Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 72 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 1 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ तुम जननी हो जीवन जन्म दायनी कितनी पावन सादर नमन है। हे माता तुमसे ही जीवन संभव हुआ मातृ दिवस पे आज तुम्हे वंदन। ओ मेरी जननी तुम से... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 44 163 1k Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 3 Jan 2019 · 1 min read एक लड़का,जो मुझसे प्यार करता है एक लड़का हैं,जो प्यार मुझसे करता है। हालांकि दुनियाँ से कहने से डरता है। थोड़ा दीवाना सा, थोड़ा प्रेमी सा कुछ पागलपन सा,वो करता है। एक लड़का है,जो प्यार मुझे... Hindi · कविता 9 2 496 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 25 Oct 2018 · 1 min read आज धरा पर चाँद का मान मर्दन होगा आज धरा पर चाँद का मान मर्दन होगा। जब धरती पर सुहागिनों का मंगल होगा। लगा हाथों में सुंदर मेहंदी लगी हुई होगी। काँच की लाल लाल चूडियों से सजा... Hindi · कविता 9 328 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 1 Nov 2018 · 2 min read वो दीपावली कब आयेगी दीपावली का त्यौहार भारतवर्ष में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाने वाला त्यौहार है। प्राचीन मान्यता के अनुसार जब सतयुग में श्री रामचंद्र 14 वर्ष का वनवास हुआ था,तब अयोध्या... Hindi · लेख 9 2 251 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 1 Nov 2018 · 2 min read मेरे प्यारे बेटे,दिवाली पर घर आ जाओ मेरे प्यारे बेटे राजा जल्दी से घर आ जाओ। दिवाली पर राह तके माँ, कुछ दीप तुम भी जला जाओ, आज बनाई घर मे गुजिया मीठी, मावे की जगह प्यार... Hindi · कविता 8 297 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 2 min read मन्नतों के धागे होते है बेटे अलग होती है लड़को की दुनियां लड़कियों से, बचपन से ही इन को मजबूत बनाया जाता है। मर्द को कभी दर्द नही होता यही सिखाया जाता है।। चोट भी लगे... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Boys · Poertywritingchallange · कविता 8 3 9 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read माँ का प्यार माँ का प्यार दुनियाँ आज मना रही त्यौहार प्यार का माँ। पर मेरा प्यार तो आप थी, जो जताया नही मैंने कभी। पर तेरे जाने से बहुत, अकेली हो गयी... Poetry Writing Challenge-3 · Girls Pain · Maa · Mothers Love · Poertywritingchallange · कविता 7 3 10 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 3 Jul 2021 · 2 min read मुंबई सपनों की नगरी निकिता छोटे शहर कानपुर की रहने वाली साधरण सी लड़की थी।उस का सपना था कि वो अपने दम पर कुछ कर के दिखाए और उस का ये सपना उसे मुंबई... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 5 880 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read हर दिन माँ के लिए माँ के लिए कोई विशेष दिन नही बन सकता क्योंकि हमारा हर दिन माँ का ही तो दिया है। माँ से ही तो बेटियों का मायका होता है । माँ... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Girls Pain · Poertywritingchallange · Women · कविता 7 2 10 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता। होता तो बहुत है पर वो उस को जाहिर नही करते। सिर्फ बेटियां विदा ही नही होती घर से। बेटे... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poetry · Boys · Hindi Writers · Poertywritingchallange · कविता 7 3 12 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read आसान नहीं होता घर से होस्टल जाना आसान नहीं होता सफर घर से होस्टल का, यू तो कहने को इंस्टीट्यूट एक छोटा शब्द मात्र है पर जीतना कठिन यह शब्द बोलने में है उस से ज्यादा कठिनाई... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Boys · Poertywritingchallange · कविता 7 4 12 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read मैं नारी हूँ शीर्षक -मैं नारी हूँ मैं जगदम्बा, मैं ही अम्बा, मैं अन्नपूर्णा, मैं सृजनहार हूँ। मैं हूँ जननी, मैं हूँ जीवन , मैं ही पालक, मैं ही जीवन का आधार हूँ।... Poetry Writing Challenge-3 · Girls Pain · International Women Day · Poem · Poertywritingchallange 7 2 13 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read होली के रंग लाल गुलाबी चुंदडी ,नीली हरी बंधेज। प्रीत रंग में खूब रँगी,पिया मोरा रंगरेज।। होरी का त्यौहार है, छाई सब पर भंग। होरी खेलन मैं गयी,मैं भी रह गई दंग।। रंगों... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Happy Holi · Poertywritingchallange · कविता 7 2 10 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read राम मंदिर -राम मंदिर बूढे से ले कर बच्चों तक सब ने किया था, जिस का इंतजार। गाँव से ले कर शहर तक, जिस के लिए थे सब बेकरार।। राम लला के... Poetry Writing Challenge-3 · Ayodhyarammandir · Best Poem · Best Poetry · Poertywritingchallange · कविता 7 3 8 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 2 min read कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो। कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो। हो सके तो थोड़ा प्यार लुटाना उन पर, उन के उदास बंजर दिल को थोड़ा सुकून मिलेगा।... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Girls Pain · Poertywritingchallange · मायका 7 1 10 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read मेरी माँ छोटी छोटी बातों से जो खुश हो जाती थी।। रास्ते चलते का दुख दर्द जो बाँट लेती थी।। मेरी माँ ऐसी थी। रोती आँखों को जो हँसा देती थी। अपने... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Poertywritingchallange · कविता · प्यारी मां 7 2 9 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read माँ बाप खजाना जीवन का माँ तेरे बिन अब कौन पुकारे अपना सा। माँ तेरे बिन दुनियाँ में छूट गया सब सपना सा। माँ की लोरी से बढ़कर कोई गान नही है दुनियाँ में। माँ... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Love · Poertywritingchallange · जीवन · प्यारी मां 7 2 10 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 1 Aug 2018 · 1 min read सावन के दोहे प्रदत्त शब्द-छाता, घटा,रिमझिम १)महिना सावन आ गया, रिमझिम है चहुँ ओर। पेड़ों पर फल लद गये, नाचे वन में मोर।। २)छाता साजन ले गये, भीगे मन के तार। तडप रहा... Hindi · दोहा 6 1 1k Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 3 Sep 2018 · 1 min read कृष्ण भजन १)कृष्णा संग बसे राधा बिन श्याम सब आधा मन बसे रूप सादा ये ही सच्ची प्रीत है। २)श्याम जब से मिले हो कष्ट सारे ही हरे हो बजे मधुर सँगीत... Hindi · घनाक्षरी 6 1 570 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 3 Jul 2021 · 2 min read तेजाब रास्ते मे लड़को का झुंड खड़ा उसे ताक रहा था। लड़कों की गंदी नजर उस के बदन को घूर रही थी। खुद को दुप्पटे से ढंकती हुयी,वो जैसे ही निकलने... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 6 9 376 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 7 Jul 2021 · 1 min read Dear love Dear love I am not find you in restaurant I am not find you in long drive I am not find you in fashion mall I am not find you... English · Poem 6 1 338 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 12 Jan 2024 · 1 min read Temple of Raam -Ram Mandir Everyone did it, from old people to children. Waiting for. From village to city, For which everyone was desperate. The moment has come for Ram Lala's coronation. A... English 6 1 95 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 12 Jan 2024 · 1 min read राम मंदिर शीर्षक-राम मंदिर बूढे से ले कर बच्चों तक सब ने किया था, जिस का इंतजार। गाँव से ले कर शहर तक, जिस के लिए थे सब बेकरार।। राम लला के... Hindi 6 1 113 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read कैसी यह मुहब्बत है कैसी यह मुहब्बत है दोस्तो कट रही रोज टुकडों में दोस्तों जब प्यार था तब घर वार छोड़ दिया आज उस ने ही यार प्यार छोड़ दिया दिल से उतार... