Rita Singh 137 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rita Singh 2 Jun 2017 · 3 min read जीवन में नारी शिक्षा का महत्व जीवन में नारी शिक्षा का महत्व इतिहास इस बात का साक्षी है कि मानव सभ्यता का विकास शिक्षा के द्वारा ही संभव हुआ है । कहा गया है कि बिना... Hindi · लेख 1 2 7k Share Rita Singh 14 Jan 2018 · 4 min read प्रकृति में सूर्य तत्व की महत्ता और पर्यावरण संरक्षण मकर संक्रांति पर विशेष - प्रकृति में सूर्य तत्व की महत्ता और पर्यावरण संरक्षण ----------------------------------------- सूर्य प्रकृति का केन्द्र है । उससे ही प्रकृति अपनी समस्त शक्तियाँ प्राप्त करती है... Hindi · लेख 2k Share Rita Singh 8 Mar 2017 · 1 min read क्षत्राणी की गौरव गाथा क्षत् से रक्षा करती है जो वह क्षत्राणी कहलाती है क्षत्राणी की गौरव गाथा ग्रंथों में गायी जाती है । पौराणिक युग से ही उसने यश पताका फहरायी है गंगा... Hindi · कविता 2k Share Rita Singh 24 Sep 2016 · 1 min read मेरा सौर मंडल इस दुनिया की छोटी सी आकाश गंगा में एक नन्हा सौर मंडल है मेरा । मेरे प्रिय वर हैं सूरज उसके मैं उनसे रोशन धरती हूँ , उनसे ही है... Hindi · कविता 1k Share Rita Singh 12 Jan 2017 · 1 min read बेटी की महिमा सूखा पीड़ित देख नगरी को बेटी ने अवतार लिया , धरती से उत्पन्न होकर उसने जनता का उद्धार किया । अन्न जल बरसा जनकपुरी में पिता जनक को मान दिया... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share Rita Singh 28 Feb 2017 · 1 min read आया फागुन मास रसिया के रंग में जब खेले गोरी फाग । समझो ए संग सहेली आया फागुन मास । आया फागुन मास देख कलियाँ भी हर्षायीं । फूलों के सँग सजी अब... Hindi · कविता 1 1 1k Share Rita Singh 5 May 2017 · 2 min read एक सात्विक रिश्ता : सच्ची मित्रता निःस्वार्थ , निर्विकार , निष्पक्ष , निष्पाप भावों से युक्त होता है सच्चा मित्र । एक सच्चा मित्र जीवन का सबसे अनमोल उपहार है । उसकी रिक्तता से जीवन नीरस... Hindi · लेख 3 2 1k Share Rita Singh 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तो बस माँ होती है माँ तो बस माँ होती है , सारा घर जब सो जाता है मीठे सपनों में खो जाता है देख सभी को खुश होती है हो निश्चिन्त तब ही सोती... Hindi · कविता 1k Share Rita Singh 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तो बस माँ होती है माँ तो बस माँ होती है , सारा घर जब सो जाता है मीठे सपनों में खो जाता है देख सभी को खुश होती है हो निश्चिन्त तब ही सोती... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 30 976 Share Rita Singh 11 Jul 2017 · 1 min read झरने कर संघर्ष पाषाणों से मधुर संगीत सुनाते झरने कल - कल कल - कल गीत सुनाते आगे बढ़ते जाते झरने । कभी न रुकते कभी न थकते हिम्मत हैं बरसाते... Hindi · कविता 940 Share Rita Singh 19 Oct 2016 · 1 min read जीवन साथी जीवन साथी जीवन का सबसे अनमोल रतन , जन्म से नाता न होकर भी है कितना उसमें अपनापन । अपने सुख दुख जिससे बाँट सके मन की उलझन सब सुलझा... Hindi · कविता 998 Share Rita Singh 28 Nov 2016 · 1 min read आओ चिड़िया रानी आओ आओ चिड़िया रानी आओ फुदक फुदक कर नाच दिखाओ चहक चहक कर गीत सुनाओ आओ चिड़िया रानी आओ । आँगन में