संजय सिंह 131 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next संजय सिंह 19 Feb 2017 · 1 min read II पेड़ों का साया II कुछ तो कदर करो ,दुनिया में लाने वालों की l बहुत पछताएगा जब ,सिर पर ना साया होगा ll आसान नहीं होता ,दुनिया का सफर यारों l भूखे रहकर भी,... Hindi · गीत 477 Share संजय सिंह 19 Feb 2017 · 1 min read II मां II मां को समर्पित---- डांटती है कभी मनाती है l तल्ख बातों में प्यार शामिल हैll आज सबकुछ मेरा दिया तुझको l कौन कहता करार शामिल है ll मां ने तुमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 531 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II लपेटकर II जो नोट तुम रखे हो बिरादर लपेटकर l हम भी रखे हैं हाथ में नश्तर लपेटकरll ना भीख में मिलेगी ए दुनिया कभी तुझे l हाथों में तुम भी रख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 290 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II नजर II उठाना गिराना गिराकर उठाना , हुआ खेल कितना नजर ही नजर में l वहीं पर रहा हूं वहीं पर रहूंगा, गिरा ना कभी मैं जो मेरी नजर मेंll जो तुमने... Hindi · कविता 643 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II रास्ते में हूं...II रास्ते में हूं, पर उसे ढूंढता l नासमझ हूं यह, क्या ढूंढता ll ईंट बालू के जंगल, वही देवता l फरियादों का क्यों, असर ढूंढ़ता ll शाम आई पूरा ,सफर... Hindi · कविता 534 Share संजय सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read II हक.. हमारा....II हक लुटते हमारा, क्या मालूम नहीं हमें l कुछ बोलते नहीं, मगर बेबसी से हम II वह ढूंढते थे दौलत, जग के बाजार मे l उनको समझ नहीं, न कमतर... Hindi · गीत 403 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II मोहब्बत का दिया.....I मोहब्बत का दिया, यार अब तो जलाओ l अब मेरे होसले को, मत और आजमाओll ******************************** बहुत कुछ है यहां खोया ,नफरतों में हमनेl हम वतन और हमसे वतन ,उनको... Hindi · कविता 553 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II दूर दुनिया की नजरों में .....II दूर दुनिया की नजरों में ,यकीनन फिर भी कहता हूं l मैं जितना पास ना मेरे ,तुम इतना पास हो मेरे ll मैं खुद को भूल जाता हूं ,तेरी फुरकत... Hindi · शेर 1 473 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II.....मेरी तनहाइयां अक्सर.....II गये वह छोड़ कर मुझको, अकेला जबसे राहों में l मेरी तनहाइयां अक्सर ही, मुझसे बात करती है ll मिलोगे जब कभी हमसे तभी यह तुमसे पूछेंगेl खता मेरी मोहब्बत... Hindi · शेर 314 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II...इलेक्शन सिर पर है....II इलेक्शन सिर पर है, और नोट सारे हो गए कूड़ा l कहां से वोट अब लोगे ,ख़तम है खेल नोटों का ll छोड़ काली कमाई आप भी, बन जाओ अब... Hindi · गीत 496 Share संजय सिंह 17 Feb 2017 · 1 min read II...सुकून...II खत्म होना ख्वाइशों का, ही सुकून बन जाएगा l ना मिलेगा कुछ भी बाहर, भीतर ही मिल जाएगा ll तू अकेला तो निकल ,रास्ते ही बन जाएंगे मंजिल l बात... Hindi · शेर 429 Share संजय सिंह 16 Feb 2017 · 1 min read ना करना अब काले धंधे ना करना अब काले धंधे , गलती अपनी दौराना ना l सीधे साधे भोले भाले , टोपी उनको पहनाना ना ll अपनों की आंखों से गिरकर, जेल में हमको जाना... Hindi · गीत 568 Share संजय सिंह 16 Feb 2017 · 1 min read II.......मेरे अपने हैं II सब के अपने सपने हैं ,मेरे सपनों में अपने हैं l अपनों के लिए जीता, नहीं अब सपने अपने हैंll कैसे भी चलो राही, नजर आती नहीं मंजिल l सफलता... Hindi · शेर 304 Share संजय सिंह 16 Feb 2017 · 1 min read II...मैं आईने के सामने....II पहले मैं था,जब, रब ने मिलाया आपसे l आईना था सामने,मैं आईने के सामने ll मैं हूं जाने कहां ,होश अब तक आया नहींl मौत मन की हो गई ,जिंदगी... Hindi · शेर 1 1 284 Share संजय सिंह 16 Feb 2017 · 1 min read II....आइए आपकी जरूरत है..... II आइए आपकी जरूरत है, जिंदगी कितनी खूबसूरत है l फितरत उसकी समझ में ना आई, यार चेहरा खूबसूरत हैl पूरी कैसे तमन्ना उल्फत की , जब इतनी बड़ी शिकायत है... Hindi · गीत 361 Share संजय सिंह 16 Feb 2017 · 1 min read II मुख खोलें तो बोलिए II मुख खोलें तो बोलिए , कुछ तो मीठे बोल l अपने ही सब हो गए ,कौन पराया बोल lI कौन पराया बोल ,शब्द की महिमा ऐसी l ज्यों भटके को... Hindi · कुण्डलिया 330 Share संजय सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read II मोहब्बत का जरा खुलकर......II मोहब्बत का जरा खुलकर सनम इजहार करने दो l कयामत से कयामत तक मुझे तुम प्यार करने दो ll चले आओ मेरी जानिब के हो ए फासले कुछ कम l... