RAMESH SHARMA Tag: दोहा 698 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAMESH SHARMA 18 May 2024 · 1 min read अपना सकल जमीर नैतिकता की आजकल,पीटें वही लकीर । बैठे हैं जो बेच कर,अपना सकल ज़मीर ।। रखी किसी से आपने,ज्यादा ही उम्मीद । बदले में अहसान के, लेगा तुम्हे खरीद ।। रमेश... Hindi · दोहा 6 Share RAMESH SHARMA 17 May 2024 · 1 min read मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद हिल जाती है शीघ्र ही, रिश्तों की बुनियाद । मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 19 Share RAMESH SHARMA 16 May 2024 · 1 min read तरु वे छायादार सिर पर रखकर हाथ जो, देते रहे दुलार। गायब आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। माँ दादी बनकर दिया, मुझे जिन्होंने प्यार। ओझल आँगन से हुए, तरु वे छायादार।। रमेश... Hindi · दोहा 1 21 Share RAMESH SHARMA 15 May 2024 · 1 min read जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय । आँखे मेरी हो गयी ,..मानो एक सराय । जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 14 Share RAMESH SHARMA 14 May 2024 · 1 min read गूंगे दे आवाज अंधे करते चाकरी, ..गूंगे दे आवाज । बदल गए इस दौर में, बेशक कई रिवाज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 38 Share RAMESH SHARMA 12 May 2024 · 1 min read दोहा **** शब्दकोष स्वयं है, नहीं शब्द बस एक शब्दकोष मां स्वयं है, नहीं शब्द बस एक। जिसके आगे फेल हैं, किए सभी अभिषेक ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 43 Share RAMESH SHARMA 11 May 2024 · 1 min read सियासी खाल पक जाती है झूठ की, वहां आप ही दाल । बैठे हों सारे जहां,ओढ़ सियासी खाल ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 27 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read दामन में नित दाग कर देना ही ठीक है,रिश्तों का परित्याग । देते हों जो आपके, दामन में नित दाग ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 28 Share RAMESH SHARMA 5 May 2024 · 1 min read रिश्ता-ए–उम्मीद रिश्ता वो बिगडा कभी,होता नही बहाल । करते हों मध्यस्थता, जिसमे कई दलाल ।। तोड़ दिया हमने स्वयं, रिश्ता-ए–उम्मीद । करते थे जिसके लिए,दिल से हम ताकीद।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 34 Share RAMESH SHARMA 2 May 2024 · 1 min read खफा जरा क्या यार मेरा मुझसे हो गया , खफा जरा क्या यार । लम्हा और कुछ हो गया, जीवन का बेकार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 26 Share RAMESH SHARMA 26 Apr 2024 · 1 min read नही दूसरी चूक दुनिया में इससे बड़ी, नही दूसरी चूक । गलती पर औलाद की,रहे अगर तुम मूक।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 39 Share RAMESH SHARMA 22 Apr 2024 · 1 min read धरती मां की कोख पृध्वी दिवस पर --------------------- खनिज लवण जल दे रहा, मानव को वरदान ! पृथ्वी पिंड विशाल यह ,.. लगता मातु समान !! लगी केंद्र में आग है , ..फिरभी बाँटे... Hindi · दोहा 1 37 Share RAMESH SHARMA 15 Apr 2024 · 1 min read सोचे सारे ख्वाब चला गया कब बालपन, बीता सकल शबाब । दिल के दिल में रह गए, सोचे सारे ख्वाब ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 45 Share RAMESH SHARMA 15 Apr 2024 · 1 min read जनता का उद्धार कोरे वादों से करें,.........जनता का उद्धार । क्या कागज की नाव से,होगा दरिया पार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 65 Share RAMESH SHARMA 12 Apr 2024 · 1 min read पीड़ा का अनुमान कहे राधिका श्याम से ,त्याग पुरुष का मान । पीड़ा का मेरी तुझे,.... ..तब होगा अनुमान ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 21 Share RAMESH SHARMA 6 Apr 2024 · 1 min read रिश्ता रहा असत्य से रिश्ता रहा असत्य से ,जिनका सदा अटूट । झूठ बोलने की उन्हें, और चाहिए छूट ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 77 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2024 · 1 min read पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार । पी जाता हैं प्यास भी, .....