डॉ. शिव लहरी 87 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डॉ. शिव लहरी 11 Apr 2018 · 1 min read आओ हम गीत लिखें आओ हम गीत लिखे, कुछ तो इसमे प्रीत लिखे।। बदले है मौसम,बदली है फिजायें, बदले है दिल भी,औ सूरत-ए-अदाएं। आओ फिर से हम, इस पतझड़ में बसंत लिखे।।आओ हम गीत... Hindi · कविता 1 368 Share डॉ. शिव लहरी 26 Jan 2019 · 1 min read बधाई गणतंत्र की लो आज गणतंत्र की बधाई। सैनिको को कोटिशः बधाई।। वतन की खुशियों के खातिर, उन परवानो ने जान गँवाई।। लो आज गणतंत्र की बधाई, लो जनो, लो गणों बधाई। पर... Hindi · मुक्तक 1 362 Share डॉ. शिव लहरी 1 Mar 2019 · 1 min read हम हिंदुस्तानी हम दूर से भले ही,बटें बटें से लगते है, माँ भारती के लिये तो, इकट्ठे डटते है। कँही ग़लतफ़हमी है, मोती बिखरे हुये है, देशप्रेम के धागें में, बहुत कसे... Hindi · कविता 1 584 Share डॉ. शिव लहरी 15 Jul 2021 · 1 min read छाले चल पड़ा हूं लेकर, मेरे गांव का नाम। नहीं है कोई अपना, सिर्फ मेरे है राम। छाले कितने पड़ गये, मन बसा है गांव, रोजी को आया, नहीं शहर में... Hindi 1 677 Share डॉ. शिव लहरी 30 Aug 2021 · 1 min read भक्ति छंद- जन्माष्टमी प्रेम के तुम सागर हो, मनमोहक अभिराम । हरो आतप जनमन के, आओ मेरे श्याम ।।1।। प्रकटो मुरली धरो, निधि वन करे पुकार । बंशी की मधुर धुन का, व्याकुल... Hindi · दोहा 1 1 849 Share डॉ. शिव लहरी 5 Sep 2021 · 1 min read गुरुदेव गुरु मिटाया अज्ञान को, बिन उनके न ज्ञान। बिना गुरु के सारथी, बिना दिशा के जान।। गुरु चढ़ाते सीढ़ियां, मंजिल तभी ही जान। बिना गुरु के ना मिलता, जीवन में... Hindi · दोहा 1 1 577 Share डॉ. शिव लहरी 23 Apr 2022 · 1 min read पुस्तकें जिंदगी की राह की मित्र होती, पुस्तकें। भूत भविष्य वर्तमान सी होती, पुस्तकें। इनमें समाया है धरा अनन्त विज्ञान भी, मन के भावों में भी ये चेहरे सी, पुस्तकें।। पुस्तक... Hindi · मुक्तक 1 642 Share डॉ. शिव लहरी 7 Apr 2022 · 1 min read स्वास्थ्य स्वास्थ्य है जीवन की प्रथम पूँजी। स्वच्छता स्वास्थ्य की प्रथम कुंजी। शुद्ध पर्यावरण से जुड़ा स्वास्थ्य । इसे दोह रही भौतिकता की गूँजी।। स्वास्थ्य से ही भविष्य और कल। धरती... Hindi 1 404 Share डॉ. शिव लहरी 16 Oct 2021 · 2 min read उत्सव का रंग न रहे फीका विद्यालय में प्रार्थना के बाद यह घोषणा सुनने को सभी छात्र कान लगाए हुए थे । कल से होने वाले दीपावली अवकाश के बारे में ज्योहीं कक्षाअध्यापक जी ने बताया,... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 1 291 Share डॉ. शिव लहरी 28 Dec 2021 · 1 min read बदलता साल दिनों की ही मेहनत है नया साल बनाने में । फिर भी इल्जाम है दिनो पर इसे बदलाने में ।। बदलना होता एक दिन चाह हो कितनी भी, जिंदगी का... Hindi · मुक्तक 1 369 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read जान से प्यारा तिरंगा रखा है शीर्ष से ऊपर, सदा ही फहराया रहा । जान से प्यारा तिरंगा , कहीं झुक तो न रहा।। सीने से लगा कर वह, हर हाल में थामे रहा... Poetry Writing Challenge 229 Share डॉ. शिव लहरी 21 Jun 2022 · 1 min read योगपथ जीवन में जब अति होते भोग, काम क्रोध मद के लगते रोग, ईर्ष्या स्वार्थ कटुता का हो बोल, मार्ग सिर्फ एक रह जाता योग । सृष्टि के अंगो का हो... Hindi 348 Share डॉ. शिव लहरी 29 Nov 2023 · 