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 675 Share संजय सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read II मोहब्बत II एक लफ्ज है नाम मोहब्बत , दुनिया का है राज मोहब्बत, बिन इसके ना बाप न बेटा , राखी की है लाज मोहब्बत lI ना गांधी ना नेहरू होते, आजाद... Hindi · कविता 568 Share संजय सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read II अब तो आजा II नवगीत डूबा डूबा ए मन , प्यासे प्यासे नयन, थक गए हैं कदम, अब तो आजा lI ना कर इतने सितम जी सकेंगे न हम , टूटे टूटे सपना, अब... Hindi · गीत 339 Share संजय सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read II बिना बहर के कुछ शेर II पलकें झुकाकर हम पर ना अहसान कीजिए l ये अजनबी मुसाफिर पहचान कीजिए ll दो लम्हा जिंदगी यह हंस कर गुजर जाए l हो ऐसा फन कोई तो शुरुआत कीजिए... Hindi · शेर 340 Share संजय सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read II तेरे बिन दुनिया ......II तेरी याद भी न बहलाए मुझे अब l तेरे बिन दुनिया न भाए मुझे अब ll रुलाने को दुनिया ही जब मुकम्मलl तेरी याद फिर क्यों सताए मुझे अबll जमाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 389 Share संजय सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read II बिन कहे सब कहा......II बिन कहे सब कहा, फिर क्या रह गया l आते आते मेरा नाम, सा रह गया ll रुक गए थे कदम ,और लव भी हिले l वो ना आगे बढ़े,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 375 Share संजय सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read II अभी तुमने.....II अभी तुमने यहां देखी कहां अच्छाइयां मेरी l मुझे चलने नहीं देती यहां परछाइयां मेरी ll न हो मुश्किल कहीं जाना, रहो भी दूर कुछ इतना l अभी तुमने कहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 366 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II करिश्मा तेरा अजब...II करिश्मा तेरा ,अजब कमाल होता हैl कैसे क्यों हर घर, मलाल होता है ll होते नहीं कहीं, शाम निवाले भी l हर शाम ही कहीं, धमाल होता है ll जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 310 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II हौसला,इंसान से मशीन II वक्त का अपना कोई आकार नहीं होता , सुना है ईश्वर भी साकार नहीं होता l वक्त पर काम, इंसान मशीन नहीं है, मशीन से कोई सपना, साकार नहीं होता... Hindi · कविता 1 1 500 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II ख्वाब कि दौलत II अगर साथ होते न,तब रात होती l अलग से हमारी, यहां बात होती ll न कोई परखता, कि कितनी कमाई l वफाओं कि दौलत,अगर साथ होती ll ----------------------------- वह सब... Hindi · शेर 353 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II रोशनी के लिए II जलाओ दिए,दीवाली ,दुनिया के लिए l जिंदगी जल रही ,रोशनी के लिएll तेल बाती जली ,तो उजाला हुआ l मिलकर मिटे, रोशनी के लिए ll दीप है तु ,अगर मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II....हो सके तो टाला कर II जन्नत का रास्ता भी ,यही से निकलेगा l अंधेरी राह में दीपक, जलाकर तू उजाला कर ll अपने लिए तो आज तक ,एक उम्र जी लिए l क्या समाज को... Hindi · शेर 300 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II ठहर गया हूं मैं II हर कोई गुजर जाता है, हवा के झोंके की तरह l दुनिया की दौड़ में शायद ,ठहर गया हूं मैं lI आज मुझसे भी किसी ने ,उसका पता पूछाl जिसकी... Hindi · शेर 1 315 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II....तुम्हारे बाद ये मौसम...II न जाने दूंगा अभी तुमको बारिशो में मैं l तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा ll नहीं उसे कभी होता गुमान अपने पर l उठा यहां जो जमीन से कहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 399 Share संजय सिंह 13 Feb 2017 · 1 min read II क्या अब चाहिए II मुझसे उसने हि पूछा क्या कुछ चाहिए l छूटे साथ तेरा ऐसा---नहीं अब चाहिएll छोटी मोटी मेरी -----कोई ख्वाहिश नहीं l अब मुझे अपने में ---तेरा असर चाहिए ll बिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 362 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II जीवन की आपाधापी में.....II जीवन की आपाधापी में , ज्ञान दबा सब कापी मे l किसे चाहिए ज्ञान यहां पर, सब पैसो की मापी मे ll जीवन की आपाधापी में .... आज के बच्चे... Hindi · गीत 616 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II....मिलन के गीत...II विरह से मैं ऊब गया अब , आज मिलन के गीत लिखूंगा l निष्प्राण झील सी नीरवता तज, अब मैं निर्झर नीर बनूंगा ll विरह से मैं प्यार भी था... Hindi · गीत 504 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II.....