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Love · Poertywritingchallange · Romatic Poem · ग़ज़ल 6 1 8 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read माँ बाप बिना जीवन माँ बाप बिना जीवन जैसे बिन माझी के नाव। लहरों की ठोकरें खाती, कभी इधर तो कभी उधर भागे जाती।। माँ बाप बिना जीवन जैसे बिना कुम्हार के चाक पर... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Best Poetry · Poertywritingchallange · कविता · दर्द 6 1 9 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 May 2024 · 1 min read कहने को बाकी क्या रह गया जब से देखा तुम्हे मै कही खो गया और कहने को बाकी क्या रह गया।। तुम मिले ही नही मिलने की तरह। नसीबा मेरा रूठता रह गया।। और कहने को... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Love · Love Poetry · Poem · Poertywritingchallange 6 1 10 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 Sep 2018 · 3 min read धर्म की रक्षा धर्म के विषय में एक श्लोक है : स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः अर्थात अपने धर्म के लिए मरना भी श्रेष्ठ है ।दूसरे धर्म के लिए मरना भयानक यानी की... Hindi · लेख 5 793 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 4 Aug 2018 · 1 min read सावन में साजन का संग अच्छा लगता है सावन में साजन से मिलना अच्छा लगता है । मेहंदी और महावर से सजना अच्छा लगता है । ये चूड़ी और कंगना अच्छा लगता है । अमवा की डाली पर... Hindi · कविता 5 439 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 1 Aug 2018 · 1 min read वो लड़का बहुत याद आता है कभी मुझ को रुलाता कभी मुझ को हँसाता कितना सताता है। वो लड़का बहुत याद आता है..2 कभी मुझ को मनाता कभी खुद रूठ जाता कभी सीने से लगाता वो... Hindi · गीत 5 358 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 11 Aug 2018 · 1 min read मेंहदी विषय -मेंहदी विधा -धनाक्षरी कर सोलह श्रंगार वधू चली ससुराल लगती आज गजब मेंहदी सजी हाथों में। पिता का प्रेम इस मे पति का नेह इस मे सजती रहे हाथ... Hindi · घनाक्षरी 5 325 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 16 Apr 2017 · 1 min read काश मेरे भी एक बेटी होती ए काश मेरे भी एक प्यारी सी बेटी होती परियों से उसे सजाती दो प्यारी सी चोटी तेरी बनाती सुंदर सपनो की दुनियॉ में मैं अक्सर खो जाती खूब सारी... Hindi · कविता 5 1k Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 24 Sep 2017 · 1 min read गजल जागती रात अकेली -सी लगे। तन्हाई एक सहेली-सी लगे। मुद्दतो से वीरान है ये दिल मुहब्बत अब पहेली सी लगे छोड के गये वो इस तरह रूह वीरान हवेली सी... Hindi · कविता 5 422 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 14 Mar 2018 · 1 min read कह मुकरियां ??????? उस से जो मै मिल ना पाऊँ सच कितना ही मैं घबराऊँ मिले चैन, देखु जब तेरा लुक का सखी साजन,ना सखी फेसबुक।। जब से वो जीवन मे आया... Hindi · कविता 4 273 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 12 Apr 2017 · 1 min read इश्क़ - ए- करम 12 /4/ 17 वार -बुधवार विधा -गजल काफिया-आते रदीफ़-रहे हम *********** इश्क़-ए-करम निभाते रहे हम तेरे हिज्र में मुस्कुराते रहे हम नजर जो मिली थी नजर से वो नजर अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 315 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 21 Apr 2017 · 1 min read अधिकार बात करते हो जब अधिकार की, दिया किस ने है अधिकार नारी को। किया छलनी उस के आत्म-सम्मान को, किया हनन हमेशा ही उस के अधिकार को। बात करो जब... Hindi · कविता 4 1 381 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 24 Sep 2017 · 1 min read मै एक किसान हुँ रोती धरती और अम्बर मै परेशान हुँ हाँ मै एक किसान हुँ।। होती घोषणा नित नयी जीवन से बेहाल हुँ हाँ मै एक किसान हुँ।। टूटी झोपड़ी फ़टे हैं कपड़े... Hindi · गीत 4 557 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 24 Sep 2017 · 1 min read कह मुकरियां विधा-कह मुकरियां "रात भयी आके सताये। भोर भयी वो चला जाये। है वो मुझे बहुत प्यारा, है सखी साजन,ना सखी तारा।। आगे पीछे हर पल