बहुत ही सही कहा परीक्षा जीवन का अभिन्न अंग है और वीरो से घबराती है इसलिए ये कवि की विद्यार्थियों को किसी भी स्थिति से न हारने के साहस के साथ उन्हें प्रेरणा देती है । आज के परिदृश्य में ये कविता समसामयिक दृष्टिकोण का परिचायक भी है । ऐसी कविताओं की समाज को निरंतर जरूरत रहेगी ।
बहुत ही सही कहा परीक्षा जीवन का अभिन्न अंग है और वीरो से घबराती है इसलिए ये कवि की विद्यार्थियों को किसी भी स्थिति से न हारने के साहस के साथ उन्हें प्रेरणा देती है । आज के परिदृश्य में ये कविता समसामयिक दृष्टिकोण का परिचायक भी है । ऐसी कविताओं की समाज को निरंतर जरूरत रहेगी ।