1 min read श्रमवीर श्रम के साधको की है ये कहानी निराली। कैसे मिशन जिन्दगी से जिंदगी निकाली। जिनके श्रम से बनते बंगले महल अटारी। उन्हीं श्रमवीरो की टनल कहानी निराली।। कुदरत कोप फँसे... Hindi 511 Share डॉ. शिव लहरी 30 Aug 2023 · 1 min read रक्षाबन्धन मेरे भाई। हो सके तो लोटकर आना। वादा जो किया वो निभाना।। मेरे भाई। याद करना, ना भुलाना, रक्षासूत्र का बन्धन सुहाना।। मातृ भूमि के रक्षक तुम, रिश्ता पहले वो... Hindi 149 Share डॉ. शिव लहरी 23 Dec 2022 · 1 min read सूरज दादा छुट्टी पर (हास्य कविता) सूरज ने भी सोचा है, ये कैसा काम का लोचा है। उठता हूँ जल्दी सुबह, ढलने तक का खोंचा है।। सूरज ने भी-- कुछ तो मै आराम करू, कुछ घण्टे... Hindi 835 Share डॉ. शिव लहरी 3 Jun 2023 · 1 min read आओ श्याम श्याम तेरी बंशी के सब है दीवाने । आओ श्याम फिर से धेनु को बचाने।। गैया मैय्या बैठी है बीच सड़क खाली, खाती है कचरा पूछता नहीं हाली, नहीं है... Poetry Writing Challenge 141 Share डॉ. शिव लहरी 2 Jun 2023 · 1 min read वृद्धजन अधिकारी सम्मान के वरिष्ठ नहीं सिर्फ अनुभव के, भंडार होते है स्नेह प्यार के । इन्ही से शुरू होते है हम, यह शिखर है परिवार के । वृद्धजन अधिकारी सम्मान के।। खाये रूखा,... Poetry Writing Challenge 281 Share डॉ. शिव लहरी 31 May 2023 · 1 min read मित्रता मित्र तो मित्र रहे, प्यारा सा साथ है, उनके बिना, सच ! लगता अनाथ है। खुशियां बांटना, मन का है मनोहारी, ग़म भी बंट जाता, गर उनका हाथ है।। मित्र... Poetry Writing Challenge 91 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read दीपावली चलो हम दीया सजाये,दीवाली आई दीवाली आई। रोशनी दीये की फैलाये, दीवाली आई दीवाली आई ।। बदली है सूरत यहां अब इस जमाने, खिलते नहीं चेहरे, बन्द क्यों मुस्काने, अब... Poetry Writing Challenge 177 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read प्रकृति पूजन (कार्तिक मास) देव देवादि अब जगे, होय सुमंगल काज । जागे अब गुरु वृहस्पति, खूब बजेगें साज ।। पुनम कार्तिक मास को, होय पवित्र स्नान । पूजे जल धूप दीप से, रख... Poetry Writing Challenge 175 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read सूरज दादा छुट्टी पर (शीतकालीन) एक हास्य सूरज ने भी सोचा है, ये कैसा काम का लोचा है। उठता हूँ जल्दी सुबह, ढलने तक का खोंचा है।। सूरज ने भी– कुछ तो मै आराम करू, कुछ घण्टे... Poetry Writing Challenge 233 Share डॉ. शिव लहरी 8 Jan 2023 · 1 min read नीला अम्बर नील सरोवर दिनकर से श्वेत ओर कहाँ। व्योम से स्याह ओर कहाँ। लाल ग़ुलाबी रँगी है धरती। पृथ्वी से रंगीन ओर कहाँ।। नीला अम्बर नील सरोवर। पीली माटी हरे तरुवर। केसरिया केसर... Hindi 531 Share डॉ. शिव लहरी 30 May 2023 · 1 min read आजादी का जश्न आजादी का जश्न, नहीं आसान, सैकड़ों का इसमें, है बलिदान । लटके जो चूमके, फांसी का फंदा, उन्हीं में बसे, भारत माँ के प्राण।। तान के सीना गोलियां खा गये।... Poetry Writing Challenge 198 Share डॉ. शिव लहरी 21 Mar 2023 · 1 min read कविता एक उत्पत्ति जरा गौर से देखो, अश्कों से कविता निकलेगी। दिल में उतर कर देखो, कंठ से कविता निकलेगी। मत नकार उस कीचड़ को, पंकज सी कविता निकलेगी। जरा फोड़ कर देख,... Hindi 168 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read