आज के परिवेश में जब प्रेम की व्याख्या बहुत ही विकृत अर्थो में देखी जाती है उस युग मे युगपुरुष कृष्ण भगवान प्रेम की शास्त्रीय भावना का उत्कृष्ट उदाहरण है श्रीकृष्ण का नाम लेते ही सारा वातावरण प्रेममय लगने लगता है लेखक ने अभी के वातावरण में कृष्ण का आह्वान किया है कि आप आओ ओर दुनिया को फिरसे सौहार्द ओर प्रेम में डूबा जाओ जन्माष्ठमी की हार्दिक शुभकामनाएं
आज के परिवेश में जब प्रेम की व्याख्या बहुत ही विकृत अर्थो में देखी जाती है उस युग मे युगपुरुष कृष्ण भगवान प्रेम की शास्त्रीय भावना का उत्कृष्ट उदाहरण है श्रीकृष्ण का नाम लेते ही सारा वातावरण प्रेममय लगने लगता है लेखक ने अभी के वातावरण में कृष्ण का आह्वान किया है कि आप आओ ओर दुनिया को फिरसे सौहार्द ओर प्रेम में डूबा जाओ जन्माष्ठमी की हार्दिक शुभकामनाएं