पियुष राज 'पारस' 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पियुष राज 'पारस' 29 Mar 2020 · 1 min read कोरोना का उपचार कोरोना' का उपचार (कविता) चीन से आई है एक ऐसी बीमारी जो आज बन गयी है यह महामारी नाम है इसका 'कोरोना' पर आप इससे डरो ना ये बीमारी आपको... Hindi · कविता 1 1 453 Share पियुष राज 'पारस' 20 Sep 2019 · 2 min read कट गया चालान (हास्य व्यंग्य) _(एक गरीब किसान का लड़का 2nd हैंड बाइक खरीदता है और उसी दिन उसका चालान कट जाता है,पूरा पढ़िए ये हास्य कविता )_ कट गया चालान.... धान गेहूं बेच के... Hindi · कविता 1 276 Share पियुष राज 'पारस' 4 Mar 2019 · 2 min read होली से पहले पापा क्यों घर आए है...? *पुलवामा हमले के बाद लिखी मेरी नई कविता* _"एक सात साल का बच्चा अपनी माँ से पूछता है जब उसके पापा होली से पहले तिरंगे में लिपटकर घर आते है... Hindi · गीत 1 257 Share पियुष राज 'पारस' 1 Nov 2018 · 1 min read मेरी माँ मेरी माँ तेरी ममता की आँचल में ना जाने कब मैं बड़ा हुआ तेरी अंगुली थाम कर ना जाने कब मैं खड़ा हुआ मेरी हर गलतियों को करके माफ माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 30 826 Share पियुष राज 'पारस' 23 Oct 2018 · 2 min read हां ,हम झारखंडी है.....(कवि पियुष राज 'पारस') _"वैसे तो हम सब हिंदुस्तानी है ,पर ये कविता इसलिए लिखा हूँ क्योंकि जब झारखंड के लोग दूसरे राज्य जाते है तो वहां उनका वेश-भूसा ओर बोली का लोग मजाक... Hindi · कविता 1 1 519 Share पियुष राज 'पारस' 14 Oct 2018 · 1 min read आज का समाज .....(पियुष राज 'पारस') मेरी नई कविता *आज के समाज में जो हो रहा है उसी को बयां करने की कोशिश ...* उम्र लग जाती है शोहरत कमाने में वक़्त लगता नही इज्जत गवाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share पियुष राज 'पारस' 18 Nov 2017 · 1 min read अभी पूरा आसमान बाकी है... अभी पूरा आसमान बाकी है असफलताओ से डरो नही निराश मन को करो नही बस करते जाओ मेहनत क्योकि तेरी पहचान बाकी है हौसले की उड़ान मत कर कमजोर अभी... Hindi · कविता 594 Share पियुष राज 'पारस' 20 Jun 2017 · 5 min read संस्मरण-"प्यारा डोलू" "प्यारा डोलू" जब से मैंने होश संभाला है,तब से मैं अपने घर में गाय, कबूतर,तोता,कुत्ता आदि जानवरों कॉ घर के सदस्य की तरह देखा है। मेरे घर के सभी लोग... Hindi · कहानी 574 Share पियुष राज 'पारस' 4 Jun 2017 · 1 min read ग़ज़ल-ये तुम क्यों भूल गए ग़ज़ल-ये तुम क्यों भूल गए मैंने तुम से प्यार किया था.....ये तुम क्यों भूल गए तुमको सब कुछ मान लिया था ये तुम क्यों भूल गए सुबह थी तुम शाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 488 Share पियुष राज 'पारस' 13 May 2017 · 1 min read माँ के चरणों में चारों धाम..... माँ के चरणों में चारो धाम.... ईश्वर को कहाँ ढूंढे रे बंदे ईश्वर ही माँ का दूजा नाम वो ही कृष्ण है वो ही राम माँ के चरणों में चारो... Hindi · कविता 1 1 555 Share पियुष राज 'पारस' 24 Apr 2017 · 1 min read सचिन चालीसा...