Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jul 2019 · 1 min read

ग़ज़ल (जन्मदिन स्पेशल)

कोई है होठों तक, बे-पर्दों में आया।
रातें भी पहचानें, जो ख्वाबों में आया।

बेला सा महके हैं, सारा तन-मन उसका,
धीरे-धीरे चुपके, जो साँसों में आया।

यादें आती हैं उस, मोती के गहनों की,
लेकर बरखा बूंदें, जो यादों में आया।

नादान नहीं है वो, अल्फाजों का सिकंदर,
बिन लाये जो मेरी, हर बातों में आया।

पहली बाली उसकी, मोहें हैं मन सबका,
पीला-पीला कुमकुम, जो सरसों में आया।

हर दिल का वो पक्का, जो मेरा यार कहीं
मेरा ग़म सुलझाने, जो लाखों में आया।

ओझल ना होने दूँ, ‘मैं’ नैनों में भर लूं,
खुश्बू बनकर गुलशन, जो तोह्फ़ों में आया।

Rishikant Rao Shikhare©®

ग़ज़लकार
ऋषिकान्त राव शिखरे
विधा- ग़जल
पता:- पुलसावा, अकबरपुर जिला- अम्बेडकर नगर उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर 9793477165
ईमेल आईडी – rishikantraoshikhare465@gmail.com

2 Likes · 205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गजलकार रघुनंदन किशोर
गजलकार रघुनंदन किशोर "शौक" साहब का स्मरण
Ravi Prakash
कितने कोमे जिंदगी ! ले अब पूर्ण विराम।
कितने कोमे जिंदगी ! ले अब पूर्ण विराम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मातृत्व दिवस खास है,
मातृत्व दिवस खास है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
विजय कुमार अग्रवाल
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
Ankita Patel
गरीबी तमाशा
गरीबी तमाशा
Dr fauzia Naseem shad
सत्याधार का अवसान
सत्याधार का अवसान
Shyam Sundar Subramanian
"दुनिया को पहचानो"
Dr. Kishan tandon kranti
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैं सुर हूॅ॑ किसी गीत का पर साज तुम्ही हो
मैं सुर हूॅ॑ किसी गीत का पर साज तुम्ही हो
VINOD CHAUHAN
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
Sanjay ' शून्य'
बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
"दिल चाहता है"
Pushpraj Anant
किसी आंख से आंसू टपके दिल को ये बर्दाश्त नहीं,
किसी आंख से आंसू टपके दिल को ये बर्दाश्त नहीं,
*Author प्रणय प्रभात*
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
लब हिलते ही जान जाते थे, जो हाल-ए-दिल,
लब हिलते ही जान जाते थे, जो हाल-ए-दिल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
बांते
बांते
Punam Pande
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
कवि रमेशराज
आचार संहिता
आचार संहिता
Seema gupta,Alwar
क्या कहे हम तुमको
क्या कहे हम तुमको
gurudeenverma198
श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
Arti Bhadauria
कविता के मीत प्रवासी- से
कविता के मीत प्रवासी- से
प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
sushil sarna
2509.पूर्णिका
2509.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Jindagi ka kya bharosa,
Jindagi ka kya bharosa,
Sakshi Tripathi
Loading...