस्त जिसको ये (कोरोना) छू जाता... Hindi · कविता 5 2 539 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 May 2020 · 5 min read वुहान से देवलोक तक कोरोना ब्रह्मा , विष्णु , महेश तीनों पृथ्वी के रचयिता, पालक और संहारक क्या देख ही नहीं पा रहे हैं कि पृथ्वी पर हाहाकार मची है मजदूर , आम जनता ,... Hindi · कहानी 5 4 525 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Aug 2020 · 1 min read मेरा जन्मदिन मेरा जन्मदिन दिन बीते, साल गुज़रे कारवां यूं ही चलता गया । कभी बचपन में थे , आज बुढ़ापा आगे दिख है रहा । सामना हो रहा है धीरे -... Hindi · कविता 5 5 469 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Jan 2018 · 1 min read पतंग 1. बंधी पतंग मांझा-डोरी के संग लिए उमंग 2. शून्य तल में नृतन है करती मेरी पतंग 3. कटी पतंग दूजे को मिल जाए जागे तरंग 4. बयार संग बहती... Hindi · हाइकु 4 726 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 24 May 2018 · 2 min read हिंदी भाषा का प्राथमिक स्तर व्याकरण प्राथमिक स्तर पर ही विद्यार्थियों की भाषा को आधार प्रदान करता है किंतु इसके लिए यह अनिवार्य है कि उसका अभ्यास निरंतर बना रहे । षष्ठी स्तर पर विद्यार्थियों... Hindi · लेख 4 868 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 21 Sep 2018 · 2 min read स्वच्छ भारत अभियान (कविता ) स्वच्छ भारत अभियान (कविता ) 15 सितंबर से 20 सितंबर तक स्वच्छता अभियान से संबंधित सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत से छाया चित्र और चलचित्र प्राप्त हुए। इससे अनुमान... Hindi · कविता 4 638 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 Mar 2020 · 1 min read हॉकी के जादूगर 'मेजर ध्यानचंद' गिल्ली डंडा, खेल कबड्डी काना फूसी, पिट्ठू, गिट्टी । खेल - खेल में बड़े हुए सब खेलों से मिल गई तरक्की । ध्यानचंद ने नाम कमाया हॉकी को मशहूर बनाया... Hindi · कविता 4 1 474 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 16 Apr 2020 · 2 min read शत - शत नमन भारत के कर्मवीरों को (कोरोना काल) कोरोना महासंग्राम में आज की रचना उनको समर्पित है जो दिन रात अपनी सेवाओं के माध्यम से भूख प्यास त्याजकर देश की सेवा में अपना संपूर्ण योगदान दे रहे हैं... Hindi · कविता 4 2 597 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 29 Apr 2020 · 1 min read पंच तत्व… जल सर्वत्र शीतलता धारण करके पवित्रता का आंचल भरके तृष्णा यही बुझाता है, जीवनदायी बन जाता है । । काम सभी में आता है काम सभी के आता है काम सभी संभव... Hindi · कविता 4 2 306 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 10 May 2020 · 2 min read ऑन लाइन शिक्षा … छलावा मात्र लेख बिना विद्यालय गए नई शिक्षा का अनुभव अनोखा जरूर है परन्तु लाभप्रद नहीं । वर्तमान की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अगर में यह कहूं कि ये तकनीक... Hindi · कविता 4 572 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 10 May 2020 · 2 min read ऑन लाइन शिक्षा … छलावा मात्र लेख बिना विद्यालय गए नई शिक्षा का अनुभव अनोखा जरूर है परन्तु लाभप्रद नहीं । वर्तमान की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अगर मैं यह कहूं कि ये तकनीक... Hindi · लेख 4 1 354 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 2 Jul 2021 · 2 min read कहानी सांझा काव्य संग्रह की कहानी सांझा संग्रह की आओ सुनाऊं एक कहानी न तेरी न मेरी सभी की ज़ुबानी सभी की आप बीती, नहीं ये पुरानी हां, ये है अनुभव से प्राप्त एक संग्रह... Hindi · कविता 4 4 515 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 Feb 2017 · 1 