जब आती हो मन मेरा हर्षाती हो गीत मधुर... Hindi · कविता 794 Share Rita Singh 14 Apr 2022 · 2 min read ये माला के जंगल ये माला के जंगल कुछ तपस्वी से लगते हैं शांत भाव से तप करते हैं हरे भरे तरोताजा से प्रफुल्लित मन खड़े रहते हैं । कुछ बुझे - बुझे मुरझाये... Hindi · कविता 2 3 940 Share Rita Singh 22 Sep 2016 · 1 min read अंतर्वेदना बहुत रोई थी उस दिन मेरी संवेदना जब मेरी माँ ने मेरी होने वाली बहन को उसके जन्म लेने से पहले ही अपने गर्भाश्य की छोटी सी दुनिया से निकाल... Hindi · कविता 1 1 761 Share Rita Singh 3 Jan 2017 · 2 min read नारी सम्मान का यथार्थ सुना है मेरे देश का समाज प्रगति कर रहा है , वह बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ के गीत गा रहा है , उन्हें खूब पढ़ो खूब बढ़ो के आशीष दे रहा... Hindi · कविता 1 831 Share Rita Singh 30 Oct 2016 · 1 min read मैं दीपक हूँ मैं दीपक हूँ , मंद मंद मुस्काता हूँ सबको लगता है जलता हूँ जलकर ही अंधियारा हरता हूँ , पर जलना नहीं कहो उसे वो कर्म तो तप है मेरा... Hindi · कविता 811 Share Rita Singh 20 Aug 2021 · 1 min read मैं भारत हूँ मैं भारत हूँ , मैं भारत हूँ मैं युग युग खड़ी इमारत हूँ मै भारत हूँ मैं भारत हूँ । मैं वेद पुराणों की गाथा मैं भू का उन्नत सा... Hindi · गीत 2 692 Share Rita Singh 7 May 2017 · 1 min read भगवन तूने माँ को बनाया भगवन तूने माँ को बनाया कैसा कृपा धन बिखराया , तेरा कैसे करूँ शुक्रिया ऐसा ममता जल बरसाया । बन निर्मात्री संस्कारों की उसने घर संसार बसाया , देकर शिक्षा... Hindi · कविता 728 Share Rita Singh 9 Dec 2016 · 1 min read मैं भी एक इंसान हूँ न मैं दुर्गा , न मैं लक्ष्मी न देवी और महान हूँ , नारी रूप में धरती पर मैं भी एक इंसान हूँ । न अनोखी शक्ति मुझमें न देवीत्व... Hindi · कविता 677 Share Rita Singh 6 Jun 2017 · 1 min read तुम बिन सूना है मधुवन तुम बिन सूना वृंदावन है तुम बिन सूना है मधुवन तुम बिन सूना बृजगाँव है तुम बिन सूना नंदन वन । तुम बिन सूने ताल तलैया तुम बिन सूने घट... Hindi · गीत 692 Share Rita Singh 26 Nov 2016 · 1 min read संविधान और मूल अधिकार आज़ादी के बाद देश में बना हमारा नया विधान , गणतंत्र भारत को मिला अपना एक लिखित संविधान । बाबा अंबेडकर निर्माता इसके कानून के थे वो ज्ञाता 26 नवम्बर... Hindi · कविता 1 641 Share Rita Singh 12 Sep 2017 · 1 min read प्रद्युम्न हम बहुत शर्मिंदा हैं प्रद्युम्न हम बहुत शर्मिंदा हैं तेरे कातिल क्यों जिंदा हैं ? माँ का आँचल कह रहा तड़पकर क्यों मिला लाल को मौत का फंदा है ? स्कूल तेरा कैसा ये... Hindi · कविता 666 Share Rita Singh 26 Oct 2016 · 1 min read मत चल मानुष ! उल्टी चालें ताटंक छंद मत चल मानुष ! उल्टी चालें एक दिवस पछताएगा । समय निकलने पर हाथों से वापस कभी न आएगा । जो सच्चे - सीधे होते हैं वे आगे... Hindi · कविता 1 656 Share Rita Singh 23 Jan 2017 · 1 min read सुभाष चन्द्र भारत भूमि पर सुभाष चन्द्र भारत भूमि पर फिर नेताजी बनकर आ जाओ , राष्ट्रवाद को भूली जनता में एक बार जोश जगा जाओ । जाति धर्म में बिखरी जनता देशहित को भूल... Hindi · कविता 544 Share Rita Singh 24 Jan 2017 · 1 min read मतदान जागरूकता के लिए प्रयास मतदान