Rishikant Rao Shikhare Tag: ग़ज़ल/गीतिका 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rishikant Rao Shikhare 21 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल (जन्मदिन स्पेशल) कोई है होठों तक, बे-पर्दों में आया। रातें भी पहचानें, जो ख्वाबों में आया। बेला सा महके हैं, सारा तन-मन उसका, धीरे-धीरे चुपके, जो साँसों में आया। यादें आती हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 209 Share Rishikant Rao Shikhare 29 Jan 2018 · 1 min read गजल बेवफा जो हम है अगर, बेवफा भी हो तुम, फिर भी मेरे प्यार का इक सिला हो तुम | सूरज कि रौशनी से भी ज्यादा जगमग हो, चंदा कि चांदनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 315 Share Rishikant Rao Shikhare 5 May 2019 · 1 min read मेरा गांव मेरा यार मेरा हमसफर हो गया, पाँव रखा तो डगर हो गया। कहां मिलती है मुफ्त की तालीमें, मेरा गांव अब शहरदार हो गया। अब पहले जैसी बात कहाँ, वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 433 Share Rishikant Rao Shikhare 12 May 2019 · 1 min read शाम-ए-गजल शाम-ए-गजल रात के ख्वाब में करूँ बसर तन्हा, अब मैं जाऊँ तो जाऊँ किधर तन्हा । छोटी-छोटी सी उंगलियां उसकी, बुनते हैं ख्वाब एक नजर तनहा। दिन गुजर गया है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 269 Share Rishikant Rao Shikhare 13 May 2019 · 1 min read महकती गजल / गीत रात के दहलीज पर इंतजार किसका है, सच-सच बता तुम्हारे दिल मे प्यार किसका है। आज बदली – बदली सी लागे तू, खिली गुलाब पंखुड़ी लागे तू, झुमका, बिदियाँ, काजल,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 500 Share Rishikant Rao Shikhare 5 Aug 2019 · 1 min read घर आ जाना। गजल 221 1222 221 1222 जब दर्द सताये तुम्हें तो घर आ जाना। आवाज लगाये तुम्हें तो घर आ जाना। आबाद रहेगा तुम्हारा इतिबार सदा, जो शहर न भाये तुम्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 509 Share Rishikant Rao Shikhare 5 Aug 2019 · 1 min read ग़जल विषय- मित्र/दोस्त विधा- ग़जल (शिकवा नहीं किसी से किसी से गिला नही) मफ़ऊल फ़ाइलात मुफ़ाईलु फ़ाइलुन कुछ धूप सा खिलो तुम मौसम बहार में। यूँ दोस्त सा मिलो तुम मौसम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share Rishikant Rao Shikhare 5 Aug 2019 · 1 min read ग़जल ग़जल फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन आप हमसे यूँ अदावत अब न करना। रूठना लेकिन बगावत अब न करना। दोस्त मिलते हैं बड़े ही मुश्किलों से, दोस्त बनकर तुम सियासत अब न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 193 Share Rishikant Rao Shikhare 5 Aug 2019 · 1 min read ग़जल ग़जल 212 212 212 12 आज की शाम वो क्यों मिला नही। है मुझे कोई शिकवा गिला नही। आह कैसे भरूँ देख के उसे, जो कभी साथ मे ही रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 217 Share Rishikant Rao Shikhare 5 Aug 2019 · 1 min read ग़जल ग़ज़ल फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन आइना क्या देखकर शरमा रहा है। यूँ मिली जब आंख तो घबरा रहा है। बंद पलकों से कहो ना दर्द कुछ भी, दिल अभी नादान हँसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 188 Share Rishikant Rao Shikhare 5 Aug 2019 · 1 min read रूमानी ग़जल रूमानी ग़ज़ल 212 212 212 212 हर तरफ हर जगह आप ही आप हैं। दूर भी आप हैं, पास भी आप हैं। झल-झलाती हुई शर्म खाती हुई, मरमरी सा बदन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share Rishikant Rao Shikhare 5 Aug 2019 · 1 min read ग़जल ताजा गजल 212 212 212 212 चल रही हैं हवा आपके शहर में, उठ रहा है धुँआ आपके शहर में। छू गई है हया शबनमी बूंद को, गिर रही है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share