min read ***जन्मदिन पर शुभकामना संदेश*** १. फूलों ने बोला खुशबू से खुशबू ने बोला भवरों से भवरों ने बोला तितली से तितली ने बोला वर्षा से वर्षा ने बोला मेघों से मेघों ने बोला लहरों... Hindi · कविता 3 2 10k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 8 May 2017 · 1 min read *****सूरज से थोड़ी सी गप्पें**** *दूर हो खूब मगर हमें जलाकर चले जाते हो क्या खाते हो ? जो इतने गर्म तुम नज़र आते हो *कैसे कपड़े पहनते हो? जो चमकते ही जाते हो उषा... Hindi · कविता 3 2 9k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jun 2017 · 1 min read भाषा के दो ही रूप लिखित, मौखिक इसका स्वरूप**व्याकरण प्रवाह**सरल, सुगम व्याकरण बोध- १ *****भाषा***** भाषा के हैं दो ही रूप मौखिक लिखित इसका स्वरूप मौखिक है अस्थाई भाषा जिसमें वाचन कौशल आता || लिखित स्थाई भाषा कहलाती लेखन की हर विद्या इसमें समाती... Hindi · कविता 3 2 27k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 7 Jun 2017 · 3 min read *अनुस्वार ( ं ) और अनुनासिक ( ँ ) पर करें विचार** सुगम सरल हो व्याकरण ज्ञान* अनुस्वार ( ं ) व्यंजन है कहलाता | अनुनासिक ( ँ ) स्वर का नासिक्य विकार कहा जाता | चलो करें इनका अभ्यास | काव्यात्मक व्याकरण बोध के ज़रिए व्याकरण... Hindi · कविता 3 1 24k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 4 min read सौतेली मां इंसानियत कहीं खो गई अरुण घर में प्रवेश करता है आज भी रोशनी बहुत गुस्से में दिखाई दे रही थी । बच्चे दूसरे कमरे में सहमे से बैठे थे ।... Hindi · कहानी 3 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 2 Jun 2018 · 3 min read ****बच्चों पर पढ़ाई और अंकों का दबाव न डालें । ****** कहानी के माध्यम से संदेशयुक्त लेख ****बच्चों पर पढ़ाई और अंकों का दबाव न डालें । ****** पिताजी की इच्छा है कि रोहन दसवीं में कॉमर्स विद् मैथ्स ले ……।... Hindi · लेख 3 522 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Jun 2018 · 1 min read *हिंदी भाषा…भावों का समंदर *हिंदी भाषा…भावों का समंदर अपनी भाषा में एक एहसास है । हिंदी देश का स्वाभिमान है । हिंदी से भविष्य और वर्तमान है । हिंदी भावों का महाजाल है ।... Hindi · कविता 3 427 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Aug 2018 · 3 min read मेरा भारत 2020 मेरा भारत 2020 (लेख) परतंत्र भारत में नहीं जन्मे न देखी है परतंत्रता भारतीय होकर भी दोस्तों पाश के बंधनों में जकड़ी है हमारी स्वयं की विचारशीलता जी हाँ मित्रों... Hindi · लेख 3 352 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 Oct 2018 · 1 min read चलो जलाएँ मन का रावण जल जाएगा पत्र का रावण नहीं जलेगा मन का दानव फैलाए हुए है बाँहें इतनी आगोश में लेने को अब अपनी एक दिन का है शोर अब बाकी राम की... Hindi · कविता 3 436 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 Oct 2018 · 5 min read अटल बिहारी वाजपेयी : व्यक्ति और अभिव्यक्ति शोध आलेख :- अटल बिहारी वाजपेयी : व्यक्ति और अभिव्यक्ति एक ध्रुवतारा अमर… प्रकाश था अलौकिक, छिप गया है बदलों की ओट में । अटल था वाणी से, कर्तव्यों से... Hindi · लेख 3 345 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 8 Mar 2020 · 2 min read लकीर उन्मुक्त गगन में उड़ते पंछी न जाने बटती सीमा को । तभी तो उड़ते फिरते हैं खुले गगन में यूं बेखौफ । नहीं कोई भी सीमा इनकी खुले गगन में... Hindi · कविता 3 1 376 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 Apr 2020 · 3 min read वही सुबह फिर आएगी लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ गया है पिछले 21 दिनों से हम सभी विषम परिस्थितियों