घूमे गालों को मेरे चूमे... Hindi · कविता 4 365 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 4 Jan 2018 · 1 min read अपना हाल लिखूँ ए मेरी जान सुन आज तुझे हिसाब लिखू दिल ए बेचैन का राज लिखूँ कैसे गुजरे मेरे दिन मेरी रात लिखूँ है दिल कितना बेकरार लिखुँ तुझ पर कुर्बान अपनी... Hindi · कविता 4 221 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 4 Jan 2018 · 1 min read सागर ??????? तेज रेत सी तपती हूँ मै, एक कतरा पानी का जो मिल जाये। ये अगन प्यासे दिल की जो बुझ जाये। हो तुम मेरी जलती हुयी काया के सागर।... Hindi · कविता 4 457 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 Jan 2018 · 1 min read असर धीरे धीरे तेरे प्यार का हो रहा असर धीरे-धीरे। चढ़ रहा मुहब्बत का जहर धीरे-धीरे।। आसान नही डगर मुहब्बत की देखो। करना है तय इश्क़ का सफर धीरे - धीरे। बड़ रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 240 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 Jan 2018 · 1 min read महाकाल कालो के काल महाकाल। प्रचंड है। अखंड है। अलौकिक है। अद्भुत है। क्षम्य है। रक्षक है। भक्षक है। सर्वव्यापी है। अन्तर्यामी है। महाव्यापी है। रुद्र है। महाक्रोध है। ज्ञानी है।... Hindi · कविता 4 565 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 Jan 2018 · 1 min read ए मेरी जान ए मेरी जान सुन आज तुझे हिसाब लिखू दिल ए बेचैन का राज लिखूँ कैसे गुजरे मेरे दिन मेरी रात लिखूँ। है दिल कितना बेकरार लिखुँ। तुझ पर कुर्बान अपनी... Hindi · कविता 4 276 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 20 Jan 2018 · 1 min read खुद के लिए जी लूँ ख़ुद के लिए जी लूँ....... सोचा है आज थोड़ा सा खुद के लिये जी लूँ । दुनियाँ की बातों का जहर हँस के पी लूँ ।। जालिम हैं दुनिया वाले,दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 268 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 2 Feb 2018 · 1 min read जिस दिन साँसे रुक जाएगी जिस दिन साँस मेरी रुक जाएगी। देखने मेरी लाश को भीड़ उमड़ आएगी। जो पूछते नही हाल चाल भी मेरा। देखना उन को ही रुदायी तड़फाएगी। मरना है जानते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 507 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 9 Oct 2018 · 1 min read नवरात्रि नौ अवतार जय अंबे ,अष्ट भवानी अंबे माँ सिंह भवानी जय माँ, जगदंबे अंबे माँ।। १)जय माँ शैलपुत्री ,आ जाओ मेरी माँ, धन - धान्यप्रदायिनी मेरी माँ । शेर पर सवारी कर... Hindi · गीत 4 411 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 27 Sep 2018 · 4 min read श्राद्ध और ब्राह्मण भोज श्राद्ध और ब्राह्मण भोज आज कल एक नई फैशन और नई सोच समाज में तेजी से बढ़ रही है ।जहां शिक्षित वर्ग इसका अनुसरण करते नजर आ रहे हैं, वहीं... Hindi · लेख 4 330 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 11 Feb 2018 · 1 min read निभाऊंगी वचन वर्ण पिरामिड लो किया वचन निभाऊंगी सात जन्म मै हो कर तुम्हारी अर्धांगनी पिया की।। दो तुम वचन साथ दोगे जब तक है जिस्म में जान भूलोगे ना प्यार रहूँगी... Hindi · मुक्तक 4 393 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 14 Mar 2018 · 1 min read वर्ण पिरामिड मै सीता पावन पवित्र हूँ सहूँगी नही जुल्म तेरे अब।। ये आज की नारी कमजोर समझ मत तेरी भूल है ये।। हूँ राधा कोमल सुकमारी तेरी दामिनी कमजोर नही हूँ।।... Hindi · कविता 4 367 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 11 Feb 2018 · 1 min read तू सहारा विधा-मनहरण धनाक्षरी तू ही जीने का सहारा तू ही है बस हमारा तुझसे जीवन सारा ये तनमन वारा। लगे तू ही बस प्यारा मेरे जीने का सहारा सारे जग से... Hindi · घनाक्षरी 4 238 Share Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या) 1 Aug 2018 · 1 min read दिल तुझ पर हम अपना हार बैठे दिल तुझ पे हम अपना हार बैठे। सागर में कसती..... उतार बैठे। हसरतों को दी जब उड़ान हम ने। सारी हदें हम अपनी भुला बैठे। मिलता है प्यार नसीबों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 329 Share Page 1 Next