डॉ. शिव लहरी Language: Hindi 86 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. शिव लहरी 29 Nov 2023 · 1 min read श्रमवीर श्रम के साधको की है ये कहानी निराली। कैसे मिशन जिन्दगी से जिंदगी निकाली। जिनके श्रम से बनते बंगले महल अटारी। उन्हीं श्रमवीरो की टनल कहानी निराली।। कुदरत कोप फँसे... Hindi 509 Share डॉ. शिव लहरी 20 Sep 2023 · 2 min read तुम बेबाक बोलो, देश कर्णधार तुम बेबाक बोलो, कर्णधार, तुम बेबाक बोलो। कुछ सपनो के दब जाने से, मत खामोशी घोलो।। एक नहीं जीवन पथ में, राहें होती है कई हजार। मंजिल भी सबकी अपनी,... Hindi 2 1 260 Share डॉ. शिव लहरी 30 Aug 2023 · 1 min read रक्षाबन्धन मेरे भाई। हो सके तो लोटकर आना। वादा जो किया वो निभाना।। मेरे भाई। याद करना, ना भुलाना, रक्षासूत्र का बन्धन सुहाना।। मातृ भूमि के रक्षक तुम, रिश्ता पहले वो... Hindi 149 Share डॉ. शिव लहरी 4 Jun 2023 · 1 min read स्वास्थ्य स्वास्थ्य है जीवन की प्रथम पूँजी। स्वच्छता स्वास्थ्य की प्रथम कुंजी। शुद्ध पर्यावरण से जुड़ा स्वास्थ्य । इसे दोह रही भौतिकता की गूँजी।। स्वास्थ्य से ही भविष्य और कल। धरती... Poetry Writing Challenge 2 192 Share डॉ. शिव लहरी 4 Jun 2023 · 1 min read नव वर्ष संकल्प वर्ष ने बदला वर्ष पुराना। हम भी कुछ हम में बदलें। धरती को जब मां समझते। इसका भी कुछ दर्द हर लें।। करते हैं नित निर्मल तन को। अंतर्मन भी... Poetry Writing Challenge 1 88 Share डॉ. शिव लहरी 3 Jun 2023 · 1 min read आओ श्याम श्याम तेरी बंशी के सब है दीवाने । आओ श्याम फिर से धेनु को बचाने।। गैया मैय्या बैठी है बीच सड़क खाली, खाती है कचरा पूछता नहीं हाली, नहीं है... Poetry Writing Challenge 140 Share डॉ. शिव लहरी 2 Jun 2023 · 1 min read वृद्धजन अधिकारी सम्मान के वरिष्ठ नहीं सिर्फ अनुभव के, भंडार होते है स्नेह प्यार के । इन्ही से शुरू होते है हम, यह शिखर है परिवार के । वृद्धजन अधिकारी सम्मान के।। खाये रूखा,... Poetry Writing Challenge 281 Share डॉ. शिव लहरी 2 Jun 2023 · 1 min read छाले चल पड़ा हूं लेकर, मेरे गांव का नाम। नहीं है कोई अपना, सिर्फ मेरे है राम। छाले कितने पड़ गये, मन बसा है गांव, रोजी को आया, नहीं शहर में... Poetry Writing Challenge 2 256 Share डॉ. शिव लहरी 31 May 2023 · 1 min read मित्रता मित्र तो मित्र रहे, प्यारा सा साथ है, उनके बिना, सच ! लगता अनाथ है। खुशियां बांटना, मन का है मनोहारी, ग़म भी बंट जाता, गर उनका हाथ है।। मित्र... Poetry Writing Challenge 91 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read दीपावली चलो हम दीया सजाये,दीवाली आई दीवाली आई। रोशनी दीये की फैलाये, दीवाली आई दीवाली आई ।। बदली है सूरत यहां अब इस जमाने, खिलते नहीं चेहरे, बन्द क्यों मुस्काने, अब... Poetry Writing Challenge 177 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read प्रकृति पूजन (कार्तिक मास) देव देवादि अब जगे, होय सुमंगल काज । जागे अब गुरु वृहस्पति, खूब बजेगें साज ।। पुनम कार्तिक मास को, होय पवित्र स्नान । पूजे जल धूप दीप से, रख... Poetry Writing Challenge 175 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read सूरज दादा छुट्टी पर (शीतकालीन) एक हास्य सूरज ने भी सोचा है, ये कैसा काम का लोचा है। उठता हूँ जल्दी सुबह, ढलने तक का खोंचा है।। सूरज ने भी– कुछ तो मै आराम करू, कुछ घण्टे... Poetry Writing