मेरी वो हर बार । इस पर भी प्यासा लगे,सागर का किरदार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 77 Share RAMESH SHARMA 28 Mar 2024 · 1 min read वापस दिया उतार दिया आपने जो कभी, वापस दिया उतार । कभी किसी का वक्त ये ,रखता नहीं उधार ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 91 Share RAMESH SHARMA 24 Mar 2024 · 1 min read ममता की भंडार मूरत माता त्याग की,ममता की भंडार । नतमस्तक हैं सामने, जिसके के संसार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 80 Share RAMESH SHARMA 19 Mar 2024 · 1 min read नेताओं सा हो गया उनका भी किरदार बदलें है जिस भांति वे,बार बार उदगार । नेताओं सा हो गया,उनका भी किरदार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 97 Share RAMESH SHARMA 14 Mar 2024 · 1 min read जाया जय मकसूद घर में ही बिखरा पड़ा, तेरा अगर वजूद । उसे ढूंढने का कहीं, ज़ाया है मक़सूद ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 46 Share RAMESH SHARMA 12 Mar 2024 · 1 min read कलमकार का दर्द क्या समझेगी लेखनी,कलमकार का दर्द । स्याही में जिसके अगर,घुली जाति की गर्द ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 80 Share RAMESH SHARMA 11 Mar 2024 · 1 min read समय किसी भी तख़्त का,हुआ नहीं मुहताज आया था कब लौट कर , आएगा जो आज । समय किसी भी तख़्त का,हुआ नहीं मुहताज।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 89 Share RAMESH SHARMA 11 Mar 2024 · 1 min read दीपक का अस्तित्व खुले नैन तक ही रहे, दीपक का अस्तित्व । जैसे बिना चरित्र के, ..जाया है व्यक्तित्व ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 66 Share RAMESH SHARMA 3 Mar 2024 · 1 min read अपने मन की बात चार चरण में है लिखी, अपने मन की बात! इसी भाँति जाहिर करूँ,मै अपने जज्बात!! बातें जो अच्छी लगी,रखा उन्हीं का ख्याल । दोहों के आकार में, दिया उन्हें फिर... Hindi · दोहा 1 127 Share RAMESH SHARMA 29 Feb 2024 · 1 min read घायल नागिन शेरनी,या अपमानित नार घायल नागिन शेरनी,या अपमानित नार । इनसे बच के ही रहो,जीवन में तुम यार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 97 Share RAMESH SHARMA 28 Feb 2024 · 1 min read लूट पाट कर ले गए, मेरा वे घर बार । लूट पाट कर ले गए, मेरा वे घर बार । दे कर मुझको सांत्वना ,सुला गए थे यार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 60 Share RAMESH SHARMA 27 Feb 2024 · 1 min read कुटिल बुद्धि की सोच कुटिल व्यक्ति लालसा, मंदबुद्धि की सोच। जीवन भर देती रहे, पग पग पर नव मोच ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 135 Share RAMESH SHARMA 10 Feb 2024 · 1 min read दो गज असल जमीन मुझे मिलेगी शर्तिया, ... है ये पूर्ण यकीन । लिखी हुई है नाम पर,दो गज असल जमीन।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 78 Share RAMESH SHARMA 5 Feb 2024 · 1 min read कर बैठा गठजोड़ अपना वह घर गाँव का,जब से आए छोड़ । बरगद भी दीवार से , कर बैठा गठजोड़ ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 125 Share RAMESH SHARMA 1 Feb 2024 · 1 min read मनमुटावका आपका ये कैसा अंदाज मनमुटाव का आपका, ये कैसा अंदाज । छोड़ दिया है आपने , होना ही नाराज ।। रमेश शर्मा.. Hindi · दोहा 1 128 Share RAMESH SHARMA 26 Jan 2024 · 2 min read अपना ये गणतंत्र कहलाता गणतंत्र का, दिवस राष्ट्रीय पर्व ! होता है इस बात का , …हमें हमेशा गर्व !! ————————————————- रचें सियासी बेशरम,जब -जब भी षडयंत्र । आँखे मूँद खड़ा विवश, दिखा... Hindi · दोहा 2 1 107 Share RAMESH SHARMA 6 Jan 2024 · 1 min read बेशक कितने ही रहें , अश्व तेज़तर्रार बेशक कितने ही रहें , अश्व तेज़तर्रार । बिना सारथी लक्ष्य का, पाना अति दुश्वार । खड़े सभी रथ खींचने, श्वेत अश्व तैयार । पता नहीं फिर सारथी, क्योंकर हुआ... Hindi · दोहा 2 113 Share RAMESH SHARMA 5 Jan 2024 · 