का बहुत ही दृढ़ता से सामना करते आए हैं ; जो काबिले तारीफ है... Hindi · कविता 3 3 343 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 14 May 2020 · 2 min read तेज़ाब खिड़की से चिड़िया के चाहने की आवाज… आज 15 साल की रागिनी के मन में नई चेतना का बीज बो रही थी । आज वह बहुत खुश थी; उसके चेहरे... Hindi · कहानी 3 2 597 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 25 Jan 2021 · 1 min read गणतंत्र हमारा सबसे प्यारा गणतंत्र हमारा ये 26 जनवरी का दिन, नव उल्लास ले आया । स्वतंत्रता की याद दिलाकर, सजग हमें करने आया | लोकतंत्र का नारा है, मिल जुलकर रहना धर्म हमारा... Hindi · कविता 3 2 330 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 May 2017 · 1 min read ****मेरे घर आई एक नन्ही परी**** *चाँद से, फूलों के रथ पर सवार घर रोशन किया है नन्हीं परी ने ईश्वर तुझे कोटि-कोटि प्रणाम *लक्ष्मी स्वयं चलकर हमारे घर आई है बरसों से जो थी मन... Hindi · कविता 2 1 14k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 Jun 2017 · 1 min read **टिम-टिम करता सुंदर तारा**बालगीत पहेली नई पहेलियों से सजी बालगीत पहेली *टिम-टिम करता टिम-टिम करता नभ में सुंदर तारा टिम-टिम तारा *नभ में चाँद निकलकर आया रात ने डेरा डाला टिम-टिम तारा **रोज़ रात को... Hindi · गीत 2 334 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 24 Sep 2017 · 3 min read ***अनुभव*** * कहते हैं एक चिंगारी या तो आग लगाती है या प्रकाश फैलाती है । रोशनी देने वाली चिंगारी का इस्तेमाल अगर ध्यान से किया जाए तो वह जीवन में... Hindi · लेख 2 1 373 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 31 Dec 2017 · 1 min read मनभावन १० हाइकु मिट्टी का माधो मत बन इंसान जीवन साध क्रोध है आता भवंडर मचाता त्रासदी लाता प्रात: की बेला उदित प्रभाकर लगा है मेला तरु की छाया है राहत दिलाए प्रभु... Hindi · हाइकु 2 498 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jan 2018 · 1 min read आया नया साल झूम उठा है अंबर आज नव प्रभात नव कोपल के साथ पुराने संजोकर नए सपनों में आज आगे बढ़े हम सभी साथ-साथ मिटाकर वैर-वैमस्य को जगाएँ प्रीत, प्रेम व्यवहार यहाँ... Hindi · कविता 2 453 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jan 2018 · 2 min read रंग नहीं ये…नासूर का मर्म है रंग नहीं ये…नासूर का मर्म है एक रंग चढ़ा है दिल पर एक तन पर चढ़ गया । मिटाना चाहा जितना उतना ही देह पर बढ़ गया । दिल पर... Hindi · कविता 2 243 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jan 2018 · 1 min read नन्हा नव वर्ष नन्हा नवीन वत्सर नन्हें कदम बढ़ाता आ गया समक्ष करो इसका स्वागत मनाओ खुशियाँ भरपूर दिन बीतेंगे बढ़ता यह जाएगा हज़ारों रंग और खुशियाँ हर पग पर बरसाएगा बनाना है... Hindi · कविता 2 458 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 Jan 2018 · 1 min read नारी शक्ति की संवाहक चुप रहती नारकीय जीवन नारी सहती चिंगारी जैसे सुलगती औरत रहती शांत सीमा से बंधी जैसे होती है नदी नारी की छवि नारी है घन झरती बरसती सदैव प्यासी ... Hindi · हाइकु 2 1 563 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Jan 2018 · 1 min read शीत लहर विषय- शीत लहर विधा- हाइकु १.बर्फीली वात बारिश की फुहार प्यास बढ़ाए ???? २.शीत पवन कोहरे की चादर करे दमन ???? ३.