Challenge 233 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read वन के वासी अनपढ़ कहना ना, शिक्षा प्रकृति की झोली, विषय उसका अलग है, भिन्न रही है बोली। कर्म जिसमें महारथ, शाला उसकी अनोखी, उस्ताद है हुनर का, उसने भी गठरी खोली। कार्य... Poetry Writing Challenge 2 118 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read आजादी का जश्न आजादी का जश्न, नहीं आसान, सैकड़ों का इसमें, है बलिदान । लटके जो चूमके, फांसी का फंदा, उन्हीं में बसे, भारत माँ के प्राण।। तान के सीना गोलियां खा गये।... Poetry Writing Challenge 193 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read जान से प्यारा तिरंगा रखा है शीर्ष से ऊपर, सदा ही फहराया रहा । जान से प्यारा तिरंगा , कहीं झुक तो न रहा।। सीने से लगा कर वह, हर हाल में थामे रहा... Poetry Writing Challenge 229 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read सत्यपथ लेकर मशाल अब कौन अड़ा है। परिवर्तन को अब कौन जड़ा है।। मंत्र बता मिल जाते उस ओर , सह लेते है अब करते ना शोर, अन्याय विरोध बजाय बिगुल,... Poetry Writing Challenge 285 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read हौसला हार गया, पर वो हारा नहीं, जीत कि जिद अभी जारी है। असफलता भी टिकी नहीं, उम्मीदों की किरण जारी है।। गिर गया, पर वो गिरा नहीं, संभला है, होश... Poetry Writing Challenge 244 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read गुरुदेव गुरु मिटाये अज्ञान को, बिन उनके न ज्ञान। बिना गुरु के सारथी, बिना दिशा के जान।। गुरु चढ़ाते सीढ़ियां, मंजिल तभी ही जान। बिना गुरु के ना मिलता, जीवन में... Poetry Writing Challenge 75 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read हम सब है भारतवासी हम सब है भारतवासी, भारतीय पहचान बताते है। आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है। जाती धर्म के उपनाम कैसे, अब भारतीय लगाते है। आओ अब फिर से वतन खातिर जां... Poetry Writing Challenge 1 83 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read मातृ शक्ति कर बंदे तू नारी का सम्मान। रख बंधे तू जननी का मान। मातृ का ही धरा जगत में । जीवन भी इन चरण रज में । जग जगदम्बा सम स्थान।।... Poetry Writing Challenge 1 1 83 Share डॉ. शिव लहरी 21 May 2023 · 1 min read पिता एक सूरज निकल पड़ता हर दिन, जीविका कमाने को। रख दिल मे परिवार, चला खुशियां लाने को ।। न थकता न ही शिकन है, पिता है,ना पत्थर दिल है। पसीना वो बहा... Poetry Writing Challenge 1 261 Share डॉ. शिव लहरी 21 May 2023 · 1 min read अब नये साल में शायद बदल जाए यह साल, नए साल में। बदले बंदे, दिल ए हाल ,अब नए साल में।। खुल जाए रास्ते, नहीं हो कोई जाम, छुटे नहीं मंजिल, ना बिखरे मुकाम।... Poetry Writing Challenge 1 592 Share डॉ. शिव लहरी 21 May 2023 · 1 min read डर डर के उड़ रहे पंछी डर डर के उड़ रहे पंछी, उन्हें नीड़ तक आना है। ये कैसे जाल बिछ रहे, कैसे पंख बचाना है ।। आशियां उनका वहाँ, सुदूर दरख्त तक जाना है। उड़... Poetry Writing Challenge 1 273 Share डॉ. शिव लहरी 19 May 2023 · 1 min read निराशा एक आशा घिरे निराशा के बादल तो क्या हुआ। काली है घनघोर घटा तो क्या हुआ। हरियाली भरी आशा फिर हर्षायेगी। जब यह गरज बरस यूँ चली जाएगी ।। घिरे निराशा के... Poetry Writing Challenge 361 Share डॉ. शिव