1 min read पूछन लगी कसूर राह देखती आँख वह , पूछन लगी कुसूर । गुजर गए क्यों पास से , देखे बिना हुजूर ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 125 Share RAMESH SHARMA 27 Dec 2023 · 1 min read खोने के पश्चात ही,हुई मूल्य पहचान खोने के पश्चात ही,हुई मूल्य पहचान । समय व्यक्ति सम्बन्ध का, करें सदा सम्मान ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 160 Share RAMESH SHARMA 26 Dec 2023 · 1 min read कहे करेला नीम से कहे करेला नीम से, थाम हमारा हाथ । कड़वे हैं तो क्या हुआ,हैं तो दोनों साथ ।। तिक्त बनूँ मैं और गर,मिले तुम्हारा साथ । छुरी तुम्हारे पास तो ,... Hindi · दोहा 1 99 Share RAMESH SHARMA 23 Dec 2023 · 1 min read नियमों को रख ताक चढ़े दुपहिए पर कई,नियमों को रख ताक । परेशान प्रहरी हुआ, देखे खड़ा अवाक ।। ऐसे लोगों पर मुआ, चुप क्यों है कानून । नियम कायदों का करें,सरेआम जो खून... Hindi · दोहा 1 56 Share RAMESH SHARMA 22 Dec 2023 · 1 min read निकले क्या पता,श्रीफल बहु दामाद रहता सदा दिमाग में, सबके यही प्रमाद । कैसे निकलें क्या पता, बहू और दामाद ।। Hindi · दोहा 1 81 Share RAMESH SHARMA 21 Dec 2023 · 1 min read भेदभाव का कोढ़ कलमकार ने जाति का,लिया दुशाला ओढ़ । इसीलिए बढ़ता गया, . भेदभाव का कोढ़ ।। रमेश शर्मा. Hindi · गीत · दोहा 1 124 Share RAMESH SHARMA 21 Dec 2023 · 1 min read जब मति ही विपरीत हो जब मति ही विपरीत हो, ...रहती सोच विनाश I निश्चित है उस व्यक्ति का, नाश नाश बस नाश II दरवाजा हर जीत का,..हो जाता है बंद । घर मे ही... Hindi · दोहा 1 151 Share RAMESH SHARMA 19 Dec 2023 · 1 min read जातिवाद की खीर चूल्हे पर जिनके पके, जातिवाद की खीर । बनते हैं साहित्य के, वे भी आज कबीर ।। चला जाति पर ही सदा, शब्दों की शमशीर। कहलाते साहित्य के, कुछ जन... Hindi · दोहा 1 218 Share RAMESH SHARMA 17 Dec 2023 · 1 min read मिली वृक्ष से छांह भी, फल भी मिले तमाम मिली वृक्ष से छांह भी, फल भी मिले तमाम । गया सूख तो आ रहा, जलने के वो काम ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 149 Share RAMESH SHARMA 17 Dec 2023 · 1 min read वे जो राई का सदा, देते बना पहाड़ वे जो राई का सदा, देते बना पहाड़ । कर लेते है रोज ही,अपना नया जुगाड़।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 238 Share RAMESH SHARMA 16 Dec 2023 · 1 min read दिल में ज्यों ही झूठ की,गई खीचड़ी सीज . हुई उजागर शक्ल पर, वही आपके खीज । दिल में ज्यों ही झूठ की,गई राबड़ी सीज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 2 148 Share RAMESH SHARMA 14 Dec 2023 · 1 min read नाचेगा चढ़ आपके नाचेगा चढ़ आपके, ..सिर पर वो इंसान । दिया उसे औकात से,यदि ज्यादा सम्मान।। हुई सोच इंसान की,जब जब भी विपरीत । हो जाती है बुद्धि तब,उसकी स्वयं पलीत ।।... Hindi · दोहा 1 168 Share RAMESH SHARMA 13 Dec 2023 · 1 min read हुनर कभी मुहताज नहीं रहा है ताज का , हुनर कभी मुहताज । करता यह मस्तिष्क पर , कद्रदान के राज ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 120 Share RAMESH SHARMA 13 Dec 2023 · 1 min read बुरा वहम का रोग है. बुरा वहम का रोग है, उनका नही कसूर । जिन्हें मूंग में भी सदा, आए नजर मसूर ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 172 Share RAMESH SHARMA 13 Dec 2023 · 1 min read यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत । रिश्तों नातों के लिए,रहिए सदा सचेत ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 139 Share RAMESH SHARMA 11 Dec 2023 · 1 min read बूढ़ा बरगद खिन्न है,कैसे करुँ मैं छाँह बूढ़ा बरगद खिन्न है, कैसे करलूँ छाँह l अपनों ने ही काट दी, मेरी सारी बाँह।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 173 Share RAMESH SHARMA 9 Dec 2023 · 1 min read सीने में जज्बात लाख छिपाए आपने, सीने में जज्बात । नैन निगोड़े कह गए, कहनी थी जो बात ।। रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 176 Share Page 1 Next