सतीश तिवारी 'सरस' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सतीश तिवारी 'सरस' 20 Feb 2019 · 1 min read देश टूटेगा नहीं... प्रिय शहीदों को नमन् है देवता, जिनसे ज़िन्दा निज वतन है देवता! शत्रु को सैनिक सबक सिखलाएँगे, जलती उर में यूँ अगन है देवता! फूल खिलते हैं जहाँ बलिदान के,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 316 Share सतीश तिवारी 'सरस' 13 Feb 2019 · 1 min read देखो तो क्या कहर ढा रहा वेलेंटाइन डे वेलेंटाइन डे है आ रहा वेलेंटाइन डे, काश! मिले अब हूर,गा रहा वेलेंटाइन डे! जन्म-जन्म की ले तन्हाई जिए जा रहे हम, इसी से हमको नहीं भा रहा वेलेंटाइन डे!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 329 Share सतीश तिवारी 'सरस' 3 Aug 2018 · 1 min read सीख जो देवें बड़े कविता रचना ख़ुद करो वरना बनो श्रोता सखे, काम कविता चोरी का अच्छा नहीं होता सखे! कविता किसी कवि की लगे तुमको अगर अच्छी बहुत, नाम ले उसका पढ़ो पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 361 Share सतीश तिवारी 'सरस' 10 Jul 2018 · 1 min read .... देख लेना सरस दिल तुम्हारा रहे या हमारा रहे, यत्न हो वह सदा प्यारा-प्यारा रहे! बात गर सत्य हो झट से स्वीकारिये, झूठ लेकिन कभी ना गवारा रहे! जो जिएँ सो लिखें हूक़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 601 Share सतीश तिवारी 'सरस' 30 Jun 2018 · 1 min read सपनों की बारात है,तो...... मन में कोई बात है तो बोल दो, खौलता ज़ज़्बात है तो बोल दो! सुख की प्रातः का मज़ा अपनों के सँग, ग़म की कोई रात है तो बोल दो!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 537 Share सतीश तिवारी 'सरस' 28 Jun 2018 · 1 min read उल्फ़त है कहाँ? आज अपने ही सुजन कितने दलों में बँट गये, कुछ सहज गद्दार लोगों से ही नाहक पट गये! जिनका परिचय वास्तव में गोष्ठियों से ही बढ़ा, मंच क्या उनको मिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 337 Share सतीश तिवारी 'सरस' 27 Jun 2018 · 1 min read बुन्देली ग़ज़ल मौन की वे तौ ठाने बैठे, जइसै भौत चिमाने बैठे! बात का कै दइ हमनैं सच्ची, दुश्मन हमखौं माने बैठे! वे ख़िलाफ़ हमरे बतियावे, तर्क-कुतर्क जुटाने बैठे! जिनकी लुटिया डूबी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 586 Share सतीश तिवारी 'सरस' 21 Jun 2018 · 1 min read सिखलाता है श्वांस नियंत्रण..... स्वार्थ-अहं अरु द्वेष भाव को सचमुच प्यारे तोड़े योग, व्यर्थ भटकते जीवन को है सही दिशा में मोड़े योग। ००० ध्यान-धारणा आये ख़ुद ही तनिक शान्त होकर बैठें, दुःख-तनाव पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 656 Share सतीश तिवारी 'सरस' 19 Jun 2018 · 1 min read बात कह दो....! पक्ष में तुम रहो या कि फिर न रहो, दिल दुखे जिससे यूँ बात तो मत कहो! दिल दुखाया किसी बात ने आपका, कह दो,भीतर-ही-भीतर मगर मत दहो! बात मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 592 Share सतीश तिवारी 'सरस' 28 Feb 2018 · 1 min read किसके सँग हम खेलें होली? होली आने वाली लेकिन हमजोली है साथ नहीं, किसके सँग हम खेलें होली प्रिय टोली है साथ नहीं! ००० अपने दिल का प्रेम जगाने वाले मीत नहीं सँग में, या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 241 Share सतीश तिवारी 'सरस' 11 Feb 2018 · 1 min read मनुहार वक़्त की झेल रहे हम मार वक़्त की, धार तेज है यार वक़्त की। ००० धुल जातीं सब शास्त्र की बातें, पडती जब भी धार वक़्त की! ००० रूठे-रूठे से सब दिखते,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 476 Share सतीश तिवारी 'सरस' 28 Jan 2018 · 1 min read ख़ुद को ही ख़ुद का सगा कीजिये आप चिढ़ते हैं मुझसे चिढ़ा कीजिये, चिढ़के पर दोस्त-से मत दिखा कीजिये! ००० बेवफ़ाई जो करनी,तो खुल के करें- मैं ना कहता कि मुझसे वफ़ा कीजिये! ००० दोस्ती चाहती सिर्फ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 229 Share सतीश तिवारी 'सरस' 14 Sep 2017 · 1 min read हिन्दी के प्रति... जन-जन की है भाषा हिन्दी, प्रीति की है परिभाषा हिन्दी! ००० निज गौरव-इतिहास रचेगी, भारत की है आशा हिन्दी! ००० जो अनभिज्ञ हैं,उनकी ख़ातिर- उर की सहज-पिपासा हिन्दी। ००० इंग्लिश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 477 Share सतीश तिवारी 'सरस' 6 Aug 2017 · 1 min read दिल कहे.... एक मैंने है कविता रची, उससे सूरत मिले आपकी। ००० पास में जो नहीं आप,तो- गंध कविता में ली भाव की। ००० जानता आपको मैं न,पर- चाह दिल में मुलाक़ात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 503 Share सतीश तिवारी 'सरस' 1 Jul 2017 · 1 min read हम स्वयं के बल रहे... रास्ते पर बिनु डरे हम चल रहे, इसलिये बस दोस्तों को खल रहे। ००० साथ पाया ना कभी उनका मगर, सच कहूँ तो हम स्वयं के बल रहे। ००० सूर्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 256 Share सतीश तिवारी 'सरस' 29 Mar 2017 · 1 min read सच की हरदम ही जय होवे नया वर्ष मंगलमय होवे, दुःख-दर्दों का ख़ुद क्षय होवे. ००० रमा जो निज आनंद ह्रदय में, पस्त हर इक उससे भय होवे. ००० कभी जो बिछड़ा कोई अपना, पुनः वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 556 Share सतीश तिवारी 'सरस' 16 Jan 2017 · 1 min read नवनीत है बेटी छंद-ग़ज़ल अरु गीत है बेटी, प्यार भरा संगीत है बेटी. दुःख-दर्दों में साथ निभाये, माँ की सच्ची मीत है बेटी. पूत कपूत भले हो लेकिन, बाँटे हरदम प्रीत है बेटी.... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 1 760 Share सतीश तिवारी 'सरस' 16 Jan 2017 · 1 min read नवनीत है बेटी छंद-ग़ज़ल अरु गीत है बेटी, प्यार भरा संगीत है बेटी. दुःख-दर्दों में साथ निभाये, माँ की सच्ची मीत है बेटी. पूत कपूत भले हो लेकिन, बाँटे हरदम प्रीत है बेटी.... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 648 Share