मैं तेरा फिर भी.....II कैसे कह दूं कि चाहता है मुझे l एक मुद्दत से जानता है मुझे ll बात बन जाएगी मनाने से l आदमी ठीक मानता है मुझे ll आते जाते छुपाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 261 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II....बिन तेरे....II हम भी अपनी सी कहेंगे देखना l लोग अपनी भी सुनेंगे देखना ll दीप बाती और गुल खुशबू बिना l बिन तेरे हम ना रहेंगे देखना ll हार जाएगा तिमिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 309 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II दीप उम्मीद का II मुश्किलें भी मिली चैन जाता रहा l ठोकरों से सदा जख्म पाता रहा ll चांद आता रहा और जाता रहा l दीप उम्मीद का जगमगाता रहा ll कितनी रातें कटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 505 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II दिल के काबिल II दिल के काबिल नहीं पर बिठाया उसे l बुलंदियों से भी ऊपर उठाया उसे ll मुझसे ही पूछता है वो पहचान अब l नींव का एक पत्थर दिखाया उसे ll... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 315 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II साथ तेरा ( कुछ शेर ) II साथ तेरा मुझे निभाना है l प्यार में डूबना डुबाना है ll पल में हो जाए बात सब अपनी l पीछे सारा हि अब जमाना है ll .......................... रोग है... Hindi · शेर 371 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 2 min read हम भी एक दिन बड़े बनेंगे .... हम भी एक दिन बड़े बनेंगे .... बड़े-बड़े घोटाले होंगे, माना के मुंह काले होंगे , फिर भी सीना तान चलेंगे , खद्दर से मुंह साफ करेंगे , लेनदेन की... Hindi · कविता 458 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II मतदाताओं का अधिकार II मतदाताओं का अधिकार , बस एक मत पत्र, चंद बूंद स्याही, और कुछ वर्षों तक, मुंह बंद रखने के लिए एक मोहर l और उसके बाद फिर वही,महंगाई , बेकारी,... Hindi · कविता 485 Share संजय सिंह 12 Feb 2017 · 1 min read II नेता या अभिनेता II वह कोई नेता या अभिनेता रहा होगा , क्योंकि जब उसने देखा जनता की भूख और प्यास को, तरसती आंखों में रोटी कपड़ा और मकान की आस को, तब उसकी... Hindi · कविता 511 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II इंसान की फितरत II इंसान होकर भी बेजुबा हो गए सभी l खामोशियों से बोलना आदत बनी रही ll ऐसा नहीं कि हम को कोई मलाल है l मिटती नहीं मिटाने से हसरत बनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 844 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II नेता II नेता बिल से निकल जनता से मिलने l झुकाकर शीश जोड़े हाथ अपने ll चुनावो का ए मौसम जान जाओ l होते फिर पूरे अब जनता के सपने ll सपोले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 523 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read समझ बैठा था बुत लेकिन.... झुकी थी जो अभी तक, वह निगाहें खेलती सी है l समझ बैठा था बुत लेकिन ,जुबा भी बोलती सी है ll खड़ी ऊंची हवेली जो, बहुत कुछ कह रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 545 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II लम्हा II लम्हा लम्हा याद तुम्हारी, जर्रा जर्रा महके है l हर पल ही अब मधुर मिलन है, प्यासा तन मन चहके है l इंतजार की बात नहीं अब, कोई नाज ना... Hindi · मुक्तक 359 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II जमाने का मेला II एक मेला लगा लोग आने लगे l माल जो बिक गया लोग जाने लगे ll एक बहाना बनाना बड़ा काम था l हाल अपना बताने जमाने लगे ll वो ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II आज का गांव II आज इंसान खुद से हि अनजान क्यों l रोज मिलते न होती दुआ बात क्यों ll रह गया गांव का कोई मतलब नहीं l बैठकों में वो रौनक न अभिमान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 571 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II एक दिया जलता हुआ II एक दिया जलता हुआ रात भर लड़ता रहा l चांदनी का साथ फिर क्यों पतंगा मरता रहा ll ढल गया सूरज भी जब रात की आगोश में l रात को... Hindi · शेर 274 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II करीबी कितनी II दो लाइने लिख कर, सभी को जांच लेता हूं l किसमें कसर कितनी, वो भी मैं भाप लेता हूं l करता नहीं शिकवा, कभी जमाने से लेकिन l उससे करीबी... Hindi · मुक्तक 309 Share संजय सिंह 11 Feb 2017 · 1 min read II जिंदगी आंसुओं का ए सैलाब भी II हर घड़ी वो जगाता जागो तो कभी l राह तुम को दिखाता देखो तो कभी ll बात कितनी हुई आसमां की मगर l एक गजल झोपड़ी पर कहो तो कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share Previous Page 2 Next