(पियुष राज) आज 24 अप्रैल सचिन तेंदुलकर के जन्मदिन पर विशेष "सचिन चालीसा" जय-जय सचिन उजागर जय असंख्य रनो के सागर जोर-जोर से शाॅट लगाते सारा स्टेडियम झुम उठाते क्रिकेट के तुम... Hindi · कविता 953 Share पियुष राज 'पारस' 21 Apr 2017 · 1 min read कुछ पल मेरे साथ बिताओ तो कभी..(पियुष राज) विधा-ग़ज़ल काफिया-ओ रदीफ़-तो कभी ************************* चाहती हो मुझे अगर बताओ तो कभी देख कर मुझको मुस्कुराओ तो कभी यूँ ना तड़पाओ तुम इतना दिल को मेरे हाल-ए-दिल अपना सुनाओ तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 518 Share पियुष राज 'पारस' 12 Mar 2017 · 1 min read होली के रंग मोदी के संग.... होली के रंग मोदी के संग... कही उड़े रंग तो कही उड़े गुलाल यूपी में साईकिल का हो गया बुरा हाल साईकिल में बैठकर राहुल ने लगा दी साईकिल में... Hindi · कविता 547 Share पियुष राज 'पारस' 12 Mar 2017 · 1 min read आई रे होली... आई रे होली ... देखो रे देखो आई रे होली रंगों में डूबी है यारों की टोली लगा रहे सब एक-दूजे को रंग भाभी भी खेल रहीं है भैया के... Hindi · कविता 347 Share पियुष राज 'पारस' 2 Mar 2017 · 1 min read मुझसे भी कोई प्यार करे .... मुझसे भी कोई प्यार करें... एक अरमान हैं दिल में मुझसे भी कोई प्यारी-प्यारी बात करें दे हमेशा साथ मेरा मुझसे भी कोई प्यार करें आँखें नहीं तो क्या हुआ... Hindi · कविता 1 415 Share पियुष राज 'पारस' 20 Feb 2017 · 1 min read परीक्षा का मौसम....(पियुष राज) परीक्षा का मौसम... सर्दी अच्छी है,गर्मी अच्छी है बरसात में नहीँ है कोई गम सबका सर है चकराने लगता जब आता है परीक्षा का मौसम पढ़ने का मन नही करता... Hindi · कविता 206 Share पियुष राज 'पारस' 20 Feb 2017 · 1 min read वो रास्ता.....(पियुष राज) वो रास्ता... जिस रास्ते से गुजरती थी वो वो रास्ता मुझे उसकी याद दिलाता है जब भी गुजरता हूं उस रास्ते से तो उसका चेहरा मेरी आँखों में आता है... Hindi · कविता 452 Share पियुष राज 'पारस' 9 Feb 2017 · 1 min read मेरे हर दर्द की,तू ही एक दवा है..(भाग-1) मेरे हर दर्द की,तू ही एक दवा है..(भाग-1) चाहे क्यों ना दे ये दुनिया कितने भी जख्म मुझे मुझसे जुदा नहीँ कर सकता कोई भी तुझे ये छोटे-मोटे जख्म तो... Hindi · शेर 382 Share पियुष राज 'पारस' 26 Jan 2017 · 1 min read हमारा प्यारा हिंदुस्तान -(पियुष राज) हमारा प्यारा हिंदुस्तान सबसे अलग है जिसकी पहचान जिस पर है हम सब को अभिमान जिसकी है हम सब संतान वह है हमारा हिंदुस्तान हिन्दु, मुस्लिम,सिख,ईसाई आपस में है भाई-भाई... Hindi · कविता 254 Share पियुष राज 'पारस' 22 Jan 2017 · 1 min read अनमोल है बेटियां...(कवि-पियुष राज) अनमोल है बेटियां अगर बेटे हीरा है तो हीरे की खान है बेटियां अपने घर-गांव-देश की पहचान है बेटियां अगर बेटे सूरज है तो गंगा की अविरल धारा है बेटियां... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 3 1 5k Share