लहरी 19 May 2023 · 1 min read परीक्षा ही बदले राहें परीक्षा ही बदले राहें, नव राह दिखाती है। परीक्षा ही जीवन में, नव सीख सिखाती है। आत्मविश्वास आगे परीक्षा पीछे पाती है। परीक्षा ही देखो सोने को कुंदन बनाती है।... Poetry Writing Challenge 2 1 191 Share डॉ. शिव लहरी 15 May 2023 · 1 min read नीला अम्बर नील सरोवर दिनकर से श्वेत ओर कहाँ। व्योम से स्याह ओर कहाँ। लाल ग़ुलाबी रँगी है धरती, पृथ्वी से रंगीन ओर कहाँ।। नीला अम्बर नील सरोवर। पीली माटी हरे तरुवर। केसरिया केसर... Poetry Writing Challenge 1 497 Share डॉ. शिव लहरी 15 May 2023 · 1 min read चलती है जिंदगी कदम एक बढ़ाती है, धीमी सी मुस्काती है, सरपट दौड़ लगाती है, सुंदर भोर के आने से। देखो, सुबह जग जाती है, जिंदगी.. दिन के रेलम पेल में, निज जीवन... Poetry Writing Challenge 175 Share डॉ. शिव लहरी 14 May 2023 · 1 min read सूरज दादा ड्यूटी पर मेरी भी कुछ दिन ड्यूटी कड़ी है। सुनहरे भविष्य के लिये अड़ी है ।। गाली सुन कर फिर भी तप रहा, जब ही तो आये सावन की झड़ी है।। मेरी... Poetry Writing Challenge 1 365 Share डॉ. शिव लहरी 13 May 2023 · 1 min read सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता) मेरी भी कुछ दिन ड्यूटी कड़ी है। सुनहरे भविष्य के लिये अड़ी है ।। गाली सुन कर फिर भी तप रहा, जब ही तो आये सावन की झड़ी है।। मेरी... Hindi 299 Share डॉ. शिव लहरी 21 Mar 2023 · 1 min read कविता एक उत्पत्ति जरा गौर से देखो, अश्कों से कविता निकलेगी। दिल में उतर कर देखो, कंठ से कविता निकलेगी। मत नकार उस कीचड़ को, पंकज सी कविता निकलेगी। जरा फोड़ कर देख,... Hindi 163 Share डॉ. शिव लहरी 8 Mar 2023 · 1 min read मातृ शक्ति कर बंदे तू नारी का सम्मान। रख बंधे तू जननी का मान। मातृ का ही धरा जगत में । जीवन भी इन चरण रज में । जग जगदम्बा सम स्थान।।... Hindi 233 Share डॉ. शिव लहरी 3 Mar 2023 · 1 min read परीक्षा ही बदले राहें परीक्षा ही बदले राहें, नव राह दिखाती है। परीक्षा ही अपनो में, अपने खास बताती है। आत्मविश्वास आगे परीक्षा पीछे पाती है। परीक्षा ही देखो सोने को कुंदन बनाती है।... Hindi 2 1 217 Share डॉ. शिव लहरी 15 Jan 2023 · 1 min read डर डर के उड़ रहे पंछी डर डर के उड़ रहे पंछी, उन्हें नीड़ तक आना है। ये कैसे जाल बिछ रहे, कैसे पंख बचाना है ।। आशियां उनका वहाँ, सुदूर दरख्त तक जाना है। उड़... Hindi 3 1 303 Share डॉ. शिव लहरी 8 Jan 2023 · 1 min read नीला अम्बर नील सरोवर दिनकर से श्वेत ओर कहाँ। व्योम से स्याह ओर कहाँ। लाल ग़ुलाबी रँगी है धरती। पृथ्वी से रंगीन ओर कहाँ।। नीला अम्बर नील सरोवर। पीली माटी हरे तरुवर। केसरिया केसर... Hindi 529 Share डॉ. शिव लहरी 31 Dec 2022 · 1 min read अब नये साल में शायद बदल जाए यह साल, नए साल में। बदले बंदे, दिल ए हाल ,अब नए साल में।। खुल जाए रास्ते, नहीं हो कोई जाम, छुटे नहीं मंजिल, ना बिखरे मुकाम।... Hindi 1 462 Share डॉ. शिव लहरी 23 Dec 2022 · 1 min read सूरज दादा छुट्टी पर (हास्य कविता) सूरज ने भी सोचा है, ये कैसा काम का लोचा है। उठता हूँ जल्दी सुबह, ढलने तक का खोंचा है।। सूरज ने भी-- कुछ तो मै आराम करू, कुछ घण्टे... Hindi 830 Share डॉ. शिव लहरी 17 Dec 2022 · 1 min read निराशा एक आशा घिरे निराशा के बादल तो क्या हुआ। काली है घनघोर घटा तो क्या हुआ। हरियाली भरी आशा फिर हर्षायेगी। जब यह गरज बरस यूँ चली जाएगी ।। घिरे निराशा के... Hindi 1 263 Share डॉ. शिव लहरी 8 Nov 2022 · 1 min read प्रकृति पूजन कार्तिक दोहे- कार्तिक मास देव देवादि अब जगे, होय सुमंगल काज । जागे अब गुरु वृहस्पति, खूब बजेगें साज ।।