सत्यपथ लेकर मशाल अब कौन अड़ा है। परिवर्तन को अब कौन जड़ा है।। मंत्र बता मिल जाते उस ओर , सह लेते है अब करते ना शोर, अन्याय विरोध बजाय बिगुल,... Poetry Writing Challenge 285 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read हौसला हार गया, पर वो हारा नहीं, जीत कि जिद अभी जारी है। असफलता भी टिकी नहीं, उम्मीदों की किरण जारी है।। गिर गया, पर वो गिरा नहीं, संभला है, होश... Poetry Writing Challenge 245 Share डॉ. शिव लहरी 28 May 2023 · 1 min read गुरुदेव गुरु मिटाये अज्ञान को, बिन उनके न ज्ञान। बिना गुरु के सारथी, बिना दिशा के जान।। गुरु चढ़ाते सीढ़ियां, मंजिल तभी ही जान। बिना गुरु के ना मिलता, जीवन में... Poetry Writing Challenge 76 Share डॉ. शिव लहरी 2 Oct 2022 · 1 min read दो अक्टूबर का दिन अवतरित हस्तिया यहां, यह दो अक्टूबर का दिन। फैला विश्व मे अहिंसा सन्देश, दो अक्टूबर का दिन।। सादगी, ईमान खुली किताब, यह दो अक्टूबर का दिन। सत्यपथ के कठिन सफर... Hindi 251 Share डॉ. शिव लहरी 19 May 2023 · 1 min read निराशा एक आशा घिरे निराशा के बादल तो क्या हुआ। काली है घनघोर घटा तो क्या हुआ। हरियाली भरी आशा फिर हर्षायेगी। जब यह गरज बरस यूँ चली जाएगी ।। घिरे निराशा के... Poetry Writing Challenge 361 Share डॉ. शिव लहरी 15 May 2023 · 1 min read चलती है जिंदगी कदम एक बढ़ाती है, धीमी सी मुस्काती है, सरपट दौड़ लगाती है, सुंदर भोर के आने से। देखो, सुबह जग जाती है, जिंदगी.. दिन के रेलम पेल में, निज जीवन... Poetry Writing Challenge 176 Share डॉ. शिव लहरी 8 Mar 2023 · 1 min read मातृ शक्ति कर बंदे तू नारी का सम्मान। रख बंधे तू जननी का मान। मातृ का ही धरा जगत में । जीवन भी इन चरण रज में । जग जगदम्बा सम स्थान।।... Hindi 234 Share डॉ. शिव लहरी 13 May 2023 · 1 min read सूरज दादा ड्यूटी पर (हास्य कविता) मेरी भी कुछ दिन ड्यूटी कड़ी है। सुनहरे भविष्य के लिये अड़ी है ।। गाली सुन कर फिर भी तप रहा, जब ही तो आये सावन की झड़ी है।। मेरी... Hindi 300 Share डॉ. शिव लहरी 15 Sep 2019 · 1 min read चलती है जिन्दगी कदम एक बढ़ाती है, धीमी सी मुस्काती है, सरपट दौड़ लगती है, सुंदर भोर के आने से। देखो, सुबह जग जाती है, जिंदगी.. दिन के रेलम पेल में, निज जीवन... Hindi · कविता 2 452 Share डॉ. शिव लहरी 19 Jul 2021 · 1 min read हौसला हार गया, पर वो हारा नहीं, जीत कि जिद अभी जारी है। असफलता भी टिकी नहीं, उम्मीदों की किरण जारी है।। गिर गया, पर वो गिरा नहीं, संभला है, होश... Hindi 782 Share डॉ. शिव लहरी 1 Aug 2021 · 1 min read मित्रता मित्र तो मित्र रहे, प्यारा सा साथ है, उनके बिना, सच ! लगता अनाथ है। खुशियां बांटना, मन का है मनोहारी, ग़म भी बंट जाता, गर उनका हाथ है।। मित्र... Hindi 1 526 Share डॉ. शिव लहरी 2 Oct 2021 · 1 min read आओ श्याम श्याम तेरी बंशी के सब है दीवाने । आओ श्याम फिर से धेनु को बचाने।। गैया मैय्या बैठी है बीच सड़क खाली, खाती है कचरा पूछता नहीं हाली, नहीं है... Hindi · गीत 361 Share डॉ. शिव लहरी 30 Aug 2021 · 1 min read प्रेम पाती मन हरण घनाक्षरी सखियाँ लिख रही है मोहन को प्रेम पाती, आओ श्याम तुम अब राधिका को मनाने ।। लगे मधुवन सुना मोहन तुम्हारे बिना, नाचे ना मन मयूरा बिन... Hindi · घनाक्षरी 799 Share Previous Page 2