प्रीतम श्रावस्तवी Tag: कविता 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read वो ही मुरझाए हुए गाल गवाही देंगे -------ग़ज़ल-------- तेरे फैलाये हुए जाल गवाही देंगे एक दिन तेरे ये आमाल गवाही देंगे रोटियाँ सेंकी हैं जो तुमने यहाँ पर अपनी करके जनता को जो बदहाल गवाही देंगे फूल... Hindi · कविता 264 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम पत्र ------ग़ज़ल------ अब अयाँ इश्क़ करता हूँ ऐ जानेमन ख़त मुहब्बत के लिखता हूँ ऐ जानेमन जब से देखा हूँ तुमको तभी से सनम हर घड़ी बस तड़पता हूँ ऐ जानेमन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 55 943 Share प्रीतम श्रावस्तवी 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना लोकगीत बोल- पिचिक जाई नकुना,अउ छोट होई आँखी हाय रे ई कोरोना कुछ, राखिस नाहि बाकी।। हाय रे०----- 1- बैला यस मुँह मा लगाय दिहिस जाबा घर का जिहेल किहिस कासी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 27 788 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read हास्य ग़ज़ल -----मज़ाहिया ग़ज़ल----- वो रुलाते रहे हम हँसाते रहे फर्ज यूँ दोस्ती का निभाते रहे दोस्त मेरे बड़े ही वफ़ादार हैं हम पटाते थे वो ले के जाते रहे जैसे तैसे... Hindi · कविता 908 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक मौत बाँटता सबको ज़िन्दगी नहीं देता ज़ह्र ये नशा ऐसा जो खुशी नहीं देता छूना मत इसे यारों चाहे ग़म हजारों हों ये दिया है जो "प्रीतम" रौशनी नहीं देता... Hindi · कविता 245 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक क़ता तेरा चेहरा गुलाब हो जैसे एक शायर का ख़्वाब हो जैसे इस तरह मदभरी है आँख तेरी इक पुरानी शराब हो जैसे प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 211 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक उस ख़ुदा की सदा बंदगी कीजिए नाम उसके ही ये ज़िन्दगी कीजिए छोड़ दो लड़कियों पर यूँ मरना सभी मादरे हिन्द से आशिक़ी कीजिए प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 253 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक तीर नज़रों के चलाने आ गये मुझको दीवाना बनाने आ गये हो गयी उल्फ़त उन्हें हमसे यही वो सरे महफ़िल बताने आ गये प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 1 492 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक जब कली कोई मुस्कुराई है दुनिया भौंरों की जगमगाई है इश्क़ करते नहीं हैं ये बुड्ढे किसने अफ़वाह ये उड़ाई है प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 284 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक गर किसी से नज़र लड़ाओगे एक पल को न चैन पाओगे राते काटोगे तारे गिनकर तुम और बिस्तर पे छटपटाओगे प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 1 303 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read छंदमुक्त रचना हमारी सोच में केवल इतना अन्तर है तुम्हारी नज़र में इश्क़ एक एहसास है और मेरे लिए सिर्फ़ सर्वनाश फिर भी चाहता था तुम्हे अपनी जान से बढ़ कर मगर... Hindi · कविता 249 Share प्रीतम श्रावस्तवी 1 May 2019 · 1 min read सच्चा प्यार हमारी सोच में केवल इतना अन्तर है तुम्हारी नज़र में इश्क़ एक एहसास है और मेरे लिए सिर्फ़ सर्वनाश फिर भी चाहता था तुम्हे अपनी जान से बढ़ कर मगर... Hindi · कविता 445 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read कविता शेरे हिन्दुस्तान के सम्मान में भारतीयों के उद्गार बिंग कमाण्डर अभिनन्दन का स्वागत है अभिनन्दन है पाकिस्तान की धरती को जो कर के आया पावन है दीप जलाओ ख़ुशी मनाओ... Hindi · कविता 272 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक कितना प्यारा मेरा हिन्दुस्तान है आन है ईमान मेरी जान है हम यहाँ पैदा हुए ये है नसीब दिल फ़िदा भारत पे जां कुर्बान है Hindi · कविता 464 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read हास्य कविता स्कूटी अपनी चाल पर---------बहुत रही मदहोश। पाला पडा जब बाइक --से तब आवा ऊ का होश बाइक बोली सुन ---------गौरैया मान ले हमरी बात हमसे आगे निकरि न पैहौ हम... Hindi · कविता 552 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक आज़ मुझको गुलाब देगा वो कोई आँखों को ख़्वाब देगा तीरग़ी दूर भाग जाएगी ऐसा इक माहताब देगा वो प्रीतम राठौर भिनगाई श्रावस्ती (उ०प्र०) Hindi · कविता 244 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Oct 2018 · 1 min read हास्य रचना छंद ******** मैने कहा पत्नी से अजी सुनती हो जी, एक स्त्री को लेने बाजार मुझे जाना है। झाडू और बेलन लिऐ निकली वो घर से कहने लगी लौट तुम्हे... Hindi · कविता 2 1 534 Share