ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: शेर 420 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read इम्तेहान का शौक आखिर धडकनों में इतनी तेज़ी , और नज़रों में इतनी बेताबी क्यों है ? क्या फिर कोई इम्तेहान मेरा जिंदगी लेने वाली है। मेरी जिंदगी को इम्तेहानो का इतना शौक... Hindi · शेर 103 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read हाय मेरा नन्हा सा दिल कितनी फिक्रें लगीं हुई हैं इस नन्हे से दिल को , ना कहीं चैन और न ही सुकून है इसको , समझता है सब कुछ इसके इख्तियार में है ।... Hindi · शेर 112 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Apr 2022 · 1 min read नादानियां नादानियां करे यह सियासतदान , और सज़ा भुकते हमारे वीर जवान । कब तक चलेगा इनके जीवन के साथ खिलवाड़ , सोच सोच कर हम हो रहे हैरान और परेशान... Hindi · शेर 252 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2022 · 1 min read बेपरवाही खुदा की दिल का हर ज़ख्म नासूर बन गया , उस पर खुदा की मौज तो देखो ! दाद देनी पड़ेगी इस बेपरवाही की , उसका यह अंदाज देखो । Hindi · शेर 127 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2022 · 1 min read खुदा का इंसाफ दुनिया ढाए जुल्म पर जुल्म , और किस्मत नचाए अपने इशारों पर । यह सब देख कर भी जो खामोश है , मुझे शक होता है खुदा के इंसाफ पर... Hindi · शेर 125 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Apr 2022 · 1 min read जुल्म की इंतहा इंतहा हो जाती है जुल्म की , तभी बद्दुआ निकलती है । वरना हम ऐसे इंसा नहीं , जो किसी के लिए आह भी भरें । Hindi · शेर 122 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दिल ऐ बर्बाद हुआ है दिल-ऐ-बर्बाद , नाशाद , मगर फिर भी जी रहे हैं शान से । यूँ तो ज़ख्मों से भर आई है आहें , चाक-दामन सी रहे है हम बड़े... Hindi · शेर 267 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी काँटों में रहकर भी जो मुस्कराए , जिंदगी उसी को कहते हैं। फुल मिलने पर भी जो ना बहके , इंसान उसी को कहते हैं। Hindi · शेर 146 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दिल का टूटना खुद पर सितम ढाने का फन हम रखते हैं दोस्तों ! शायद इसीलिए दिल टूटने पर अक्सर मुस्कुरा दिया करते हैं. Hindi · शेर 2 345 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दिल ए दाग दिल -ऐ-दाग अपने किसी को दिखाने चाहे , वोह तो किसी ने ना देखे , मगर हुई जो छोटी से खता भी , तो चर्चा आम हो गया. Hindi · शेर 121 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read बेकरारी ज्यों -ज्यों ढल रही है शाम -एे -ज़िंदगी , त्यों -त्यों बढती जाती है दिल -एे -बेकरारी , के कब मिलेगी मंजिल और कब उसे गले लगयेंगे हम . Hindi · शेर 376 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2022 · 1 min read दीवाने अपनी सादा दिली का यह सिला मिला हमको , के जिस. महफिल में भी गये दिवाने कहलाये , Hindi · शेर 1 139 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Mar 2022 · 1 min read कश्मकश बड़ा शोर सुना था उनके आने का हमने , आंखों में कितने ही ख्वाब सजाए थे हमने, मगर अब यह आलम है ए कश्मकश ए दिल ! उम्मीद न उम्मीद... Hindi · शेर 1 343 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Mar 2022 · 1 min read जुल्मत क्या ज़ुल्मत पड़ी तेरे जाने के बाद, के रौशनी के लिए हमें अपना चिराग-ऐ-दिल जलाना पड़ा. Hindi · शेर 4 146 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Mar 2022 · 1 min read कांटों की राह मायूसियों से भरी है अपनी जिंदगी , हमने अब तलक यही है जाना. वोह भले ही फूलों पर चले , हमें तो काँटों से ही है निभाना. Hindi · शेर 104 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Mar 2022 · 1 min read आईना तो देखो पहले .. छोटी सी जीत पर इतना इतराना , बहुत बुरा होता है इतना उड़ना। "आप" तो पहले आईने में चेहरा देखो , फिर प्रधान मंत्री बनने के ख्वाब देखना । Hindi · शेर 3 2 164 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Mar 2022 · 1 min read जलवे हाय रे मेरी कमनसीबी तेरे जलवों की इन्तेहा नहीं, जिधर देखा