RAJENDRA JOSHI Language: Hindi 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAJENDRA JOSHI 14 Mar 2017 · 1 min read होली रंग औ गुलाल कर, प्यार भर गाल पर, चंदन-कुंकुंम तर, माथे औ भाल पर, उर में आनन्द भर, बाहों में उल्लास भर, मुख पे मुस्कान धर, अधरों में हास भर,... Hindi · कविता 228 Share RAJENDRA JOSHI 27 Feb 2017 · 1 min read मत बाँधों ... मुझको ! मत बाँधों तुम समय में मुझको, मुझे उन्मुक्त जीवन सा बहने दो, गुण हैं कुसुम से, तन में, ह्रदय में, बिंधकर हार में हार जाऊंगी मैं तो, चाह तुम्हीं रखोगे... Hindi · कविता 522 Share RAJENDRA JOSHI 14 Feb 2017 · 1 min read वेलनटाईन डे 1) दिन एक नहीं है काफी इज़हार-ए-इश्क के लिए, इक उम्र भी है नाकाफी बहार-ए-इश्क के लिए...!!! वो मिलकर यूँ बिछड़ गए ज्यूँ लम्हे वक्त के, अब ये साल नहीं... Hindi · शेर 258 Share RAJENDRA JOSHI 12 Feb 2017 · 1 min read जिंदगी 1. जिंदगी, मुश्किल ही सही पर, मजे़दार बहुत है ! 2. जिंदगी, तुम वो तो नहीं ? जो पहले मिली थी कहीं, 3. जिंदगी, कभी कहीं ठहरो अगर, तो मुझसे... Hindi · हाइकु 347 Share RAJENDRA JOSHI 6 Feb 2017 · 1 min read राखी दीदी, जानता हूँ इस बार भी तुम नहीं भेज पाओगी, राखी ! पर जब तुम गुजरोगी बाज़ार से, उन रेशमी डोरियों को, अपनी मखमली आँखों की छुअन से देखती हुई,... Hindi · कविता 284 Share RAJENDRA JOSHI 2 Feb 2017 · 1 min read जिंदगी माना कि कामयाबियों से अभी फ़ासलें बहुत हैं, पर ऐ जिंदगी, मुझमें भी अभी होंसलें बहुत हैं, हाँ, बिखेर दिये होंगें तुमने महल कितने ही, पर उन खंडहरों में अब... Hindi · शेर 235 Share RAJENDRA JOSHI 31 Jan 2017 · 1 min read तुम आलमारी में रखी किसी पुरानी तस्वीर की तरह, पहले कभी खोयी पर अब मिल क्यूं नहीं जाती, तुम मेरे ज़हन की भूली बिसरी यादों की तरह, लब पर मुस्कान बनकर... Hindi · शेर 562 Share RAJENDRA JOSHI 31 Jan 2017 · 1 min read गज़ल न छुपा मुझे तु कहीं, मैं कभी छुप न पाऊँगा, दरिया हूँ मैं, एक उम्र के बाद रुक न पाऊँगा ! तु समेट लें यादों में बस, मुट्ठी में बान्ध... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share RAJENDRA JOSHI 30 Jan 2017 · 1 min read मित्र ...... तेरे वो पत्र ! मित्र....... तेरे वो पत्र ! दूरिया भूगोल की उतनी नहीं फिर भी मित्र, मिलते नहीं वो तुम्हारे स्नेहसिक्त सुरभित पत्र, कि जिनको बारम्बार पढ़ते-पढ़ते, चूमते हुए ही, बीत जाते थे... Hindi · कविता 405 Share