meenu yadav 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 meenu yadav 21 Nov 2017 · 1 min read एक गुल . एक गुल बगीचे में गुलज़ार हुआ गुल .. ज़्यादा ही खिला ,मुस्कुराया .. पूछते सखा उसके - क्यों खिले हो इस कदर ????? जीवन तो दो पल का है... Hindi · मुक्तक 1 1 332 Share meenu yadav 21 Nov 2017 · 1 min read अक्सर याद आता है अक्सर याद आता है अक्सर याद आता है..... वो ममतामयी अचपन ! माँ का आँचल , बाबुल की डांट.. वो रूठना ..मटकना ... बिन बोले माँ का .. सब कुछ... Hindi · कविता 285 Share meenu yadav 20 Nov 2017 · 1 min read नई किरण रोशनी की .... नई किरण रोशनी की .... जब गरम हवाएँ गालों को सहलाने लगे , नन्हें कदमों को जलाने लगे , चिड़ियाँ उड़ने की बजाएँ.. बसेरे में छिपने लगें, नदी ,तालाब सूखने... Hindi · कविता 425 Share meenu yadav 20 Nov 2017 · 1 min read सर्दी के दिन आए रे . सर्दी आई रे ..... गर्मी बीत गई रे भइया .. सर्दी के दिन आए रे .. सूटकेस में बैठे स्वेटर .. ज़ोर -ज़ोर चिल्लाए रे l कैप्री, शॉर्ट्स से काम... Hindi · कविता 403 Share meenu yadav 20 Nov 2017 · 1 min read भगवान बचाओं भगवान बचाओं .... देखो कलयुग ऐसा आया , भगवानों का भी घर है बनाया , इससे काम नहीं चला तो उसमे ताला भी लगवाया .... भगवान तो कण -कण में... Hindi · कविता 1 1 303 Share meenu yadav 25 Jan 2017 · 1 min read फलशफा -ए-इश्क 1 हमने ज़िन्दगी से वफ़ा की , कबख़्त ज़िन्दगी बेवफा निकली l हमे बीच मजधार छोड़ , वो किसी और की हो चली l l 2 राह में खड़े थे... Hindi · शेर 2 344 Share meenu yadav 23 Jan 2017 · 1 min read हिंदी हिंदुस्तान की शान ....... हिंदी हिंदुस्तान की शान ....... बढ़ाए इसका चहुँ ओर मान , पहनकर वर्णो की ये माला , बाँधकर शब्दों के ये घुँघरू , वाक्यों से कर आचार -विचार , घोलें... Hindi · कविता 313 Share meenu yadav 23 Jan 2017 · 1 min read 'कैसी विडम्बना मेरे भारत की ' 'कैसी विडम्बना मेरे भारत की ' कैसी विडम्बना मेरे भारत की ………… यहां कन्या लक्ष्मी का अवतार , फिर भी वो मरती है बे-हिसाब कराते है ये भूर्ण हत्या ,... Hindi · कविता 354 Share meenu yadav 21 Jan 2017 · 1 min read बदलती सोच बदल रही है सोच हमारी नया नज़रिया आया है … बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा सबने मिलकर लगाया है रीति -रिवाज की बंदिश तोड़ उसे आगे बढ़ाया है बदल रही... Hindi · कविता 283 Share meenu yadav 20 Jan 2017 · 1 min read हमारी बिटियाँ हमारी बिटियाँ कल तक मेरी गोद में खेली , आँचल संग कर ठिठोली l कभी हटाएँ , फिर छिप जाये , करें आँख मिचौली! मेरी राजकुमारी देखो ! हो गई... Hindi · कविता 273 Share meenu yadav 19 Jan 2017 · 1 min read भँवर भँवर लगता है किसी भँवर में हूँ अनचाहे शहर में हूँ अनजाने लोगों की नज़र में हूँ डर लग रहा है कहा जाऊँ ! न माँ का आँचल है न... Hindi · कविता 584 Share Previous Page 2