जागरुकता के लिए कुछ नारे - मतदान अगर शत प्रतिशत होगा, लोकतंत्र तभी उज्ज्वल होगा । जो अपना शासन चाहता है वो वोट डालने जाता है । मतदान हमारा... Hindi · कविता 1 580 Share Rita Singh 12 Feb 2017 · 1 min read नेह की पीड़ा जब गमन तुम्हारा होना तय था क्यों गोपी में नेह जगाया था , कान्हा तुमने नेह की पीड़ा का , क्या मर्म कभी न पाया था । इस पीड़ा का... Hindi · कविता 595 Share Rita Singh 31 Jan 2017 · 1 min read ऋतु बसंत कोयल डाल- डाल, जब बोली कलियों ने तब आँखें खोली पवन महक बिखराती डोली सजी धरा पर पुष्प- रँगोली गोपी लगी खेलने होली किया पराजित शिशिर शरद को ऋतु बसंत... Hindi · कविता 537 Share Rita Singh 15 Mar 2017 · 1 min read नमामि गंगे जय जय गंगे , जय जय गंगे । नमामि गंगे , नमामि गंगे ।। पाप नाशिनी , जग तारिणी सुख कारिणी , दुख हारिणी हर हर गंगे हर्ष वाहिनी ।... Hindi · कविता 573 Share Rita Singh 17 Apr 2017 · 1 min read ममता बेटी बिना न पूरी ************* ममता बेटी बिना न पूरी । मॉ की रहती आस अधूरी।।१!! बेटी ही घर का गहना है। बिन बेटी ऑगन सूना है।।२!! उत्सव बेटी बिना अधूरे ! बिन बेटी... Hindi · कविता 554 Share Rita Singh 7 Oct 2016 · 1 min read मान लो गीत जिन्दगी को मान लो गीत जिंदगी को और गुनगुनाना सीख लो । जगा लो मन में उमंगें और मुस्कुराना सीख लो । उलझनें हिस्सा हैं जीवन का सुलझ ही जाएंगी एक दिन... Hindi · गीत 551 Share Rita Singh 22 Feb 2017 · 1 min read जीवन जीवन सरस सलिल सा बहता जीवन अवरोधों संग बढ़ता जीवन निशा दिवस है गतिमय जीवन हँसते गाते चलता जीवन । दुख के पल भी सहता जीवन सुख के क्षण भी... Hindi · कविता 544 Share Rita Singh 22 Mar 2017 · 1 min read संकट और खुशहाली प्रभु ! संकट के समय ' मुझे बचा लो ' तुमसे ऐसी गुहार नहीं करूँगी , मुझे पता है कि तुमने अदृश्य रूप में मुझे संकटों से उबरने की शक्ति... Hindi · कविता 552 Share Rita Singh 5 Apr 2017 · 1 min read माला के जंगल: कुछ तपस्वी से लगते हैं शांत भाव से तप करते हैं हरे भरे तरोताजा से प्रफुल्लित मन से खड़े हुए हैं । कुछ बुझे बुझे मुरझाये से हैं कुछ झाड़... Hindi · कविता 539 Share Rita Singh 10 Aug 2017 · 1 min read हरा भरा संसार वनों का हरा भरा संसार वनों का सुंदर सा घर बार वनों का घना घना परिवार वनों का महका सा दरबार वनों का सावन है त्योहार वनों का बसंत है शृंगार वनो... Hindi · कविता 542 Share Rita Singh 26 Jun 2017 · 1 min read मोहन समझो मन की पीर मोहन समझो मन की पीर तुम बिन कैसे धरु मैं धीर । दिन रैना दर्श की तृष्णा किस विध तृप्ति हो बिन नीर । मोहन समझो. .... विरह वेदना भरी... Hindi · गीत 518 Share Rita Singh 28 Sep 2016 · 1 min read बेटी आ रही है आज जब से सुना है पापा ने कि बेटी आ रही है आज, खुशी आँखों में समायी है उमंग ह्रदय में छायी है, लगे हैं तैयारी में पसंद का सामान जुटाने... Hindi · कविता 537 Share Rita Singh 16 Mar 2017 · 1 min read फाग माह का हैं उपहार नव पल्लव सज्जित तरुवर फाग माह का हैं उपहार , कोमल कोपल महक डाल पर करती सुरभित पवन बयार । मानो वृक्ष वर बन सँवरकर सेहरे की लड़ियाँ रहे सँवार... Hindi · कविता 541 Share Rita Singh 12 Apr 2017 · 1 min read बैसाख मास सँग अपने बैसाख मास सँग अपने