Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

परीक्षा ही बदले राहें

परीक्षा ही बदले राहें, नव राह दिखाती है।
परीक्षा ही जीवन में, नव सीख सिखाती है।
आत्मविश्वास आगे परीक्षा पीछे पाती है।
परीक्षा ही देखो सोने को कुंदन बनाती है। परीक्षा ही–
नतमस्तक है परीक्षा मेहनत के ही आगे।
झुकी हुई खड़ी है जो समय पूर्व ही जागे।
कभी असफलता मिल भी जाये परीक्षा से,
सफलता की प्रथम सीढ़ी बन सिखाती है। परीक्षा ही–
परीक्षा हर पल प्रतिदिन जीवन चलाती है।
जिंदगी के ख्वाबों की हकीकत बताती है।
हार जाता जंग भी जो पहले घुटने टेकता,
क्या घबराये परीक्षा से वीरो से कतराती है।परीक्षा ही–
परीक्षा है नहीं वो डिग्री ज्ञान की परीक्षा।
परीक्षा है क्षमता और अज्ञान की परीक्षा।
नहीं कभी इसमें कमतर स्वयं को आँकना,
परीक्षा है नव सृजन बदलाव की परीक्षा। परीक्षा ही—
(लेखक- डॉ शिव लहरी)

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 295 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. शिव लहरी
View all

You may also like these posts

नसीब को मैंने उस दिन से मानना छोड़ दिया था
नसीब को मैंने उस दिन से मानना छोड़ दिया था
पूर्वार्थ
मानवता का सन्देश
मानवता का सन्देश
manorath maharaj
सोचते सोचते ये शाम भी निकल गयी
सोचते सोचते ये शाम भी निकल गयी
Shubh Agarwal
बसपन में सोचते थे
बसपन में सोचते थे
Ishwar
तस्वीर
तस्वीर
ओनिका सेतिया 'अनु '
समय सदा एक सा नही रहता है। (12)
समय सदा एक सा नही रहता है। (12)
Mangu singh
🌹गुलाब देने से अगर मोहब्बत...
🌹गुलाब देने से अगर मोहब्बत...
Vishal Prajapati
10. *असम्भव नहीं कुछ*
10. *असम्भव नहीं कुछ*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
सफरसाज
सफरसाज
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
Ranjeet kumar patre
"उम्रों के बूढे हुए जिस्मो को लांघकर ,अगर कभी हम मिले तो उस
Shubham Pandey (S P)
कत्ल कर जब वो कातिल गया
कत्ल कर जब वो कातिल गया
सुशील भारती
खुद गुम हो गया हूँ मैं तुम्हे ढूँढते-ढूँढते
खुद गुम हो गया हूँ मैं तुम्हे ढूँढते-ढूँढते
VINOD CHAUHAN
राही चलते जाना है।
राही चलते जाना है।
Dr.sima
मैं प्रभु का अतीव आभारी
मैं प्रभु का अतीव आभारी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सुनता उसका बालमन , दिन में सौ -सौ बार  ।
सुनता उसका बालमन , दिन में सौ -सौ बार ।
RAJPAL SINGH GULIA
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
कृष्णकांत गुर्जर
आप सच बताइयेगा
आप सच बताइयेगा
शेखर सिंह
"बदनामियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
#सुप्रभातम
#सुप्रभातम
*प्रणय प्रभात*
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
दीदार
दीदार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
हवा-बतास
हवा-बतास
आकाश महेशपुरी
आधी सी अधूरी सी मैं
आधी सी अधूरी सी मैं
अर्चना मुकेश मेहता
Mr. Abu jahangir
Mr. Abu jahangir
Abu Jahangir official
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
त्रिपदा छंद - 11 मात्रिक
त्रिपदा छंद - 11 मात्रिक
sushil sarna
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
Rj Anand Prajapati
प्यारी प्यारी सी
प्यारी प्यारी सी
SHAMA PARVEEN
ପ୍ରାୟଶ୍ଚିତ
ପ୍ରାୟଶ୍ଚିତ
Bidyadhar Mantry
Loading...