नज़रों ने ,उधर पाया तुझे. Hindi · शेर 149 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Mar 2022 · 1 min read कैसे मनाऊं? रूठे हैं वोह हमसे क्यों ,जाने क्या खता हुई ? कैसे मनायुं अपने खुदा को ,कोई तरकीब तो बताओ . Hindi · शेर 279 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Mar 2022 · 1 min read जंग क्यों इंसानियत के दुश्मन बने हुए हो । अपने ही हाथों अपनी कब्र खोद रहे हो । यह जंग तो किसी मसले का हल नहीं, तुम नाहक शोलों को हवा... Hindi · शेर 336 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Feb 2022 · 1 min read अश्क ए आब जिंदगी बेनूर सी हो जाती है उस पर अश्क ए आब , एक तेरे आने से पहले एक तेरे जाने के बाद । Hindi · शेर 2 127 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Feb 2022 · 1 min read कुर्बान क्या लुत्फ हो उस मौत का जिसे दुनिया देखे , मुहोबत की राह में जो इस तरह कुर्बान हो गया । Hindi · शेर 2 365 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Feb 2022 · 1 min read बेवफा तकदीर यह कैसा शहर है पत्थरों का, यहां की तो हवाएं भी बेवफा है। लोगों से क्या शिकवा करें हम, जब तकदीर ही अपनी बेवफा है। Hindi · शेर 1 3 184 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Feb 2022 · 1 min read इंसान नहीं यह कोई और है ... किस किस तरह से रंग बदला है ये इंसान, ये देख कर यारों ! गिरगिट भी है परेशान। कहां से पाई है ऐसी खूंखार तबियत ? इंसान है या कुछ... Hindi · शेर 2 283 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Feb 2022 · 1 min read गद्दारी रहना -खाना मेरे भारत में , और गुणगान दुश्मन देश का करना । वाह खूब आता है तुम्हें जिस थाली में खाना उसी में छेद करना । Hindi · शेर 1 2 237 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Feb 2022 · 1 min read वतन का अज़ार जाने क्या मेरे वतन को हो गया आजार। सिसकता है,रोताहै,तड़पता है बार-बार। ज़ख़्मी है वोह बड़ा अपनों के दिए नश्तरों से , खुदाया एक बार तो सुन लो टूटे हुए... Hindi · शेर 1 2 128 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Feb 2022 · 1 min read नामुमकिन सा ख्वाब हिजाब पहनकर वजीर ए आजम , बनने की बात कर रही हो । कितनी नादान हो नामुमकिन सा ख्वाब , देख रही हो । Hindi · शेर 201 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Feb 2022 · 1 min read खुदगर्जी या मजहब ! आंखों में हया नहीं , और हिजाब की बात करती हो । ऐ मशरीफ के रंग में रंगी तितलियों ! अपनी खुदगर्जी के दरम्यान मजहब को , क्यों ले आई... Hindi · शेर 165 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read उलझी हुई सांसे इन उलझी -उलझी सांसों से अब हमारा दम घुटता है, इन धडकनों से कह दो की खामोश हो जाएँ । Hindi · शेर 2 2 134 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read तकब्बुर का अंजाम तकब्बुर के सबब सर उठाने वाले मगरूर इंसानों , ज़रा अपना भी गिरेबाँ देखलो । इस दौर-ऐ-जूनून में झुकते आये शहंशाहों के सर , तुम अपना अंजाम भी देख लो... Hindi · शेर 2 4 162 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read नजर से मत गिरो पैमाने से सागर जिस तरह छलकता है कोई , किसी की नज़रों से यूँही गिरता है कोई , संभाला नहीं जाता जिनसे दामन औ ज़मीर , खुदा की नज़र में... Hindi · शेर 2 4 179 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2022 · 1 min read कज़ा की राह हुनर कोई सिखा दे हमें ज़िन्दगी का , या राह ही दिखा दे क़ज़ा की . हाथ में लेकर ज़हर का प्याला , हमने तो कशमकश में सारी उम्र गुज़ार... Hindi · शेर 238 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Feb 2022 · 1 min read खंजर सी जुबान उफ़ ! कितनी तेज है इन सियासत दारों की जुबान , खंजर को भी शर्मसार कर दे जो यह वोह धार है। Hindi · शेर 1 220 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jan 2022 · 1 min read इंतजार मैने तेरा बहोत इंतजार किया तेरा , ए तकदीर ! तू अब आई है । हम तेरे दर पर आस लगाकर बैठे रहे, अब तो जिंदगी की शाम होने को... Hindi · शेर 2 208 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Jan 2022 · 1 min read आरजू आखिर कब तक सहें ज़िन्दगी के दर्द -ओ - गाम , ए मौत ! अब आ भी जा हमे तेरी बडी आरजू है। Hindi · शेर 1 282 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jan 2022 · 1 min read गुस्सा कितना गुस्सा भरा है , आज के इंसान की तबियत में । के बात भी करो जरा सी तो , मुंह से आग उगलते हैं। Hindi · शेर 2 2 159 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jan 2022 · 1 min read वतन का दर्द कितने ज़ख्म भरे हुए है , घायल वतन के जिस्म पर । के जरा सा छुए भी गर कोई , तो कराह उठती है उसकी जुबान । Hindi · शेर 2 2 154 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jan 2022 · 1 min read खंजर का सीना खंजर के सीने में भी होता है दिल, उतर कर मेरे जिगर में वो भी रो पड़ा । Hindi · शेर 2 2 230 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jan 2022 · 1 min read पर्दा नशीन एक सफर खत्म हुआ तो , दूसरे सफर का आगाज हुआ । इस इश्क ऐ हकीकी की राह में , मेरा एक पर्दा नशीन से इंतेखाब हुआ । Hindi · शेर 5 2 546 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jan 2022 · 1 min read दिल से दुआ हादसों से इस कदर हम घबराए हुए है , हर एक गाम पर दिल से बस दुआ ही , निकलती है और कुछ नहीं । Hindi · शेर 2 198 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jan 2022 · 1 min read हाल ए दिल जब वही ना समझे जिसे सुनाना चाहते हैं हाल -ए दिल ज़माना समझे या ना समझे क्या फर्क पड़ता है । Hindi · शेर 1 5 270 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jan 2022 · 1 min read चिराग ए रूह चल रही है कयामत की आंधियां , ना जाने कब ,कौन कहां फना होगा । मगर फिर भी खुशकिस्मती से जलेगी वही, जिसकी चिराग ए रूह में दम होगा । Hindi · शेर 2 197 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jan 2022 · 1 min read एतबार उन्होंने हमें ज़ख्म दिए ,मगर इससे उन्हें है इनकार , दिखाए सीना चीर कर तो क्या वोह करेंगे इतबार , धोखे बाज़ी है जिनकी फितरत आता है जिन्हें पीठ पर... Hindi · शेर 135 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jan 2022 · 1 min read साजिश इत्तफाकन हुआ या साजिशन हुआ, गुनाह तो उनसे जरूर हुआ है ना । अब कोई कबूल करे चाहे न करे, इसकी सजा तो मुकर्रर होगी ना । Hindi · शेर 2 154 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jan 2022 · 1 min read तोहमतें इल्जाम लगाने की रवायत है , तो रस्म अदायगी तो करनी ही है । चाहे झूठ हो या सच ,जैसे भी हो , तोहमतें तो लगानी ही है । Hindi · शेर 2 177 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jan 2022 · 1 min read सियासत दानों की फितरत ना जाने क्या राज़ है , इन सियासत दानों की फितरत में । समझ कर भी जिन्हें समझ न सके, ऐसी अनबुझ पहेली हैं यह । Hindi · शेर 2 404 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jan 2022 · 1 min read एक दुआ खुदा हमारे वजीर ए आजम की उम्र दराज करे , उन पर आई हर बला को दूर करे , गर दुश्मन कोई घात लगाए , उसकी साजिशों को बेनकाब करे... Hindi · शेर 184 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Jan 2022 · 1 min read खुदा बना फानूस वो शमा कभी नहीं बुझ सकती, जिसपर खुदा की मेहरबानी हो । फानूस बनकर खुद हिफाजत करेंगे वोह , चाहे चल रही कितनी भी आंधियां हो । Hindi · शेर 284 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Jan 2022 · 1 min read सियासत का बदगुमान चेहरा खबर न थी की इतने रकीब हो जायेंगे , हमारे अजीज वजीरे आजम की जान से , यह विपक्षी नेता खेल जायेंगे । सियासत के चेहरे का यह बदगुमान दाग... Hindi · शेर 146 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jan 2022 · 1 min read मेरा वतन सारा ज़हर मेरे वतन के हिस्से में क्यों आ गया ? भोले बनकर पी जा प्यारे ! जो तेरे भाग्य में विधाता ने लिख दिया . Hindi · शेर 1 443 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jan 2022 · 1 min read बारूद का ढेर बारूद के ढेर पर खड़े हैं , और कर रहे हैं तेरी-मेरी . ऐ इंसान ! होश में आ , क्यों अक्ल मारी गयी तेरी . Hindi · शेर 204 Share Previous Page 2 Next