कनक उपहार लाया है , हुआ कण कण है प्रफुल्लित जन मन सब हरषाया है । चमके खेत स्वर्ण - आभ से कृषक हृदय मुस्काया है... Hindi · कविता 1 520 Share Rita Singh 15 May 2017 · 1 min read राजन हमें बताओ तुम ! राजन हमें बताओ तुम ! कितने सैनिक अभिमन्यु सम बलिदान हमें करने होंगे ? कितनी माँओं के आँचल ऐ शासन ! सूने हमें सहने होंगे ? कब तक नव वधूएँ... Hindi · कविता 514 Share Rita Singh 31 Oct 2016 · 1 min read गौमाता गौमाता तैंतीस कोटि देवों ने भी जिसे बनाया अपना धाम , ऐसी गौ माता को हम निश - दिन करें प्रणाम ।। गौमाता के हित में देखो भगवन भी गोपाल... Hindi · कविता 463 Share Rita Singh 8 Jun 2017 · 1 min read मेघा क्यों बृजगाँव में आए मेघा क्यों बृजगाँव में आए मेघा क्यों बृजगाँव में आए नहीं तनिक तुम हमको भाए उलट पैर अभी जाओ पुरी को जहाँ राज मोहन मन छाए । कहना उन बिन... Hindi · कविता 529 Share Rita Singh 11 Oct 2016 · 1 min read विजय पर्व आ गया फिर बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व , मनाएंगे सब इसे पूरे हर्षोल्लास से और बधाई देंगे एक दूसरे को इस विजय पर्व की । फिर शाम... Hindi · कविता 478 Share Rita Singh 16 Jul 2017 · 1 min read महक तुम्हारी हमें साँवरे .... नित सुबह आती है , नित शाम आती है याद तुम्हारी हमें साँवरे दिन रात आती है । हर सहर भाती है , हर पहर भाती है महक तुम्हारी हमें... Hindi · गीत 512 Share Rita Singh 13 Nov 2016 · 3 min read राष्ट्र हित में युवा लक्ष्य निर्धारित करें राष्ट्र हित में युवा वर्ग लक्ष्य निर्धारित करे - अनूठी सांस्कृतिक विरासत और गौरवमयी परम्पराओं से सुसज्जित इस देश के नागरिकों में न जाने क्यों अपने भारतीय होने पर गर्व... Hindi · लेख 504 Share Rita Singh 29 Mar 2017 · 1 min read आया बसंत सखी आया बसंत आया बसंत सखी आया बसंत चहुँदिशि खुशियाँ लाया अनंत महक रहे हैं सभी दिग दिगंत झूमा अवनी का अंग प्रत्यंग आया बसंत सखी आया बसंत । श्यामा ने गाया अब... Hindi · कविता 514 Share Rita Singh 13 Aug 2017 · 1 min read दिवस अंक -14 अगस्त दिवस अंक - 14 अगस्त आओ शोक मनाएँ हम भारत वासी अगस्त मास की सबसे अशुभ तिथि पर क्योंकि यह वर्ष गाँठ है भारत की अखंडता को खंडित कर अपने... Hindi · कविता 509 Share Rita Singh 27 Sep 2016 · 1 min read समय बुला दो समय बुला दो सुभाष चंद्र को वो 'जय हिन्द' गा कर जोश भरें, खून के बदले आजादी दे दें जनता का सब प्रलाप हरे । समय बुला दो भगत सिंह... Hindi · कविता 4 480 Share Rita Singh 24 May 2017 · 1 min read नहीं सरल राजत्व निभाना नहीं सरल राजत्व निभाना राजा तुम्हें समझना होगा , राजतिलक होतेे ही तुमको राजधर्म को जीना होगा । इक यज्ञ सा राजा का जीवन जो प्रजा हित आहुत होता है... Hindi · कविता 472 Share Rita Singh 30 Sep 2016 · 1 min read अमर रहे गौरव सेना का अमर रहे गौरव सेना का नित सम्मान बढ़ाती जाए । गर्व से शीश उठा सकें हम विजय ध्वज फहराती जाए । जाकर दुश्मन की धरती पर नाकों चने चबाती जाए... Hindi · कविता 486 Share Rita Singh 22 Sep 2016 · 1 min read नेह नेह की परिभाषा क्या है ? नेह की अभिलाषा क्या है ? नेह बगिया में खिलता फूल नेह मानव की प्यारी भूल । नेह ही नेह का है अहसास नेह... Hindi · कविता 468 Share Page 1 Next