1 पुनम कार्तिक मास को, होय पवित्र स्नान । पूजे जल धूप... Hindi 2 130 Share डॉ. शिव लहरी 21 Oct 2022 · 1 min read व्यक्तित्व नहीं मिलता समंदर में, मेरा अपना किनारा है। बना हूँ चाहे सरोवर सा, पर मेरा अपना नज़ारा है।। (लेखक-डॉ शिव लहरी) Hindi 1 165 Share डॉ. शिव लहरी 2 Oct 2022 · 1 min read दो अक्टूबर का दिन अवतरित हस्तिया यहां, यह दो अक्टूबर का दिन। फैला विश्व मे अहिंसा सन्देश, दो अक्टूबर का दिन।। सादगी, ईमान खुली किताब, यह दो अक्टूबर का दिन। सत्यपथ के कठिन सफर... Hindi 251 Share डॉ. शिव लहरी 22 Sep 2022 · 1 min read मंजिल मिलती जरूर मंजिल, कितनी लंबी हो डगर। रत्नाकर तक पहुँची है, देखा दरिया का सफर।। पर वह भी रखता है , पर हौसलो से उड़ता है। देखा कभी बाज को,... Hindi 2 249 Share डॉ. शिव लहरी 14 Aug 2022 · 1 min read जान से प्यारा तिरंगा रखा है शीर्ष से ऊपर, सदा ही फहराया रहा । जान से प्यारा तिरंगा , कहीं झुक तो न रहा।। सीने से लगा कर वह, हर हाल में थामे रहा... Hindi 2 1 634 Share डॉ. शिव लहरी 21 Jun 2022 · 1 min read योगपथ जीवन में जब अति होते भोग, काम क्रोध मद के लगते रोग, ईर्ष्या स्वार्थ कटुता का हो बोल, मार्ग सिर्फ एक रह जाता योग । सृष्टि के अंगो का हो... Hindi 344 Share डॉ. शिव लहरी 14 May 2022 · 1 min read पिता एक सूरज निकल पड़ता हर दिन, जीविका कमाने को। रख दिल मे परिवार, चला खुशियां लाने को ।। न थकता न ही शिकन है, पिता है,ना पत्थर दिल है। पसीना वो बहा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 8 493 Share डॉ. शिव लहरी 23 Apr 2022 · 1 min read पुस्तकें जिंदगी की राह की मित्र होती, पुस्तकें। भूत भविष्य वर्तमान सी होती, पुस्तकें। इनमें समाया है धरा अनन्त विज्ञान भी, मन के भावों में भी ये चेहरे सी, पुस्तकें।। पुस्तक... Hindi · मुक्तक 1 639 Share डॉ. शिव लहरी 7 Apr 2022 · 1 min read स्वास्थ्य स्वास्थ्य है जीवन की प्रथम पूँजी। स्वच्छता स्वास्थ्य की प्रथम कुंजी। शुद्ध पर्यावरण से जुड़ा स्वास्थ्य । इसे दोह रही भौतिकता की गूँजी।। स्वास्थ्य से ही भविष्य और कल। धरती... Hindi 1 403 Share डॉ. शिव लहरी 26 Jan 2022 · 1 min read हम सब है भारतवासी हम सब है भारतवासी, भारतीय पहचान बताते है। आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है। जाती धर्म के उपनाम कैसे, अब भारतीय लगाते है। आओ अब फिर से वतन खातिर जां... Hindi · गीत 3 1 989 Share डॉ. शिव लहरी 28 Dec 2021 · 1 min read बदलता साल दिनों की ही मेहनत है नया साल बनाने में । फिर भी इल्जाम है दिनो पर इसे बदलाने में ।। बदलना होता एक दिन चाह हो कितनी भी, जिंदगी का... Hindi · मुक्तक 1 369 Share डॉ. शिव लहरी 17 Dec 2021 · 1 min read सत्यपथ लेकर मशाल अब कौन अड़ा है। परिवर्तन को अब कौन जड़ा है।। मंत्र बता मिल जाते उस ओर , सह लेते है अब करते ना शोर, अन्याय विरोध बजाय बिगुल,... Hindi · कविता 2 1 433 Share डॉ. शिव लहरी 3 Nov 2021 · 1 min read दीपावली चलो हम दीया सजाये, दीवाली आई दीवाली आई। रोशनी दीये की फैलाये, दीवाली आई दीवाली आई ।। बदली है सूरत यहां अब इस जमाने, खिलते नहीं चेहरे, बन्द क्यों मुस्काने,... Hindi 2 546 Share Page 1 Next