सर्दी की मार गरीब सहे जाए दिखे लाचार ????... Hindi · हाइकु 2 589 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Jan 2018 · 1 min read सूर्याय नम: 1. भौर की बेला जगदीश्वर वास करो प्रणाम 2. नवीन प्रात: नव रश्मियाँ आएँ सूर्याय नम: 3. धरा गगन है स्वर्णिम जगत योग मगन 4. उषा किरण नव चेतना संग... Hindi · हाइकु 2 1 615 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 17 Jun 2018 · 5 min read फिल्मी पर्दा करे बेपर्दा लेख - फिल्मी पर्दा करे बेपर्दा सभ्यता और संस्कृति किसी भी देश की सर्वश्रेष्ठ शीर्ष की धरोहर मानी जाती है । भारतीय सभ्यता और संस्कृति में एक अनुशासन, नैतिकता, प्यार,... Hindi · लेख 2 385 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 Oct 2018 · 5 min read अटल बिहारी वाजपेयी : व्यक्ति और अभिव्यक्ति शोध आलेख :- अटल बिहारी वाजपेयी : व्यक्ति और अभिव्यक्ति एक ध्रुवतारा अमर… प्रकाश था अलौकिक, छिप गया है बदलों की ओट में । अटल था वाणी से, कर्तव्यों से... Hindi · लेख 2 507 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 30 Jan 2020 · 2 min read *नहीं भूलेंगे यह सुनहरे पल* ??बच्चों के एहसास ??शब्दों के साथ *नहीं भूलेंगे यह सुनहरे पल* * सुबह जल्दी उठना वैन के हॉर्न का बजना स्कूल पहुँचने की मारामारी और लेट कभी न होना नहीं... Hindi · कविता 2 322 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 Feb 2020 · 6 min read हमारी प्रेम कहानी शीर्षक : हमारी प्रेम कहानी आज की युवा पीढ़ी के लिए सत्य घटना पर आधारित एक सच्ची प्रेम कहानी …जो जीवित थी, जीवित है और जीवित रहेगी । जब तक... Hindi · कहानी 2 3 854 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 18 Feb 2020 · 1 min read सुप्रभात संदेश सुप्रभात ! स्वर्णिम प्रभात, कलरव आकाश पंछी कर रहे प्रकृति से प्यार बिखरता रहे घरों में प्रकाश खिलता रहे चमन में गुलाब आपका दिन बने सबसे ख़ास आप सभी को... Hindi · कविता 2 458 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 22 Feb 2020 · 2 min read विशेषण और क्रियाविशेषण में अंतर कक्षा दसवीं की परीक्षा में हिंदी कोर्स ए के विद्यार्थियों को अकसर पद परिचय करते समय विशेषण और क्रियाविशेषण पदों को पहचानने में दुविधा होती है उनकी इस समस्या के... Hindi · लेख 2 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 2 Mar 2020 · 1 min read जन्मदिवस शुभकामना संदेश 2 ????? सरल सहृदय, सहयोगी व्यक्तित्व ज्ञान ज्योति की गागर शीत बच्चों की प्रिय सदैव चांदनी को लिए समेट सार्थक करता आपका नाम जन्मदिन मुबारक हो आज ??जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं!??... Hindi · मुक्तक 2 383 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 11 Mar 2020 · 5 min read सुनहरी धूप … संस्कारों की (लघुकथा) सुनहरी धूप… संस्कारों की सुबह के इंतज़ार में निशा पूरी रात करवटें बदलती रही । 4:00 बज गए हैं… माधव ने कहते हुए करवट ली । थोड़ी देर सो भी... Hindi · लघु कथा 2 1 387 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 5 Apr 2020 · 1 min read 5 अप्रैल नई उम्मीद का पर्व प्रकाश पर्व कविता 5 अप्रैल नई उम्मीद का पर्व प्रकाश पर्व आओ उम्मीद का दीप जलाए विश्वास, परहित, हौसले, श्रद्धा सबको लेकर संकल्प उठाएं । कोरोना से जंग जीतने हेतु एकजुट जग... Hindi · कविता 2 275 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 May 2020 · 2 min read *रेल की पटरी से… खेत की मेड़ तक* *रेल की पटरी से… खेत की मेड़ तक* मेरी गोद के आंचल के साए में बड़े होकर मुझे नहीं पता था कि एक दिन तुम मुझे छोड़ कर शहर की... Hindi · कहानी 2 297 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 16 May 2020 · 4 min read बेटी… सिर्फ़ शब्द नहीं संसार है बेटी … सिर्फ़ शब्द नहीं संसार है आज तो चारों सड़क छाप आवारा लड़कों ने हद ही कर दी रोज़-रोज़ ऐसे कैसे चलेगा । मेरा तो आने-जाने का एक वही... Hindi · कहानी 2 2 633 Share Page 1 Next